सोमवार, 25 अक्तूबर 2021

हजरत मोहम्मद पूरी दुनिया के लिए आइडियल


उलेमा बोले:नबी के रास्ते पर चलने से संवरेगी जिंदगी

वाराणसी 25 अक्टूबर (dil india) जश्ने ईद मिलादुन्नबी का अज़ीमुश्शान जलसे का आयोजन सरैया में सम्पन्न हुआ। जलसे में जहां नबी की शान में उलमा ने तकरीर की वहीं नातिया शायरों ने अपने नातिया कलाम से लोगों को फैज़याब किया। तकरीर में उलेमा ने हुजूरे अकरम हजरत मोहम्मद (स.) को पूरी दुनिया के लोगों का आइडियल बताया। उलेमा ने कहा कहा कि नबी के बताये हुए रास्ते पर चलने से हम सबकी जिंदगी और आखिरत संवर सकती है। उलेमा ने पांच वक़्त नमाज़ पढ़ने की ताकीद की। कहा कि अपने मुल्क से मोहब्बत और मिल्लत ईमान का हिस्सा है। 

इस मौके पर मेहमान खुसूसी, ओलमाओ और शायरो का "पार्षद" हाजी ओकास अंसारी ने इस्तकबाल किया। इस मौके पर मौजूद शायर हाफिज साहिल रजा, सकलैन वजाहत, कारी अब्दुल रहीम, हाफिज वसीम जुलफी, मौलाना कारी अबु शहमा, मौलाना सलमान जफर, मौलाना मुफती अहमद, मौलाना अजहरुददीन,  मौलाना नसीम अखतर, हाफिज साहिल रजा, रौशन अली, मोहममद आसीफ आदि ने जलसे को खेताब किया। इस अवसर पर वसीम अहमद, मोहममद जाहिद, मोहममद मेराज, एबादुररहमान, अज़हरउद्दिदीन आदि  लोग मौजूद थे।

रविवार, 24 अक्तूबर 2021

जब तक हज नहीं शुरू होगा संघर्ष रहेगा जारी: नौशाद आज़मी


पीएम मोदी से मांगा काशी से काबा की उड़ान

वाराणसी 24 अक्टूबर (dil india)। काशी से काबा की उड़ान वर्ष 2018 से बंद है। कल बनारस में पीएम मोदी आने वाले हैं। पीएम मोदी का बनारस संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में हमारी मांग है कि वो काशी से पूर्वांचल के मुसलमानों के लिए पुनः हज की उड़ान शुरू कराने का ऐलान करे।


सेंट्रल हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाफिज नौशाद आज़मी ने पीएम मोदी से यह मांग की है। वो एक नीजी कार्यक्रम में शिरकत करने बनारस आये थे। इस दौरान आज़मी ने ऐलान किया है कि जब तक काशी से काबा की उड़ान नहीं शुरु होती है तब तक वो संघर्ष जारी रखेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी से दो बार निर्वाचित सदस्य व केंद्रीय हज कमेटी के पूर्व सदस्य और लंबे समय से हज यात्रियों के लिए संघर्ष करने वाले हाफिज नौशाद अहमद आजमी ने कहा कि कोविड के चलते हज यात्री 2020 व 2021 में हज पर नहीं जा सके। एक सवाल के उत्तर में नौशाद आजमी ने कहा कि हमने बहुत संघर्ष के बाद 2007 में वाराणसी से हज की उड़ान शुरू करायी थी। इसके लिए 6 मई 2006 को मोहम्मदाबाद गोहना मऊ में प्रांत का एक ऐतिहासिक हज सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें 25000 से अधिक हज प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। उसके बाद श्री प्रफुल पटेल ने हमसे मुलाकात की और वादा किया कि पूर्वांचल के हजयात्री 2007 में वाराणसी से काबा की उड़ान भरेंगे।

18 अगस्त 2006 को, लोकसभा में सांसद रामजी लाल सुमन ने मांग की कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के यात्रियों को बनारस से यात्रा करने की अनुमति दी जाए। श्री इकबाल सरावगी व हाफिज नौशाद आज़मी 9 मार्च, 2007 को तत्कालीन प्रधान मंत्री डा. मनमोहन सिंह से उनके संसदीय कार्यालय में मुलाकात की और वाराणसी से हज यात्रियों की उड़ान की मांग किया था। प्रधान मंत्री ने आश्वासन दिया कि 2007 से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से  हजयात्री यात्रा करेंगे। 2007 से पहले वाराणसी एयरपोर्ट एक छोटा हवाई अड्डा था। हज की उड़ान के बाद, वाराणसी हवाई अड्डा एक प्रमुख हवाई अड्डा बन गया। नौशाद आज़मी ने कहा कि 2008 में, 5,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने हज और एक प्रमुख सऊदी एयरलाइंस की उड़ान के लिए यात्रा की। लेकिन आज यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 2018 में जो हज नीति तैयार की उसमें देश भर से केवल 9 जगहों को ही हज के लिए चयन किया गया। जबकि 21 इम्बारकेशन प्वाइंट पहले थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी से काबा की उड़ान खत्म कर दी गई। उन्होंने कहा कि हज का पहला काफिला 2007 में हवाई अड्डे से निकल रहा था। जब उद्घाटन समारोह हुआ, तो एक कांग्रेसी सांसद ने पूरे वाराणसी और हवाई अड्डे के रास्ते में अपने नाम का पोस्टर बैनर यह कहते हुए लगवाया कि उन्होंने अपना वादा पूरा किया। जो पूरी तरह से झूठ था। काफिला चला गया, मीडिया के बाहर खड़े लोगों ने मुझसे पूछा, "आपने पूरी मेहनत की है। आपको आमंत्रित नहीं किया गया है। मीडिया के लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। इंडिया टुडे ने इस इशू को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया।,

हाफिज नौशाद आज़मी को नाराज़गी है कि बनारस शहर के बुद्धिजीवियों और मुस्लिम सामाजिक संगठनों से उन्होंने सांसद की निंदा नहीं की और उनकी सेवाओं को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया। आज आज़मी ने एक बार फिर पीएम मोदी ने गुज़ारिश की है कि वो काशी से काबा का ऐतिहासिक सफर शुरु करायें। इस अवसर पर  आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया के महामंत्री वहीदुल्लाह खां सईदी भी मौजूद थे।

शनिवार, 23 अक्तूबर 2021

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में अटेवा ने एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो का लगाया नारा

निकाली पदयात्रा, शिक्षक कर्मचारियों ने की शिरकत

वाराणसी 22 अक्टूबर(dil india)। अटेवा पेंशन बचाओ मंच उ.प्र. के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धुजी एवं प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी के आह्वान पर अटेवा पेंशन बचाओं मंच वाराणसी द्वारा सायं 4 बजे एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो पद यात्रा, विनोद यादव जिला संयोजक के नेतृत्व में निकाली गयी । यह पद यात्रा उ. प्र . चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ कार्यालय पीडब्लूडी से जिलाधिकारी कार्यालय तक हुई । वहां पहुॅचकर एन ० पी ० एस ० समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने एवं निजीकरण बंद करने सम्बन्धित मांग पत्र जिलाधिकारी वाराणसी के माध्यम से मुख्यमंत्री उ.प्र. सरकार को भेजा गया



। इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा विभाग / बेसिक शिक्षा विभाग , पीडब्लूडी विभाग , सिंचाई विभाग , स्वास्थ्य विभाग , फार्मासिस्ट संघ , सफाई विभाग , राजस्व विभाग इत्यादि के नेताओं ने अपने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षक / कर्मचारी एवं अधिकारी किसी भी प्रदेश एवं देश की रीढ़ होते हैं उन्हें अपनी - अपनी मांगों के लिए बार - बार सड़क पर आकर संघर्ष करना पड़ रहा है , जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है । कभी शिक्षक / कर्मचारी सेवा में आने के बाद अपने भविष्य के लिए निश्चिन्त हो जाते थे , क्योंकि उनके बुढ़ापे की लाठी पेंशन थी । किन्तु इसे भी समाप्त कर बाजार आधारित नई पेंशन व्यवस्था लागू कर दी गयी । जिससे लाखों - लाख शिक्षक / कर्मचारी का भविष्य अन्धकार मय हो गया , और उन्हें अपने भविष्य की चिन्ता सताने लगी है ,सेवानिवृत्त के बाद बुढ़ापा कैसे कटेगा इसी में वह चिन्तित रहता है ।दूसरी ओर सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कमजोर वर्ग के खिलाफ अमीरों का एक षड़यंत्र है जो न देशहित में है और न ही जनहित में है । यह केवल अमीरों / उद्योगपतियों के हित में है अतः सरकार से आग्रह है कि एन०पी०एस० समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करें एवं निजीकरण को अविलम्ब बंद किया जाय। 

इनकी रहीं खास मौजूदगी:

इस पद यात्रा में अटेवा वाराणसी संरक्षक रामचन्द्र गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येन्द्र राय, ज़िला संयोजक विनोद यादव, उमेश बहादुर सिंह पीडब्लूडी, एस.पी. यादव फार्मासिस्ट संघ, सुधीर कुमार सिंचाई विभाग, अभिजय श्रीवास्तव स्वास्थ्य विभाग, मनबोध यादव जिला महामंत्री, जिला सहसंयोजक- डॉ. एहतेशामुल हक, वेद सिंह, राकेश कुमार सरोज, जिलामंत्री बी.एन. यादव, कोषाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश गुप्त, संगठन मंत्री जफर अंसारी, सतीश वर्मा, मिडिया प्रभारी रामचन्दर, जिलाध्यक्ष सोम शिक्षक रामहरख चौधरी, अध्यक्ष सफाई कर्मचारी संघ कृष्ण कुमार, सोशल मिडिया प्रभारी सुरेन्द्र प्रताप सिंह, नगर संयोजक गुलाब चन्द्र कुशवाहा, महामंत्री अंजनी कुमार सिंह, मीनाक्षी पाण्डेय, पूजा सिंह, आरती, नीरज यादव, अंशु दूबे पुष्पा सिंह, ज्योति द्विवेदी, श्वेता जायसवाल, इमरान अंसारी, प्रणव यादव, राजेश प्रजापति, राजेश सिंह, विनय कुमार सिंह, शशांक शेखर, शैलेश कुमार, सुबाष चन्द्र, श्यामाकान्त यादव, नरेन्द्र प्रसाद, अजय यादव, प्रमोद कुमार पटेल, संजय पाल, राममूर्ति, शिवमनी, रविन्द्र कुमार यादव, शेषनाथ पाल, जोगेन्द्र सोनकर, शकील अहमद, रहमत अली, आरिफ खान, सुहैल अहमद, अनीता सिंह, मुहम्मद जाबिर, आमरा जमाल, सादिया तबस्सुम, विनोद यादव, फरजाना, शैलबाला, अरविन्द यादव, आयशा, नौशाद अंसारी, उजमा महबूब, जहीर, गिरीश चंद्र यादव, रविन्द्र, गोविन्द, सतीश, सुनील कुमार गुप्ता, अश्वनी प्रसाद, परमानन्द, संदीप उमेश, संजय प्रभाकर, आतिफ मोहम्मद खालिद, राममिलन यादव, विनोद यादव, पीयुष कुमार, लल्लन यादव, सत्येन्द्र कुमार सिंह, अमरेन्द्र, धर्मेन्द्र कुशवाहा, आलोक मौर्य सहित सैकड़ों शिक्षक कर्मचारी उपस्थित थे।

शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2021

शेर-ए-बनारस बॉडी बिल्डिंग प्रतिस्पर्धा में जुटेंगे बॉडी बिल्डर

24 को दमखम दिखाएंगे बनारस के बॉडी बिल्डर

वाराणसी, 22 अक्टूबर(dil india)। कोरोना की दूसरी लहर के बाद वाराणसी में पहली बार बॉडी बिल्डिंग प्रतिस्पर्धा आयोजित होने जा रही है। काशी डिस्ट्रिक्ट बॉडी बिल्डिंग एवं फिटनेस एसोसिएशन के तत्वावधान में आगामी 24 अक्टूबर,2021 को 12 वीं शेर-ए-बनारस प्रतियोगिता का आयोजन लालपुर स्थित जीवनदीप पब्लिक स्कूल के प्रांगण में किया जाएगा। इस संबंध में शुक्रवार को शिवाला स्थित द जिम में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आयोजित एक प्रेस वार्ता में विस्तृत जानकारी दी। संस्था के अध्यक्ष अहमद फैसल महतो ने बताया की दुबारा लॉकडाउन के बाद से ही बॉडी बिल्डरों के लिए किसी भी तरह की स्पर्धा आयोजित ना होने से उनमें निराशा का भाव आ रहा था, इसे देखते हुए एसोसिएशन शेर-ए-बनारस आयोजित करने का फैसला किया गया। यह स्पर्धा सभी के लिए होगी जिसमें देश भर के बॉडीबिल्डर प्रतिभाग करेंगे। प्रतिस्पर्धा  कुल 7 भारवर्गों में तथा 1 फिटनेस फिजिक कैटेगरी में आयोजित होगी। कैटेगरी में 0-55, 55-60, 60-65, 65-70, 70-75 और  80+ तक के प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। हर ग्रुप से बेस्ट ऑफ फाइव चुने जाएंगे उनमें से चुने गए को शेर-ए-बनारस का खिताब मिलेगा वही दूसरे नम्बर पर आये खिलाड़ी को मिस्टर मशलमैन से नवाजा जाएगा। प्रतिस्पर्धा में टाइटल विजेता को 10,000 रुपए नकद तथा मशलमैन को 5,000 रुपए नकद के साथ अन्य विजेताओं में कुल 51,000 रुपए नकद पुरस्कार स्वरूप दिया जाएगा। 

अहमद फैसल महतो ने बताया कि बाहर से आने वाले खिलाड़ियों के लिए ठहरने और खाने की व्यवस्था भी कार्यक्रम स्थल पर की जाएगी, वही स्थानीय खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन एक दिन पूर्व शिवाला स्थित द जिम में ही होगा। पत्रकार वार्ता में निदेशक मोहम्मद सगीर, चैयरमैन फसरूद्दीन खान, निसार अहमद, रियासुद्दीन, कैस अंसारी, मयंक उपाध्याय आदि पदाधिकारी शामिल रहें।

गुरुवार, 21 अक्तूबर 2021

इनरव्हील ने दिया सेवाकार्य पर ज़ोर

इनररव्हील मित्रम की डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन विजिट

वाराणसी 21 अक्टूबर(dil india)। इनररव्हील क्लब वाराणसी मित्रम का डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन विजिट होटल द्वारका में ट्रामा सेंटर के सामने संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन अर्चना बाजपेई ने क्लब के कार्यों की सराहना की और सेवा कार्यों पर ज़ोर दिया।

पूर्व एसोसिएशन कोषाध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने भी क्लब के कार्यों के बारे में अपने विचार रखे। क्लब ने समाज सेवा के अंतर्गत 5 लड़कियों को स्टेशनरी, टिफिन, बोतल इत्यादि दिए। अध्यक्ष अमृता शर्मा ने समाज सेवा के प्रति लोगों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई।


इससे पूर्व सतरूपा केसरी ने गणेश वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का विधिवत आगाज किया। कार्यक्रम का संचालन उमा केसरी ने किया तो धन्यवाद ज्ञापन वाइस प्रेसिडेंट नूतन रंजन ने दिया। इस अवसर पर ममता तिवारी, सुषमा अग्रवाल, शीला अग्रवाल, निशा अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, मंजू केसरी ,चंद्र शर्मा, अमृता सिंह, रीता कश्यप, रानी केसरी उपस्थित थे।

तिरंगा यात्रा के लिए पहुँचे राज्यसभा सांसद हिरासत में


तिरंगा यात्रा स्थगित, निरस्त नहीं

  • अगली तिथि जल्द होंगी घोषित:संजय सिंह
  • तिरंगा यात्रा अवैध कैसे: संजय सिंह

  • योगी राज्य में तिरंगा यात्रा निकलना भी अपराध:संजय सिंह

वाराणसी 21 अक्टूबर (dil india)। आम आदमी पार्टी द्वारा पूर्व घोषित तिरंगा संकल्प यात्रा कचहरी स्थित अम्बेडकर पार्क से तेलियाबाग स्थित पटेल प्रतिमा तक होना था। उसे आम आदमी पार्टी ने स्थागित कर दिया है। आप ने आरोप लगाया कि यात्रा को प्रशासन ने बल पूर्वक रोकने का प्रयास किया और यात्रा में सम्मिलित होने आ रहें राज्यसभा सांसद/प्रदेश प्रभारी संजय सिंह और साथियों को गणेशपुर स्थित BHEL के पास भारी पुलिस बल लगाकर बलपूर्वक हिरासत में ले लिया गया। कारण पूछने पर पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया।

लगभग 05 घंटे वहीं रहने के पश्चात प्रशासन के अनुरोध पर कि श्रीलंका का डेलिगेशन आया हुआ है और आगामी त्योहारों के वजह से सुरक्षा व्यवस्था की दिक्कत हैं, आदि के संदर्भ में संजय सिंह ने तिरंगा यात्रा को स्थगित करने की सूचना देते हुए कहा कि आगामी तिथि जल्द घोषित की जायेंगी।

      इसके पूर्व आज सुबह 08 बजे संजय सिंह को भारी पुलिस बल को लगाकर गणेशपुर में हिरासत में लिये जाने पर संजय सिंह ने तिरंगा यात्रा को अनुमति न दिये जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में समर्थकों द्वारा हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार करने की तो छूट हैं, परंतु तिरंगा लेकर चलने की छूट नहीं हैं। भारत माता की जय बोलने की छूट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब सरकार तिरँगा यात्रा रोकेंगी, तब-तब उससे ज्यादा ताकत से तिरंगा यात्रा करने का हमारा प्रयास होगा। उन्होंने प्रशासन द्वारा कार्यकर्ताओं को दिये गये नोटिस में तिरंगा यात्रा को अवैध घोषित किये जाने के शब्दों पर ऐतराज जताते हुए, आदित्यनाथ राज्य की आलोचना करते हुए कहा कि तिरंगा यात्रा अवैध कैसे हो सकती हैं। 



प्रदेश प्रवक्ता सहित कई नेता नज़रबंद

 प्रस्तावित "तिरंगा संकल्प यात्रा" से घबरायी हुई सरकार ने यात्रा के प्रारम्भ स्थल अम्बेडकर पार्क और मलदहिया स्थित पटेल चौक को किले में तब्दील कर दिया और यात्रा के समर्थन में लगें पोस्टर, बैनर को तुरंत ही उतरवा दिया। तिरंगा यात्रा के स्थगित होने की सूचना 01 बजे ही आ गयी परंतु नजरबंद लोगो और गिरफ्तार लोगों को शाम 03:30 बजे समाचार लिखे जाने तक नहीं छोड़ा गया। तिरंगा संकल्प यात्रा से एक दिन पहले ही प्रदेश सहप्रभारी अभिनव राय, प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह, प्रदेश सचिव देवकांत वर्मा, जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष मनीष गुप्ता, जिला महासचिव अखिलेश पांडेय, सरोज शर्मा, अंजना सिंह, दक्षिणी अध्यक्ष सौरभ यादव सहित लगभग सभी सक्रिय कार्यक्रताओं को कार्यक्रम में सम्मिलित न होने की चेतावनी पुलिस द्वारा दी गई और नोटिस भी तामील की गई। इसके अतिरिक्त प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह, जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष मनीष गुप्ता, रोहनियां प्रत्याशी पल्लवी वर्मा सहित कई लोगों को घर पर ही नजरबंद कर दिया गया।

राज्यसभा सांसद संजय सिंह के हिरासत का विरोध कर रहें 40 कार्यक्रताओं को गणेशपुर से गिरप्तार कर पुलिस लाईन ले जाया गया। गिरफ्तार प्रमुख लोगों में सर्वश्री प्रदेश अध्यक्ष पूर्वांचल विंग अनुप पांडेय, प्रदेश सचिव कृष्णकांत तिवारी,प्रदेश सचिव महिला विंग रेखा जायसवाल, जिलाध्यक्ष महिला विंग शारदा टंडन, अनिता यादव, उत्तरी विधानसभा अध्यक्ष महफूज अहमद, राजन कुमार मौर्य, कमलेश यादव, मो. हिदायतुल्लाह, जयकिशन पटेल, राम सूरत सिंह, विनय राजभर आदि। आज के कार्यक्रम में अन्य मौजूद लोगों में सर्वश्री प्रदेश सहप्रभारी अभिनव राय, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष स्टूडेंट विंग वंशराज दुबे, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनुराग मिश्रा, प्रदेश सचिव प्रवीण यादव,शिवपुर प्रत्याशी सतीश सिंह, सुशांत राज भारत, मंडल अध्यक्ष व्यापार मंडल अनुराग अग्रवाल, जुबैर अहमद आदि।

अन्नदाता किसान देश पर करेगा राज


किसान पदयात्रा का काशी में समापन

  • चंपारण से गांधी-शास्त्री जयंती पर हुई थी शुरु

वाराणसी 20 अक्टूबर(dil india)। चंपारण से गांधी-शास्त्री जयंती के दिन २ अक्टूबर को शुरू हुई १९ दिनी ४०० किसानों की पदयात्रा २० अक्टूबर को वरुणा नदी किनारे शास्त्री घाट पहुंची। वाराणसी, चंदौली, मऊ, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर और मध्य प्रदेश के किसानों ने वाराणसी के नागरिक संगठनों के साथ मिलकर मुख्य रूप से ओडिशा से आये किसान पदयात्रियों का स्वागत किया।

शास्त्री घाट में अपराह्न १ से ४ बजे तक आयोजित सभा में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय समिति के डाक्टर सुनिलम ने कहा कि किसान विरोधी तीनों काले कानूनों का विरोध करते हुए पंजाब के किसान दिल्ली में दो दिन की रैली के लिए आ रहे थे, और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पानी, खाई और चट्टान के पत्थर से रोकने का प्रयास किया, रैली नहीं रुकी, ११ महीनों से लगातार धरना चल रहा है, यह देश के किसानों का त्याग भरा जज्बा है जो सफलता पाए बिना रुकेगा नहीं| कर्नाटक के किसान नेता वी आर पाटील ने कहा की ७ नवम्बर तक कन्याकुमारी से लेकर दिल्ली तक एक बृहद किसान यात्रा शुरू हो रही है जो देश के विभिन्न प्रदेशों का भ्रमण करते हुए किसान आन्दोलन की पहली वर्षगाँठ के दिन २६ नवम्बर को दिल्ली पहुंचेगी और मोदी सरकार को लालाकरेगी |  सोशलिस्ट किसान यूनियन के राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ. संदीप पाण्डेय ने कहा कि शायद यह सरकार के कान बंद हैं, यदि यह सरकार किसानों की पुकार नहीं सुन रही है तो २०२२ के उत्तर प्रदेश चुनाव और २०२४ के लोक सभा चुनाव में देश की जनता अन्नदाता के अपमान के बदले में सत्तासीन पार्टी को सबक सिखाएगी | उन्होंने कहा की सरकार के लोग तालिबानियों से वार्ता करने रूस जा रहे है  लेकिन ११ महीनों से आंदोलनरत किसानों से बात नहीं कर रहे हैं |

कार्यक्रम की शुरुवात में चंदौली से

कार्यक्रम की शुरुवात में चंदौली जिले के किसान नेता सुरेश यादव के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन के  लोग लखीमपुर में शहीद हुए किसानों का अस्थि कलश ले आये और मौन रखकर उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी| पदयात्रा के संयोजक अक्षय कुमार एवं हिमांशु तिवारी, बिहार किसान संघर्ष समिति के नेता दिनेश सिंह, एकता परिषद् बिहार के प्रदीप प्रियदर्शी, नीति भाई, सुनील सहस्रबुद्धे, बलिया के किसान नेता अखिलेश सिंह और राघवेन्द्र सिंह, मोरादाबाद के किसान नेता राकेश रफीक आदि ने भी सभा को संबोधित किया। वाराणसी के वरिष्ठ समाजवादी नेता विजय नारायण ने अध्यक्षता की। फादर आनंद ने पदयात्रा समापन सभा की तरफ से एक ग्यारह-सूत्री प्रस्ताव को पढ़कर सुनाया जिसे सभी लोगों ने ध्वनी मत से पारित किया | कार्यक्रम की शुरुवात में राम जनम ने सभी पदयात्रियों का स्वागत करते हुए कहा कि बनारस कबीर, रैदास, बाबा भोलेनाथ और मुंशी प्रेमचंद की नगरी है, और इसी शहर से किसान विरोधी क़ानून की चुनौती दी जानी चाहिए|  पारमीता ने संचालन ने किया। कसभा शुरू होने से पूर्व लोकविद्या जन आंदोलन और प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने जन जागृति के गीत गाये|

कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के किसान नेता ईश्वर चंद के नेतृत्व में सतना, कटनी, जबलपुर के ५० किसान महिलायें और ओडिशा के सेशादेव नंदा, उमाकांत भारत, निनई राज, रश्मि रंजन स्वाइन, मुनवर अली, अमृतसर से राष्ट्रीय महिला किसान मोर्चा की दलजीत कौर, सर्व सेवा संघ, वाराणसी के राम धीरज, अनूप श्रमिक, मनीष शर्मा, डॉक्टर मुनीज़ा रफीक खान,डॉ मोहम्मद आरिफ,राजेन्द्र चौधरी, शहजादी, श्रीप्रकाश, बुनकर नेता अहमद, धनंजय त्रिपाठी, सच्चिदानंद ब्रह्मचारी, सतीश सिंह, रमण पन्त, गोकुल दलित, सागर गुप्ता, अधिवक्ता प्रेम प्रकाश यादव, नंदलाल मास्टर,  आदि उपस्थित रहे। भारतीय किसान यूनियन, स्वाराज किसान आन्दोलन, कृषिभूमि बचाओ मोर्चा, किसान एकता मंच, जय किसान आंदोलन, किसान मजदूर एकता परिषद, पूर्वांचल किसान यूनियन, जॉइंट एक्शन कमेटी, भगत सिंह छात्र मोर्चा, लोकसमिति, लोकचेतना समिति, कम्युयूनिस्ट फ्रंट, पूर्वांचल बहुजन मोर्चा, रिदम, साझा संस्कृति मंच, खदान मजदूर यूनियन और बुनकर यूनियन  के सदस्य लोग उपस्थित रहे|


सभा में पारित प्रस्ताव

गांधीजी के नेतृत्व में किसानों के चंपारण सत्याग्रह के 104 साल बीत जाने के बाद भी भारत के किसानों को खेती - किसानी के सवाल पर आंदोलन करना पड़ रहा है। तब और अब में फर्क सिर्फ इतना आया है कि तब अंग्रेज शासन कर रहे थे और अब भारतीय। उस समय नील की खेती और उसके दाम को ब्रिटिश कंपनियां नियंत्रित कर रही थी । अब दुबारा से खेती को कंपनियों को देनी की साजिश है ।

तीनों काले कानून के विरोध में और एम. एस. पी के गारंटी के कानून के लिए देशभर के किसान पिछले ग्यारह महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के सामूहिक नेतृत्व में आंदोलित हैं , लेकिन सरकार है कि उसके कानों में जूं तक नहीं रेंग रही।लोगों द्वारा चुनी गयी सरकार का ऐसा रवैया लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं। 

ऐसे दौर में हम सब लोगों का कर्तव्य है कि किसान के इस जीवन- मरण प्रश्न को देश भर में जोर - शोर से सत्याग्रह के माध्यम से ले जाया जाए। जनजागरण के लिए सत्याग्रह के तौर पर हम साथियों ने उसी चंपारण से पदयात्रा करने का निर्णय लिया, जहाँ गांधी जी ने किसानों के लिए 1917 में सत्याग्रह किया था । आइए हम सब मिल कर एक साथ एकजुट होकर यह प्रस्ताव देश भर में सवाल के रुप ले जाएं।

लोकनीति सत्याग्रह के प्रधानमंत्री से ग्यारह सवाल-

1.लोकतंत्र में अलोकतांत्रिक निर्णय क्यों? 650 से ज्यादा किसानों के शहादत के बाद भी किसानों से मिलने के लिए आपकी संवेदना क्यों नहीं जगी ? 

2. तीनों काले कानून कब वापस होंगे? 

3. एम. एस. पी. पर कानूनी गारंटी क्यों नहीं ? 

4. नौजवानों के रोजगार पर फैसला कब ? किसानों को सामाजिक सुरक्षा भत्ता क्यों नहीं ? 

5. कमर तोड़ महंगाई से राहत कब ? 

6.करोना से दिखाई दिए विफल स्वास्थ्य सिस्टम की जिम्मेदारी किसकी ? अस्पतालों की हालत कब सुधरेगा ? 

7.पढ़ाई, दवाई, कमाई, महंगाई, उचित मूल्य जैसे जरुरी सवाल सत्ता में आने के इतने साल बाद भी आपके एजेंडे में क्यों नहीं? 

8.मजदूरों के पलायन और बढ़ती अमीरी- गरीबी असमानता का जिम्मेदार कौन ?

9. कॉर्पोरेट और विदेशी कंपनियों के हाथ की कठपुतली सरकार कब तक बनी रहेगी? 

10.प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंन लूट की छूट कब तक?

11. लखीमपुर के किसानों को न्याय मिले , गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा बर्खास्त हो।

हम हज़ारों किसान बनारस में एकजुट होकर यह प्रस्ताव पारित कर रहें हैं की इन सवालों को देश भर में ले जायेंगे और प्रधानमंत्री जी को जवाब देने के लिए मजबूर करेगे।

छोटी से छोटी घटनाओं पर भी गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें-पुलिस महानिरीक्षक

छोटी से छोटी घटनाओं पर गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें -पुलिस महानिरीक्षक Mohd Rizwan  Varanasi (dil India live)। पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी परिक...