गुरुवार, 13 जुलाई 2023

Mohd Hanif Bunkar sardar, Haji harun बने बड़ा इनारा के महतो




Varanasi (dil India live). सरैया स्थित हाजी हकीम साफा के बगीचा में मोहल्ला बड़ा इनारा (जलालीपुरा) के नए सरदार और महतो की दस्तारबंदी की रस्म अदा कि गयी। यह रस्म अदायिगी बुनकर बिरादराना तंजीम चौदाहो के सरदार हाजी मकबूल हसन ने अपने हाथो से नए सरदार के रूप में मोहम्मद हनीफ को और महतो के रूप में हाजी मो. हारून के सर पर पगड़ी बांध कर दरस्तारबंदी की रस्म अदायगी की । इस मौके पर चौदहो के सरदार हाजी मकबूल हसन ने कहा कि सरदार और महतो की आज जिम्मेदारी दोनो लोगो को दी गई है हम सब  इनको मुबारकबाद देते है। इन दोनो सरदार और महतो को जो यह पद दिया गया है यह पद बहुत ही जिम्मेदारी का है। जो सर पर पगड़ी बांधी गई है ये पगड़ी नहीं एक कांटो भरा ताज है। जिसे बहुत ही जिम्मेदारी और ईमानदारी से और बिना भेद भाव के  काम करना है ताकि किसी को भी किसी फैसले से तकलीफ न हो। जो भी मसाइल सरदार और महतो साहब के पास आए  सभी के साथ इंसाफ करना है। इसमें न तो कोई अपना होता है न कोई पराया होता है। सब एक समान है। समाज के जो भी लोग कोई भी मसले को ले कर सामने आए उस मसले के साथ बिना भेद भाव के इंसाफ करना ये सरदार और महतो की जिम्मेदारी होती है। और इस बात का ख्याल रखे की किसी के साथ ना इंसाफी न हो। इस दस्तारबंदी की सदारत मौलाना जहांगीर साहब ने की। इस मौके पर तकरीर मौलाना अमीर आजम साहब साहब ने किया। निजामत मौलाना जियाउल मुस्तफा ने किया। इस मौके पर नए सरदार मोहम्मद हनीफ ने और महतो हाजी हारून ने सभी को भरोसा दिलाया कि हम सब समाज की भलाई के लिए दिन रात काम करेंगे और आवाम के साथ खड़े रहेंगे। इस दस्तारबंदीय में आए हुए लोगो का स्वागत पार्षद पति हाजी ओकास अंसारी ने किया। 

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में दिलशाद अहमद डील्लू  शामिल हुए। दस्तारबंदी में प्रमुख रूप से मौजूद एकराम अंसारी, हाजी बहाउद्दीन, हाजी गुड्डू सरदार, हकीम महतो, पार्षद तुफैल अहमद, नुरुल हसन, बाऊ सरदार, इकबाल महतो, मतीन, अली हसन, जैनुल महतो, मुमताज महतो, खलील सरदार, अब्दुल रब, मो. फारूक, बिस्मिल्ला, सलाम, कलाम बाबा, अखलाक अहमद, गोरके हकीम, युनुस बाबा, अब्दुल जब्बार, अब्दुल मजीद, सेराजुद्दी, यासीन खान, अब्दुल खालिद, मुस्तफा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

बुधवार, 12 जुलाई 2023

Haji zaid, Nurulhuda के सिर सजा सरदार व महतो का ताज

जलालीपुरा के नए सरदार व महतो की हुई दस्तारबंदी





Varanasi (dil India live). मोहल्ला सरैया स्थित हाजी हकीम के बगीचे में मोहल्ला जलालीपुरा के नए सरदार और महतो की दस्तारबंदी की रस्म अदा की गई। नए सरदार और महतो की दस्तारबंदी की रस्म अदायगी बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन ने अपने हाथो से किया। नए सरदार हाजी जैद को और महतो हाजी नुरुलहुदा ऊर्फ बाबू को सर पर पघडी बांध कर दरस्तारबंदी की रस्म अदायगी की। इस मौके पर बाईसी के सरदार हाजी हाफिज मोइनुद्दीन ने कहा की सरदार और महतो की जो आज दोनो जिम्मेदारान को यह पद दी गई है यह बहुत ही जिम्मेदारी की पद है जो सर पर पगड़ी बंधाई है ये पगड़ी नहीं एक कांटो भरा ताज है जिसे बहुत ही जिम्मेदारी और ईमानदारी से और बिना भेद भाव के सभी के साथ इंसाफ करना है इसमें ने कोई अपना होता है न कोई पराया है सब एक समान है। समाज के जो भी मसले सामने आए उस मसले के साथ बिना भेद भाव के इंसाफ करना ये दोनो सरदार महतो की जिम्मेदारी है।  की किसी के साथ ना इंसाफी न हो। इस दस्तार बंदी की सदारत मौलाना हारून रशीद नक्शबंदी ने की। इस मौके पर तकरीर मौलाना कारी दिलशाद साहब और मौलाना हारून नक्सबंदी साहब ने की । इस दस्तारबंदीय में आए सभी लोगो  का स्वागत चेत्रीय पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में थाना जैतपुरा प्रभारी श्री मथुरा प्रसाद राय जी सामिल हुए। दस्तारबंदि में प्रमुख रूप से मौजूद हाजी इस्तियाक, हाजी बाबूलाल किंग, हाजी नसीर, हाजी बाबू महतो, हाजी मुमताज, हाजी गुलाब, पार्षद गुलशन अली, हाजी तुफैल, सरदार अजीजुल्हक, हाजी गुड्डू सरदार, हकीम महतो,  बाऊ सरदार, अली हसन, खलील सरदार, सरदार गुलाम नबी, हाजी अनिसुर्रहमान, हाजी इम्तियाज, हाजी लाला, असलम, अब्दुल रब, बिस्मिल्ला अंसारी, नुरुल ऐन, हाजी समसू, अफजल अंसारी, वहाब अंसारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

District Information Officer डा. सुरेंद्र नाथ पाल ने किया पदभार ग्रहण


Varanasi (dil India live). डा. सुरेंद्र नाथ पाल ने जिला सूचना अधिकारी, वाराणसी का पदभार ग्रहण किया, ये जनपद चंदौली से स्थानांतरित होकर आए है। नवागत जिला सूचना अधिकारी ने कहा कि जनपद की मीडिया से बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए सरकार की महत्त्वपूर्ण योजनाओं/ कार्यक्रमों, नीतियों, निर्णयों एवं उपलब्धियों आदि का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा ताकि आमजन को इनकी जानकारी हो और अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।

जेल में सब्जी कारोबारियों से मिले congress नेता

SP नेताओं ने पुलिस कमिश्नर को दिया ज्ञापन 



Varanasi (dil India live)। सब्जी व्यापारी की दुकान पर बाउंसर तैनात करने के बाद जेल गए सब्जी कारोबारियों से कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात की। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने पिता-पुत्र से मिलकर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। सांकेतिक प्रदर्शन पर बड़ी धाराओं में गिरफ्तारी का विरोध भी जताया। वहीं सपा नेताओं ने पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन से मुलाकात की और एफआईआर को पुलिस की मनमानी बताया। वहीं सपा नेता और बाउंसरों के लिए पुलिस की दबिश पर भी नाराजगी जताते हुए मामले में केस वापस लेने की मांग की गई। बनारस के नगवा लंका में दो दिन पहले सपा नेता ने महंगाई के विरोध में सब्जी व्यापारी की दुकान में टमाटर की सुरक्षा को दो बाउंसर तैनात किए थे। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर दोनों सब्जी विक्रेता को जेल भेज दिया। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं ने जिला जेल में दुकानदार राजनारायण यादव व उनके पुत्र विकास यादव से मुलाकात की। कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे फ़साहत हुसैन बाबू, हसन मेहदी कब्बन, ऋषभ पाण्डेय, अब्दुल हमीद डोडे, रोहित दुबे, मनोज यादव, मो उज्जेर,इलियास शामिल रहे।

मंगलवार, 11 जुलाई 2023

विश्व प्रसिद्ध दुल्हा कासिम नाल कमेटी के सेक्रेटरी खालिद खां का इस्तीफा


Varanasi (dil India live). विश्व प्रसिद्ध दुल्हा कासिम नाल कमेटी के सेक्रेटरी खालिद खां ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा है कि मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मेरा काल काल 2 साल पहले ही खत्म हो चुका था. मुझे और अध्यक्ष अनवर खान को जनता ने तीन तीन साल के लिए चुना था. पर पिछले साल प्रशासन ने मुझे बुलाकर पर्सनली मुझे जिम्मेदारी दी कि आप दुल्हा का जुलूस लेकर के चले, मैंने सबको लेकर के जुलूस निकाला. लिहाजा इस बार बकरीद के एक हफ्ता पहले ही मैंने लोगों से बता दिया था कि आप लोग नया चुनाव करा ले, मेरा कार्यकाल खत्म हो चुका है ,इसलिए मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है आगे मोहल्ले वाले जिसको भी चुनेंगे वही जुलूस लेकर निकालेगा.  

आइये समझे कॉमन सिविल कोर्ट के सियासी मायने



Varanasi (dil India live). आज पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर चर्चा हो रही है. मीडिया इस पर लगातार डिबेट कर रही है. हिंदू-मुस्लिम  के बीच सियासी खाई खोदी जा रही है. संविधान का आर्टिकल 44 जिसमें कॉमन सिविल कानून का जिक्र किया गया है वह डायरेक्टिव प्रिंसिपल आफ स्टेट पॉलिसी का हिस्सा है. यह एकमात्र दिशानिर्देश है इसकी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है. आर्टिकल 44 के ऊपर, आर्टिकल 14 आर्टिकल 15, 19, 21, 28, 29 है जिसमें से अधिकांश आर्टिकल्स संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है. जिसमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. वो सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित है. इसलिए कॉमन सिविल कानून लाना इतना आसान नहीं है. लेकिन फिर भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने द्वारा ही नियुक्ति लॉ कमीशन की रिपोर्ट जस्टिस चौहान की मानने के लिए तैयार नहीं है दो हजार अट्ठारह में में उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश में कॉमन सिविल कोर्ट की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन इसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए हिंदू-मुस्लिम के बीच सियासी खाई खोदने के लिए जबरदस्त बहस करा रही है ताकि ध्रुवीकरण हो सके और आसानी से 2024 का लोकसभा चुनाव जीत सके. बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी, किसानों की बदहाली, बुनकरों की परेशानी आदि इन सब से सभी का ध्यान हटाने के लिए कॉमन सिविल कोर्ट का जीन बोतल से बाहर कर दिया है। अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है और इसमें खासतौर से मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है ताकि मुसलमान सड़कों पर उतरे लेकिन मुसलमान जब तक ड्राफ्ट नहीं आ जाता तब तक कहीं अभी कोई विरोध नहीं करेगा. एक तरफ अमित शाह ईसाई और आदिवासी संगठनों को यह आश्वासन देते हैं कि आपको इससे दूर रखा जाएगा. सुशील भी कहते हैं कि आदिवासियों को इससे दूर रखा जाएगा. यूसीसी लाने का मतलब पिछड़ों दलितों का आरक्षण खत्म करना. धारा 371 में हस्तक्षेप करने के बराबर होगा. कुछ मुद्दों पर बहुत बहस कराई जा रही है जैसे हलाला वैसे इस देश में शायद ही कोई हलाला करता होगा. 

हलाला है क्या : अगर एक मर्द अपनी बीवी को तलाक दे दे और वह बीवी अपनी इद्दत पूरी होने के बाद किसी दूसरे मर्द से शादी कर ले और वह मर्द जिंदा न रहे. मर जाए, तो उस हालत में वह औरत अपने पहले मर्द से पुनः निकाह कर सकती है, इसको हलाला कहते हैं. जहां तक लड़कियों की शादी के उम्र का सवाल है 18 और 20 बरस के पहले मुस्लिम लड़कियों की शादी नहीं होती और अगर मुस्लिम लड़कियों में जागरूकता पैदा करना चाहती है यह सरकार तो इनको शिक्षित करें ताकि वह खुद कहे कि हम 18 बरस के पहले शादी नहीं करेंगे. एक बात यह भी उठाई जा रही है औरतों को भी तलाक का बराबर हक दिया जाएगा यह तो हक इस्लाम में शरीयत में है जिसको खुला करते हैं अगर कोई मर्द अपने औरत के ऊपर जुल्म करता है और औरत उससे अलग होना चाहती है तो उसको हक है कि वह 'खुला' ले सकती है जिसको हम तलाक कहते हैं. जहां तक मुस्लिम शादियों के रजिस्ट्रेशन की बात है तो हमारे यहां जो निकाह होता है बाकायदा मौलाना उसका सर्टिफिकेट देते हैं. जिस पर लड़की और लड़के के हस्ताक्षर होते हैं उसके अतिरिक्त दो गवाहों के भी हस्ताक्षर होते हैं. अब कौन सा रजिस्ट्रेशन चाहिए जहां तक सवाल संपत्ति के बंटवारे का है बेटे को कुछ अधिक संपत्ति मिलती है लेकिन बेटी को भी बाप के उस तमाम संपत्ति में हक इसलाम देता है। चाहे वह जमीन हो चाहे किसी भी तरीके की बैंक से लेकर के फर्म से लेकर के जो भी संपत्ति है उसमें लड़की का हिस्सा है, यह जरूर है तीन लड़के का कुछ हिस्सा ज्यादा है क्योंकि लड़के को ही अपने मां-बाप और पूरे परिवार का पालन पोषण करना पड़ता है, लड़की की शादी हो जाती है उसका खर्च उसकी जिम्मेदारी उसका शौहर निभाता है जहां तक चार शादियों का सवाल है इसको लेकर ढिंढोरा पीटा जा रहा है. हम चार शादियों पर पाबंदी लगाएंगे तो सरकार हेल्थ डिपार्टमेंट का आंकड़ा निकाल कर देख ले कि मुसलमानों में एक से ज्यादा शादी बहुत कम है बनिस्बत दूसरे धर्म के मानने वालों से, और जो गोवा में यूसीसी है उसमें एक मर्द को औरत से अगर बच्चा पैदा ना हो तो दूसरी शादी करने का हक है उसी तरीके से इस्लाम में भी अगर एक औरत से बच्चा ना पैदा हो तो मर्द दूसरी शादी कर सकता है इसमें बहुत सी अच्छाइयां भी हैं मर्द अगर एक से ज्यादा शादी करता है तो कहीं अय्याशी करने नहीं जाएगा वदकारी नहीं करेगा, जना नहीं करेगा, तमाम बुराइयों से पाक रहेगा, वैसे मुसलमान एक से ज्यादा शादी नहीं करते हैं फिर कानून बनाके हम को डराने की कोशिश का क्या मायने है, सिर्फ मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है, लेकिन हम इतना कहना चाहते हैं कि अगर हमारे खिलाफ कोई षड्यंत्र होगा, हमारे शरीयत को तहस-नहस किया जाएगा, फासीवादी कानून लाया जाएगा तो हम संविधान और कानून के दायरे में इसका विरोध करेंगे. जुल्म और ज्यादती की जाएगी, हमारे खिलाफ कानून बनाया जाएगा तो हम कानून में रह करके कानून को तोडेंगे, लेकिन जो भाजपा सरकार चाहती है कि हम सड़कों पर उतरे हैं और ध्रुवीकरण हो तो यह हम किसी कीमत पर होने नहीं देंगे.जय हिंद...।

(लेखक: अतहर जमाल लारी, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, मुस्लिम मामलों के जानकार हैं, उनके सोशल मीडिया नेटवर्क से)

सोमवार, 10 जुलाई 2023

Muharram के जुलूस मार्ग के दर्जनों मकान धसने के कगार पर

टूटी फूटी नालियां, बहता हुआ सीवर का पानी मकान में समा रहा




Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). टूटी नालियां, बहता सीवर, दर्जनों आशियाने स्वत: धंसने के कागार पर है। जबकि यह कोई आम रास्ता नहीं बल्कि खास है। एशिया का सबसे बड़ा जुलूस मोहर्रम की 5th तारीख  6th तारीख वा 8th तारीख इसी रास्ते से होकर गुजरता है. इसी रास्ते पर कभी भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां अपनी चांदी वाली शहनाई से आंसुओं का नजराना पेश किया करते थे। आज भी उस्ताद बिस्मिल्लाह खां कि रवायत दोहराई जाती है।

अफसोस मुहर्रम नजदीक है। बिस्मिल्लाह खां कि रवायत फिर निभाई जाएगी पर जुलूस वाला रास्ते पर (वार्ड नं 82 नई सड़क लव कुश होटल से औरंगाबाद रोड)  दर्जनों मकान मालिक किसी बड़ी अनहोनी से डर रहे हैं। इस इलाके के लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि आख़िर हम लोगों के साथ क्यू सौतेला व्यवहार पिछले तक़रीबन 30 वर्षो से हो रहा है.  इन इलाके की नाली निर्माण कार्य 30 वर्ष से अधिक समय से नहीं हुआ जबकि कई बार हमारे पार्षद , विधायक, अधिकारी, महापौर, और सरकारें बदल चुकी।

 सीवर लाइऩ की सफाई लंबे समय से नहीं हुई है। लाइन बंद होने पूरे इलाके की नालियां धवस्त होने की वजह से पानी मकानों में जा रहा है। बदबू और गंदगी से लोग परेशान हैं। बार-बार शिकायत के बावजूद कोई विधायक, पार्षद कोई एक्शन नहीं ले रहा है।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...