गुरुवार, 29 जून 2023

लक्ष्य को प्राप्त करने में नैपुण्य' पुस्तक सहयोगीः उमेश शुक्ल



Varanasi (dil India live)। उप शिक्षा निदेशक, प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ल ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सारनाथ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने में नैपुण्य' पुस्तक सहयोगी साबित होगी। उन्होंने 'नैपुण्य' नमक पुस्तक की जहां सराहना की वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अरविन्द कुमार पाठक ने कहा कि बेसिक शिक्षकों के लिए टीएलएम का संकलन किसी पुस्तक के रूप में बेहद सुखद है। इस पुस्तक में वाराणसी जनपद के शिक्षकों का अभूतपूर्व सहयोग है इसमें प्राथमिक विद्यालय ठटरा प्रथम, सेवापुरी के अध्यापक अब्दुर्रहमान, संविलियन विद्यालय गंगापुर आराजी लाइन्स की अध्यापिका तूबा आसिम, प्राथमिक विद्यालय धवकलगंज बड़ागाँव के अध्यापक अरविन्द कुमार सिंह, संविलियन विद्यालय सरावां बड़ागांव के अध्यापक जहीर अख्तर एवं प्राथमिक विद्यालय पतेरवाँ चिरईगांव की अध्यापिका रीता विश्वकर्मा के टीएलएम और लेख संकलित हैं।

ज्ञात हो कि पिछले दिनों अर्चना पाण्डेय के संपादन में जीएल बजाज इंस्टीट्यूट गौतमबुद्ध नगर में नैपुण्य नामक पुस्तक का विमोचन उप शिक्षा निदेशक राज सिंह यादव ने किया था। इस पुस्तक में उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के 111 शिक्षकों के 111 टीएलएम को संकलित किया गया है।

Bakrid की कहानी मोहब्बत और बलिदान पर केन्द्रीतः हाजी बदरुददीन अहमद

हाजी कटरे में हुई aman or millat के लिए दुआख्वानी


Varanasi (dil India live)। बकरीद पर अमनो–मिल्लत व सौहार्द बनाए रखने के लिए हाजी कटरा सरैया में दुआख्वानी का आयोजन दिलशाद अहमद की अगुवाई में किया गया। इस दौरान पूर्व मेयर उम्मीदवार हाजी बदरुददीन अहमद ने दुआख्वानी में काशी की गंगा जमुनी तहजीब पर रौशनी डाली। उन्होंने कहा कि त्योहार कोई भी हो वो अमन और मिल्लत का पैगाम देता है। बकरीद की कहानी तो ऐसे भी अमन और बलिदान पर केन्द्रीत है। दिलशाद अहमद ने कहा कि आज जो नफरत का माहौल है उसे मोहब्बत से ही खत्म किया जा सकता है। इस मौके पर अतीकुर्रहमान, अव्वल अंसारी, रमजान, अफजाल खां, साजिद, रितेश केशरी, राजेश, हाजी मतीउर्रहमान, सरदार जावेद, इरफान आदि मौजूद थे।

बुधवार, 28 जून 2023

Varanasi main bakrid ki namaz ka time

बकरीद की नमाज और इमामे ईदुल अजहा 



Varanasi (dil India live). बनारस में ईदुल अजहा कि नमाज़ कि तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच ईदुल अजहा कि नमाज़ अदा कि जाएगी। श्री सड़क कि मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह कादरी सुबह 10.30 बजे जहां बकरीद की नमाज अदा कराएंगे वहीं ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान सुबह 8:30 बजे, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील सुबह 7:30 बजे। खानकाह हमीदिया रशीदिया, शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ सुबह 8:00 बजे बकरीद की नमाज अदा करायेंगे। ईदगाह गोगा की बाग में ईमान मौलाना नुरुल हसन सुबह 7:00 बजे नमाज अदा कराएंगे तो ईदगाह शक्कर तालाब अहले हदीस में इमाम मौलाना हसन जमील मदनी सुबह 6:45 बजे, ईदगाह लंगर मस्जिद में इमाम मौलाना इरशाद रब्बानी सुबह 7:00 बजे, जामा मस्जिद खोजापुरा में इमाम मौलाना सगीर सुबह 7:15 बजे, मस्जिद शहीद बाबा में इमाम हाफिज गुलाम साहब 7:30 बजे तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी 7:30 बजे, इमामबाड़ा शिया हजरात सरैया में इमाम मौलाना जफर हुसैनी 9:30 बजे, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन सुबह 8:00 बजे, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में इमाम हाफिज नसीम बशीरी 8:00 बजे, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन 7:30 बजे, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी 9 बजे, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम 7:30 बजे नमाज अदा कराएंगे। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली 6:45 बजे, बड़ी मस्जिद धनधरौवा काजिसदुल्लपूरा में मौलाना शफीक अकमल 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम 7:30 बजे, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद सुबह 7:00 बजे, मस्जिद मीनार कमालपुरा  में मौलाना निजाम 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में इमाम मौलाना हाजी नसीरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में सुबह 7:30 बजे व मस्जिद नुरूददीन शहीद में सुबह 7:30 बजे बकरीद की नमाज अदा की जाएगी।



Allah or Mohammad लिखा बकरा बना सेल्फी पार्टनर

इस बकरे में न जाने क्या है आकर्षण कि जुट रही तमाशबीनों की भीड़ 

Mohd Rizwan 



Varanasi (dil India live)। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस बार 29 जून को मनाया जाएगा। बकरीद के पर्व पर कुर्बानी के लिए वाराणसी में बकरा मंडी सज गई है। यहां की मंडी में आए एक खास बकरे की पूरे पूर्वांचल में चर्चा है। इस बकरे को कुदरत का करिश्मा बताया जा रहा है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों के लोग इसे देखने के लिए न सिर्फ पहुंच रहे हैं बल्कि यह बकरा सेल्फी पार्टनर तक बन गया है। हर कोई इस बकरे के साथ सेल्फी पोज देता लेता दिखाई दे रहा है। बरबरा नस्ल के इस बकरे की पीठ पर एक तरफ मुहम्मद और दूसरी तरफ अल्लाह लिखा हुआ है। इस बकरे की डिमांड बकरा मंडी में काफी ज्यादा है। 

वाराणसी के बेनिया बाग मंडी में आजमगढ़ के पी कुमार बरबरा नस्ल के बकरे को लेकर पहुंचे हैं। हर कोई इस बकरे को खरीदना चाहता है, लेकिन इसकी कीमत सुनकर लोगों के होश उड़ जा रहे। बकरा मालिका ने इसकी कीमत 6 लाख रुपए रखी है। अब तक मंडी में इसकी कीमत 4 लाख रुपए तक लग चुकी है। 6 लाख रुपए के इस बकरे को मालिक ने बेचने से इंकार कर दिया और कुर्बानी के लिए ले जाने वालों के लिए कीमत 6 लाख रुपए की डिमांड की। बकरे के मालिक ने एक और खास ऐलान किया जिसे सुन हर मुस्लिम समाज के लोग बकरा मालिक की सराहना कर रहे है। बकरे के मालिक पी.कुमार मंडी में खुला ऐलान किया है, कि यदि को इस बकरे को कुर्बानी की जगह पालने के लिए लेगा तो वह इस नायब बकरे को मात्र 3 लाख रुपए में ही दे देंगे।

बकरा मंडी के संचालक मुहम्मद अजहर ने कहा कि मंडी में मुहम्मद अल्लाह बकरे के साथ फोटो खींचने के लिए मंडी में आने वाले नवयुवकों की होड़ लगी हुई है। बकरा मंडी के संचालकों की मानें तो इस बार सबसे महंगा मुहम्मद अल्लाह बकरा है। इससे पहले सबसे ज्यादा 80 हजार रुपए का बकरा मंडी में बिका है। ऐसे में यह बकरा वाराणसी के बकरा मंडी का सबसे महंगा बकरा है।

मंगलवार, 27 जून 2023

Mini Sadan me 550 करोड़ का प्रस्ताव पारित

अधिकारियों द्वारा पार्षदों के फोन न उठाने कि शिकायत पर मेयर नाराज़

  • मेयर बोलें इस बात कि दोबारा न मिले शिकायत



Varanasi (dil India live)। नगर निगम के मिनी सदन की बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान सदन की कार्यवाही में सर्वसम्मति से 550 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पास किया गया। नए वार्डों में 10 करोड़ और पुराने वार्डों में 5 करोड़ से विकास कार्य कराने की स्वीकृति प्रदान की गई। सभी 100 वार्डों का प्रपोजल बनाकर उत्तर प्रदेश शासन को 30 जून के पहले भेज दिया जाएगा। इस फंड से शहर का बेहतर विकास होगा। सभी वार्डों से प्रस्ताव मांगा गया था। इस दौरान सभी पार्षद सीवर और पेयजल की समस्या पर मुखर थे। सदन की बैठक में गाउन न पहनने को लेकर मेयर पर सवाल उठे। शिवाला के पार्षद राजेश यादव ने संशोधन प्रस्ताव पेश कर कहा कि सदन की गरिमा के मुताबिक, गाउन पहनना होता है। इस पर मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि यहां बैठा हर सदस्य जनता द्वारा चुनकर आया है। गाउन पहनने से कोई मेयर पद कि गरिमा नहीं बढ़ती। गरिमा अपने काम से बढ़ती है। मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि वाराणसी नगर निगम में 84 नए गांव मिलाए गए हैं। यहां पर किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। शहर और गांव के विकास की दूरी खत्म होगी। पार्षदों का कहना है कि सीवर और पेयजल की समस्या है, जिस पर काम होगा। हम लोग सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी ओर जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। पार्षदों का अधिकारियों द्वारा फोन न उठाना घोर अनुशासनहीनता है। कल बैठक करके यह स्पष्ट करूंगा कि यदि आपने आज के बाद यदि पार्षदों का फोन नहीं उठाया तो अधिकार क्षेत्र के तहत कड़ी कार्यवाही करेंगे। एक सप्ताह के अंदर जिम्मेदारी और जवाबदेही तय होगी।

नगर निकाय चुनाव के बाद यह पहली विशेष बैठक थी। इसमें सावन पर कावंड़ियों के लिए शहर में खाना, पेयजल, ठहरने, लाइटिंग और सफाई से संबंधित कुछ जरूरी फैसले लिए गए हैं। इसके साथ ही वाराणसी शहर के विकास से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स और प्रपोजल्स करे हरी झंडी दिखाई गई। यह बैठक मैदागिन के टाउनहाल में चली। आज शहरी विकास से जुड़े कई प्रपोजल को मंजूरी मिली।

Kaba mai hajj के अय्याम शुरु, काशी कि बढ़ी धड़कने

काबा में हो रहा हज, काशी में कि जा रही दुआएं



Varanasi (dil India live)। काबा में हज के अय्याम शुरु हो गये है वही काशी से हज पर गये लोगो के अज़ीज़ों कि धड़कने तेज हो गई है। हर कोई अपने अज़ीज़ों के लिए दुआएं मांग रहा है कि उनके अज़ीज़ हज का सफर कामयाबी से पूरा करके काशी हंसी–खुशी लौटें। लोगों की इस बात की खुशी भी है कि उनके अजीज हज करके जब लौटेंगे तो उनके नाम के आगे हाजी लग जाएगा मगर बेचैनी इस बात कि है कि कहीं कोई अनहोनी न हो’ बस यही वजह है कि दुआओं का दौर तेज हो गया है। काबा में हज हो रहा है और काशी में दुआएं। हज खिदमतगार हाजी अदनान खां ने बताया कि जायरीन मिना से रवाना होकर आज अराफात पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हज के दौरान पांच दिन केवल और केवल रब की इबादत ही होती है। इस दौरान जायरीन का अपने अजीजों से सम्पर्क टूट जाता है यही वजह है कि लोग दुआओं में लग जाते हैं।

दरअसल कई बार हज के अय्याम के दौरान हादसे हुए हैं कभी कंकड़ी मारते समय तो कभी तवाफ करते या फिर मिना के मैदान में खाना बनाते समय आग लगने के कारण। इसी के चलते लोग तब तक सुकुन नहीं ले पाते जब तक कि हज का पांच दिन का अय्याम मुकम्म्ल नहीं हो जाता है। 

इस साल हज 26 जून से शुरू हुआ है जो 1 जुलाई को मुकम्म्ल होगा। इस बार दुनिया भर से तकरीबन चालीस लाख ज़ायरीन हज के लिए रवाना हुए हैं। इस्लाम में हज फर्ज माना गया है। ये इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। इस्लाम के मुताबिक अल्लाह की रज़ा के लिए ज़िंदगी में एक बार हज पर जाना बेहद जरूरी है। इस्लाम में माना जाता है कि हज करके लौटने वाला जब हाजी बनकर लौटता है तो वो गुनाहों से ऐसे पाक हो जाता है जैसे मां के पेट से पैदा हुआ बच्चा मासूम और बेगुनाह होता है। इसलिए हज का इस्लाम में खासा महत्व है। हर कोई जिन्दगी में एक बार हज करने की ख्वाहिश जरुर दिल में पाले रहता है।

भामाशाह जयंती को व्यापारी दिवस घोषित करे सरकार




Ghazipur (dil India live). प्रदेश अध्य्क्ष मुकुंद मिश्रा के आह्वान पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल गाजीपुर का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अध्यक्ष विजय शंकर वर्मा के नेतृत्व में शिक्षक दिवस, श्रमिक दिवस आदि के तर्ज पर दानवीर भामाशाह की जयंती को व्यापारी दिवस के रुप में घोषित करने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्रक भेजा गया। पत्रक में बताया गया है कि भामाशाह अपने त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में अमर हो गए। ऊन्होंने अपने जीवन काल में महाराणा प्रताप को राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी सारी जमा पूंजी दान कर दी थी। भामाशाह कि दानवीरता के किस्से आज भी व्यापारी समाज को प्रेरणा देते हैं। पत्रक के माध्यम से पूर्व में भी व्यापारिक संघठन  मुख्यमंत्री से मांग कर चुका है कि व्यापारी समाज के सम्मान व लोकहित के लिए अपना सर्वस्व दान करने वाले व्यापारी समाज के प्रेरणाश्रोत भामाशाह की जयंती को शिक्षक, श्रमिक दिवस आदि की तर्ज पर व्यापारी दिवस घोषित किया जय।

प्रतिनिधि मंडल में विजय शंकर वर्मा,  सरदार दर्शन सिंह, रुद्रेश निगम,  अच्छेलाल कुशवाहा, निर्गुण दास केसरी, गणेश वर्मा, अभय कुमार गुप्ता, संजय केशरी, नईम अहमद, मल्लन राम बिंद्रा, संजय गौतम, अनिल भारती, रामजी कुशवाहा, नैय्यर अहमद, सोनू राय, गोपाल आदि मौके पर उपस्थित थे।

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...