वाराणसी 21 दिसंबर (dil india live)। काशी प्रबुद्ध महिला मंच ने अपना छठवां स्थापना दिवस धूमधाम से केक काट कर मनाया। इस मौके क्रिसमस की खुशियां बच्चों के साथ बाटी गई व उनको उपहार भेट किए गए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. एके मौर्य ने बताया कि आज जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर अंतरा, छाया, आईयूसीडी (IUCD), पीपीआईयूसीडी (PPIUCD), कंडोम, नसबंदी आदि की सुविधाएं लाभार्थियों को दी गईं। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 2000 रुपये और महिला नसबंदी पर 1400 रुपये प्रतिपूर्ति राशि विभाग के द्वारा दी जाती है। जिला महिला चिकित्सालय में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। इस क्रम में परिवार नियोजन परामर्शदाता नीतू चौरासिया ने बताया कि आज करीब 300 लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाएँ दी गईं। इसमें 2 लाभार्थियों को अंतरा, 220 को कंडोम, 12 को छाया, 21 को माला-एन, 7 को आईयूसीडी, 11 को पीपीआईयूसीडी, 6 को ईसीपी, 10 महिला नसबंदी सहित अन्य सेवायें प्रदान की गई। दूसरी ओर नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 100 लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाओं के साथ परामर्श भी दिया गया । इसमें 2 लाभार्थियों को अंतरा एवं 50 को कंडोम प्रदान किया गया।
1- जिला महिला चिकित्सालय पर आईं लखनीपुर निवासी बीनू ने बताया कि हमने शादी के बाद पहले बच्चे में पाँच साल का अंतराल लिया। उनका डेढ़ साल का एक बच्चा है। और अब वह दूसरे बच्चे के लिए कम से कम पाँच साल का अंतर चाहती हैं। इसके लिए वह अंतरा तिमाही गर्भ निरोधक इंजेक्शन लगवा रही हैं। अभी तक दो डोज़ लगवा चुकी हैं। मुझे कोई असुविधा नहीं है। मेरे पति और परिवार का पूरा सहयोग है।
2- सरोज (29) ने बताया कि हमारे तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी नौ साल की है। तीन से ज्यादा बच्चों की बच्चों की चाह न होने के कारण और पति व परिवार की सहमति से मंगलवार को जिला महिला चिकित्सालय में नसबंदी करवाई।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या दुर्गा चरण शिखी सिंह , एम्पियल की प्रधानाचार्या डा. आभार सिंह , प्रबंधक रवि प्रताप सिंह राठौर, सीएमओ कार्यालय से राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ, वाराणसी की सोशल वर्कर संगीता सिंह, संस्था सचिव डा. संगीता श्रीवास्तव, संस्था उपाध्यक्ष बी. एल. प्रजापति, विद्यालय की अध्यापिकाऐ उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संयोजन अभिषेक सिंह ने किया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, आज भी डाकघर की बचत योजनाएँ सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित निवेश करते आ रहे हैं। हर आयु वर्ग के लिए विभिन्न तरह की बचत योजनाओं का गुलदस्ता है। डाकघरों में एक ही छत के नीचे बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, वाहनों का बीमा, प्रधानमंत्री फसल बीमा, डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट, गंगाजल की बिक्री जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि दिसंबर माह में पेंशनरों को जीवित प्रमाण पत्र कोषागार या सम्बंधित विभाग में जमा करने के लिए कोषागार/सम्बंधित बैंकों या जनसेवा केन्द्रों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे निजात दिलाने के लिए डाक विभाग इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा प्रदान कर रहा है।अब डाकिया घर बैठे ही बायो-मेट्रिक डिवाइस के माध्यम से पेंशनर्स का जीवन प्रमाण पत्र बना देगा जिसके लिए मात्र 70 रूपये का शुल्क देना होगा।
बलिया मंडल के डाक अधीक्षक श्री संजय त्रिपाठी ने कहा कि डाक सेवाओं के प्रचार-प्रसार और इससे लोगों को आसानी से जोड़ने हेतु डाक विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर कैम्प और मेलों का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर निदेशक डॉ. गणेशी प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी राहुल रंजन सिंह, प्रधानाचार्य श्री राजीव कुमार राय, सहायक डाक अधीक्षक मारुतनंदन, पी के पाठक, उपमंडलीय निरीक्षक सर्वेश सिंह, अंगद यादव, रविन्द्र साह, श्रीकान्त पाल, हेड पोस्टमास्टर उदय नारायण यादव , इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक मैनेजर अमित कुमार पाठक सहित तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों एवं जनमानस ने भागीदारी की।
वक्ताओं ने कहा कि आजादी का आंदोलन रहा हो या फिर उसके पहले काल,उस दौर के नायकों को भी एक दूसरे के खिलाफ लड़ाने की कोशिश हो रही है.नये नायक और प्रतीक स्थापित कर के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि खुदा और बंदों का ध्यान रखना ही हर धर्म का मूल है जो ऐसा नहीं करता समाज उसे अधर्मी मानता है. इसलिए प्यार-मोहब्बत से जीना और सबका ख्याल रखना चाहिए।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि आज धर्म को सियासत की चासनी में लपेटकर सरकार बनाने और बिगाड़ने का दौर शुरू है.ये किसी लोकतांत्रिक देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है.उन्होंने कहा कि आज धर्माधिकारियों और धर्म के व्यापारियों में समाज को बांट दिया गया है.इससे हमें सावधान होना चाहिए। फादर आलोक नाथ ने कहा कि 'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना' इस गीत को ही केंद्र में रखकर हम सभी को समाज निर्माण की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.उन्होंने कहा कि विभिन्न धर्मों में खुलापन का दौर काफी विलंब से शुरू हुआ. इसके बावजूद आज हम सभी दूसरे धर्मों की अच्छाइयों को देखने-सुनने के बाद उसे अपने धर्म का हिस्सा बनाते हैं. इन्हीं अच्छाइयों के चलते देश की सतरंगी तस्वीर बनी है।
सामाजिक कार्यकर्ता वल्लभ पांडेय ने प्रशिक्षणार्थियों को 17 ऐसे एक्ट की जानकारी दी जो समाज के हर तबके के लिए उपयोगी है.उन्होंने कहा कि इन कानूनों की जानकारी देकर ही हम समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय दिला सकते हैं. उन्होंने आरटीआई का इस्तेमाल कैसे और कब करें,इस बात की भी जानकारी दी। सामाजिक कार्यकर्ती श्रुति रघुवंशी ने महिलाओं के मुद्दों पर चर्चा करते हुए प्रशिक्षुओं को इस बात का ग्रुप्स में प्रशिक्षण दिया कि वह अपने-अपने जिलों में जाकर कैसे काम करेंगे.
आयोजक डा.मुहम्मद आरिफ ने कहा कि तीन दिनों तक चले प्रशिक्षण शिविर की उपयोगिता तभी सार्थक होगी जब प्रशिक्षणार्थी अपने-अपने जिलों और गांव में जाकर समाज निर्माण की दिशा में काम करेंगे। शिविर में उत्तर प्रदेश के लगभग 20 जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.कार्यक्रम का संचालन डॉ मोहम्मद रिफ ने और प्रतिभागियों की ओर से स्वागत विनोद गौतम तथा धन्यवाद ज्ञापन अयोध्या प्रसाद ने किया।
बीएचयू आईआईटी के प्रो.आर के मंडल ने प्रो.दीपायन की बातों को विस्तार देते हुए सवाल उठाया कि आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो वो कौन से कारण है जिसके चलते पोस्टरों से देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर गायब है। उन्हें खलनायक के तौर पर क्यों पेश किया जा रहा है। हमें इस बात को समझने की जरूरत है। नेहरू कहते कि हमारा धर्म विश्वविद्यालय, कालेज, लेबोरेटरी, बांध और नहरों का निर्माण करना है। जबकि आज के दौर में धर्म की परिभाषा बदल गयी है। नेहरू मानते थे कि मानवीय संवेदनाओं से ही संविधान की आत्मा बच सकती है।'
बीएचयू की प्रो.वृंदा परांजपे ने 'समाज निर्माण में महिलाओं की भूमिका' विषयक सत्र में कहा कि हमें अपनी ताकत पहचाननी होगी। जब तक हम अपनी ताकत नहीं पहचानेंगे तब तक बेहतर समाज का निर्माण नहीं कर सकते। शिविर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये हुए 40 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। शिविर की विषय स्थापना और संचालन डॉ मोहम्मद आरिफ़ ने किया।
Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...