शनिवार, 18 दिसंबर 2021

विश्व उर्दू दिवस की रहेगी धूम

विश्व उर्दू दिवस" के तहत कल मनेगा "जश्ने उर्दू" 

वाराणसी 18 दिसंबर (dil india live)। "विश्व उर्दू दिवस" के उपलक्ष्य में आठवां "जश्ने उर्दू" का आयोजन उर्दू बीटीसी टीचर्स वेल्फेयर एसोसिएशन वाराणसी की ओर से 19 दिसम्बर रविवार, 2 बजे दिन में सिटी गर्ल्स इंटर कालेज, क़ाज़ी सादुल्लाहपुरा, (चौकाघाट पानी टंकी, टाटा पेट्रोल पंप के समीप) वाराणसी में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता- मुफ्ति-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (इमाम व खतीब शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी वाराणसी।) मुख्य अतिथि- प्रोफ़ेसर आफताब अहमद आफाकी (विभागाध्यक्ष-उर्दू विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी) और विशिष्ट अतिथिगण डा. नगमा परवीन (प्रवक्ता-डायट सारनाथ वाराणसी), अफसर अहमद ( अध्यापक- जामिआ मजहरूल उलूम वाराणसी), डॉक्टर तमन्ना शाहीन  (प्रवक्ता-डी ए वी डिग्री कालेज वाराणसी), अहमद आज़मी ( मशहूर शायर) शामिल होंगे।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए दवा के साथ प्यार भी ज़रूरी

पीएचसी में लगा वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर

शिविर में लगभग 925 व्यक्तियों की हुई स्क्रीनिंग

- मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूकता बेहद आवश्यक

- सीफार के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का मंचन



वाराणसी, 17 दिसंबर (dil india live) । मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समुदाय को जागरूक, उचित उपचार व परामर्श प्रदान कराने के उद्देश्य से नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शुक्रवार को वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इस शिविर का शुभारंभ भाजपा के काशी क्षेत्र के पंचायत प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ सुजीत सिंह ने किया। इसके साथ ही सेंटर फॉर एडवोकेसी एन्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से नाट्य संस्था ‘प्रेरणा कला मंच’ की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। 

    इस मौके पर डॉ सुजीत सिंह ने कहा कि सरकार निरंतर प्रयासरत है कि समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिल सके। नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी में निरंतर विकास हो रहा है। उन्होने कहा कि महिलाओं व बच्चों को स्वस्थ रखना सरकार की प्राथमिकता है। आशा कार्यकर्ताओं के जरिये सभी को स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ दिया जा रहा है। महिलाओं को दृष्टिगत रखते हुए लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार किया जा रहा है। 

    इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने स्वास्थ्य शिविर के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होने स्वास्थ्य शिविर में आए मरीजों से उनका हाल जाना। इस दौरान उन्होने कहा कि मानसिक रोगियों के प्रति दया भाव के साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना। मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए। इससे उस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और जाने-आंजने में वह कोई गलत कदम उठाने के लिए प्रयास कर सकता है। मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के परिजनों को बिना कोई भेदभाव व प्रेम से रहना चाहिए। यदि हम थोड़ा सा भी सचेत होकर मानसिक रोगियों का उपचार कराने का प्रयास करें तो उनके ठीक होने की पूरी संभावना होती है।

        इस अवसर पर एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ एके गुप्ता, एसीएमओ (एनएचएम) डॉ एके मौर्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ डीपी सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ वाईबी पाठक, चिकित्सा अधिकारी डॉ अतुल सिंह, प्रशासनिक अधिकारी शेषमणि, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव तथा जिला सलाहकार डॉ सौरभ सिंह ने सम्पूर्ण स्वास्थ्य शिविर का अवलोकन किया। इसके साथ ही डॉ एके मौर्य, डॉ डीपी सिंह, मनोचिकित्सक डॉ रविंद्र कुशवाहा ने मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण, बचाव, नियंत्रण, रोकथाम आदि को लेकर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान ने सफलतापूर्वक किया। इसके साथ ही सेंटर फॉर एडवोकेसी एन्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से नाट्य संस्था ‘प्रेरणा कला मंच’ की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। इस मौके पर मानसिक स्वास्थ्य पर शीर्षक ‘प्यार की छाया’ और परिवार नियोजन पर शीर्षक ‘भगवान की देन’ पर जन जागरूकता नाटक कार्यक्रम किया गया।  

         स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सकों की टीम ने कैंप में आए लगभग 925 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की। इसमें मानसिक रोग के 56 मरीजों को देखा गया तथा 97 मरीजों को परामर्श दिया गया। गैर संचारी रोगों के 134 तथा 22 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। 89 लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 88, कुष्ठ रोग के 35, टीबी के 16, सामान्य रोगों के 152, आर्थो के 38 सहित अन्य मरीजों को देखा गया। इसके साथ ही वृद्धजन स्वास्थ्य, परिवार नियोजन व आँख की निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं वितरित की। इस मौके पर 17 दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी दिया गया। 

      इस अवसर पर डॉ देवदत्त, डॉ शालिनी शर्मा, डॉ एके पाल, डॉ करण गौतम, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक अनूप कुमार मिश्रा, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक रानी पाल, समस्त आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021

अखिलेश कांग्रेस के लिए ये कैसा प्यार दिखा रहे हैं

कांग्रेस के लिये सम्मान मगर अमेठी और रायबरेली भी नहीं छोड़ेंगे

रायबरेली 17 दिसंबर (dil india live) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर उत्तर प्रदेश की जनता को दिक्कत, किल्लत और जिल्लत का सामना करने के लिये विवश करने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ अमेठी और रायबरेली समेत प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और पूर्ण बहुमत की सरकार का गठन करेगी।

कांग्रेस के गढ़ में विजय रथ यात्रा से पहले पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस और सपा सम्मान और शिष्टाचार के नाते एक दूसरे के लिये लोकसभा की सीटें छोड़ते आये है लेकिन यह विधानसभा का चुनाव है जिसे सपा हमेशा से पूरी ताकत से लड़ती आयी है और यहां पर सपा को बड़ी जीत मिली है और इस बार भी अपील करने निकले है कि यहां शत प्रतिशत सीटों पर यहां की जनता सपा प्रत्याशियों को जिता दे।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के साथ सीटों की बातचीत को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि उनकी पार्टी ने इस बार तभी गठबंधन की घोषणा की जब सीटों पर चर्चा हो गयी। जब कौन कैसी सीट पायेगा, यह बात होने के बाद ही गठबंधन का एलान किया गया। उनकी कोशिश क्षेत्रीय दलों को साथ लाने की रही है और उसी कडी में प्रसपा को साथ लेने का फैसला लिया गया। उनको भी गठबंधन में जगह दी है। उनका भी क्षेत्रीय दल है। उनको भी साथ लेकर चलेंगे। जिस जिस दल का जिन क्षेत्रों में प्रभाव है, वहां उनको उसी हिसाब से सीटें दी जायेंगी।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोगों को अपने पांच साल के कार्यकाल में दिक्कत,किल्लत और जिल्लत के सिवा और कुछ नहीं दिया। भाजपा की कोशिश रही कि जनता के लिये दिक्कत कैसे पैदा की जाये और उनका समय समय पर अपमान किया गया। समाजवादी पार्टी (सपा) की पिछली सरकार की योजनाओं को अपना बताना और झूठ बोलना भाजपा सरकार की फितरत रही है।

उन्होने कहा कि सपा गठबंधन की सरकार आने पर पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों को भी मानदेय देने की घोषणा की जायेगी। जनप्रतिनिधि रह चुके वे लोग भी सम्मान के हकदार हैं। पंचायत प्रतिनिधियों को मानदेय देने की शुरूआत पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने की थी। जनता को सपा के घोषणा पत्र का इंतजार करना चाहिये जिसमें वह बेरोजगारों के लिए भत्ता और राेजगार के अवसर पैदा करने की बात करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोई खेल नहीं आता, इसलिये खेल को प्रोत्साहन देने मे उनकी कोई रूचि नहीं है जबकि उनकी सरकार में वह खुद अधिकारियों के साथ मैच खेलते थे और नेता जी (मुलायम) की कुश्ती के बारे में तो सभी को पता है। उनकी सरकार ने राज्य में खेल को प्रोत्साहन देने के लिये कई खेल स्टेडियमों का निर्माण कराया।

देखिये कैसे न्याय किया उपभोक्ता फोरम ने

 बरेली: लापरवाह डाक्टरों पर छह लाख का जुर्माना


बरेली 17 दिसम्बर (dil india live) उत्तर प्रदेश के बरेली में मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतकर उनके जीवन को संकट में डालने वाले डॉक्टरों के खिलाफ उपभोक्ता फोरम ने कड़ा रूख अपनानते हुए छह लाख का जुर्माना किया है।

ऐसे ही एक मामले में पीड़ित दुर्गेश कुमार ने शुक्रवार को बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण पत्नी की मौत के बाद उन्होंने जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग प्रथम में क्षति पूर्ति दिलाए जाने की गुहार लगाई। इसपर आयोग ने दोनों चिकित्सकों को छह लाख आठ हजार रुपये तीस दिन में अदा करने के साथ ही पांच हजार रुपये मुकदमा खर्च भी अदा करने के आदेश जारी किए हैं। समय पर धनराशि नहीं दिए जाने पर सात फीसद वार्षिक ब्याज देना होगा। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष घनश्याम पाठक, सदस्या मुक्ता गुप्ता ने यह आदेश जारी किया है।

गौरतलब है कि बरेली के एक जाने माने धर्मसिटी अस्पताल में नवाबगंज थानाक्षेत्र के गंगवार कालोनी निवासी दुर्गेश कुमार ने तीन साल पहले पत्नी धीरज कुमारी (32) को दिखाया था। वहां डॉ़ मृदुला शर्मा ने उनकी पत्नी को देखकर पांच दिन की दवा दे दी। दुर्गेश के अनुसार, पांच दिन बाद डॉक्टर ने आपरेशन करने को कहा था इसलिए धीरज कुमारी को सात जून 2017 को अस्पताल में भर्ती किया, जिसके बाद डॉ़ मृदुला शर्मा ने डॉ़ नीरा अग्रवाल के साथ मिलकर उसकी पत्नी का आपरेशन किया।

आरोप है कि आपरेशन के बाद डा. मृदुला शर्मा मरीज को छोड़कर दिल्ली चली गईं। इस बीच मरीज की हालत बिगडी तो डॉ़ मृदुला शर्मा के स्टाफ ने उनकी देखरेख नहीं की और डॉ़ नीरा पर छोड़ दिया। डॉ़ नीरा अग्रवाल ने भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडते हुए बिना रेफर लेटर के ही धीरज को मानस अस्पताल भेज दिया। वहां भी अपनी पत्नी की हालत में कोई सुधार नहीं होता देख दुर्गेश ने सुधीर को 15 जून 2017 को पत्नी को गंगाशील अस्पताल में भर्ती कराया, वहां निधन हो गया। इसके बाद न्याय के लिए दुर्गेश ने उपभोक्ता फोरम में वाद दाखिल किया जिसके तहत दोषी डॉक्टरों पर जुर्माना लगाया गया है।


गुरुवार, 16 दिसंबर 2021

आयुष्मान कार्ड ने जिंदगी बचाई, जीवन में फिर से खुशियां आईं

आयुष्मान लाभार्थी की कहानी उन्हीं की जुबानी 

  • आयुष्मान भारत योजना ने बचा लिया, वरना जिंदा न होता : नन्हे लाल 
  • मुफ्त इलाज पाकर श्रमिक राजन की भी जिंदगी लौटी पटरी पर




वाराणसी16 दिसम्बर (dil india live) । “.... अगर मेरे पास आयुष्मान कार्ड न होता तो पैसे की तंगी के चलते इलाज ही नहीं करा पाता और इतनी गंभीर बीमारी से जिंदा बच भी न पाता ।” यह कहना है सेवापुरी के रहने वाले 40 वर्षीय नन्हें लाल का। मनरेगा के तहत मजदूरी करके और हथकरघा पर कालीन की बुनाई करके वह परिवार का गुजर-बसर करते हैं । नन्हे लाल के जीवन में उस वक्त अंधेरा छा गया, जब पेट की दिक्कत के चलते वह दिहाड़ी करने में भी अपने को असहाय महसूस करने लगे । 

नन्हे लाल बताते हैं कि जांच में पता चला कि लिवर में आब्सेस्स (फोड़ा) है और इलाज पर करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च होंगे । यह सुनकर मानों उनके पैरों तले से जमीन ही खिसक गई क्योंकि मजदूरी करके मुश्किल से परिवार ही पाल पाता था, इतनी बड़ी रकम के बारे में तो सोच भी नहीं सकता था। इसी उधेड़बुन में फंसे नन्हे लाल को जब पता चला कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत उनके पास मौजूद आयुष्मान कार्ड पर मुफ्त इलाज योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पताल में हो सकता है । यह पता चलते ही उनके चेहरे की चमक लौट आई और उन्होंने वाराणसी के एक अस्पताल में भर्ती होकर सफलतापूर्वक कैशलेस इलाज कराया । बीमारी से उबरने के बाद नन्हे लाल की जिंदगी फिर से पटरी पर लौट आई है और वह एक बार से अपने परिवार को पालने-पोसने की जिम्मेदारी हंसी-खुशी उठा रहे हैं ।

कुछ इसी तरह की कहानी सेवापुरी की ही आशा कार्यकर्ता 37 वर्षीया सोनी देवी की भी है । सोनी बताती हैं कि उनकी सास की तबीयत एक दिन अचानक बिगड़ गई । उनके पास आयुष्मान कार्ड पहले से मौजूद था, जिसके आधार पर सास को जिले के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराकर छह दिनों तक इलाज कराया । इलाज पर करीब 1.20 लाख का खर्च आया जो कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष मिलने वाले पाँच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज में समायोजित कर लिया गया । सोनी बताती हैं कि कुछ दिनों बाद उनको खुद दिक्कत आई तो अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराया, जिस पर करीब 25 हजार रुपये का खर्च आया किन्तु उन्हें इसके लिए एक भी पैसा नहीं देना पड़ा क्योंकि उनके पास आयुष्मान कार्ड पहले से मौजूद था । सोनी कहतीं हैं- “आयुष्मान कार्ड समय पर सहायता प्रदान करता है और जेब खर्च को कम करता है, इसीलिए मैं अपने गाँव के लोगों को इसके महत्व के बारे में समझाती हूँ और कार्ड बनाने के लिए सक्रिय रूप से मदद करती हूँ ।”

सी तरह 47 वर्षीय राजन सेवापुरी में रहने वाले एक श्रमिक हैं । उनके परिवार में कुल सात सदस्य हैं । सितंबर 2021 में एक दिन वह घर के बाहर गिर गए और गर्दन की हड्डी में चोट आ गई । जांच में पता चला कि गर्दन की कालर बोन फ्रैक्चर हो गई है । उन्होंने आयुष्मान कार्ड पहले से बनवा रखा था, इसलिए बगैर कोई चिंता किए सूचीबद्ध अस्पताल पहुंचे और भर्ती होकर मुफ्त इलाज कराया और अब वह सामान्य महसूस कर रहे हैं । इलाज पर आए करीब 62 हजार रुपये के खर्च का बोझ उनकि जेब पर बिल्कुल भी नहीं पड़ा । राजन कहते हैं - “आयुष्मान कार्ड की वजह से मुझे इलाज के खर्च की चिंता नहीं करनी पड़ी, यह कार्ड मेरे जैसे लोगों के लिए बहुत मददगार है ।”

आयुष्मान कार्ड बनवाने में न करें देरी 

सेवापुरी प्रखण्ड में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नोडल अधिकारी व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. वाई बी पाठक का कहना है कि यदि आपके पास प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का योजना से संबंधित पत्र, अंत्योदय कार्ड या लेबर कार्ड है या सूची में नाम है तो बिना विलंब किए अपने निकटतम कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) जाकर आयुष्मान कार्ड जरूर बनवा लें । इसके अलावा समय-समय पर लगने वाले शिविर, मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला या अस्पतालों में भी आयुष्मान कार्ड बनवाए जा सकते हैं, जिसके लिए कोई पैसा भी नहीं देना है । पहले से कार्ड मौजूद होने पर जरूरत पड़ने पर बिना विलंब किए अस्पताल में बिल्कुल मुफ्त इलाज प्राप्त किया जा सकता है ।

कैसे लें सुविधा का लाभ 

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत कमजोर वर्ग के लोगों को प्रति परिवार प्रति वर्ष पाँच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाती है । आयुष्मान कार्ड से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने और मुफ्त इलाज के लिए कार्ड के पीछे दिए टोल फ्री नंबर 1800 1800 4444 पर संपर्क किया जा सकता है ।

वाराणसी के योजना से सम्बद्ध अस्पताल 

आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले के 23 सरकारी और 156 निजी अस्पताल सम्बद्ध हैं, जहां पर करीब 1450 तरह की छोटी-बड़ी बीमारियों का पाँच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज कराया जा सकता है । अस्पतालों में योजना से जुड़े मरीजों की मदद के लिए आरोग्य मित्रों की भी तैनाती की गई है ।

सेवापुरी ब्लाक के योजना से जुड़े आँकड़े

-कुल लाभार्थी परिवार (सेवापुरी) – 9975 (शत-प्रतिशत कवर हो चुके हैं)

योजना के कुल लाभार्थी (सेवापुरी) : करीब 41,000  

अबतक कुल बने आयुष्मान कार्ड (सेवापुरी) : 32,006 

-कितने लोगों ने उठाया लाभ : 

जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब तक करीब 3,36,175 तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत 41,992 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही अबतक 78,142 लोगों ने मुफ्त इलाज का लाभ उठाया है।

नुक्कड़ नाटक के जरिये किया गंगा के प्रति जागरूक




वाराणसी 16 दिसंबर (dil india live)। दश्श्वमेध घाट पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, पर्यावरण मंत्रालय उत्तर प्रदेश सरकार तथा जी आई जेड इण्डिया के सहयोग से लक्ष्य ए सोसाइटी फार सोशल एण्ड ईनवायरमेटल डवलपमेंट ने गंगा स्वच्छता एवं प्लास्टिक कचरा प्रबन्धन विषय पर  नुक्कड़ नाटक “जिम्मेदारी किसकी” के माध्यम से माँ गंगा तथा काशी को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया गया I

 पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, पर्यावरण मंत्रालय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता तथा प्लास्टिक प्रबन्धन को लेकर जलीय तन्त्र पड़ने वाले दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है I इसके अंतर्गत काशी के घाटों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जा रहा है, जिसके क्रम में आज दश्श्वमेध घाट पर नुक्कड़ नाटक दिखाया गया जिसमें प्लास्टिक प्रबन्धन के गैरजिम्मेदाराना रवैया से गंगा एवं जलीय प्रदुषण के बारे में जागरूक किया I नाटक में दिखाया गया की यदि प्लास्टिक का सही प्रकार से विभाजन और निस्तारण नहीं किया जाता हैं तो वह जलीय स्त्रोतों को दूषित करता है और प्लास्टिक नदी और तालाबों के तलहटी में जा कर बैठ जाता है उसके वजह से जलीय जीवों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है वही नदियों से होते हुए अन्तःत समुद्र तक भी पहुँच रहे है इसके लिए हमने प्लास्टिक प्रबन्धन तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक होने की आवश्कता है I नाटक में दिखाए गए कहानी में बताया गया कि प्लास्टिक को यदि सही प्रकार से वर्गीकरण एवं सही निस्तारण नहीं करते है तो यही प्लास्टिक हमारे गंगा एवं नदियों, तालाबों को दूषित करते है और साथ ही उसमे रहने वाले जलीय जीवों को नुकसान पहुचाते है I इसलिए प्लास्टिक प्रबन्धन एवं पुन: इस्तेमाल कर प्लास्टिक कचरे में कमी लाया जा सकता है तथा  जलीय तंत्र को साफ़ रखा जा सकता हैं I नाटक का शीर्षक था “जिम्मेदारी किसकी” I जिसे घाटों पर उपस्थिति लोगों ने नाटक को गंभीरता से समझा।

कार्य्रकम का मुख्य उद्देश्य काशी के आम जनमानस को जागरूक करना है I साथ ही कलाकरों की टोली नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का सन्देश दे रहे हैI आज नुक्कड़ नाटक के बाद लक्ष्य संस्था अंगद कुमार द्विवेदी ने कहा अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तथा प्लास्टिक को सही प्रकार से निस्तारण करने की आवश्यकता हैI  नुक्कड़ नाटक में मोईन खांन, दीपक सिंह, विशाल सिंह,रसूल हाशमी, ब्रिजेश एवं अन्य लोग उपस्थित रहें 

बुधवार, 15 दिसंबर 2021

हज 2022 में उम्र की पाबंदी नहीं

अब 70 वाले भी कर सर्केंगे हज का सफर


वाराणसी 15 दिसंबर (dil india live)। कोरोना वायरस की वजह से मुक़द्दस सफरे हज-2022 की हज यात्रा पर जाने वालों के लिए पहले 18 से 65 साल तक के यात्री को इजाज़त थी | लेकिन अब ये पाबंदी हटा दी गयी है | हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज-2022 के एक्शन प्लान में संशोधन करते हुए अब उम्र की पाबंदी हटा दी है | पुर्वांचल हज सेवा समिति के सरपरस्त व मास्टर हज ट्रेनर मौलाना रेयाज़ अहमद क़ादिरी ने बताया है की हज कमेटी ऑफ इंडिया ने इस साल ऑनलाइन फॉर्म भरने में पुरानी शर्तों के साथ कुछ नई प्रक्रियाएं शामिल की हैं, जैसे :

1. हज यात्री के लिए वैक्सीन की दोनों डोज़ यात्रा पर जाने से एक महीना पहले लगवाना अनिवार्य है और उसका प्रिंट भी सुरक्षित रखना है |

  •  आवेदन फॉर्म भरते समय 

  • मूल पासपोर्ट

  • आधार कार्ड

  • बैंक पास्बुक या कैंसेल चेक 

  • सफ़ेद बैकग्राउंड की रंगीन फोटो 

  • ब्लड ग्रुप की रिपोर्ट भी साथ रखनी है।

हज कमेटी ऑफ इंडिया की मोबाइल ऐप के ज़रिया भी फॉर्म भरा जा सकता है | मौलाना रेयाज़ अहमद क़ादिरी ने बताया है की उत्तर प्रदेश के हज यात्रियों के लिए उड़ान सिर्फ लखनऊ व नई दिल्ली से ही है | इस बार हज यात्रा 35 से 42 दिन की ही होगी | ऐसे आवेदक जिनकी उम्र 31 मार्च 2022 को या इससे पहले 70 साल की हो चुकी हो (जिनकी जन्मतिथि 31 मई 1952 हो या इसके पहले की है) वे रिज़र्व कैटेगरी के अंतर्गत आवेदन करेंगे तथा ऐसे आवेदक के साथ कम से कम 70 साल से कम उम्र का एक हज यात्री आवशयक होना चाइए| 

हज आवेदन फॉर्म या गाइड लाइन -2022 http://hajcommittee.gov.in/ पर भी उपलब्ध है| अधिक जानकारी प्राप्त करने व ऑनलाइन फॉर्म भरवाने के लिए वाराणसी में सम्पर्क करें :

1. PHSS Office,

Maqbool Alam Road.

2. M. Riyaz Ahmad Qadiri,

Kachchi Bagh.

3. Haji Rais Ahmad,

Qazi Sadulla Pura.

4. Haji Waqas Ansari,

Saraiyan.

5. Haji Saleem (KGN),

Matru ki Masjid, Hartirath.

6. Haji Adnan Khan,

Police line Chauraha.

7. Dr. Azfar (Meenu),

Nai Sarak.

8. Haji Mohd. Zubair,

Reori Talab.

9. Haji Talat Mahmood,

Madan Pura.

10. Haji Sabir Arafat,

Kakar Matta.

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...