सोमवार, 2 अक्तूबर 2023

मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी कल करेंगे जलसे को खेताब

सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी से मुरीद होने जुटेगा मजमा

Varanasi (dil India live). 02.10.2023. भारत की प्रसिद्ध खानकाह मारहरा शरीफ के सज्जादा नशीन ताजुल मशाईख हजरत सैय्यद शाह डा. अमीन मियां कादरी बरकाती मारहरवी (सज्जादा नशीन खानकाहे बरकातिया मारहरा शरीफ) मंगलवार को बाद नमाज़ इशा रात्रि 9 बजे से रेवड़ीतालाब स्थित अंजुमन तरक्की-ए-अहले अहले सुन्नत के मैदान (बैतुस्सलाम) में बज़्मे कासमी बरकाती के तत्वधान में होने वाले जश्ने ईद मीलादुन्नबी में शिरकत करने के लिए आ रहे हैं. जलसे में हजारों अकीकतमंदों को धार्मिक/ शैक्षणिक नसीहत फरमायेंगे. जलसे में उनके शहजादे वलिये अहद हजरत सैय्यद अमान मियां बरकाती भी मौजूद होंगे, जो जनता के बीच अपना विचार रखेंगे, जलसे में तकरीर हज़रत मौलाना सैय्यद नूर आलम अलीगढ़ की होगी, जबकि नाते नबी गुनगुनाने के लिए भारत के मशहूर शायर इमरान रजा बरकाती जयपुर राजस्थान का आगमन हो रहा है। मौलाना अजरुल कादरी बरकाती उस्ताद मदरसा खानम जान ने बताया कि हजरत अमीन मियाँ अल्पसंख्यकों की शिक्षा के लिए बहुत ही चिन्तित रहते हैं और मुस्लिम बच्चे / बच्चियों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करते और आवश्यकतानुसार उनकी भरपूर मदद भी करते हैं वे इस समय भारत के दर्जनों शिक्षण संस्थानों के सरपरस्त है और अलबरकात एजुकेशनल सोसाइटी अलीगढ़ के संस्थापक व सरपरस्त हैं जहाँ से प्रतिवर्ष सैकड़ों मुस्लिम / गैर मुस्लिम बच्चे / बच्चियाँ उच्च शिक्षा हासिल कर देश की सेवा में लग जाते हैं, उन्होंने बताया कि 2009 में अमेरिका की एक युनिवर्सिटी ने दुनिया भर में मनुष्य हितों के लिए काम करने वाले 500 प्रसिद्ध व्यक्तियों का सर्वे किया जिसमें हजरत अमीन मिया कादरी बरकाती को 44 वाँ स्थान दिया गया.

गौरतलब हो कि खानकाहे बरकातिया से ही बरेली के इमाम आला हजरत व सरकार मुफ्ती-ए-आजम भी मरीद हैं. इस जलसा में पूर्वांचल के हजारों अकीदतमन्दों व उलमा के जुटने की सम्भावना है. जो लोग बरकाती सिलसिले में मुरीद होने की इच्छा रखते हैं वे उन्हें जलसा में ही मुरीद भी करेंगे.

रविवार, 1 अक्तूबर 2023

NHM UP मिशन निदेशक ने डीडीयू चिकित्सालय में किया श्रमदान

सुविधाओं की ली जानकारी, सफाईकर्मियों को किया सम्मानित

चोलापुर सीएचसी पर आरोग्य स्वास्थ्य मेला व ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का किया निरीक्षण




Varanasi (dil India live). महात्मा गांधीजी के जन्मदिन की पूर्व संध्या एवं आयुष्मान भवः अभियान के तहत स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उत्तर प्रदेश) डा. पिंकी जोवल ने रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय के प्रांगण की सफाई कर श्रमदान किया एवं अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर सफाईकर्मी रीता देवी, रीता राय, शायला, अफसरी बेगम एवं धर्मेन्द्र को अस्पताल के साफ सफाई में उत्कृष्ट कार्य के लिए अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.

डा. पिंकी ने कहा कि डीडीयू चिकित्सालय ने कोरोना काल में अपने अति विशिष्ट योगदान के माध्यम से जनता में अपना विशेष स्थान बनाया ‌है. इसके साथ ही चिकित्सालय ने वर्ष 2016 से लगातार हर साल कायाकल्प अवार्ड हासिल किया है. वर्ष 2022-23 में कायाकल्प और इको फ्रेंडली अवार्ड में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा एवं अस्पताल का राष्ट्रीय स्तर पर एनक्वआस सर्टिफिकेशन भी इसी साल हुआ है. अस्पताल आयुष्मान भारत डीजिटल मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर पिछले तीन महीनों से निरन्तर प्रथम दस में अपना स्थान बनाये हुए हैं. मिशन निदेशक ने इन उपलब्धियों के लिए अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी और साथ ही इसे यूं ही बरकरार रखने हेतु दोगूने उत्साह से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया. ‌उन्होंने अस्पताल के सभी वार्ड, किचन, ट्रामा सेंटर, एवं सी० टी० स्कैन सेन्टर का भी गहन निरीक्षण किया तथा चिकित्साकर्मियों से और भी तन्मयता व तत्परता से काम करने के लिए कहा गया.

इस अवसर पर मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ मंजुला सिंह, एसीएमओ डा. एसएस कनौजिया, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आर एन सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रेम प्रकाश, क्वालिटी के मंडलीय सलाहकार डा .प्रवीण सोलंकी, डीपीएम संतोष सिंह एवं ब्रजेश मिश्रा सहित अस्पताल के समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.

चोलापुर सीएचसी का किया भ्रमण 

एनएचएम यूपी मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल और मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डा. मंजुला सिंह ने चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित आरोग्य स्वास्थ्य मेला का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने संचारी व गैर संचारी रोगों के नियंत्रण, मातृ शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं पोषण संबंधी सेवाओं के साथ ही विभिन्न रोगों के जांच व उपचार की सेवाओं को गहनता से देखा. उन्होंने एंबुलेंस आदि की व्यवस्था का निरीक्षण किया, स्वच्छता पर चल रहे प्रशिक्षण सत्र के दौरान गीत गाकर प्रेरित किया.  

 इसके अतिरिक्त मिशन निदेशक  ने नवनिर्मित ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट चोलापुर का निरीक्षण किया. उन्होंने निर्देशित किया कि भवन को हैंडोवर कराकर यथा कार्य प्रारंभ कर दिया जाए. साथ ही सीएचसी की समस्त सेवाओं को और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित किया. 

एसीएमओ डॉ एस.एस. कनौजिया की देखरेख में स्वास्थ्य मेला का संचालन अधीक्षक डॉ आरबी यादव ने किया। इस दौरान स्वास्थय शिक्षा अधिकारी, एआरओ, बीएएम, बीसीपीएम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे.

Bunkar's संग अधिकारी-कर्मचारियों ने चलाया स्वच्छता अभियान

हथकरघा विकास निगम कैम्पस में सफाई वीरों का हुआ सम्मान 




Varanasi (dil India live). 01.10.2023. राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम के चौकाघाट क्षेत्रीय कार्यालय के आईंआईएचटी कैंपस में वेयर हाउस व अन्य जगहों पर वृहद स्वछता अभियान चलाया गया। मुख्य अतिथि भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक व अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष कुमार सिंह  कर रहे थे। कार्यालय के नितेश सिंह, गड़े, सुधीर कुमार, अतुल कुमार सिंह  एवं बुनकर प्रतिनिधि मोहम्मद मंजूर खान, रेयाजुदीन कुरैशी, स्वालेह अंसारी, मकबूल अंसारी, आबिद अंसारी, अयान अंसारी, वर्माजी, गुलाबचंद आदि ने वृहद स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान शपथ ली गई की न हम गंदगी करेंगे और ना ही किसी को गंदगी करने देंगे। हर सप्ताह २ घंटे सफाई में अवश्य योगदान देंगे, कार्यक्रम में योगदान देने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा सफाई वीर को सम्मानित किया गया।

Jain Mandir's में मैत्री, प्रेम की बही गंगा

विश्व मैत्री क्षमावाणी पर्व " आस्थापूर्वक मनाया गया

भूल से अगर "भूल " हो गयी हो तो "भूल " समझ कर "भूल"जाना...




Varanasi (dil India live). 30.09.2023. शनिवार को भगवान पार्श्वनाथ की जन्म कल्याणक भूमि एवं जैन धर्म की प्रमुख तीर्थं स्थली भेलूपुर समेत देश दुनिया में सायंकाल "विश्व मैत्री क्षमावाणी पर्व " आस्थापूर्वक मनाया गया. बैर-विरोध को शांत कर क्षमा, प्रेम और मैत्री भाव गंगा में शत्रु भी इस दिन एक दूसरे को क्षमादान करके मन को शांत और निरबैर बनाने का प्रयत्न करते है. तीर्थंकर पार्श्वनाथ अतिशय क्षेत्र भूमि पर पूरे विश्व का यह अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया.

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में क्षमावाणी पर्व पर सभी छोटे-बड़े का भेदभाव मिटाकर महिलाए, पुरूष,बच्चे, बुजुर्ग एक दूसरे से अश्रुपूरित नेत्रो से पाँव पकड़कर गले मिलकर क्षमा मांग रहे थे. इस पर्व पर तन-मन एवं आत्मा की शुद्धि, पर्युषण की महानता, क्षमावाणी की सौजन्यता से विभूषित होकर जैन धर्म सभी के जीवन में उत्तम क्षमा का मंगलमयी सन्देश दे रहा था.

जैन धर्म के प्रमुख विद्वान प्रो: अशोक जैन ने अपने सन्देश में कहां की 'क्षमा वीरस्य भूषणम्' क्षमा महान वीरों का आभूषण है. प्रो: कमलेश जैन ने कंहा की सूरज जैसे अंधेरा दूर करें, पानी जैसे प्यास दूर करें वैसे ही एक दूसरे को क्षमादान करना बहुत ही पुनीत कार्य है. डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की 'मिच्छामी दुक्कडम'आया क्षमावाणी पर्व महान, सब मानुष है गुण की खान। अंहकार को दहन करेगें, सहजता का हम प्रमाण देंगे। हम क्षमा याचना करते हैं, हम क्षमा आपको करते है. प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी ने कंहा-क्रोध हर जीव का शत्रु है उसे जीतना ही क्षमा धर्म हैं ।पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा- क्षमा शब्द मानवीय जीवन की आधार शिला है, हम क्षमा से ही महानता को प्राप्त कर सकते है. राजेश जैन ने कंहा की क्षमा पर्व का पावन दिन है, भव्य भावना का त्योहार, विगत बर्ष की सारी भूलें देना हमारी आप बिसार. जैन धर्मावलम्बीयो ने देश-विदेश में रहने वाले रिश्तेदारो, ईष्ट मित्रो, शुभचिन्तको, गुरुओ एवं सभी वर्ग के लोगो को क्षमावाणी कार्ड, दूरभाष, ईमेल, एस एम एस द्वारा क्षमावाणी का संदेश पहुंचा कर शुभकामनाए दी.

विद्वत जनो में प्रो: अशोक जैन, प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी, डां मुन्नी पुष्पा जैन, प्रो:कमलेश जैन, पं सुरेंद्र शास्त्री का सम्मान सभापति दीपक जैन ने किया. दशलक्षण पर्व पर 10 दिनो का व्रत करने वालो में आलोक जैन, श्रीमति मंजू जैन, श्वेता जैन, रजनी जैन, स्नेहलता जैन, निधी जैन, प्रफुल्ल जैन, वरूण जैन, गरिमा जैन (5 दिन) कमल बागडा ( 10 दिन एकासना) का सम्मान प्रधान मंत्री अरूण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन एवं महिला समाज द्वारा किया गया. अपराह्न में क्षमावाणी पूजा, भगवान पार्श्वनाथ जी को रजत पाण्डुक शिला पर विराजमान कराकर प्रक्षाल नमन किया गया. विश्व शांती के लिए शांती धारा, तीर्थंकरो की आरती एवं जयमाल किया गया. संचालन उपाध्यक्ष राजेश जैन ने किया. आयोजन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन, विनोद जैन, आर सी जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, विनय जैन, सुधीर पोद्दार, गौरव जैन उपस्थित थे.

शनिवार, 30 सितंबर 2023

Post Card ने पूरा किया 154 साल का सफर

1 अक्टूबर 1869 को जारी हुआ था पहला पोस्टकार्ड

विभिन्न आंदोलनों का गवाह रहा है पोस्टकार्ड

इंटरनेट के दौर में भी पोस्टकार्ड का क्रेज बरकरार



Varanasi (dil India live). 30.09.2023. सोशल मीडिया में खोई युवा पीढ़ी का पाला भले ही पोस्टकार्ड से न पड़ा हो, पर एक दौर में पोस्टकार्ड खत भेजने का प्रमुख जरिया था। शादी-ब्याह, शुभकामनाओं से लेकर मौत की ख़बरों तक तो इन पोस्टकार्डों ने सहेजा है। तमाम राजनेताओं से लेकर साहित्यकारों व आंदोलनकारियों ने पोस्टकार्ड का बखूबी प्रयोग किया है। अपना वही पोस्टकार्ड 1 अक्टूबर, 2023 को वैश्विक स्तर पर 154  साल का हो गया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, दुनिया में पहला पोस्टकार्ड  एक अक्तूबर 1869 को ऑस्ट्रिया में जारी किया गया था।
इसके पीछे की कहानी के बारे में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव बताते हैं कि, पोस्टकार्ड का विचार सबसे पहले ऑस्ट्रियाई प्रतिनिधि कोल्बेंस्टीनर के दिमाग में आया था, जिन्होंने इसके बारे में वीनर न्योस्टॉ में सैन्य अकादमी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डॉ. एमैनुएल हर्मेन को बताया। उन्हें यह विचार काफी आकर्षक लगा और उन्होंने 26 जनवरी 1869 को एक अखबार में इसके बारे में लेख लिखा। ऑस्ट्रिया के डाक मंत्रालय ने इस विचार पर बहुत तेजी से काम किया और पोस्टकार्ड की पहली प्रति एक अक्तूबर 1869 में जारी की गई। यहीं से पोस्टकार्ड के सफर की शुरुआत हुई। दुनिया का यह प्रथम पोस्टकार्ड पीले रंग का था।  इसका आकार 122 मिलीमीटर लंबा और 85 मिलीमीटर चौड़ा था।  इसके एक तरफ पता लिखने के लिए जगह छोड़ी गई थी, जबकि दूसरी तरफ संदेश लिखने के लिए खाली जगह छोड़ी गई। 
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारत में पहला पोस्टकार्ड 1879 में जारी किया गया।  हल्के भूरे रंग में छपे इस पहले पोस्टकार्ड की कीमत 3 पैसे थी और इस कार्ड पर ‘ईस्ट इण्डिया पोस्टकार्ड’ छपा था।  बीच में ग्रेट ब्रिटेन का राजचिह्न मुद्रित था और ऊपर की तरफ दाएं कोने मे लाल-भूरे रंग में छपी ताज पहने साम्राज्ञी विक्टोरिया की मुखाकृति थी। अंदाज़-ए-बयां का यह  माध्यम लोगों को इतना पसंद आया कि साल की पहली तीन तिमाही में ही लगभग 7.5 लाख रुपए के पोस्टकार्ड बेचे गए थे।
गौरतलब है कि डाकघरों में चार  तरह के पोस्टकार्ड मिलते रहे हैं - मेघदूत पोस्टकार्ड, सामान्य पोस्टकार्ड, प्रिंटेड पोस्टकार्ड और कम्पटीशन पोस्टकार्ड। ये क्रमश : 25 पैसे, 50 पैसे, 6 रूपये और 10 रूपये में उपलब्ध हैं। कम्पटीशन पोस्टकार्ड फिलहाल बंद हो गया है। इन चारों पोस्टकार्ड की लंबाई 14 सेंटीमीटर और चौड़ाई 9 सेंटीमीटर होती है।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कम लिखे को ज़्यादा समझना की तर्ज पर पोस्टकार्ड न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि तमाम सामाजिक-साहित्यिक-धार्मिक-राजनैतिक आंदोलनों का गवाह रहा है। पोस्टकार्ड का खुलापन पारदर्शिता का परिचायक है तो इसकी सर्वसुलभता लोकतंत्र को मजबूती देती रही है। आज भी तमाम आंदोलनों का आरम्भ पोस्टकार्ड अभियान से ही होता है। ईमेल, एसएमएस, फेसबुक, टि्वटर और व्हाट्सएप ने संचार की परिभाषा भले ही बदल दी हो, पर पोस्टकार्ड अभी भी आम आदमी की पहचान है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पोस्टकार्ड के प्रति अभी भी लोगों का क्रेज बरकरार है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 2.12  लाख पोस्टकार्डों की बिक्री हुई थी, वहीं इस साल 1.29 लाख पोस्टकार्डों की बिक्री की जा चुकी है।

BFA First Year Welcome Program 2023

वैष्णवी मिस फ्रेशर, अभिषेक मिस्टर फ्रेशर बने


Varanasi (dil India live). 30.09.2023. इंस्टीट्यूट आफ फाईन आर्ट्स में बीएफए प्रथम वर्ष में नव प्रवेशित विद्यार्थियों के स्वागत के लिए परिचय समारोह का आयोजन किया गया. सीनियर्स द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नवागंतुकों ने अपना परिचय देते हुए रैंप वॉक, डांस आदि की प्रस्तुति दी. इसके आधार पर वैष्णवी को मिस फ्रेशर, अभिषेक को मिस्टर फ्रेशर चुना गया. इसके साथ ही आंचल को बेस्ट परफार्मेंस और मुकेश को बेस्ट रैंप वॉक के पुरस्कार से नवाजा गया. सभी नए विद्यार्थियों को गिफ्ट भी दिया गया. कार्यक्रम में विकास सिंह, विनिता नागर, निहारिका, वर्षा, आकांक्षा, ज्योति, श्रुति, विकास, गौरव और आदित्य का विशेष योगदान रहा। संस्था निदेशक डा.अवधेश कुमार सिंह व डा. अनिल कुमार सिंह ने नये स्टूडेंट्स को शुभकामनाएं दी।

Pitru Paksha Kashi 2023: गंगा घाटों पर श्राद्ध शुरू

गंगा घाटों पर पूजन तर्पण करने जुटी भीड़


Varanasi (dil India live). 30.09.2023. पितृ पक्ष पर श्राद्ध शुरू हो चुका है। काशी के गंगा घाटों पर पूजन तर्पण करने लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई है। काशी में देश के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार की सुबह गंगा घाटों पर तर्पण करने वालों की काफी भीड़ उमड़ी। उधर पिशाचमोचन में भी पितरों को नमन करने का अनुष्ठान भी शुरु हुआ। इस 16 दिवसीय पितृपक्ष में सभी अपने पूर्वजों को याद कर रहे हैं। काशी के दशाश्वमेध, शीतला, अस्सी सहित विभिन्न घाटों पर सुबह से लोगों का तांता लगा हुआ है। पिशाचमोचन पर भी श्राद्ध पूजन के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही काशी के अस्सी घाट पर लोगों का हुजूम दिखा।  

धर्मशालाओं व गेस्ट हाउसों में भीड़

भारत के विभिन्न प्रांतों से काशी आकर तर्पण करने वालों की काफी उपस्थिति घाट के आसपास धर्मशालाओं व गेस्ट हाउसों में हैं। सोमवार की शाम से लोगों की भीड़ होने लगी हैं। सुबह तर्पण करने के लिए पंडे-पुरोहितों ने भी तैयारी कर रखी थी। पूजा-पाठ की दुकानों में अनुष्ठान से संबंधित वस्तुओं की काफी मांग रही।

आखिर क्यों होता है श्राद्ध

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, श्रद्धा के साथ जो संकल्प और तर्पण किया जाता है उसे श्राद्ध कहते हैं। श्राद्ध के महत्व के बारे में कई प्राचीन ग्रंथों तथा पुराणों में वर्णन मिलता है। श्राद्ध का पितरों के साथ बहुत ही घनिष्ठ संबंध है। पितरों को आहार और अपनी श्रद्धा पहुंचाने का एकमात्र साधन श्राद्ध है। मृतक के लिए श्रद्धा से किया गया तर्पण, पिंड और दान ही श्राद्ध कहा जाता है। 

भाद्रपद की पूर्णिमा को शुरू होने वाला पितृपक्ष 15 दिनों तक चलता है। अश्विन की अमावस्या यानी सर्वपितृ अमावस्या को खत्म हो जाता है। शास्त्रों के अनुसार तीन प्रकार के होते हैं जिनमें देव ऋण, ऋषि ऋण और पितृ ऋण होता है। पितरों को तलने के लिए पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म किया जाता है।

घाट पुरोहितों के अनुसार मान्यता है कि पितरों को श्रद्धा से अर्पित किया जाता है वह उन्हें खुशी खुशी मिल जाता है। पितृपक्ष पक्ष को महालय या कनागत भी कहा जाता है।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...