रविवार, 10 सितंबर 2023

जरुरतमंदों में साड़ी देकर मनाया तीजोत्सव




Varanasi (dil India live). 10.09.2023. तीज को देखते हुए रविवार को अमरपटी त्रिकुटा कुटिया पर साड़ी वितरण किया गया. हर साल तीज के पूर्व पड़ने वाले रविवार को शंभू भगत की अगुवाई में यह आयोजन होता है. इस बार तीजोत्सव के इस आयोजन की यह 21वीं वर्षगांठ भी है. इसमें भारी संख्या में गरीब व जरूरतमंद महिलाएं आकर साड़ी वितरण का लाभ उठाया. इस दौरान प्रसाद का भी वितरण किया गया. आयोजन में मोनिका अग्रवाल, डॉक्टर उमा शंकर यादव , मनीष कुमार अग्रवाल, सुमित अग्रवाल, वेरेंद्र मिश्रा, अंकिता अग्रवाल, भारती मिश्रा, डॉक्टर एस के विश्वकर्मा, डॉक्टर दिलशाद अहमद, सुरेंद्र प्रधान ,समशेर यादव, अहमद इत्यादि लोग शामिल हुए.

Bareilly में Aala Hazrat का उर्स, पूर्वांचल से रवाना हुए हजारों जायरीन ​

आला हज़रत का तीन दिनी उर्स शुरू, सैकड़ों चढ़ेगी बनारस की चादर



Varanasi (dil India live). 10.09.2023.आला हजरत इमाम अहमद रजा खान फाजिले बरेलवी के तीन दिनी उर्स में शिरकत करने के लिए पूर्वांचल भर से हजारों जायरीन Bareilly पहुंचे हुए हैं। Bareilly जाने वाली विभिन्न गाड़ियों व अपने साधनों से अकीदतमंद सवार होकर रवाना हुए। बनारस से भी सैकड़ों अकीदतमंद बरेली (Bareilly) पहुंचे हुए हैं। Bareilly में सैकड़ों अकीदतमंद बनारस की चादरें चढ़ाएंगे.

पता हो कि बरेली (Bareilly) शरीफ में 10 सितंबर से 12 सितंबर तक आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का तीन दिवसीय सालाना उर्स मनाया जा रहा है. उर्स में शिरकत करने के लिए देश दुनिया से लाखों अकीदतमंद बरेली (Bareilly) शरीफ में उमड़े हुए हैं, हर कोई सुन्नी बरेलवी मसलक के आध्यात्मिक धर्मगुरु आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी के आस्ताने पर हाजिरी लगाने को बेचैन है. जो उर्स में नहीं जा सके वह अपने घरों में आला हजरत इमाम अहमद रजा खां की फातिहा कराएंगे.

मदरसों व मस्जिदों में मनेगा उर्स 

बनारस के मस्जिदों, मदरसों व घरों में आला हजरत का उर्स पूरी अकीदत के साथ मनाया जा रहा है. मदरसा ख़ानम जान के मौलाना अजहरूल कादरी ने बताया कि बनारस में आला हजरत को मानने वाले लाखों अकीदतमंद है। हर आदमी उर्स में नहीं जा पाता है. इसलिए तीसरे दिन मदरसों और मस्जिदों में कुल शरीफ किया जाता है. इस दौरान आला हजरत का जिक्र भी होता है.
गौरीगंज के इम्तियाज़ खान ने बताया कि आला हजरत वह शख्सियत हैं जिन्होंने अंग्रेजों का सर झुका रहे इसके लिए खामोश आंदोलन छेड़ रखा था. वो डाक टिकटों में रानी विक्टोरिया का टिकट उल्टा लगते थे. इसके पीछे वजह यही थी कि अंग्रेज समझ भी नहीं पाते थे कि टिकट उल्टा क्यों लगा है मगर एक खामोश आंदोलन था जो उस वक्त देश के लाखों लोगों के बीच मजबूती से अंग्रेजों की मुखालफत कर रहा था.

जाति जनगणना के सवाल पर पूर्वांचल स्तरीय बैठक में जुटे लोग

जाति जनगणना से इंकार करके सरकार देश के साथ कर रही है अन्याय


Varanasi (dil India live).10.09.2023. "जाति को जनगणना से जोड़ो वरना मोदी-योगी सरकार गद्दी छोड़ो." जैसे नारे के साथ पूरे पूर्वांचल में और उत्तर प्रदेश में जाति जनगणना अभियान चलाने का फैसला आज पूर्वांचल भर से आए सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने लिया. नेपाली कोठी, वरुणापुल विश्व ज्योति केंद्र पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार जाति जनगणना से इनकार करके केवल ओबीसी या पसमांदा ही नहीं पूरे देश के साथ भारी अन्याय कर रही है और अगर जाति जनगणना सरकार नहीं कराती है तो 2024 के चुनाव में सबक सिखाने का काम जनता जरूर करेगी. वक्ताओं ने कहा कि संसाधनों पर अभी भी देश में किन तबको का कब्जा है यह जानने के लिए और उसके न्याय पूर्ण बंटवारे के लिए भी जाति जनगणना बेहद जरूरी है, ऐसे में यह बेहद शर्म की बात है और चिंताजनक है कि यह सरकार जिन लोगों ने संसाधनों को दबा के रखा है उनके पक्ष में बेशर्मी से खड़ी है. बैठक के निर्णय के अनुसार अगले 20 दिनों तक पूर्वांचल के हर जिले में बैठकों और सम्मेलनों का सिलसिला चलेगा और जल्दी ही लखनऊ में लखनऊ के आसपास के 10-15 जिलों के सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता इकट्ठा होंगे और फिर यही अभियान उन इलाके में भी चलाया जाएगा. इस तरह-तरह 2024 तक जाति जनगणना अभियान लगातार भिन्न-भिन्न रूप में चलता रहेगा, इसी दौरान बनारस और लखनऊ में दो बड़ी रैलियों की योजना भी बनाई गई.

    बैठक में मुख्य रूप से जदयू ,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, पूर्वांचल बहुजन मंच, कम्युनिस्ट फ्रंट, रिहाई मंच, स्वराज अभियान, राष्ट्रीय समानता दल, भगत सिंह स्टूडेंट्स मोर्चा, समाजवादी जन परिषद के पदाधिकारी, पत्रकार, वकील व नागरिक कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की. बैठक में मुख्य रूप से अनुप श्रमिक, राजीव यादव, मनीष शर्मा, रफीक भाई, मोती लाल शास्त्री, जयशंकर सिंह, रामजनम, संजीव सिंह, वीरेंद्र यादव, नाहिद अकील, आरपी गौतम, निशांत,विनय कुमार, प्रज्ञा सिंह, नंदनी यादव, शिवदास, फादर आनंद, राजेन्द्र यादव, इश्तियाक, सरफराज आदि उपस्थित रहे.

शनिवार, 9 सितंबर 2023

Sant kabir प्राकट्य स्थली का होगा जीर्णोद्धार

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जल्द करेंगे शिलान्यास


Varanasi (dil India live).09.09.2023. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहां की जल्द ही संत कबीर प्राकट्य स्थली के जीर्णोद्धार योजना का शिलान्यास किया जाएगा. वाराणसी आगमन पर कबीर प्राकट्य स्थली लहरतारा के महंत गोविन्द दास शास्त्री से मुलाकात के दौरान यह बात उन्होंने कही. इसके लिए महंत ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री और इस क्षेत्र के प्रतिनिधित्व कर रहे कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की.कहां कि 600 वर्षों से अपनी ऐतिहासिक महत्व के स्थलों की सुध लेना एवं हमारी आस्था से जुड़ी सांस्कृतिक विरासत को संजोने का प्रयास काबिले तारीफ है. अगली पीढ़ी के लिए ऐसे स्थलों का जीर्णोद्धार बहुत ही सराहनीय प्रयास है यह कार्य कबीर पंथियों के साथ साथ अन्य समाज के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में संरक्षित किये जाने के लिए लगभग ८.करोड़ की योजना से विकास होने जा रहा है.

Hindi Bhasha खड़ी बोली के जनक भाषाचार्य भारतेंदु हरिश्चंद्र की 173 वीं जयंती मनी



Varanasi (dil India live). 09.09.2023. शनिवार को हिंदी भाषा खड़ी बोली के जनक भाषाचार्य भारतेंदु हरिश्चंद्र की 173 वीं जयंती उनके निजी आवास चौखम्बा में भावपूर्ण मनाई गई. जयंती समारोह में नगर के कवि, साहित्यकार व समाजसेवियों ने काशी के लाल को पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।


अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जितेंद्र मिश्रा ने कहा भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी खड़ी बोली के साथ-साथ स्वाधीनता की चेतना भी जागृत किया. वह काशी के गौरव और भारत के एक रत्न थे। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर अत्रि भारद्वाज ने कहा कि भारतेंदु जी बहुमुखी प्रतिभा के आयामी थे वह भाषा के लोकपाल थे. इस मौके पर उनके चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण किया गया. 

गोष्ठी में मुख्य रूप से कविता म्बारा साहित्यिक पत्रिका के संपादक मधुकर मिश्र, साहित्यकार डॉक्टर जयशंकर जय, कवि सिद्धनाथ शर्मा, कवि पंडित भोलानाथ त्रिपाठी, महेंद्र अलंकार,  परमहंस तिवारी, रमेश चौबे, मयंक चतुर्वेदी आदि लोग उपस्थित थे. संचालन दीपेश चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन मालिनी चौधरी ने किया.                   

Imam Hussain की याद में निकला जुलूस

दालमंडी में उठा ताबूत , बजरडीहा और दुलहीपुर में हुई शब्बेदारी

कई जगहों पर हुआ मजलिसों का एहतमाम  


Varanasi (dil India live). 09.09.2023. आज ९ सितंबर, २२ सफर १४४५ हिजरी शनिवार को भी गम-ए-हुसैन का दौर जारी रहा. दालमंडी में शब्बीर और सफदर के अजाखाने पर मजलिस के बाद ताबूत निकाला गया, जहां अंजुमन हैदरी चौक ने जनाबे सकीना और इमाम हुसैन की याद में दर्द भरे नोहे पेश किए। शिवाला में स्वर्गीय फ़िदा हुसैन के अजाखने से अलम व दुलदुल का जुलूस उठाया गया। अंजुमन जववादिया के जेरे इंतजाम, अंजुमन गुलजारे अब्बासिया, अंजुमन कासीमियां अब्बासिया तथा अंजुमन निशाने अली ने नौहाख्वानी व मातम किया। मजलिस को खिताब करते हुए हाजी फरमान हैदर ने बताया की करबला वालो ने जुल्म के मुकाबले में सब्र को हथियार बनाकर सारी दुनिया में एकता और शांति का संदेश दिया। जुलूस देर रात शिवालय घाट पर समाप्त हुआ। दूसरी ओर बजरडीहा में शिया समाज के लोगो ने शब्बेदारी का आयोजन करके नोहा मातम किया , रात भर शहर की कई अंजुमनों ने नोहा पेश किया। वहीं दुलहीपुर में भी आजादारो ने  शब्बेदारी करके नौहाखवानी व मातम किया। बनारस की तथा चंदौली की कई अंजुमनों ने नौहाख्वानी व मातम में करबला वालो को खेराजे अकीदत पेश किया। चोहट्टा लाल ख़ान तथा दोषीपुरा में पचासे के सिलसिले से ८ दिवसीय मजलिसे शुरू हुई।

शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

Imam Hussain India आना चाहते थे: सैयद फरमान हैदर

कर्बला के शहीदों की याद में  जंजीर का मातम




शिवाला से निकले जुलूस में अलम लिए अजादार

Varanasi (dil India live). 08.09.2023. चेहल्लुम के बाद भी गमे हुसैन का दौर अभी पूर्वांचल के शहरों में जारी है. इसी सिललिसे से तीन जुलूस जुमे को भी बनारस शहर में उठाया गया. पहला जुलूस सैयद आलिम हुसैन रिजवी के शिवाला स्थित अजाखाने से दिन में चार बजे उठा. यहां मौलाना तौसीफ अली इमामे जुमा जामा मस्जिद अर्दली बाजार ने तकरीर करते हुए कर्बला के शहीदों और असीरों के मसायब बयां किए. यहां अंजुमन गुलजारे अब्बासिया ने दर्द भरा नौहा पेश किया जिसे सुनकर तमाम अजादारों ने जंजीर व कमा का मातम किया. जुलूस विभिन्न रास्तों से होता हुआ शिवाला चौराहे पर पहुंचा जहां पर इमाम हुसैन का पैगाम दुनिया के लिए क्या था इस पर मौलाना नजीर हुसैन लखनवी व सैयद फरमान हैदर ने तकरीर की. उलेमा ने कहा कि इमाम हुसैन के नाम पर पूरी दुनिया एक प्लेटफार्म पर आ सकती है. इमाम हुसैन को इंडिया से मोहब्बत थी. यही वजह थी कि उन्होंने कर्बला की जंग के पहले कहा था कि मुझे हिन्दुस्तान जाने का दिल कर रहा है. आज वही हिन्दुस्तान इमाम हुसैन के चाहने वालों का मरकज बन गया है. जुलूस शिवाला घाट जाकर सम्पन्न हुआ. ऐसे ही सलेमपुरा में दूसरा जुलूस उठा. जिसमें ताजिया, अलम व ताबूत आदि शामिल था. यहां अंजुमन आबिदिया ने नौहाख्वानी व मातम किया. ऐसे ही तीसरा जुलूस मसजिद डिपटी जाफर बख्त शिवाला से उठा. जुलूस में अंजुमन हैदरी चौक ने दर्द भरे नौहों पर जोरदार मातम का नजराना पेश किया. यह जुलूस भी शिवाला घाट जाकर सम्पन्न हुआ. जुलूस का यह सिलसिला २६ सफर तक जारी रहेगा.

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...