सोमवार, 14 अगस्त 2023

मंडलायुक्त ने दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को किया नमन 


Varanasi (dil India live)। Varanasi  के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने देश के 77 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मंडल व जनपदवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने देश, प्रदेश की प्रगति, नागरिकों की खुशहाली और उन्नति की मंगल कामनाएँ की। देश की आजादी के लिए सर्वस्व समर्पित करने वाले और प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने सभी से अपील की कि निर्धन एवं जरूरतमंद लोगों के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही नई योजनाओं, निर्णयों, कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी जरूर सुनिश्चित करें ताकि विकास के क्षेत्र में मंडल व जनपद का उत्थान हो।

उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि स्वतंत्रता दिवस को पर्व के उत्साह और उमंग के साथ मनाएं तथा स्वाधीनता के गौरव और आनंद का अनुभव करें। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों की नींव पर आधुनिक भारत का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति भक्ति और सेवा भावना के साथ किया गया छोटा बड़ा योगदान राष्ट्र निर्माण का आधार है। अपने कार्यों और जिम्मेदारियों का समर्पण, प्रखरता, ईमानदारी और निष्ठा के साथ पालन समृद्ध, समर्थ और सशक्त राष्ट्र के लिए बड़े बदलाव कर सकता है। मंडलायुक्त ने आशा व्यक्त की है कि आज़ादी के अमृत महोत्सव का यह दिवस नागरिकों में नई ऊर्जा और नवचेतना का संचार करेगा।

रविवार, 13 अगस्त 2023

Hajj बैतुल्लाह के मुसाफ़िरों का welcome

अरबी रुमाल पहना हाजियों का किया गया खैरमकदम 





Varanasi (dil India live).  Hajj 2023 में पूरी दुनिया के साथ हिन्दुस्तान के हज जायरीन हज बैतुल्लाह से सरफराज होकर खैरियत व आफियत के साथ अपने-अपने मुल्कों में पहुंच चुके हैं। इस खुशी के मौके पर इसरा (ISSRA) वाराणसी के मुख्यालय, अर्दली बाजार वाराणसी में हाजियों का खैरमकद समारोह का आयोजन 13.08.2022 को प्रातः 10:30 बजे से मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी की सदारत में सकुशल सम्पन्न हुआ। इस मौके पर हाजियों को अरबी रूमाल पहना कर तथा ख़्वातीन द्वारा हज्जिनों को अरबी दुपट्टा पहनाने के बाद माल्यार्पण कर उनका खैरमकदम किया गया। 

आंखों में सिर्फ आंसू ही थे... 

हज बैतुल्लाह से सरफराज होकर तथा हुजूर सल्लाहो अलैहे वसल्लम के रौज-ए-अकदस की जियारत से सकुशल वापस आने पर हाजियों का यह कहना था- वाराणसी से हाजी बशीर अहमद अंसारी तथा हाजी इसराइल का कहना था कि हम सब लोग खुशकिस्मत थे कि हमारी रवानगी लखनऊ से मदीने मुनव्वरा के लिए हुई। हमने यह दिल में सोचा था कि जब रोज-ए-अकदस स. आंखों के सामने होगा तो अपने दिल का हाल बयान करूंगा व दिल से तमाम दुआएं मागूंगा लेकिन जब रौज-ए-अकदस स. निगाहों के सामने आया तो आंखों में सिर्फ आसू ही थे और हम सब सिर्फ हाथ उठाकर रोते रहे न तो दिल की बातें याद रही और न ही दुआए याद रही। 

अरकानों को पूरा करने में हुई आसानी 

गाजीपुर से आये हाजी बहाउद्दीन साहब का कहना था कि इसरा ( SSRA) के हज ट्रेनिंग कैम्प में मिली जानकारी और संस्था द्वारा बांटे गये पचों से हम लोगों को हज अरकानों को पूरा करने में काफी आसानी हुई और हज के अरकानों और दुआओं को ढूंढना नहीं पड़ा। मऊ से आये के हाजी सरफराज का कहना था कि वाकई काबा शरीफ तथा मस्जिदे नबवी सं. में अल्लाह तआला की रहमत बरसती है और चौबीसों घेण्टे नूर की बारिश होती रहती है, और अल्लाहतआला गैब से अपने मेहमानों की मदद फरमाता है। रामनगर से आये के हाजी असलम का कहना था कि अल्लाह तआला अपने हाजियों को पूरी दुनियां से हज बैतुल्लाह से सरफराज करने के लिए बुलाता है और अपने मेहमानों के लिए इस पाक सरजमीं पर फरश्तिो को भेजकर उनकी मदद व मेहमाननवाजी फरमाता है। उसी के रहमों करम से हाजी हज के मुश्किल अरकानों को पूरा कर पाता है। वाकई एक ही दिन में उमराह और कई-कई तवाफ करने के बाद जम-जम पीकर अल्लाह तआला की बारगाह में जब सेहत की दुआ की जाती है तो सारी थकान दूर हो जाती और अल्लाह तआला फिर से ऐसी कूबत अता करता कि बार-बार तवाफ और उमराह हाजी करता रहता था। चन्दौली से आये गुफरान खान, मोहम्मद उमर ने बताया कि हज, उमराह व इबादत में 40 दिन कैसे बीत गये पता ही नहीं चला और अभी ख़ुदा की इबादत से दिल भरा ही नहीं था कि वापस आने की बारी आ गई और तवाफे विदा करने की बारी आई तो ऐसा एहसास हुआ कि रूह जिस्म से निकल जायेगी। तवाफे विदा के वक्त रूह जिस्म से नहीं निकली बाकी सब कुछ हो गया। बस यही सोच कर रोना आता था कि फिर इस मुकद्दस जगह पर दुबारा आ पाऊँगा या नहीं। जिन्दगी बाकी रहेगी या नहीं? ख़ुदा के इस पाक घर को कैसे छोड़कर चला जाऊँ। इलाहाबाद से आये हाजी अनीस खां ने कहा कि मदीना में हुजूर स. के रौजा-ए- अकदस के सामने अदब के साथ खड़े होकर जब हमने रो-रो कर अपने और सभी हाजियों के हज के अरकानों को बखैरियत पूरा होने और हज के मुश्किल अरकानों को आसानी से पूरा होने के लिए दुआ की तो अल्लाहतआला ने हम सभी को हज बैतुल्लाह से सरफराज किया और हम लोग अल्लाहतआला के करम से अपने अपने मुल्कों में बखैरियत पहुंच गये। हज बैतुल्लाह पर गये हाजियों ने इसरा (ISSRA) द्वारा मिली जानकारियों को दूसरे राज्यों जैसे राजस्थान, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल दिल्ली के हजयात्रियों को दी। 

काश एक बार फिर मिलता हज का मौका

हज बैतुल्लाह से सकुशल वापस आने पर हाजियों का कहना था कि अल्लाहतआला से मेरी यही दुआ थी कि हम लोगों को एक बार फिर हज पर जाने का मौका मिले। प्रोग्राम के अंत में सभी ओलमा व हाजी साहबानों ने मिलकर यह दुआ की कि जो लोग इस साल 2023 में किन्हीं वजहों से हज पर नहीं जा पाये हैं या जिनकी तमन्ना 2024 में हज पर जाने की है उन्हें अल्लाहतआला अपने रहम व करम से अगले साल हज 2024 में हज बैतुल्लाह से सरफराज फरमाये। औरतों में ख़्वातीन हज ट्रेनर सबीहा खातून, निकहत फातमा, अनम फातमा सहित हज्जिन नरगिस, जरीना बेगम, कौसरजहां, आसमां, जैबुनिशा, नरगिस फातमा, रौशन आरा आदि मौजूद थी। 

इस मौके पर ओलमा में मौलाना अब्दुल हादी खाँ हबीबी, मौलाना हसीन हबीबी, मौलाना कमाल, मौलाना डा. निजामुद्दीन चतुर्वेदी, मुफ्ती महमूद आलम, हाफिज शफी अहमद, मौलाना मुबारक, हाफिज हबीबुर्रहमान और शायरों में हाजी सैयद अशफर बनारसी, तथा इसरा ( ISRA ) के पदाधिकारी एवं सदस्यगण मौजूद थे।

SP प्रमुख akhilesh yadav ने बढ़ाया बुनकरों का सम्मान

शमीम अंसारी समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत 



Varanasi (dil India live)। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुनकर नेता शमीम अंसारी को प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत करके बुनकरों का सम्मान बढ़ाया है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल द्वारा जारी प्रदेश कार्यकारिणी कि सूची में बनारस के प्रमुख बुनकर नेता शमीम अंसारी व बनारस के लालमन राजभर को भी प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत किया गया है। उनकी नियुक्ति पर बनकर समाज में हर्ष का माहौल है। शमीम अंसारी को तमाम लोग मुबारकबाद दे रहे हैं। शमीम अंसारी ने बताया कि उनकी गोद ली बेटी जौनपुर की डा.रागिनी सोनकर को भी कार्यकारिणी में शामिल किया गया है इससे उनकी खुशी बढ़ गई है। इसके अलावा गाजीपुर के डा.विजय बहादुर यादव, डा. जहां खां, मिर्जापुर के जगदम्बा सिंह पटेल, बाराबंकी के मौलाना इस्माइल व आजमगढ़ के अनुराग यादव आदि को प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किया गया है। देखें पूरी सूची:-






15 August के लिए उत्साहित हैं Indian, post office से ढाई लाख बिका तिरंगा

रैलियों से post office ने किया हर घर तिरंगा के लिए जागरूक




Varanasi (dil India live). 'हर घर तिरंगा' को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से इस अभियान को नई ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया है। "हर घर तिरंगा" अभियान (13-15 अगस्त) के लिए तिरंगा ध्वज उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। डाकघर से कोई भी व्यक्ति 25 रुपये में झंडा ले सकता है। तिरंगा अभियान में ध्वजों की कोई कमी न रहे और समय से पहले हर घर तक तिरंगा पहुंच जाए, इसके लिए रविवार को अवकाश के दिन भी डाकघर खुले रहे। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी.

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से अब तक लगभग ढाई लाख तिरंगा ध्वजों की बिक्री की जा चुकी है। रविवार को भी लोग डाकघरों में पहुँचकर घरों और कार्यस्थल पर तिरंगा फहराने के लिए खरीदते रहे। स्कूली बच्चों व युवाओं से लेकर शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, किसान, श्रमिक और नागरिक डाकघरों से तिरंगा ध्वज की खरीद कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में इसके प्रति काफी उत्साह देखा जा रहा है। श्री यादव ने कहा कि रविवार को तमाम महत्वपूर्ण स्थलों पर जाकर डाक विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने  "हर घर तिरंगा" अभियान के प्रति लोगों में जागरूकता लाने हेतु पहल की। डाककर्मियों ने भी अपने घरों पर तिरंगा लगाया और स्वतंत्रता दिवस पर सभी डाकघरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, 'आजादी का महोत्सव' के तहत 'हर घर तिरंगा' अभियान में डाक विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डाकघरों के माध्यम से शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचलों में भी तिरंगे की मात्र 25 रूपये (जीएसटी सहित) में बिक्री की जा रही है। 20 इंच x 30 इंच आकार का पालिएस्टर से बना यह तिरंगा ई पोस्ट ऑफिस पोर्टल www.epostoffice.gov.in के माध्यम से भी ऑनलाइन भुगतान करके घर बैठे ही बिना किसी होम डिलीवरी चार्ज के प्राप्त किया जा सकता है। व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जहाँ डाकिया क्षेत्र में डाक बाँटते समय लोगों को अपने घरों में तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर भी डाक विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। प्रधान डाकघरों में लगी सेल्फी प्वाइंट पर तिरंगा के साथ तस्वीर लेकर भी लोग खूब पोस्ट कर रहे हैं। यह अभियान देश भक्ति की सामूहिक चेतना को घर-घर पहुँचाने का कार्य कर रहा है।

सरकारी School में students के लिए लगाया free eye जांच कैंप



Varanasi (dil India live). भारत जैसे विकासशील देश में स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं आज भी ग्रामीण लोगों की पहुंच से काफी दूर हैं। यही कारण है कि गाँव के लोग सरकारी अस्पतालों में भी आसानी से नहीं पहुंच पाते और प्राइवेट अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं का उपयोग उनकी आर्थिक स्थिति के दायरे से बाहर है। इस क्षेत्र में काफी सरकारी प्रयासों के बावजूद भी लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

सरकारी स्कूल तक न सिर्फ स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने बल्कि इन सुविधाओं को हर ज़रूरतमंद बच्चे तक पहुंचाने के उद्देश्य से शिक्षिका छवि अग्रवाल अपने सामाजिक दायरे का प्रयोग कर समय-समय पर न सिर्फ़ अपने विद्यालय बल्कि आस-पास के भी विद्यालयों की भी सहायता करती रहती हैं। इस बार इस अद्भुत नेक पहल में छवि का साथ दिया है वाराणसी इलीट राउंड टेबल के अध्यक्ष नितेश सुखवानी जी ने ।संयुक्त रूप से काशी विद्यापीठ ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकरी में एक निःशुल्क नेत्र जाँच कैंप का आयोजन कर हर बच्चे तक स्वास्थ्य सुविधा की पहुंच को सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया।जिसके अन्तर्गत विद्यालय के सभी बच्चों का आई टेस्ट किया गया तथा जाँच उपरांत निःशुल्क चश्मे भी वितरित किए गए। इस प्रक्रिया में 15 दिन का समय लगा। अपनी स्पष्ट दृष्टि पुनः प्राप्त कर बच्चों के चेहरे खिल उठे। वो कहते हैं ना कि नज़र सही तो ख़ुशी के बहाने कई…। सहयोगी संस्था इलीट राउंड टेबल अध्यक्ष नितेश सुखवानी व सुरभि सुखवानी ने कहा कि स्कूल के बच्चों के लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लासेज चलने से व ज्यादा मोबाइल का प्रयोग करने की वजह से देखने में परेशानी की शिकायतें मिल रही थी जिसके तहत संस्था ने सरकारी पाठशाला में नेत्र शिविर लगाने का फैसला लिया उन्होंने कहा कि शिविर में बच्चों की आंखें टेस्ट करवाकर कमजोर आँखों वाले बच्चों को चश्मे दवाएं वितरित कराई गई हैं। छवि अग्रवाल ने पदाधिकारियों को इस अनुपम कार्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और धन्यवाद देते हुए भविष्य में भी ऐसे शिविर लगाने की अपील की। इस मौके पर संस्था के सदस्य एवम् विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

Banaras Gharana: तबला वादक पं पुंडलिक भागवत का निधन

स्पिक मैके समेत कलाकारों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि 


Varanasi (dil India live). काशी हिन्दू विश्व विद्यालय मंच कला संकाय के वरिष्ठ तबला वादक एवं बनारस घराने के कलाकार पं पुंडलिक कृष्ण भागवत के आकस्मिक निधन की खबर शनिवार को सुनते ही काशी के संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

गौरतलब हो कि पं पुंडलिक कृष्ण भागवत शुक्रवार को रामरंग संगीत समारोह में पूरे तीन घंटे तक कार्यक्रम में रहें और संगीत पर चर्चा भी की। उनके संगीत का रस ले रहे कला प्रेमियों को तब अंदाजा भी नहीं था कि कुछ घंटे बाद ह्रदयगति रुकने से उनका निधन हो जाएगा। मगर होता वही है जो लिखा होता है। उधर उनके निधन का समाचार सुनकर संगीत से जुड़े लोग स्तब्ध रह गए। पं पुंडलिक भागवत सनबीम वरुणा में सिडबी एवं स्पिक मैके की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को तबला वादन का प्रशिक्षण भी दें रहें थे। प्रातः विद्यालय में जब उनके स्वर्गवासी होने का समाचार प्राप्त हुआ तो संगीत के शिक्षक एवं विद्यार्थियों नें शोक संवेदना व्यक्त कर दो मिनट मौन रहकर श्रद्धांजलि दी। स्पिक मैके उत्तरप्रदेश की ओर चेयरपर्सन उमेश चंद्र सेठ डॉ मधु शुक्ला डॉ शुभा सक्सेना समरेंद्र सिंह डॉ विभा सिंह पवन सिंह विशाल कृष्ण रूद्र शंकर मिश्र नें उनके निधन पर दुःख प्रकट करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की। बनारस कला ग्रुप कि सरला, संगीता सिन्हा, दीपक मिश्रा, आशीष सिंह व फिल्मी दुनिया कि अभिनेत्री सुरभि सिंह आदि ने इस महान कलाकार कि आत्मा कि शांति के लिए प्रार्थना की।

शनिवार, 12 अगस्त 2023

चौथे इमाम की शहादत पर उठाया गया जुलूस

मजलिस में ताबूत की जियारत कर रो पड़ी ख़्वातीन 


Varanasi (dil India live). २४ मुहर्रम को चौथे इमाम हज़रत जैनुल आबेदीन कि शहादत की पूर्व संध्या पर शिया समुदाय  ने अपने ग़म का इजहार किया और जगह  जगह मजलिसों का एहतमाम किया। अर्दली बाजार में उल्फत बीबी के हाते से अंजुमन इमामिया के ज़ेरे इंतेज़ाम हसन अख्तर के इमामबाड़े से अलम, दुलदुल व ताबूत का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस नौहाखवानी और मातम करते हुए इमामबाड़ा मीर ग़ुलाम अब्बास पर जाकर समाप्त हुआ। ऐसे ही चौहाट्टा लाल खां में अंजुमन अबिदिया ने अलम, ताबूत व दुल्दुल का जुलूस निकाला। जिसमें शहर की कई अंजुमनो ने नौहाखवानी व मातम का नजराना पेश किया। उधर इमाम जैनुल आबेदीन को खिराज ए अक़ीदत पेश करने भदऊँ स्थित गुलशन ए एहसान में चार दिनी मजलिस के अंतिम दिन महिलाओं ने चौथे इमाम का जहां ताबूत उठाया, वही ताबूत कि जियारत कर ख़्वातीन रो पड़ी। काली महाल की मस्जिद में मजलिस को खिताब करते हुऐ शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया की इमाम की शहादत आज से 1350 साल पहले, ९५ हिजरी २५ मुहर्रम को हुईं थी। इमाम की इबादते और दुआएं आज भी दुनिया ए इल्म को रौशन किए हुए है।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...