शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

Vaccination:जन्म के 24 घंटे के अंदर बर्थ डोज अवश्य लगवाएं : डॉ निकुंज

नियमित टीकाकरण के लिए दिया प्रशिक्षण

किसी भी उम्र के बच्चे टीकाकरण से छूटने नहीं पाएं

गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए सभी टीके समय से लगवाएं 


Varanasi (dil india live).नियमित टीकाकरण सुदृढ़ीकरण के लिए नगर एवं ब्लॉक के टीकाकरण पर्यवेक्षकों का जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के सहयोग से किया गया। गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी Dr. संदीप चौधरी के निर्देशन में सीएमओ कार्यालय सभागार में आईसीडीएस से मुख्य सेविकाएं, शहरी क्षेत्र से फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और बेसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया गया।

         इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी Dr. निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि छाया शहरी तथा ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के साथ हर बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले नियमित टीकाकरण दिवस पर सभी बच्चों और गर्भवती को समय से सभी टीका लग सके, इसके लिए ड्यू लिस्ट तैयार करना, बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करना और किसी भी टीका से छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करना बेहद जरूरी है। जन्म के बाद 24 घंटे के अंदर शिशु को बर्थ डोज का टीकाकरण शत प्रतिशत होना चाहिए । साथ ही सभी टीकों को समय समय पर लगवाते रहें जिससे बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके। किसी भी उम्र का कोई भी बच्चा किसी भी टीकाकरण से छूटने न पाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखना है। 

        वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी Dr. एके पांडे ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सभी टीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि छठवें, दसवें, 14वें, नौ से 12 माह, 16 से 24 माह, 5 से 6 वर्ष, 10 वर्ष और 16 वर्ष पर विभिन्न टीकाकरण को अवश्य लगवाएं। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव व यूनिसेफ के Dr. शाहिद ने समुदाय को मोबिलाइजेशन और कम्युनिकेशन अंतराल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ जयशीलन एवं डॉ सतरूपा ने जमीनी स्तर पर मिलने वाले आउटब्रेक और चुनौतियों के बारें में विस्तार से चर्चा की। साथ ही नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत किये जाने वाले कार्य, रिपोर्टिंग व सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। 

          इस मौके पर डॉ सुनील गुप्ता, डॉ यतीश भुवन पाठक, यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक प्रदीप विश्वकर्मा, बीएमसी तबरेज अंसारी, अभिषेक उपाध्याय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।

गुरुवार, 10 नवंबर 2022

COVID में माता-पिता को खोने वाले बच्चों का CDO ने जाना हाल

बच्चों से बोले CDO: समस्या होने पर कभी भी कर सकते है कॉल

Varanasi (dil india live). मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कोरोना काल में माता-पिता दोनों को खो देने वाले बच्चों  से गुरुवार को  विकास भवन सभागार में मुलाकात कर उनका हाल जाना। ये सभी बच्चे पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन  स्कीम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे, बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी नम्रता श्रीवास्तव, मंडलीय बाल संरक्षण सलाहकार रिजवाना परवीन, राजकुमार तथा विजय उपस्थित रहे।

जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे ने  मुख्य विकास अधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत कुल 8 बच्चे लाभान्वित किए जा रहे, सभी बच्चों के खाते में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दस लाख  रुपए जमा हुए हैं। जोकि उन्हें 23 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात मिलेंगे तथा 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर बच्चों को स्टाइपेंड मिलना शुरू हो जाएगा। जनपद के दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया है उनको 5500 रुपए प्रतिमाह मिलना शुरू हो गया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे सभी बच्चों को ₹20000 वार्षिक धनराशि उनके खाते में भेजी जा रही है। जिससे वह अपने लिए यूनिफॉर्म ,जूते ,बैग इत्यादि क्रय कर सकें।भारत सरकार से सभी बच्चो  को आयुष्मान हेल्थ कार्ड प्राप्त हुआ है जिससे वे 5 लाख तक का इलाज करा सकते हैं,साथ ही  उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे 6 बच्चो को 4000 प्रतिमाह की धनराशि उनकी शिक्षा हेतु  भेजी जा रही हैं दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत 2500 रूपए प्रतिमाह से लाभान्वित किया जा रहा है। 5 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लैपटॉप दिया गया है। राजस्व विभाग द्वारा अहेतुक सहायता 6 बच्चो को 50000 तथा 2 बच्चो को 1 लाख रुपए की धनराशि उनके खाते में भेजी गई है।

मुख्य विकास अधिकारी ने सभी बच्चो से  बात किया । उन्होंने उनकी रुचि ,स्वास्थ्य परिवार के बारे में जाना, बच्चो के पैतृक संपत्ति में उनका नामांतरण करवाने हेतु संबंधित विभाग को पत्र प्रेषित करने, सुरक्षा के दृष्टिगत संबंधित थाने तथा चिकित्सा संबंधी आकस्मिक आवश्यकता हेतु नजदीकी  स्वास्थ्य केंद्र को पत्र प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया।इसके साथ ही अगर बच्चो को  किसी प्रकार की कोई समस्या होने पर  स्वयं का व्यक्तिगत नंबर  भी उपलब्ध कराया गया  और  आश्वासन दिया गया कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो कभी भी उनके व्यक्तिगत नंबर पर बात कर सकते हैं।  मुख्य विकास अधिकारी ने एक अभिभावक की भूमिका निभाते हुए सभी बच्चों को प्रत्येक माह  के द्वितीय शनिवार को अपने घर पर  साथ में लंच करने के लिए आमंत्रित किया।

बुधवार, 9 नवंबर 2022

Bhartiya Kisan union के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत जानिए क्या बोले

प्रदेश की योगी सरकार किसान विरोधी : राकेश टिकैत



mirzapur (dil india live/ap tiwari) भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश सिंह टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव प्रहलाद सिंह के घर पहुंचकर किसानों की हौसला अफजाई किया और कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है।

इससे पहले सोमवार को अदलहाट स्थित इंटर कॉलेज के मैदान में जनसभा खत्म होने के बाद राकेश टिकैत जिला अध्यक्ष कंचन सिंह फौजी के घर पर रात्रि का प्रवास किए उसके बाद राकेश टिकैत  मंगलवार को सुबह सोनपुर थाना अहरौरा होकर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव प्रह्लाद सिंह के घर पहुंचे वहां पर थोड़ा विश्राम कर परिजनों एवं समर्थकों के साथ मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसान विरोधी है राकेश टिकैत ने कहा कि वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर स्थित वनस्थली महाविद्यालय के पास लगा गया अवैध टोल प्लाजा 26 नवंबर तक हटा ले नहीं तो भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होगा। जंवादे करके वादों से मुकर जाना है की पुरानी आदत है जहा कभी भी प्रदेश एवं केंद्र की सरकार तानाशाही रवैया अपनाएं भारतीय किसान यूनियन को आंदोलन और  सिर्फ  आन्दोलन  का  ही रास्ता अपनाएगी उन्होंने कहा कि देश में विदेश में अपनी बिपक्ष  ने अपनी भूमिका  खोदी है ।खुद खोजने से भी नही मील रही है  सरकार पूंजीपतियों की गोद में खेल रही है राकेश टिकैत ने कहा कि देश को बिकने नहीं देंगे इसके बाद उनका काफिला चंदौली में प्रस्तावित जनसभा के लिए प्रस्थान कर गया इस दौरान उपस्थित रहने वाले राष्ट्रीय महासचिव राजबीर सिंह यादव प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह प्रदेश सचिव प्रह्लाद सिंह जिला अध्यक्ष जी मंडल अध्यक्ष अनिल सिंह अन्नदाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह पंकज सिंह महेश सिंह राम सिंह रामजी तिवारी

मंगलवार, 8 नवंबर 2022

Phc-chc में भी भर्ती किये जायें डेंगू के मरीज:डीएम

टेली medicine के लिए बढ़ाये जाएं और चिकित्सक

डीएम की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग डेंगू को लेकर बैठक



Varanasi (dil india live). जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि डेंगू के मरीजों को कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) व प्राथमिक हेल्थ सेंटर (पीएचसी) में भी भर्ती किया जाय। यहां तक की डेंगू के संदिग्ध मरीजों को भी भर्ती कर उनका उपचार किया जाये।

 जिलाधिकारी एस राजलिंगम मंगलवार को विकास भवन सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ डेंगू को लेकर बैठक कर रहे थे। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने डेंगू मरीजों के उपचार के संदर्भ में अबतक की गयी व्यवस्था की जानकारी जिलाधिकारी को दी। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप लोगों को उनकी आवश्यकतानुसार बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता ना होने पाए। अस्पतालों में चिकित्सकों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। डेंगू का इलाज करा रहे मरीजो एवं उनके तीमारदारों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू पीड़ितों को अपने घर के समीप ही उपचार मिले इसके लिए जरूरी है कि सभी सीएचसी व पीएचसी में डेंगू पीड़ित मरीजों की भर्ती की जाये। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। यहां तक कि ऐसे मरीज जिन्हें बुखार आ रहा है और उनमें डेंगू के लक्षण है तो उन्हें भी भर्ती कर उपचार किया जाये। साथ ही टेलीमेडिसिन व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाये। जिलाधिकारी ने जनपद में तैनात वेक्टर सर्विलांस टीम की जानकारी ली और निर्देश दिया कि इस टीम को ऐसे इलाके में तत्काल भेजा जाय जहां डेंगू के मरीज मिल रहे है। वहां घर-घर जाकर यह टीम यह पता करे कि वहां कहीं जलजमाव व डेंगू मच्छर के लार्वा तो नहीं है। बैठक में सीडीओ हिमांशू नागपाल, एसीएमओ डा. एसएस कनौजिया, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी शरतचन्द्र पाण्डेय   समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सोमवार, 7 नवंबर 2022

Dev dipawali:Zami pe utra Chand sitare













Varanasi (dil india live)। देव दीपावली पर वाराणसी आए पर्यटकों को गंगा किनारे ज़मीं पर चांद सितारे उतरने का अदभुत एहसास जहां हुआ वहीं गंगा घाट रोशनी से रौशन नजर आए, हर घाट पर दीपक सजने से , घाटों का कोना-कोना प्रज्जवलित नजर आया। गंगा के दोनों किनारों पर लगभग दस लाख से अधिक दीये जलाने से महसूस हो रहा था कि जैसे गंगा तट पर सितारे टांक दिये गये हो। यह अद्भुत नजारा देख पर्यटकों के साथ नागरिक यादों में इसे सजोंने के लिए कैमरे और सेलफोन से फोटो लेने में जुटे रहे। देव दीपावली देख लोगों के मुंह से अद्भुत, अलौकिक, अद्वितीय जैसे शब्द ही निकल रहे थे। इसके पहले शाम को लोगों के सामूहिक प्रयास से घाटों का कोना कोना रोशनी से नहा उठा। गंगाघाट की सीढि़यों से लेकर गंगा की लहरों तक, घरों से लेकर मंदिरों तक, हर जगह रोशनी ही रोशनी दिखी। गंगा तट पर शाम को कोई दिये में तेल डालता दिखा तो कोई दीयों में बाती रखता। लोग पूरे उत्साह के साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों,जिला प्रशासन के अफसरों और विशिष्ट जनों के साथ दीयों को प्रज्जवलित कर देव दीपावली का पर्व मना रहे।

Dev dipawali, ganga arti अब डाक विभाग के विशेष आवरण पर भी छाये

India Post ने देव दीपावली, विश्वनाथ धाम पर जारी किए विशेष आवरण

देव दीपावली हुई लोकल से ग्लोबल : चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा

स्वयं को आलोकित करने का पर्व भी देव दीपावली: पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव



Varanasi (dil india live). काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद आयोजित पहली देव दीपावली को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारतीय डाक विभाग ने देव दीपावली, श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा आरती पर तीन विशेष आवरण व विरूपण जारी किये। वाराणसी प्रधान डाकघर में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव संग इसे जारी किया।  

इस अवसर पर चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि वाराणसी की देव दीपावली लोकल से ग्लोबल हो चुकी है, वहीं श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरुप ने सभी को आकर्षित किया है। गंगा घाटों पर होने वाली गंगा आरती की शोभा देखते ही बनती है। इन सभी पर विशेष आवरण व विशेष विरूपण जारी होना सभी श्रद्धालुओं व काशीवासियों के लिए गर्व का पल है। इससे वाराणसी की संस्कृति, परंपरा और धरोहर का और भी तेजी से देश-विदेश में प्रचार-प्रसार होगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में जानकारी हासिल हो सकेगी।

 श्री सिन्हा ने कहा कि डाक विभाग डाक टिकटों और विभिन्न विशेष आवरण के माध्यम से देश-प्रदेश से जुड़े विभिन्न आयामों को दुनिया भर में प्रसारित कर रहा है। उत्तर प्रदेश में एक जिला-एक उत्पाद, जीआई उत्पाद, आजादी का अमृत महोत्सव, हर घर तिरंगा, श्री राम वन गमन पथ, बौद्ध परिपथ और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनसंग नायकों और नायिकाओं पर जारी विभिन्न विशेष आवरणों के माध्यम से युवा पीढ़ी को भी उनकी विरासत से जोड़ा गया है। डाक टिकटों और पत्र लेखन से युवाओं को जोड़ने के लिए माई स्टैम्प, फिलेटली डिपॉजिट एकाउंट, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता, स्टाम्प डिजाइनिंग और दीनदयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना जैसी तमाम अभिनव पहल की गई हैं।  

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम का महात्म्य, देव दीपावली और गंगा घाट पर होने वाली आरती की परंपरा इतिहास के विविध कालों से जुड़ी हुई है। देव दीपावली सिर्फ उत्सव भर नहीं है, बल्कि प्रकृति के सान्निध्य में दीपों के प्रज्ज्वलन के साथ-साथ यह स्वयं को भी आलोकित करने का पर्व है। ऐसे में देव दीपावली के दिन जारी ये विशेष आवरण काशी की उत्सवी परंपरा, आध्यात्मिक संस्कृति, देवी-देवताओं व आराध्य के प्रति समर्पण की खूबसूरत भावना को पूरे विश्व में आलोकित करेंगे। श्री यादव ने बताया कि जारी विशेष आवरण में देव दीपावली, गंगा आरती और भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम की मनोहारी छवियाँ दृष्टव्य है और आवरण के पृष्ठ भाग में इनके बारे में हिंदी व अँग्रेजी में जानकारियां मुद्रित हैं। इन विशेष आवरणों को विशेश्वरगंज स्थित स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर से प्राप्त किया जा सकता है।    

इस दौरान प्रवर डाक अधीक्षक राजन, डाक अधीक्षक पी.सी. तिवारी, सीनियर पोस्टमास्टर सी.एस. बरुवा,  सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, सहायक डाक अधीक्षक सुरेंद्र चौधरी,अजय कुमार, दिलीप यादव, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, रमेश यादव, सर्वेश सिंह, वीएन द्विवेदी, श्रीप्रकाश गुप्ता, राजेन्द्र यादव, सुशांत झां,जगदीश सदेजा, दीपमणि, कमल भारती, सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, फ़िलेटलिस्ट इत्यादि उपस्थित रहे। मंच संचालन कुमारी अजिता ने किया।

रविवार, 6 नवंबर 2022

Giaravahin Sharif 2022

जानिए शेख अब्दुल क़ादिर जीलानी की जिंदगी 

Varanasi (dil india live). हजरत शेख अब्दुल क़ादिर जीलानी रहमतुल्लाह अलैह गौसे आजम कि जिंदगी पूरी दुनिया के लिए मिसाल है। हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी की माँ ने उन्हें 60 वर्ष के उम्र में जन्म दिया था। जो किसी मां द्वारा बच्चे को जन्म देने की एक सामान्य उम्र से कहीं ज्यादा है। ऐसा कहा जाता है कि हज़रत शेख अब्दुल कादिर जीलानी के जन्म के वक्त उनके सीने पर पैगंबर मोहम्मद (स.) के पैरों के निशान बने हुए थे। इसके साथ ही ऐसा माना जाता है उनके जन्म के वक्त जीलान में अन्य 1100 बच्चों ने जन्म लिया था और यह सभी के सभी बच्चे आगे चलकर इस्लाम के बड़े प्रचारक बने।

उनके जीवन की एक और भी बहुत प्रसिद्ध कहानी है, जिसके अनुसार जन्म लेने के बाद नवजात हजरत अब्दुल कदिर जीलानी ने रमजन के महीने में दूध पीने से इंकार कर दिया। जिसके बाद आने वाले वर्षों में जब लोग चांद देख पाने में असमर्थ होते थे। तब वह अपने चांद की तस्दीक इस बात से लगाते थे कि हज़रत शेख अब्दुल कादिर जीलानी ने दूध पिया या नही, यहीं कारण है कि उन्हें उनके जन्म से एक विशेष बालक माना जाता था।

इस कहानी से हर कौम हुई  जीलानी की दीवानी 

हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी रहमतुल्लाह अलैह गौसे पाक की ईमानदारी से जुड़ी एक ऐसी भी कहानी है जिसने दुनिया की हर कौम को उनका दीवाना बना दिया। कहानी कुछ यूं है कि जब शेख अब्दुल कादिर जीलानी 18 वर्ष के हुए तो वह अपने आगे की पढ़ाई के लिए बगदाद जाने के लिए तैयार हुए। उस वक्त उनकी माँ ने 40 सोने के सिक्कों को उनके कोट में डाल दिया और जाते वक्त उन्हें यह सलाह दी कि चाहे कुछ भी हो लेकिन वह अपने जीवन में कभी भी झूठ नहीं बोलेंगे। इसके बाद वो बगदाद के लिए निकल पड़े।

बगदाद के रास्ते में उनके काफिले को कुछ डाकुओं ने घेर लिया। जिसमें एक लुटेरे ने हजरत जीलानी की तलाशी ली और कुछ ना मिलने पर उनसे पूछा कि क्या तुम्हारे पास कुछ नहीं है। इस पर शेख अब्दुल कादिर जीलानी ने कहा कि हाँ है, जिसके बाद वह लुटेरा जीलानी को अपने सरदार के पास ले गया और अपने सरदार को पूरी घटना बतायी और इसके पश्चात लुटेरों के सरदार ने पूछा तुम्हारे पास क्या है और कहां है? इस पर हजरत जीलानी ने मां द्वारा छुपा कर सिली गई जगह का सच बता दिया। इसके बाद डाकुओं ने चालीस सोने के सिक्कों को उनके पास से निकाल लिया। उनकी इस ईमानदारी को देखकर लुटेरों का वह सरदार काफी प्रभावित हुआ और उनके सिक्कों को वापस करते हुए, उनसे कहा कि वास्तव में तुम एक सच्चे मुसलमान हो। इसके साथ ही अपने इस हरकत का पश्चाताप करते हुए, दूसरे यात्रियों का भी सामान उन्हें वापस लौटा दिया। और डकैती छोड़ कर ईमान के रास्ते पर लौट आया।

छोटी से छोटी घटनाओं पर भी गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें-पुलिस महानिरीक्षक

छोटी से छोटी घटनाओं पर गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें -पुलिस महानिरीक्षक Mohd Rizwan  Varanasi (dil India live)। पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी परिक...