शुक्रवार, 4 नवंबर 2022

TB patient को गोद लेकर प्रदान की पोषण पोटली

निक्षय मित्र बनीं पूर्व cms डाक्टर स्वर्णलता सिंह 

TB मरीजों को पोषण और भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता: सीएमओ 



Varanasi (dil india live). देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को अक्षय एकादशी के अवसर पर जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा की पूर्व सीएमएस डॉ स्वर्णलता सिंह ने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 10 टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली प्रदान की। 

काशी विद्यापीठ ब्लॉक के तिलखनी क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी और पूर्व सीएमएस डॉ स्वर्णलता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत डॉ स्वर्णलता सिंह निक्षय मित्र के रूप में पंजीकरण हो गया है । अब वह गोद लिए गए 10 मरीजों को हर माह पोषण पोटली प्रदान करेंगी और उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुये उन्हें भावनात्मक सहयोग भी देंगी । डॉ स्वर्णलता सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से उन्होने टीबी मरीजों को गोद लेने की पहल की है । इस मौके पर उन्होने कुपोषित और गरीब बच्चों को पेन-पेंसिल, खाद्य सामाग्री का वितरण किया । बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के लिए गरीब बेटियों, किशोरियों साथ ही मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को भी उपहार भेंट किए । इसके अलावा सेंट मैरी हॉस्पिटल को कंबल प्रदान किए । 

इस मौके पर सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने डॉ स्वर्णलता सिंह के नेक पहल की सराहना की । उन्होने कहा कि वह कुपोषित व गरीब बच्चों, किशोरियों, महिलाओं के कल्याण के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं । टीबी मुक्त भारत की दिशा में उन्होने बहुत अच्छा कदम उठाया है । सीएमओ ने उम्मीद जताई कि वह इसी तरह समाज के कल्याण के लिए आगे भी बेहतर कार्य करती रहें । उन्होने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) व प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत स्वयं सेवी संस्था, जनप्रतिनिधि, अधिकारी आदि निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके पोषण और भावनात्मक सहयोग के लिए अपना योगदान दे रहे हैं जिसकी उन्हें बेहद आवश्यकता है । 

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जनपद में स्वयं सेवी संस्था, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों सहित अब तक 149 निक्षय मित्र बन चुके हैं। इनके द्वारा 3380 टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है।

कार्यक्रम में चिकित्साधिकारी डॉ अतुल सिंह, लक्ष्मीकांत मिश्रा, एनटीईपी से एसटीएस अभिषेक सिंह, सच्चिदानंद उपाध्याय, अजय सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।

गुरुवार, 3 नवंबर 2022

Dev dipawali पर काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने रेत पर होगी ग्रीन आतिशबाजी

वाराणसी के चेत सिंह घाट पर होगा 3D प्रोजेक्शन मैपिंग व लेज़र शो



Varanasi (dil india live)। देव दीपावली पर काशी में पहली बार लाइव चरित्रों पर आधारित 20 लेजर प्रोजेक्टर्स द्वारा 3D प्रोजेक्शन मैपिंग शो होने जा रहा है। इस शो का आयोजन उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्रालय के द्वारा किया जा रहा है। इस शो की विशेषता यह है कि इसे माँ गंगा के ऐतिहासिक चेतसिंह घाट की दीवारों पर 3D प्रोजेक्शन मैपिंग के द्वारा माँ गंगा के अवतरण की यात्रा को दिखाया जाएगा। इतिहास के पात्रों को फिर से बनाया गया और इसमें विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए संगीत और ध्वनि के साथ ऐसा वातावरण बनेगा। जहां दर्शक को लगेगा कि वह कहानी का हिस्सा है और ये शो दर्शकों के मानस पटल पर अमिट स्मृति छोड़ेगा। टेक्नॉलजिय का यह मेल कथा और चरित्रों को सजिवन्त करता है। इसके साथ ही लेजर और लाईट मल्टीमिडिया शो भी है जो टाइम कोड द्वारा प्रसारित किया जाएगा।

इसमें संगीत की ध्वनि के साथ लेज़र और लाइट्स का एक अनूठा तालमेल देखने को मिलेगा जो वह उपस्थित लोगो मंत्रमुग्ध कर देगा। इसके साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने रेत पर ग्रीन आतिशबाजी की जाएगी।

बुधवार, 2 नवंबर 2022

All soul day पर नम हुई अपनों की आंखें

कैंडल लाइट में रौशन की अपने पुरखों की कब्रें 


Varanasi (dil india live). अमूमन विरान से रहने वाले ईसाई कब्रिस्तानों का नजारा आज बदला बदला सा दिखाई दे रहा था। मसीही कब्रिस्तान ही नहीं बल्कि चर्च में बने पुरोहितों की कब्र भी कैंडल लाइट में रौशनी बिखेरती दिखाई दी।

 मसीही लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्र पर पहुंच कर उन्हें न सिर्फ याद किया बल्कि फूल मालाओं से कब्र सजाया व रौशनी की।  मौका था पवित्र आत्माओं के पर्व आल सोल डे का। 

आल सोल डे पर बुधवार को दिन भर अपनों की कब्र की साफ सफाई के बाद शाम को फूल और मालाओं से कब्रों को सजाया गया। कब्रों की साफ-सफाई कर उन पर फूल मालाएं डाली गईं। लोग शाम को कब्र पर मोमबत्ती जलाने के लिए पहुंचे। कब्रिस्तान के अंदर बिशप की अगुवाई में विशेष प्रार्थना सभा हुई। कब्र पर मोमबत्ती जलाकर मृत सगे संबंधियों की आत्मा की शांति के लिए सभी ने प्रार्थना की।  चौकाघाट कब्रिस्तान, सिगरा, महमूरगंज, फुलवरिया आदि कब्रिस्तानों पर लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। काफी लोग इस दौरान अपने अज़ीज़ों की कब्र पर पहुंच कर फफक पड़े। दरअसल हर साल 2 नवंबर को ईसाई समाज के लोग मृतक विश्वासियों का स्मरण उत्सव मनाने जुटते हैं। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है।

306 और बनेंगे Aadarsh aaganbadhi Kendra

अधिकारियों ने लिया 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद  

अब तक 426 आंगनबाड़ी केन्द्रों को लिया गया गोद


Varanasi (dil india live). बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तहत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार पूरा ज़ोर दे रही है । दूसरे चरण में पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पंचायत सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने जिले के 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया है । अब इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा। 

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डी0के0 सिंह ने बताया कि जनपद में 3914 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं । पहले चरण (जून 2022) में डीएम, सीडीओ, सीएमओ सहित 40 अधिकारियों द्वारा 120 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया था । हाल ही में महिला एवं बाल विकास विभाग की राज्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने की संख्या 1000 तक पहुंचाने के प्रयास के लिए निर्देशित किया गया है । इस क्रम में दूसरे चरण में 102 विभागीय अधिकारियों द्वारा 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया है । प्रत्येक अधिकारी ने तीन-तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया है । इसमें काशी विद्यापीठ ब्लॉक के 39, चिरईगांव के 42, चोलापुर के 42, पिंडरा के 30, अराजीलाइन के 36, सेवापुरी के 42, हरहुआ के 27, बड़ागांव के 48 आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं । सभी अधिकारियों को पत्र भी भेजा जा चुका है । इसके तहत अधिकारियों की मदद से केंद्रों पर कुर्सियां, मेज, खिलौने, वजन मशीन आदि की व्यवस्था की जाएगी । 

डीपीओ ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर वहाँ पंजीकृत बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के साथ केंद्रों को आधुनिक बनाया जाएगा। ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त करना, साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन (ईसीसीई) स्तर में सुधार लाना एवं आधारभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण करना है । 

छह माह में करना है विकसित

 गोद लिए गए आंगनबाड़ी केन्द्रों को अगले छह माह की समयावधि में विकसित किए जाने के लिए शासन की ओर से दिशा – निर्देश दिये गए हैं । अधिकारी गोद लिए गए केन्द्रों का निरीक्षण हर माह विभिन्न बिन्दुओं पर करेंगे । इन केन्द्रों पर अधिकारियों की ओर से आधारभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, बाल मैत्री शौचालय की उपलब्धता, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विद्युतीकरण, पोषण वाटिका, रंगाई-पुताई, भवन की भौतिक स्थिति, ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस की उपलब्धता, स्मार्ट फोन की उपलब्धता, बच्चों के बैठने के कुर्सी-मेज, खिलौने व अन्य सामाग्री उपलब्ध कराई जाएंगी । गोद लिए गए केन्द्रों को तय अवधि में उक्त मानकों की पूर्ति होने पर जिला पोषण समिति ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ घोषित कर प्रमाण पत्र देगी।

मंगलवार, 1 नवंबर 2022

Manoj sinha सिर पर “भगवत गीता” लिए कथा में पहुंचे


Ghazipur (dil india live). जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा मंगलवार को पुर्वाह्न 10 बजे अपने पैतृक गांव मुहम्मदाबाद के मोहनपुरा सपरिवार घर पहुंचे। जहां परिवार के अन्य सभी सदस्य ठाकुर जी के दरबार में पूजा अर्चना कर वाराणसी के विद्वान ब्राह्मण आचार्य पं कृष्णा दिक्षित के नेतृत्व में लगभग आधा दर्जन ब्राह्मणों के द्वारा भागवत पाठ के शुभारंभ के लिए संकल्प और पूजा अर्चना वैदिक मंत्रों तथा विधि विधान से कराया गया। सभी अनुष्ठान और पुजा कार्य में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पूरी आस्था के साथ परिवार संग पूजा कार्य मे सहयोग करते रहे। बता दें कि मनोज सिन्हा कल दो दिवसीय व्यक्तिगत दौरे पर सायंकाल गाजीपुर लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह पहुंचे और लोगों से औपचारिक मुलाकात कर सपरिवार रात्रि प्रवास अपने शास्त्री नगर स्थित आवास पर करके प्रातः काल पूरे काफिले के साथ पैतृक घर भागवत कथा पाठ के निमित्त पहुंचे।

मनोज सिन्हा परिजनों सहित हजारों ग्रामीण महिलाओं पुरुषों के साथ मोहनपुरा गांव के नजदीक मगई नदी तट पर पूजा के लिए जल लेने पहुंचे। जहां विधि विधान मंत्रोच्चार के बीच ब्राह्मण जनों के नेतृत्व में नदी तट पर देवताओं का आह्वान और पूजन कर कलश यात्रा जल लेकर भागवत कथा परिसर पहुंची। जहां परिवार सहित ग्रामीण जन कलश लेकर चल रहे थे वहीं मां मनोज सिन्हा “भागवत गीता” सर पर लिए थे। कलश यात्रा में बीच बीच में लोग देवताओं के जयकारे भी लगाए जा रहे थे‌। यह कथा लगातार सोमवार 7 नवम्बर तक प्रतिदिन चलती रहेगी तथा मंगलवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। 

Kashi prabuddha mahila Manch ने मनाया आंवला नवमी


Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की सदस्यों ने तमसो मा ज्योतिर्गमय के अंतर्गत आंवला नवमी की पूर्व संध्या पर आंवले के जड़ में दूध चढ़ाकर रोली अक्षत पुष्प आदि से पवित्र वृक्ष की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करी और रेनू कैला ने  आंवला नवमी की कथा सुनाई। सभी ने दीप जलाकर वृक्ष की परिक्रमा की।

इस दौरान अध्यक्ष अंजली अग्रवाल ने आंवला नवमी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान आंवला नवमी से संबंधित हाउजी कराई गई एवं सदस्यों ने गीत गाए। आयोजन में स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद शोभा कपूर द्वारा कराया गयातो कार्यक्रम में अमृता शर्मा, नूतन रंजन, डॉक्टर ममता तिवारी, चन्द्रा शर्मा, रीता अग्रवाल,  लिपिका बोस, छवि अग्रवाल ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।

गोपाष्टमी महोत्सव में हुआ पूजन






Varanasi (dil india live). कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर स्वबोध आश्रम, कोईराजपुर, हरहुआ में ॐ श्री आनन्द प्रभु कि अगुवाई में गोपाष्टमी महोत्सव मनाया गया। इस दौरान आश्रम परिसर में मां सरोजिनी ने गौमाता का पूजन किया। गौशालाओं में गौ माता का विधिवत श्रृंगार कर उन्हें विशिष्ट भोग दलिया, फल, गुड़ एवं हरा चारा आदि चढ़ाया गया। गोमाता के पूजन के बाद दर्शन करने एवं गुड़ चना खिलाने का क्रम दिनभर चला। ऐसे ही बावन बीघा समेत शहर भर में गोपाष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

गुटखा व्यवसायी के घर पहुंचे विधायक नीलकंठ तिवारी

Varanasi (dil India live)। प्रतिष्ठित गुटखा व्यापारी बबलू राठौर का विगत दो दिनों पूर्व आत्महत्या के चलते निधन हो गया था। उनके आवास पर शोक सं...