शुक्रवार, 2 सितंबर 2022

Multi speciality hospital का दस्तावेज निकला फर्जी

फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने वाले मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का पंजीयन रद्द

हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश

अवैध चिकित्सालयों, नर्सिंगहोम संचालकों के खिलाफ कार्रवाई तेज


Varanasi (dil india live). फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराकर नर्सिंगहोम संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कूटरचित दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराने वाले शिवपुर के मां चंद्रिका नगर कालोनी स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ ही हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही जिले में अवैध अस्पताल, नर्सिंगहोम चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गयी है।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि मां चंद्रिका नगर कालोनी, बाबतपुर रोड-शिवपुर स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल की ओर से पंजीयन हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर सम्बन्धित सभी दस्तावेजों के साथ ही अग्निशमन विभाग की एनओसी उपलब्ध कराये जाने के बाद गत 27 जुलाई को उक्त हास्पिटल का पंजीयन किया गया था। इस बीच एक सितम्बर को  दूरभाष पर शिकायत प्राप्त हुआ कि उक्त हास्पिटल के पंजीयन में लगाये गये अग्निशमन विभाग की एनओसी में गड़बड़ी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस शिकायत पर फौरन कार्रवाई करते हुए मामले की जांच उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी (पंजियन) डा. पीयूष राय को सौंपी गयी। डा. राय ने जांच के दौरान जब अग्निशमन विभाग से संपर्क करते हुए प्राप्त जानकारी के आधार पर  उक्त फायर एनओसी के यूआईडी संख्या की आनलाइन पड़ताल की तो पता चला कि वह श्री साई नर्सिंगहोम के नाम जारी की गयी है। श्री साईं नर्सिंग होम के फायर एनओसी में कूटरचना कर एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल  के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग को गुमराह करते हुए अपने हास्पिटल का पंजीयन कराने में इस्तेमाल किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह बेहद ही गंभीर मामला है लिहाजा एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का लाइसेंस रद्द करने के साथ ही नर्सिंगहोम संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।

Post office news: अब डाक विभाग देगा स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति

डाक-टिकटों पर शोध कार्य के लिए 'दीन दयाल स्पर्श योजना' होगी शुरू 

  • फिलेटली में रूचि वाले विद्यार्थियों को ₹6000 वार्षिक छात्रवृत्ति
  • आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर



Varanasi (dil india live).डाक-टिकट संग्रह (फिलैटली) को शिक्षा प्रणाली की मुख्यधारा में लाने और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से डाक विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए "दीन दयाल स्पर्श योजना" (स्कॉलरशिप फॉर प्रमोशन ऑफ एप्टीट्यूड एंड रिसर्च इन स्टैम्प्स ऐज ए हॉबी) छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों के लिए आरम्भ इस योजना में  उन मेधावी छात्रों को  ₹6000/- वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करने का प्रस्ताव है, जिनका शैक्षणिक रिकार्ड अच्छा है और जिन्होंने शौक के तौर पर फिलैटली को अपनाया है। इस छात्रवृत्ति योजना में लाभार्थियों के चयन हेतु आयोजित होने वाली परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए निर्धारित प्रारूप में आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर निर्धारित है।  

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसके तहत अखिल भारतीय स्तर पर विद्यार्थियों को 920 छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी और प्रत्येक डाक परिमंडल कक्षा 6, 7, 8, और 9 के 10-10 विद्यार्थियों को, अधिकतम 40 छात्रवृत्तियाँ  प्रदान करेगा। छात्रवृत्ति  की राशि, ₹500/- प्रतिमाह की दर से ₹6000/- प्रतिवर्ष होगी, जो कि  तिमाही आधार पर देय  होगी। पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने कहा कि छात्रवृत्ति की अहर्ता हेतु भारत में मान्यता प्राप्त विद्यालय का विद्यार्थी होना चाहिए। संबंधित विद्यालय का फिलैटली क्लब होना चाहिए और उम्मीदवार क्लब का सदस्य होना चाहिए। यदि विद्यालय में फिलैटली क्लब नहीं है, तो उस विद्यालय के ऐसे विद्यार्थी जिसका अपना फिलैटली जमा खाता है, के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। फिलैटली डिपोजिट खाता डाकघर में न्यूनतम ₹200 से खोला जा सकता है। छात्रवृत्ति देने लिए चयन करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि उम्मीदवार ने विगत अंतिम परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक अथवा समकक्ष ग्रेड/ग्रेड प्वांइट प्राप्त किए हों। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत की छूट होगी। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि छात्रवृत्ति हेतु चयन परिमण्डलों द्वारा आयोजित फिलैटली क्विज में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जिसमें 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए  परिमंडल स्तर पर डाक अधिकारी और प्रतिष्ठित फिलैटलीविदों की एक समिति भी गठित की जाएगी। चयनित विद्यार्थियों को, पोस्ट ऑफिस अथवा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में अपने अभिभावकों के साथ एक संयुक्त खाता खुलवाना होगा।

पोस्टमास्टर जनरल  श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य बच्चों  में छोटी आयु से ही फिलैटली के शौक को इस प्रकार बढ़ावा देना है, ताकि यह रूचिकर कार्य, उन्हें सुकून भरा अनुभव और तनाव-मुक्त जीवन प्रदान करने के साथ-साथ उनके लिए शिक्षाप्रद भी सिद्ध हो।

Uttama aarjav Dharm :जैन मंदिरों में हुआ पंचाभिषेक

सुख और शांति बाहर नहीं, अपने ही अंदर है :ब्रह्मचारी





Varanasi (dil india live)। छल कपट के कारण आदमी सोचता कुछ और कहता कुछ और है, करता कुछ और है। सुख और शांति कहीं बाहर नहीं, अपने ही अंदर है। सरल बनाने की कला सिखाता है "उत्तम आर्जव धर्म "।

उक्त बातें श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में चल रहे पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली भेलूपुर में सायं काल ब्रह्मचारी आकाश जी ने कही उन्होंने तृतीय अध्याय उत्तम आर्जव धर्म पर व्याख्यान देते हुए कहा कि आर्जव का अर्थ है भाव की शुद्धता है , जो सोचना सो कहना और जो कहना सो करना। हमेशा सरलता को अपनाकर जिंदगी को खुशहाल एवं मैत्रीपूर्ण बनाना चाहिए। आर्जव धर्म उज्जवल इता एवं सहिष्णुता की जननी है । अच्छे कर्म करते रहिए परिणाम सामने अवश्य आएगा उन्होंने कहा कि पर्यूषण पर्व को जैन भाषा में परवा धीराज अथवा महापर्व भी कहा गया है इस कारण इस पर्व की अध्यात्म मुखी की दृष्टि है।

ग्वाल दास साहू लेने स्थित श्री दिगंबर  जैन पंचायती मंदिर में प्रातः विविध धार्मिक कृत्य प्रारंभ हुए। प्रारंभ में योग, ध्यान , सामाजिक, मंत्र जाप के साथ भगवंती का जलाभिषेक किया गया। सारनाथ स्थित 11 वे तीर्थंकर की जन्मस्थली पर शुक्रवार को भगवान श्रेयांसनाथ जी की 11 फुट ऊंची पद्मासन प्रतिमा का भक्तों द्वारा पूजन पाठ एवं पंचाभिषेक किया गया। नरिया, खोजवा, भदैनी, मैदागिन , चंद्रपुरी स्थित मंदिरों में भी विविध धार्मिक अनुष्ठान किए गए।

भेलूपुर एवं वलदास साहूलेन स्थित जैन मंदिरों में चल रहे 10 लक्षण विधान के तीसरे दिन भी फल अर्पित कर पूजन पाठ किया गया। सायंकाल सभी अन्य जैन मंदिरों में  भगवंतो की आरती ,शास्त्र प्रवचन ,जिनवाणी पूजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। 


आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन ,सौमित्र जैन ,जीवन जैन ,राजेश भूषण जैन ,रतन जैन संजय गर्ग ,पंडित अशोक जैन ,प्रोफ़ेसर कमलेश कुमार जैन आदि उपस्थित थे।

गुरुवार, 1 सितंबर 2022

Jain dharam: निर्मल स्वभाव से होते है सारे काम

पर्युषण पर्व का दूसरा दिन- उत्तम मारदव धर्म 


Varanasi (dil india live). जैन धर्म का पर्युषण पर्व क्या है- संसार के सभी जीवो में इन्सान सर्वश्रेष्ठ जीव है। उसे अपनी श्रेष्ठता बनाये रखने के लिए पर्युषण पर्व तोहफे के रूप मे मिला है। दुनिया भर के जैन लोग इन दिनों भादो मास में अपनी इन्द्रियो एवं प्राणी संयम रखते है। विशेष रूप से समस्त संसारिक क्रियाए छोड़कर त्याग, आत्मभावना, धर्म ग्रंथो का अध्ययन और सभी प्राणियो की सुख शान्ति की कामना करते है। क्षमा, मृदुता, सरलता, सत्य, संयम, तप,त्याग और ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए अपने मन को पवित्र व निर्मल करते है जिससे तन- मन स्वस्थ रहे।

इसी के अन्तर्गत पर्व के दूसरे दिन गुरुवार को प्रातः से श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान मे भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली तीर्थ क्षेत्र भेलूपुर मे क्षमावाणी विधान किया जा रहा है जिसमें काफी संख्या में महिलाए एवं पुरुष भक्त भाग ले रहे है। प्रातः तीर्थंकर पार्श्वनाथ का प्रक्षाल एवं पूजन किया गया।

नगर के अन्य मन्दिरो मे प्रातः से श्रद्धालु भक्तो द्वारा पूजन-पाठ-अभिषेक व अन्य धार्मिक आयोजन किये जा रहे है। गुरुवार को प्रातः ग्वाल दास साहू लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर मे भक्तो द्वारा प्रक्षाल के उपरांत दैविक आपदाओ को रोकने की कामना से वृहद शान्ति धारा की गई।

सायंकाल पर्व के दूसरे अध्याय-उत्तम मारदव पर व्याख्यान करते हुए -पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहा- जो अज्ञानी होता है वह मान में जीता है, जो ज्ञानी होता है वह मारदव (विनय भाव) में जीता है।

इसलिए जीवन मे पीछे देखो तो अनुभव मिलेगा। आगे देखो तो "आशा " मिलेगी। बाये-दाये देखो तो "सत्य " मिलेगा! स्वयम के अन्दर देखो तो "परमात्मा " और आत्म विश्वास मिलेगा। मारदव का अर्थ है मृदुता, कोमलता, विनम्रता, झुकना, नमस्कार करना ही धर्म है। जय जिनेन्द्र करने का धर्म है। मान का मर्दन करने वाला वीर माना जाता है, वही बाद मे हमारे सामने महावीर बनके आता है! 

सायंकाल जैन मंदिरो मे चौबीसो तीर्थंकरो की आरती, शास्त्र पूजन एवं स्तुति की गई। आयोजन मे प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, संजय जैन, विनोद जैन, अरूण जैन, तरूण जैन, रतनेश जैन, विनोद जैन चांदी वाले, सौरभ जैन आदि शामिल थेl

Kashi प्रबुद्ध महिला मंच ने मनाया तीजोत्सव



Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की ओर से भेलूपुर स्थित होटल डायमंड में तीज एवं शिक्षक दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत प्रिंसिपल कमलेश गुप्ता को जहां सम्मानित किया गया वहीं गणपति की अराधना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

तीज के उपलक्ष में कजरी गीत की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। सजी धजी महिलाओं ने कैटवॉक कर विभिन्न टाइटल्स जीती व उत्सव से संबंधित हाउजी भी खेली गयी। कार्यक्रम में अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने अध्यक्षता  किया। संयोजन रेनू कैला का रहा तो धन्यवाद शोभा कपूर ने दिया। रीता अग्रवाल, रीता भट्ट, ममता पंड्या, प्रिया अग्रवाल, किरण अग्रवाल, ममता जायसवाल आदि सदस्यों ने जमकर धमाल किया।

Kashi teachers club ने तीजोत्सव में किया धमाल



Varanasi (dil india live). काशी टीचर्स क्लब और उ०प्र० महिला शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वाधान में सौभाग्य के पर्व तीज के उपलक्ष्य में  तीजोत्सव का भव्य आयोजन हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ शिव स्तुति से किया गया। कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में आदरणीय खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र प्रीति सिंह एवं मीना अग्रवाल उपस्थित रहीं। 

परम्परा को जीवंत बनाए रखने, संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित सदस्यों द्वारा पारम्परिक गीतों एवं कजरी गीतों की मोहक प्रस्तुति द्वारा किया गया।भारतीय परिधान में सुसज्जित महिलाओं के बीच तीज क्वीन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया सभी महिलाओ ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और सभी को तीज की शुभकामना एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छवि अग्रवाल द्वारा की गयी। कार्यक्रम में रागिनी,गीता, सुनीता,शिप्रा,वंदना, मनीषा,ममता,निशि,क्षमा,श्वेता कल्पना,हेमप्रभा,मधु,रीता,वेणु, सुधा, सहित बड़ी संख्या मे वाराणसी मंडल की महिला टीचर्स सम्मिलित रहीं। काशी टीचर्स क्लब की संस्थापक छवि जी ने बताया कि शिक्षकों की दिनचर्या से हटकर आत्मविश्वास वृध्दि एवं उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने हेतु इस मंच का गठन किया गया है इसके माध्यम से वर्ष पर्यन्त कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जिससे सभी की प्रतिभा को निखार कर उसे प्लेटफार्म देकर बढ़ावा दिया जाता है जिससे महिला शिक्षक स्वयं के लिए भी कुछ समय निकाल सकें और अपना व्यक्तित्व निखार सकें। सभी प्रतिभागियों का नृत्य कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। अंत में सभी प्रतियोगिताओं का निर्णय दिया गया जिसमें सर्वसम्मति से वंदना तीज क्वीन चुनी गयीं।

ऑनलाइन फोटोजेनिक तीज क्वीन प्रतियोगिता में माधुरी विजेता रहीं, वहीं अनुराधा यादव रनर अप रहीं। नृत्य प्रतियोगिता में मृदुला, शिखा और गौरी ने बाजी मारी। तीज पर आधारित प्रश्नोत्तरी गेम की विजेता अंकिता सिंह बनीं। तथा कजरी गायन प्रतियोगिता में किरण और नीतिशा का जलवा रहा। अंत में सभी सदस्यों द्वारा स्मृति चिन्ह देकर नगर खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रीति का धन्यवाद ज्ञापन एवं कार्यक्रम का समापन किया गया।

बुधवार, 31 अगस्त 2022

Gandhivadi Dr arif बोले : समतामूलक समाज को संरक्षित करने की जिम्मेदारी राज्य की

संविधान की अवधारणा पर चलने का लें संकल्प: विनोद गौतम

  • सामाजिक एकता के लिए संयम व जिम्मेदारी आवश्यक: मनोज कुमार
  • हमें अपने मूल्यों व धरोहरों को मजबूत बनाना होगा: वीरेंद्र त्रिपाठी
  • भारत की परिकल्पना विषयक संगोष्ठी सम्पन्न




Ambedkar Nagar (dil india live) सिसवा, अम्बेडकर नगर स्थित कर्मयोगी रामसूरत त्रिपाठी महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता, शान्ति, सद्भाव एवं न्याय के लिए "भारत की परिकल्पना " विषयक परिचर्चा आयोजित की गई। मुख्य वक्ता गांधीवादी डॉ.मोहम्मद आरिफ ने कहा कि भारत हजारों सालो से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। संविधान में समतामूलक समाज को संरक्षित करने की जिम्मेदारी राज्य की है। राज्य का कर्तव्य है कि वह ऐसा वातावरण निर्मित करे जिससे लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारे के साथ अपनी विविधिता को मेंटेन करते हुए रह सकें। यह परिकल्पना थी आईडिया ऑफ इंडिया की। संविधान भी मेल जोल, स्वतंत्रता, समता, बन्धुता की बात करता है। हमें अपने इन मूल्यों को बचा कर रखना होगा और समय समय पर इनकी रक्षा के लिए संघर्ष करना होगा।भारत की परिकल्पना तभी पूरी होगी जब हम बुद्ध, कबीर, गोरखनाथ, निज़ामुद्दीन औलिया, स्वामी विवेकानंद, गांधी, भगत सिंह, नेहरू आदि को पढ़ेंगे,जानेंगे और उनके विचारों पर चलेंगे। 

     विशिष्ट वक्ता विनोद गौतम ने कहा कि आपसी मेल जोल के लिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना होगा तभी एक सुंदर व खुशहाल भारत बनेगा।हम अपने विवेक से निर्णय लें और आगे बढ़ें। संविधान की मूल अवधारणा लेकर चलें तो सर्वे भवन्ति सुखिना, सर्वे भवन्तु, निरामया को  आगे बढ़ा पाएंगे।किसी भी देश में यदि उथल पुथल होता है तो उसकी जिम्मेदार सत्ता होती है क्योंकि जनता सत्ता के भरोसे रहती है। खुद के अधिकारों को पहचानने की जरूरत है। आज हमारे अधिकार छीन गए हैं। सामाजिक बदलाव के लिए जागरूकता आवश्यक है। 

       मनोज कुमार ने कहा कि सामाजिक एकता को कायम रखने के लिए संयम व जिम्मेदारी आवश्यक है। विचारों को सोचते रहना चाहिए कि समाज में क्या हो रहा है और कुछ ऐसे कार्य होते हैं उससे एकता खतरे में आ जाती है। ऐसा वातावरण का निर्माण करें ताकि एकता व प्रेम कायम रहे। इस तरह के आयोजन के जरिये हम एक दूसरे को समझते हैं। सभी धर्म संस्कृति का सम्मान होगा तभी राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भाव व न्याय कायम होगा। 

         वीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि  आज समाज मे विखराव और नफरत बढ़ रहा है। हमें एकता, शांति न्याय को अक्षुण बनाये रखना होगा। उसके लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। हमें अपने मूल्यों व धरोहरों को मजबूत बनाना होगा। देश मे रहने वाले सभी धर्मों के लोग अपने है और सबको बराबर अधिकार हासिल है। उनके साथ भेदभाव करना संविधान के मूल्यों  के साथ खिलवाड़ है। कामिनी ने कहा कि देश स्वस्थ समाज की परिकल्पना को तभी पूरा कर पायेगा जब अच्छे लोग हों। हिंदुस्तान की एकरूपता में जितनी तरह की आवाजें, संस्कृति, भिन्नता होगी उतना ही मजबूत होगा। इतनी सारी विविधताओं के बाद भी देश की एकता मजबूत है।

कार्यक्रम में अम्बेडकरनगर के विभिन्न क्षेत्रों से आये हुए सैकड़ों प्रतिभागी शामिल हुए। स्वागत और विषय प्रवेश वीरेंद्र त्रिपाठी,संचालन मनोज कुमार और आभार अंजू ने व्यक्त किया।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...