नववर्ष का अभिनंदन करने को शहर तैयार
वाराणसी 31 दिसंबर (dil india live)। नववर्ष की आगवानी व पुराने साल को अलविदा कहने के लिए 31 दिसम्बर की रात्रि महागिरजा समेत तमाम चर्चो में प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा। यूं तो प्रार्थना सभा कोविड प्रोटोकाल के चलते शाम में ही हो जायेगी मगर उल्लास व बधाईयों का दौर, मैसेज का आदान प्रदान पहले ही शुरु हो गया। गिरजाघरों में प्रार्थना सभा सम्पन्न होते ही फिज़ा में गूंजेगा... हैप्पी न्यू ईयर। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर पहले से ही तैयार हैं। इस दौरान केक काटे जायेंगे और कैरोल सिंगिंग की गूंज फ़िजा में बुलंद हो उठेगी।
नववर्ष के पहले दिन हुआ था यीशु का नामकरण
पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग के राजा ईसा मसीह धरती पर जन्मे थे और नया साल का पहला दिन प्रभु यीशु मसीह के नामकरण का दिन है। प्रभु यीशु बाल रूप में धरती पर आये थे। इसलिए भी नव वर्ष का बड़ा महत्व है।
शाम से ही शुरु होगी आराधना
नव वर्ष की पूर्व संध्या से ही नववर्ष की आराधना शुरु हो जयेगी। बुराईयों का प्रतीक पुतला भी जलाया जायेगा। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार नववर्ष के स्वागत में आराधना करेंगे। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर रोज़लीन राजा आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया में भी नववर्ष की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। प्रार्थना पूरी होते ही चर्चेज़ व मसीही घरो व कालोनियों में एक साथ फिज़ा में गूंजेगा हैप्पी न्यू ईयर...।