फ़िज़ा में गूंजता रहा हैप्पी दीवाली...
- दीपों की सुनहरी आभा से दमक उठी काशी
- घरों से घाट तक रोशन हुए प्यार और आस्था के दीये
- खुशनुमा माहौल में मनाई जा रही दीपावली
वाराणसी 4 नवंबर(dil india live)। देश-दुनिया में रौशनी का त्योहार दीपावली की धूम मची हुई है। हर तरफ रौशनी, सजावट और आतिशबाजी का दौर चल रहा है। इससे धार्मिक नगरी काशी फिर कैसे बची रह सकती है। यही वजह है कि प्रकाश पर्व पर दीपों की सुनहरी आभा यहां चारों ओर बिखर उठी है। घरों से लेकर गंगा घाट की गलियां जहां दीपों की रौशनी से जगमग हुए, वहीं शहर की इमारतें भी रंगीन झालरों के प्रकाश से नहा उठीं है।
काशी का कोना-कोना प्रकाश पर्व के उल्लास से खिलखिला उठा। घरों से लेकर गंगा घाट की गलियां जहां दीपों की रौशनी से जगमग हुए, वहीं शहर की इमारतें भी रंगीन झालरों के प्रकाश से नहा उठीं। महानिशीथ काल व्यापिनी अमावस्या पर प्रदोष काल के शुभ मुहूर्त में घर-घर गणेश और लक्ष्मी का पूजन हुआ। गुरुवार को धन-धान्य, सुख और समृद्धि की कामना से घर की चौखट से गंगा के तट तक दीपमालिकाएं रौशन की गईं। शाम होते ही पूरा शहर दीयों और रंगबिरंगी झालरों की रौशनी से जगमग हो उठा।
रंगीले त्योहार की यह छटा शहर भर में देखने को मिली। कहते है कि बनारसी उत्सव का बहाना तलाशते है। आज तो मौका भी था मूड और दस्तूर भी। यही वजह है कि सुबह से ही बनारसी मन उत्सवी मूड में नज़र आ रहा था। इंद्रधनुषी रंगों से चटक रंगोली सजाई गई। वहीं घर की खूब साज-सज्जा हुई। शिव की नगरी काशी में लक्ष्मी और गणेश की घर-घर आराधना हुई। घरों से लेकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तय मुहूर्तों में महालक्ष्मी का आह्वान किया गया। पूजा की चौकी पर लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियां विराजमान कराई गईं। वरुण के प्रतीक रूप में कलश की स्थापना हुई। रिद्धि और सिद्धि के प्रतीक के रूप में दो दीपक जलाए गए। घरों पर की गई सजावट।
दीपावली के दिन उपहार देकर बधाई देने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। लोग मिठाई एवं उपहार का पैकेट भेंटकर बधाई देने में व्यस्त रहे। मुहूर्त के अनुसार भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की गई। साथ ही लोगों ने सोशल मीडिया पर भी एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। घरों पर लक्ष्मी पूजन और दीप जलाने के बाद गृहस्थों ने शहर के मंदिरों में भी दीप अर्पित किए। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर शहर के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर भगवान से सुख, समृद्धि और आरोग्य की कामना की।