गुरुवार, 4 नवंबर 2021

दीपावली पर रौशन हुआ सारा जहां

फ़िज़ा में गूंजता रहा हैप्पी दीवाली...

  • दीपों की सुनहरी आभा से दमक उठी काशी
  • घरों से घाट तक रोशन हुए प्यार और आस्था के दीये
  • खुशनुमा माहौल में मनाई जा रही दीपावली



वाराणसी 4 नवंबर(dil india live)। देश-दुनिया में रौशनी का त्योहार दीपावली की धूम मची हुई है। हर तरफ रौशनी, सजावट और आतिशबाजी का दौर चल रहा है। इससे धार्मिक नगरी काशी फिर कैसे बची रह सकती है। यही वजह है कि प्रकाश पर्व पर दीपों की सुनहरी आभा यहां चारों ओर बिखर उठी है। घरों से लेकर गंगा घाट की गलियां जहां दीपों की रौशनी से जगमग हुए, वहीं शहर की इमारतें भी रंगीन झालरों के प्रकाश से नहा उठीं है।



काशी का कोना-कोना प्रकाश पर्व के उल्लास से खिलखिला उठा। घरों से लेकर गंगा घाट की गलियां जहां दीपों की रौशनी से जगमग हुए, वहीं शहर की इमारतें भी रंगीन झालरों के प्रकाश से नहा उठीं। महानिशीथ काल व्यापिनी अमावस्या पर प्रदोष काल के शुभ मुहूर्त में घर-घर गणेश और लक्ष्मी का पूजन हुआ। गुरुवार को धन-धान्य, सुख और समृद्धि की कामना से घर की चौखट से गंगा के तट तक दीपमालिकाएं रौशन की गईं। शाम होते ही पूरा शहर दीयों और रंगबिरंगी झालरों की रौशनी से जगमग हो उठा। 

रंगीले त्योहार की यह छटा शहर भर में देखने को मिली। कहते है कि बनारसी उत्सव का बहाना तलाशते है। आज तो मौका भी था मूड और दस्तूर भी। यही वजह है कि सुबह से ही बनारसी मन उत्सवी मूड में नज़र आ रहा था। इंद्रधनुषी रंगों से चटक रंगोली सजाई गई। वहीं घर की खूब साज-सज्जा हुई। शिव की नगरी काशी में लक्ष्मी और गणेश की घर-घर आराधना हुई। घरों से लेकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तय मुहूर्तों में महालक्ष्मी का आह्वान किया गया। पूजा की चौकी पर लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियां विराजमान कराई गईं। वरुण के प्रतीक रूप में कलश की  स्थापना  हुई। रिद्धि और सिद्धि के प्रतीक के रूप में दो दीपक जलाए गए। घरों पर की गई सजावट।

दीपावली के दिन उपहार देकर बधाई देने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। लोग मिठाई एवं उपहार का पैकेट भेंटकर बधाई देने में व्यस्त रहे। मुहूर्त के अनुसार भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की गई। साथ ही लोगों ने सोशल मीडिया पर भी एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। घरों पर लक्ष्मी पूजन और दीप जलाने के बाद गृहस्थों ने शहर के मंदिरों में भी दीप अर्पित किए। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर शहर के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर भगवान से सुख, समृद्धि और आरोग्य की कामना की।


बुधवार, 3 नवंबर 2021

सयुस ने किसानों की शहादत को किया याद

  • युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद जुबैर की अगुवाई में जले दीपक
  • सयुस ने 1001 दियों से 'किसान स्मृति दिवस' उकेर अन्नदाताओं को दी श्रद्धांजलि


वाराणसी 3 नवंबर(dil india)। दीपावली की पूर्व संध्या पर जहां काशीवासियों ने अपने घर-आंगन को रौशन किया वहीं समाजवादी युवजन सभा (सयुस) ने लखीमपुर के शहीद किसानों को याद कर नमन किया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आहवान पर समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद जुबैर की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बुधवार को 1001 दीयों से 'किसान स्मृति दिवस' उकेरा और हर दीये की लौ से अन्नदाताओं की शहादत को सलाम करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। बेनियाबाग स्थित सयुस के कैम्प कार्यालय में सदस्य किसानों की शहादत लिखी तख्तियां भी लिए हुए थे। इस दौरान सयुस के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद जुबैर ने कहा कि लखीमपुर में किसानों को बर्बरता से कुचला गया था। किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। किसानों को न्याय चाहिए। मोहम्मद जुबैर ने कहा कि यूपी की जनता यह सब देख और समझ रही है। जनता अपना जवाब अगले साल विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन से देगी। 



किसानों को श्रद्धांजलि देने वालों में मो. ज़ुबैर के साथ कैफ, कामिल, प्रवीण कसेरा, रोबिन कसेरा, इमरान, सुहैल, साहिल, सुमित शाह, नदीम, वाली मोहम्मद, दीपक सिंह, निखिल सिंह, आसिम गनी, अरबाज खान और महमूद अंसारी इत्यादि शामिल रहे।

सियासी मैदान में छोटे दल की ताकत

पूर्वांचल में खेला करने को बेताब दिख रहे उभरते सुरमा

अपना दल, सुभासपा, आप, वीआईपी, एआईएमएआईएम पर सभी की निगाहें  

वाराणसी 3 नवंबर (dil india)। उत्तर प्रदेश में चुनाव अधिसूचना भले ही अभी जारी न हुई हो मगर पूर्वांचल में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। चुनाव आचार संहिता लगने से पहले सभी सियासी दल अपनी बातें, अपना मुद्दा, जनता तक पहुंचाने के लिए बेताब है। कोई पेट्रोलियम पदार्थो की महंगाई, बेराज़गारी को मुद्दा बना रहा है तो कोई ईमानदारी, प्रदेश के सम्मान की बात कर रहा है। धर्म, जाति, पक्ष-विपक्ष के हमले शुरू हो गये हैं, जोड़-तोड़ और समीकरण बनाने की जद्दोजेहद जारी है। जनता को लुभाने के लिए रैलियां कर वादो का दौर अपने शबाब पर है। सत्ता बचाने व काबिज होने के लिए कोई भी दल कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है। पूवार्चंल की लगभग 160 सीटों पर काबिज होने के लिए सत्ता व विपक्ष के बीच रस्सा कस्सी तेज हो गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो समीकरण बनाने और बिगाड़ने में इस बार सबसे ज्यादा किरदार छोटे दल अदा करेंगे। वही बनायेंगे और बिगाड़ेंगे सियासी खेल। पूर्वांचल में अपना दल, अपना दल एस, सुभासपा, आप, वीआईपी, एआईएमएआईएम, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी पर सभी की निगाहें है।

जातीगत आधार पर बने छोटे-छोटे दल अपने वजूद को कायम करने के लिए समीकरण बनाने में लग गये है। समाजवादी पार्टी व सुभासपा ने गठबंधन करके पूवार्चंल की सियासत को जहां नया समीकरण का संकेत दिया है वहीं भाजपा की बी टीम का आरोप देश भर में झेल रहे एआईएमएआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी को भी झटका लगा है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अगुवा शिवपाल यादव और ओवैसी से लगातार ओमप्रकाश राजभर की बैठकें होना और फिर सपा से ओम प्रकाश राजभर का हाथ मिला लेना सियासत का नया पेंच कहा जा रहा है। सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि आने वाले दिन में सपा ओवैसी से भी हाथ मिला सकती है। क्यों कि छोटे-छोटे दल को साथ लेकर ही सपा प्रमुख अपनी सियासी महत्वकांक्षा पूरी करने की फिराक में हैं। ओम प्रकाश राजभर के आने से पूर्वांचल का राजभर वोट सपा के पाले में आ जायेगा और यादव, मुस्लिम वोट बैंक पहले से सपा के पाले में है। ओवैसी सपा के साथ आ जाते हैं तो संभव है कि सपा के पाले से जो थोड़ा बहुत मुस्लिम वोट खिसकने का डर है वो नहीं रहेगा। इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि अगर सपा ओवैसी के साथ जाते हैं तो भाजपा इसे हिन्दू-मुस्लिम का रूप देकर सियासी लाभ उठा सकती है। अखिलेश यह रिस्क संभव है कि न लें। शायद इसी लिए ओम प्रकाश राजभर और सपा में समझौता तो हो गया मगर ओवैसी का चेप्टर अभी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप

बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा, वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी कहते है कि हमारी केंद्र सरकार से मांग थी कि निषादों को आरक्षण मिले, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार नहीं दे सकी। मुकेश कहते हैं कि यूपी के विधानसभा चुनाव में जीतने के लिए नहीं, बल्कि योगी सरकार को हराने के लिए लड़ेंगे। ऐसे ही जातीय आधार पर बनी सुभासपा व निषाद पार्टी बीते 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ थी। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर विधायक बनने के बाद भाजपा सरकार में मंत्री भी थे मगर वहां सम्मान न मिलने के कारण उन्होंने मंत्री पद को ठोकर मार दिया। 

ज्यादातर सीटों पर भाजपा

 कुछ गिनती की सीटें छोड़ दिया जाये तो पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर भाजपा का ही कब्जा है। 2017 के चुनाव में तकरीबन सभी छोटे क्षेत्रीय दल भाजपा के साथ थे मगर अब समीकरण उससे इतर है। इस बार अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल को छोड़ दिया जाये तो तकरीबन सभी छोटे दल या तो सपा के साथ हैं या फिर अलग-थलग पड़े हैं। इस वक्त कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल एस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अलग-थलग ही है। संभव है कि दोनों दल चुनाव आते-आते अपना रुख स्पष्ट करें।

राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ की जाने राय

राजनीति विशेषज्ञ डा. आरिफ कहते हैं कि पूर्वांचल में कही अगडे-पिछडे के आधार पर तो कही धर्म के आधार पर मतदान होता रहा है। अन्य मुद्दे गौड हो जाते है। हालांकि सर्भ दल चाहते है जातीय समीकरण ध्वस्त हो लेकिन चुनाव में प्रत्याशियों को चयन उनकी काबिलियत पर नही जातीगत आधार पर ही होता है। सपा, बसपा ही नहीं कांग्रेस और भाजपा भी जाति आधार पर उम्मीदवारों को मैदान में उतारते हैं। जाति समीकरण के चलते ही पूर्वांचल की सियासत में छोटे-छोटे दलों का उदय हुआ और आज छोटे दल ही समीकरण बनाते है और बिगाड़ते हैं।

हजयात्रियों को लेनी होंगी टीकों की दोनों खुराकें


हज पर जाने वाले करें ऑनलाइन आवेदन

फॉर्म भरने की आधिकारिक रूप से हुई घोषणा

 वाराणसी 3 नवंबर (dil india)।'इस बार सऊदी अरब और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए हज 2022 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हज 2022 की अधिकृत घोषणा हो गयी है, इस के लिए 01 नवंबर से 31 जनवरी तक ऑनलाइन हज के फॉर्म भरे जायेंगे। भारत की हज 2022 की संपूर्ण प्रक्रिया 100 प्रतिशत ऑनलाइन डिजिटल होगी।'

हज 2022 में महामारी की स्थिति के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल-दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। इसी की तैयारी को ले कर हर साल की तरह इस साल भी पूर्वांचल हज सेवा समिति जो हाजियो के लिए निःस्वार्थ सेवा करती है, आज़िमीने हज का निःशुल्क ऑनलाइन फॉर्म भरने इंतेज़ाम किया है।

पूर्वांचल हज सेवा समिति के मुख्य कार्यालय में हुयी मीटिंग में समिति के अध्यक्ष हाजी रईस अहमद ने कहा कि "कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने हज व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण परिवर्तन एवं सुधार किया है। इनमें भारत एवं सऊदी अरब में आवास, सऊदी अरब में हज यात्रियों के ठहरने की अवधि, यातायात, स्वास्थ्य एवं अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। और हम लोगों की पूर्वांचल हज सेवा समिति हमेशा की तरह इस साल भी हाजियों की खिदमत के लिए निःस्वार्थ लगी रहेगी हम लोगों ने निःशुल्क ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए 16 प्वाइंट बनाये है जिनके नाम और नम्बर इस प्रकार है :


1. तारिक हसन खान बब्लू, प्रधान कार्यालय खजुरी 9336911172

2. हाजी रईस अहमद, काजी सादुल्लापुरा, 8299617127

3. मौलाना रियाज़ अहमद ककादरी (कच्चिबाग) 9839878316

4. मो0 सलमान अदनान खान, पुलिस लाईन चौराहा, 9415269626

5. हाजी जुबैर अहमद.,रेवाड़ी तालाब, 7905935223

6. हाजी ओकास अंसारी, सरैयां, 8299137212

7. हाजी तलत महमूद, पण्डे हवेली मदनपुरा, 7753097286

8. हाजी साबिर अराफ़ात, ककरमत्ता, 9336910062

9. शमशुल अरफीन,  बजरडीहा, 9336016464

10. डा. मीनू  नईसड़क  9889978692

11. डा.अमीन, लल्लापुरा, 8318180498

12. हाजी बाबू, राजा बाजार, नदेसर, 9919431077

13. हाजी मुन्नू, लोहता, 9335484596

14. हाजी मो. सलीम KGN, हरतीरथ, 9839489431

15. हाजी अब्दुल क़ैय्यूम  उजाला फैब्रिक, सदर चौक मऊ, 9889287458

16. परवेज़ अहमद जोखू , चंदौली, 9807666833.

फॉर्म भरने के लिए जो जरुरी कागज़ात 

1. पास्पोर्ट की मूल कॉपी

2. आधार कार्ड की मूल कॉपी

 3. पैन कार्ड की मूल कॉपी

4. फ़ोटो सफ़ेद बैकग्राउंड की

5. बैंक पासबुक या चेक प्रमुख हाजी के अकाउंट का

6. ब्लड ग्रुप

7. कोविड वैक्सीन की दोनों डोज़ की सर्टिफिकेट

8. प्रमुख हाजी का मोबाइल नम्बर

9. 300/ रूपये ऑनलाइन जमा करें या बैंक में हज कमेटी के एकाउंट में जमा की रसीद।

आज इस मीटिंग में प्रमुख रूप से मौजूद हाजी रईस एडोकेट, मौलाना रियाज़ अहमद कादरी, हाजी जुबैर, मो. सलमान खां अदनान, तारिक हसन खान, हाजी ओकास अंसारी, हाजी साबिर अराफ़ात, बाबू भाई, अख्तर हुसैन, अब्दुल क़ैय्यूम, रेयाज़ अहमद राजू आदि मेंबर मौजूद थे।

दादा मियां की मज़ार अकीदत का मरकज़

 शिवपाल यादव ने लगाई दादा मियां के दर पर हाजिरी


लखनऊ 2 नवंबर (dil india)। देश की गंगा जमुनी तहज़ीब और आपसी भाई चारगी का रंग मंंगलवार को दादा मियां की मजार पर देखने को मिला यहां मुस्लिम जितनी अकीदत से आये थे, उतनी ही शिद्​दत से हिंदू भी बाबा के दर पर सिर झुकाये नज़र आया। मौका था हजरत दादा मियां रहमतुल्लाह अलैह के सलाना का 114 वां उर्स का। पांच दिवसीय उर्स के मौके पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव भी उर्स में शिरकत करने मंगलवार को माल एवेंयू स्थित दरगाह शरीफ पर पहुँचे। शिवपाल यादव ने चादरपोशी की, मुल्क में अमन-मिल्लत की दुआएं मांगी। 

इससे पहले सूफी नूर मुहम्मद फसाहती अपने मुरीदों के साथ परचम लेकर आए। परचम कुशाई दरगाह के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह की सदारत और फरहत मियां व मिस्बा मियां की मौजूदगी में हुई। परचम कुशाई से पहले महफिले समा का आयोजन हुआ, जिसमें कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। इस दौरान परचम कुशाई के महत्व के बारे में लोगों को बताया गया। 

इस मौके पर दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह ने खुशी का इजहार करते हुए माहे रबी अव्वल की मुबारकबाद पेश की और शासन व प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि सभी कार्यक्रमों में अपना पूरा सहयोग देने की कृपा करें। इस बार कोविड-19 को ध्यान रखते हुए और प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार उर्स मुबारक के सारे कार्यक्रमों को किया गया। 

मंगलवार, 2 नवंबर 2021

आयुर्वेद भगा सकता है कुपोषण

‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’  एवं धन्वंतरि जयंती मनी


वाराणसी, 2 नवम्बर (dil india)। आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग के तत्वावधान में  चौकाघाट स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को ‘ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’  एवं धन्वंतरि जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर ‘पोषण में आयुर्वेद का महत्व’ विषयक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। संगोष्ठी में  क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने कहा कि  स्वस्थ समाज के लिए देश का कुपोषण मुक्त होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति में आयुर्वेद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। 

डा. भावना द्विवेदी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब कुपोेषण से लोगों की स्थिति गंभीर हो जाती थी |  इसमें अब तेजी से बदलाव आया है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, के साथ ही हमारे आस-पास मिलने वाले औषधीय पौधों, साग-सब्जियों का प्रयोग कर आज हम कुपोषण पर काफी हद तक अंकुश लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पोषण के प्रति जागरुकता लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की ओर से लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। खास तौर पर महिलाओं और बच्चों को यह बताया जा रहा है कि वह अपने खान-पान में किस तरह से बदलाव लाएं जिससे उन्हें पोषक तत्व प्राप्त हों।

आयुर्वेद एक जीवन पद्वाति


संगोष्ठी की मुख्य अतिथि व आयुर्वेद महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डा. नीलम गुप्त ने कहा कि आयुर्वेद एक जीवन पद्धति है। आयुर्वेद हमें खाना-पीना, रहना और सभी के सुख की कामना करने का संदेश देता है। कोरोना काल में आयुर्वेद ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। लोगों में आयुर्वेद के प्रति काफी विश्वास बढ़ा है। अब हम आयुर्वेद के जरिए कुपोषण को भी देश से दूर भगाने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि उपभोक्तावादी संस्कृति में खान-पान के लिए बाजारू चीजों पर हमारी निर्भरता बढ़ी है। हमें इससे दूर होना पड़ेगा। यह तभी संभव है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए जागरूक होगा। संगोष्ठी में डा. पुष्पांजली, डा. सनातन राय, डा. कुंवर अंकुर सिंह, डा. प्रीति गुप्ता,डा. विजय राय, डा. मनीष, डा. विनय मिश्र ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन डा. रमन ने व डा. उमाशंकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह


भ्रष्टाचार के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर ज़ोर

वाराणसी 2 नवंबर(dil india) आरएसएमटी में बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा आयोजित भ्रष्टाचार जागरूकता उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार झा ने कहाकि हमें अपने जीवन में भ्रष्टाचार के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए कभी भी इसमें सम्मिलित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति में भ्रष्टाचार एक बाधा है। नवीन श्रीवास्तव, मुख्य प्रबंधक, क्षेत्रीय कार्यालय ने भ्रष्टाचार को एक अभिशाप बताते हुए कहा कि हमारे नागरिको को भारतीय मूल्यों एवंं संस्कृति को अपने नागरिकों में आत्मसात करते हुए एक उत्कृष्ट मानव बनने पर जोर देना चाहिए। इसके परिणामस्वरूप, भ्रष्टाचार का स्वतः ही उन्मूलन हो जाएगा। कार्यक्रम में सभी विधार्थियों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध शपथ दिलायी गयी। इसके साथ ही कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता आयोजित की गयी। उत्कृष्ट विधार्थियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का आयोजन बड़ौदा यूपी बैंक मीरापुर बसही शाखा के कुशल प्रबंधन में वरिष्ठ प्रबंधक श्री विकास पांडेय के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर विपणन अधिकारी श्री राजीव कुमार मलिक भी मौजूद थे। 

इस दौरान डा. अमन गुप्ता ने स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती गरिमा आनंद ने किया। इस अवसर पर विमल कुमार, विनय कुमार, सुजीत सिंह, डॉ. बृजेश कुमार यादव, आनंद मोहन पांडे, अनुराग सिंह, रामेश्वरी सोनकर इत्यादि उपस्थित थे।

गरजे चेतनारायण: मनमानी कर रहे शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ संघर्ष मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा

कल निकलेगा मण्डलायुक्त कार्यालय तक शिक्षकों का मार्च  Varanasi (dil India live). उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा तदर्थ शिक्षकों के व...