गुरुवार, 29 जुलाई 2021

हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य के अधिकार की उठी मांग

सूचना, शिक्षा, भोजन की तरह स्वास्थ्य का अधिकार भी मिले

वाराणसी 29 जुलाई (दिल इंडिया लाइव)। विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं ने काशी से देश में स्वास्थ्य के अधिकार कानून की मांग की है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर स्वास्थ्य का अधिकार अभियान के तत्वावधान में हस्ताक्षर अभियान का आयोजन करके इस मांग के पक्ष में समर्थन जुटाया गया। इस मौके पर राष्ट्रपति को संबोधित 12 सूत्रीय ज्ञापन एवं बैनर पर लोगों के हस्ताक्षर लिए गये। अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान यह स्पष्ट रूप से सामने आया कि आम नागरिक को निकटतम दूरी पर न्यूनतम खर्च में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए तभी हम अपने देश को विकसित देश की श्रेणी में ला पायेंगे। देश में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए स्वास्थ्य के अधिकार कानून बने। जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को सामान्य स्वास्थ्य सुविधाये न्यूनतम खर्च और निकटतम दूरी पर मिलने का अधिकार हो और यह सुविधा न मिलने पर दोषियों को दंड और प्रभावित नागरिक को क्षतिपूर्ति मिलने का प्रावधान हो। अभियान की तरफ से मांग की जा रही है कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं का पूर्ण सरकारीकरण किया जाए एवं स्वास्थ्य का राष्ट्रीय बजट तीन गुना किया जाय। प्रत्येक एक हजार की जनसंख्या पर निश्चित मानदेय पर ‘जन स्वास्थ्य रक्षक’ की नियुक्ति हो जो स्थानीय आशा कार्यकर्त्री और आंगनबाड़ी के साथ मिल कर सामान्य स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराए, तापमान, रक्तचाप, मधुमेह एवं अन्य सामान्य जांच की सुविधा इस स्तर पर सुलभ होनी चाहिए। प्रति बीस हजार की जनसंख्या पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पचास हजार की जनसंख्या पर उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र एवं एक लाख की जनसंख्या पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होना सुनिश्चित किया जाय, जहाँ विभिन्न प्रकार की आवश्यक जांच सुविधा के साथ ही अन्य सभी स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध हो,


इसके साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर मातृ शिशु कल्याण केंद्र होना सुनिश्चित हो। ग्रामीण एम्बुलेंस सेवा को और बेहतर और सुलभ बनाया जाय। अभियान की मांगो में यह भी शामिल है कि प्रदेश और केंद्र स्तर पर स्वतंत्र ‘स्वास्थ्य अधिकार आयोग’ का गठन हो जो सभी स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं से सम्बन्धित शिकायतों पर सुनवाई करे और दोषियों को दंडित करे.  आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी) का बजट बढाते हुए इसे और व्यापक और सुलभ किया जाए.  विभिन्न संक्रामक बीमारियों से बचाव सम्बन्धी जागरूकता,  नियमित स्वास्थ्य जांच सम्बन्धी जागरूकता, टीकाकरण अभियान सम्बन्धी जागरूकता जैसे कार्यक्रमों को और प्रभावी तथा सघन किया जाय। अभियान के संयोजक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि सभी प्रकार की विकास निधियों जैसे सांसद निधि, विधायक निधि, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, ग्राम सभा आदि की न्यूनतम 20 प्रतिशत राशि अपने क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं एवं संसाधनों की वृद्धि के लिए व्यय किया जाना अनिवार्य किया जाना चाहिए।

हस्ताक्षर अभियान के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव सम्बन्धी पर्चे भी वितरित किये गये. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से से डॉ. ओमशंकर वल्लभाचार्य पाण्डेय, धनञ्जय त्रिपाठी, इन्दू पांडेय, प्रदीप कुमार सिंह, राजकुमार पटेल, महेंद्र राठौर, विनय सिंह,  सूरज पाण्डेय, रामजनम भाई चौधरी राजेन्द्र, प्रज्ञा सिंह,दिवाकर,राज अभिषेक,जागृति राही, अजय पटेल,ओम शुक्ला, अनूप श्रमिक,छेदी लाल निराला,मनीष सिन्हा,राहुल, नीरज,शांतनु आदि का योगदान रहा।

बच्चे अब्दुल कलाम को बनायें अपना आइडियल

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। मिसाइल मैन, देश के पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की छठी पुण्यतिथि हनुमान फाटक स्थित जावेद के आवास पर सुफिया-ए-हिंद फाउंडेशन ने मनाते हुए उनकी जिन्दगी और कार्यो पर रौशनी डाली। इस मौके पर शफीक अहमद मुजददीदी ने अध्यक्षता करते हुए  कहा कि समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक करना बहुत ही जरूरी है। बच्चों को अब्दुल कलाम साहब जैसी शक्सीयत को अपना आइडियल बनाना होगा। हम अपने लक्ष्य को अगर वक्त पर प्राप्त करना चाहते हैं तो इसलिए हमें देश के प्रति समर्पित होकर कलाम साहब की शिक्षा को अपनाना होगा। ठीक वैसे ही जैसे देश का नाम अब्दुल कलाम साहब ने रौशन किया। वैसे ही उनके जीवन से प्रेरित होकर युवा वर्गों को अपना सपना साकार करना चाहिए। तमाम दुख और कठिनाईयां झेलते हुए एपीजे अब्दुल कलाम उस मुकाम पर पहुंचे थे जहां पहुंचने का सपना हर इंसान देख और सोच भी नहीं पाता। भारत रत्नअब्दुल कलाम साहब के निधन से सभी ने अपना एक अनमोल रत्न खो दिया, जिसकी भरपायी बहुत ही मुश्किल है। इस कार्यक्रम मौलाना अब्दुल मुट्टलिब, शाहिद जमाल अंसारी, जावेद अंसारी, शिवम चौरसिया, रवि कुमार राय, मनीष, हैदर अली, मोहम्मद जावेद, निसार अहमद, मकबूल अहमद, नोमान अख्तर आदि मौजूद थे। 

मंगलवार, 27 जुलाई 2021

श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के जाने कौन हैं नये महंत

शंकरपुरी ने संभाला मठ की गद्दी


वाराणसी 27 जुलाई (दिल इंडिया लाइव)। श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के नए महंत की गद्दी पर मंगलवार को शंकर पुरी आसीन हो गये। इस दौरान उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक के अलग-अलग मठों और अखाड़ों के संत-महात्मा और काशी के बुद्धिजीवी आयोजन के दौरान मौजूद थे। गद्दी आरोहण कार्यक्रम संपन्न होने के बाद महंत शंकर पुरी ने कहा कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर की परंपरा के अनुसार वह जनसरोकार से जुड़े कार्यों को और आगे बढ़ाएंगे। समाज के लोगों के सुख-दुख में अन्नपूर्णा मठ मंदिर सदैव साथ खड़ा रहे, यह उनकी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है।

पता हो कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के पूर्व महंत रामेश्वर पुरी लंबी बीमारी के बाद पिछले दिनो ब्रह्मलीन हुए थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया था। 13 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर जाकर महंत रामेश्वर पुरी को श्रद्धांजलि दी थी। महंत रामेश्वर पुरी को अन्नपूर्णा मठ मंदिर की महंती 17 अक्टूबर 2004 को सौंपी गई थी। उन्होंने शिक्षा, चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में कई बड़े काम किए थे। मंगलवार को नए महंत को गद्दी सौंपे जाने से पहले पूर्व महंत का षोडशी भंडारा और श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। 

जाने मंहत शंकरपुरी की विशेषता

श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के व्यवस्थापक जीवनंदन झा ने बताया कि महंत शंकर पुरी मूल रूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के रहने वाले हैं। वह 1988-1989 में श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर आए। उन्होंने अन्नपूर्णा ऋषिकुल आश्रम में आचार्य तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से स्नातक और परास्नातक की शिक्षा ली। श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के वह पहले ऐसे महंत हैं जो यहीं के छात्र भी रहे। वर्ष 2004 से अब तक वह श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के उप महंत थे।

रविवार, 25 जुलाई 2021

सावन को आने दो ' में छायी हरियाली

सावन भर पेड़ लगाने की हुई अपील

वाराणसी 25 जुलाई (दिल इंडिया लाइव) अखिल भारतीय वैश्य महिला महासम्मेलन के तत्वाधान में 'सावन को आने दो ' कार्यक्रम मौर्या भवन संकटमोचन में आयोजित किया गया। इस मौके पर अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने सभी को सावन मास की बधाई देते अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आवाह्न किया। इस मौके पर सभी ने एक गरीब कन्या की शादी कुछ माह बाद होनी उसको उपहार दे सहयोग किया। शिव स्तुति प्रीती ,रानी, जयंती ने प्रस्तुत करी,सुषमा, इंद्, मिथिलेश,नीलू ने कजरी प्रस्तुत करी,ममता जायसवाल, इरा,गीता ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुति करी, सचिव सुशीला जायसवाल ने संचालन,कमलेश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया, हरे परिधान मे सभी सदस्यों ने शिरकत करके पूरे माहौल में हरियाली ला दी। सभी को सुहाग चिन्ह चूड़ी बिंदी इत्यादि दिए गया



प्राथामिक विद्यालय में बांटी जा रही पुस्तकें

पुस्तक पाकर प्रफुल्लित हुए छात्र-छात्राएं

वाराणसी24 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)।चिरईगांव विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय गौराकला में पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह का आयोजन प्रिंसिपल आरती देवी की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान राजेश कुमार उर्फ राजू ने छात्र एवं छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक वितरण किया।

 ग्राम प्रधान राजू ने कहा कि कुरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद चल रहे हैं परंतु सरकार की ओर से बच्चों तक पुस्तक पहुंचाई जा रही हैं ताकि उनका भविष्य अंधकार मय न हो, छात्र एवं छात्राएं निःशुल्क किताब पाकर प्रफुल्लित हुए। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष अनीता देवी ने कहा कि सरकार की ओर से सरकारी स्कूल में कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं बच्चों को निशुल्क पुस्तकें, निशुल्क ड्रेस, निशुल्क बैग, निशुल्क जूता व मोजा और एमडीएम की व्यवस्था की गई है, नामांकन का काम जारी है सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश कराएं, सरकारी स्कूल में प्रशिक्षित अध्यापकों के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।

प्रिंसिपल आरती देवी ने कहा कि अपने बच्चों को घरों पर पढ़ने के लिए प्रेरित करें और कोविड के नियम का पालन करते हुए साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। इस अवसर पर वंदना पांडे, एहतेशामूल हक, अनीता सिंह, शशिकला, प्रमिला सिंह, शक्ति कुमारी, त्रिलोकी प्रसाद गुप्त इत्यादि मौजूद थी।

शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद, वो भी घर बैठे पायें

डाक विभाग दे रहा ₹ 251 में बाबा का प्रसाद 

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव की पहल


वाराणसी 23 जुलाई (दिल इंडिया लाइव) श्रावण मास में भगवान शंकर की पूजा और उनके प्रसाद की बड़ी महिमा है। अक्सर लोगों की इच्छा होती है कि काश घर बैठे ही उन्हें बाबा भोलेनाथ का प्रसाद मिल सके। ऐसे में लोगों को अब निराश नहीं होना पड़ेगा। अब वे घर बैठे स्पीड पोस्ट द्वारा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। उक्त जानकारी वाराणसी  परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुये एक एग्रीमेण्ट के तहत नए स्वरूप में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद स्पीड पोस्ट सेवा द्वारा लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत अपने नजदीकी डाकघर से मात्र ₹ 251 का ई-मनीआर्डर प्रवर  अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल के नाम भेजना होगा। ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर प्रसाद भेज दिया जाएगा। डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा । इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। 

प्रसाद में शामिल होंगी ये वस्तुएं

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बाबा को चढ़ा बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, मेवा, भस्म, चंदन, रक्षा सूत्र एवं मिश्री का पैकेट इत्यादि शामिल होंगे। प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल सुमीत कुमार गाट ने बताया कि वाराणसी में स्थानीय तौर पर श्री काशी विश्वनाथ प्रसाद मात्र ₹ 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है। 

(चित्र में : पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव)

खुशहाल परिवार दिवस में 56 महिलाओं ने उठाया ये कदम

स्वास्थ्य केंद्रों पर मना खुशहाल परिवार दिवस

गाजीपुर, 23 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक माह की 21 तारीख को मनाये जाने वाले खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन इस बार 22 जुलाई को शासन के निर्देश पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर  किया गया | मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी क्रम में खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है, जिसमें दंपति को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जागरूक किया जाता है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. के के वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिये थे कि इस माह 21 जुलाई को बकरीद के उपलक्ष्य में अवकाश होने के कारण खुशहाल परिवार दिवस अगले कार्यदिवस यानि 22 जुलाई को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर आयोजित किया जाए।

इसी के तहत बुधवार को जनपद में चार नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें 56 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की  । इसके अलावा दिवस पर जिले भर में 538 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन, 244 आईयूसीडी, 23 पीपीआईयूसीडी को चुना और 1362 छाया गोली, 818 माला एन, 5405 कंडोम निशुल्क वितरण किया गया। 

डा. वर्मा ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के सभी  साधन नि:शुल्क रूप से उपलब्ध कराए जाते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य जनसंख्या को स्थिर करना है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस महीने जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा भी चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य नव दंपत्ति को परिवार को सीमित रखने के विभिन्न अस्थायी साधनों के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही  अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला व पुरुष नसबंदी कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक दंपत्ति इस कैंप में पहुंच कर इसका नि:शुल्क लाभ उठा सकते हैं।

Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

हज़रत जैनुल आबेदीन की जयंती पर सजी महफिलें, गूंजे कलाम Varanasi (dil India live). शाहीदाने कर्बला इमाम हुसैन के बेटे, इबादतों की शान चौथे हज...