रविवार, 27 जून 2021

ग्रामीण चिकित्सकों ने कोरोना काल में मानवता की अदम्य सेवा की है: डॉ. मोहम्मद आरिफ

आशा ने दिया 5 चिकित्सकों को "कोरोना योद्धा सम्मान" 

मेडिकल किट देकर किया गया सम्मानित  

वाराणसी 27 जून (दिल इंडिया लाइव)। सामाजिक संस्था 'आशा ट्रस्ट' द्वारा विभिन्न जिलों में कोरोना अवधि में उल्लेखनीय सेवा प्रदान करने वाले ग्रामीण चिकित्सकों को चिन्हित करके उन्हें "कोरोना योद्धा सम्मान " दिया जा रहा है।इसी के तहत रविवार को वाराणसी के चांदमारी स्थित एक निजी परिसर में 5 चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। सम्मान पत्र के साथ में उन्हें स्वास्थ्य रक्षक किट भी प्रदान की गयी।  किट में आक्सीमीटर, थर्मामीटर,  थर्मल स्कैनर, वेपोराइजर, फेस शील्ड, दस्ताना, मास्क, दवाएं आदि थे जिसका चिकित्सा के दौरान प्रयोग किया जाता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ गांधीवादी इतिहासकार डॉ मोहम्मद आरिफ ने कहा कि  कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के दौरान जब सरकारी अस्पतालों और बड़े अस्पतालों में बेड और आक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ था उस समय दूर दराज गाँवों में चिकित्सकों ने बड़ी  जिम्मेदारी के साथ पीड़ित और संक्रमित लोगों को चिकित्सा सुलभ कराई। इन चिकित्सको के पास प्रायः बड़ी डिग्री नही होती लेकिन इनका विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज करने का अनुभव कही बहुत ज्यादा है। और यही कारण था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इन चिकित्सकों ने ग्रामीण क्षेत्र में हजारों लोगों की जान बचाई। ग्रामीण क्षेत्र में सेवा कर रहे तमाम निजी चिकित्सकों ने महामारी के दौर में मानवता की सेवा की मिसाल कायम की है, उन्हें प्रोत्साहित किये जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम संयोजक एवं आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सकों को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के उपयोग का  प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर वे और बेहतर सेवा दे सकें। सामाजिक कार्यकर्ता महेश कुमार ने कहा कि प्रत्येक गाँव में मानदेय पर जन स्वास्थ्य रक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए जिससे ग्रामीण क्षेत्र में सामान्य जांच जैसे रक्तचाप, मधुमेह, ऑक्सीजन स्तर आदि आसानी से सुलभ हो सके। इस क्रम में सम्मानित किये गये चिकित्सकों डॉ  मोहम्मद गुलबहार अहमद फैज़, डॉ नित्या नन्द पाण्डेय, डॉ शिव धनी पटेल, डॉ मोहम्मद नसीम अहमद और डॉ विजय कुमार ने भी  कोरोना संकट काल के समय के अपने अनुभवों को साझा किया।




कार्यक्रम की व्यवस्था और संचालन नाहिदा और दीपक पटेल ने किया।

वाराणसी कैंट से लक्ष्मनपुर 3 किलो मीटर है

पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा का ट्विटर अभियान

सांसद-विधायक ले रहें हैं पेंशन तो हमे क्यों नहीं?

वाराणसी 27 जून (दिल इंडिया लाइव)। पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण के विरोध में ट्विटर पर अटेवा और एनएमओपीएस की ओर से अभियान चलाया गया। उत्तर प्रदेश के पेंशन विहीन कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारियों ने ट्विटर पर दो हैशटैग ट्रेंड किया। अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष व नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एन एम ओ पी एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वान पर प्रदेश सहित पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण के विरोध में(# Restore Old Pension # Privatization NoSolution) ट्विटर अभियान चलाया गया।            

 प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पदाधिकारियों ने भारी संख्या में इस ट्यूटर अभियान में भाग लिया। वाराणसी के जिला संयोजक विनोद यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश के शिक्षकों व कर्मचारियों का सरकारें शोषण कर रही हैं। सांसद व विधायक खुद चार चार पेंशन ले रहे हैं, परंतु कर्मचारियों शिक्षकों व अधिकारियों को एक भी पेंशन देने से मना किया जा रहा है, जिससे पेंशन विहीन लोगों में आक्रोश है। सरकार पूरी तरह से निजीकरण पर आमादा है। यूपी का विधानसभा चुनाव नजदीक है यदि सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी तो इसका परिणाम उन्हें चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वैश्विक महामारी में चुनाव ड्यूटी करने पर हमारे सैकड़ों साथी शहीद हो गए, ऐसे विपदा में भी सरकारी कर्मचारी ही लोगों की मदद करते रहे, परंतु इसके विपरीत एक भी प्राइवेट कर्मचारी दिखाई नहीं दिए।

        ट्विटर अभियान में वाराणसी के जिला संरक्षक रामचंद्र गुप्ता, जिला संयोजक विनोद यादव, जिला सह संयोजक डॉ. एहतेशामुल हक, जिला महामंत्री मनबोध यादव, जिला कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश गुप्त, जिला मंत्री बी एन यादव, जिला संगठन मंत्री जफ़र अंसारी, मीडिया प्रभारी रामचंदर, नगर अध्यक्ष गुलाब चंद कुशवाहा,सोशल मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार सिंह, शैलेश कुमार, प्रमोद पटेल, इमरान, अब्दुर्रहमान,


सतीश वर्मा, अजय यादव, शकील अंसारी, नौशाद अमान सहित अनेक साथी थे।

शनिवार, 26 जून 2021

नशा विरोधी दिवस पर डेयर ने निकाली जागरूकता रैली

नशे से होने वाले खतरों से कराया रुबरु

वाराणसी 26 जून (दिल इंडिया लाइव) डेयर संस्था सारनाथ द्वारा 26 जून को नशा विरोध दिवस के अवसर पर वाराणसी के प्रमुख रेलवे स्टेशनों कैंटोमेंट, सिटी, काशी और सारनाथ रेलवे स्टेशन पर नशा विरोधी रैलियां निकाली गई। इन जगहों पर संस्था का अनौपचारिक शिक्षा केंद्र भी चलाया जाता है। सस्था ने बच्चों के साथ कोविड नियमों का पालन करते हुए नशा विरोधी दिवस पर अभियान चलाया, साथ ही साथ बच्चों को नशा विरोध दिवस तथा उनसे होने वाले खतरों के बारे में रुबरू 




कराया।

बच्चों के हाथों में placards उनसे नारा लगवा कर उनको जागरूक भी किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था कि बच्चों को नशे की दलदल से मुक्त कराना और उनको शिक्षा से जोड़ना। तत्पश्चात बच्चों को संस्था द्वारा नाश्ता कराया गया। कार्यक्रम में डेयर संस्था से निदेशक फादर अभी,  प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर फादर लिजो, जीआरपी और आरपीएफ के स्टाफ भी मौजूद थे।

यहाँ भी देखें:-https://youtu.be/OYOMLiuk2k4

आशा ट्रस्ट ने चौबेपुर में 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए

ग्रामीण चिकित्सको को दिया गया कोरोना योद्धा सम्मान


वाराणसी 26 जून (दिल इंडिया लाइव)। कोरोना की तीसरी लहर की भविष्यवाणी विभिन्न विशेषज्ञों और सरकार द्वारा की गयी है, इससे निपटने के लिए युद्धस्तर पर तमाम सरकारी और गैर सरकारी प्रयास जारी है। दूसरी लहर में आक्सीजन की किल्लत एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई थी। जिससे लोग काफी असहाय महसूस कर रहे थे। विभिन्न अध्ययनों से स्पष्ट हुआ है  कि गांव गिरांव में चिकित्सा कार्य में लगे चिकित्सक जन को आवश्यक स्वास्थ्य उपकरणों से लैस होना आवश्यक है, क्यूंकि एक बड़ी आबादी की स्वास्थ्य रक्षा की जिम्मेदारी इनके ऊपर है। सामाजिक संस्था 'आशा ट्रस्ट' ने संभावित तीसरी लहर को चुनौती के रूप में स्वीकारते हुए 'कोविड राहत अभियान' का संचालन किया है। इस क्रम में ऐसे ग्रामीण चिकित्सकों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने दूसरी लहर के दौरान उल्लेखनीय सेवा समाज को प्रदान की। संस्था द्वारा इन चिकित्सकों को "कोरोना योद्धा सम्मान पत्र एवं स्वास्थ्य किट देकर सम्मानित किया जा रहा है. यह अभियान पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में संचालित किया जा रहा है। संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा. शुक्रवार को चौबेपुर क्षेत्र के डा मेवालाल, डॉ अशोक पाण्डेय, अशोक पाल, डा अरविन्द चौबे, प्रेम कुशवाहा एवं आशा बहू ममता पाल को उनके आवास पर पहुंच कर समान पत्र एवं स्वास्थ्य किट देकर सम्मानित किया। 

आशा ट्रस्ट द्वारा चेन्नई की सामाजिक संस्था भूमिका ट्रस्ट के सहयोग से चौबेपुर क्षेत्र में कुल 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया है, जिसे कैथी, भगवानपुर, भंदहा कला, कादीपुर खुर्द और चौबेपुर बाजार में सामाजिक सोच वाले लोगों के यहाँ स्थापित कराया गया है जो आवश्यकता पड़ने पर सार्वजनिक रूप से लोगों को इसकी सेवा उपलब्ध करायेंगे। भगवानपुर ग्राम में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान राजेन्द्र यादव और कादीपुर में चिकित्सक अशोक पाल को कंसंट्रेटर प्रदान करते हुए आशा संस्था के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि देश में विभिन्न संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं इनका उद्देश्य मात्र इतना ही है  कि किसी को भी भविष्य में आक्सीजन की आवश्यकता पड़े तो उसे दूर दराज भटकना न पड़े आप पास के इलाके में सर्व सुलभ स्थान पर कंसंट्रेटर उपलब्ध हो. उन्होंने कहा कि ग्रामीण चिकित्सकों ने पिछली आपदा के समय खतरे से खेलते हुए लोगों की सेवा की है हमे उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए। 

इसके पूर्व आशा ट्रस्ट के भंदहा कला स्थित केंद्र पर काशी में लावारिस, लाचार और घायल लोगों की अदम्य सेवा करने वाले युवा समाजसेवी अमन यादव कबीर को भी कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित करते हुए उन्हें स्वास्थ्य किट एवं एक 5 लीटर क्षमता का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किया जिसका उपयोग वे अपनी एम्बुलेंस सेवा में कर सकेंगे। 

कार्यक्रम में प्रदीप कुमार सिंह, सूरज पाण्डेय, महेश पाण्डेय, स्वयं प्रकाश, रामजनम भाई आदि का विशेष योगदान रहा।

शुक्रवार, 25 जून 2021

ये है पीएम मोदी की स्मार्ट सिटी पर बड़ा धब्बा

लापरवाह नौकरशाह, नहीं निभा रहे जिम्मेदारी 


वाराणसी 25 जून (मो.रिज़वान/दिल इंडिया लाइव)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी को लेकर जो सपना अपनी आंखों में सजाया था वो शायद इस लिए ही अब तक मूर्तरूप नहीं ले पा रहा है, क्यों कि जिन्हें शहर को सजाना संवारना है वो ही लापरवाह बने हुए है। यही वजह है कि पीएम मोदी की स्मार्ट सिटी पर बड़ा धब्बा कभी बीच शहर नई सड़क में दिखाई देता है तो कभी खंदक बनी सरसौली, टकटकपुर, अर्दली बाज़ार की गलिया। कुछ तो है जो पीएम मोदी के स्मार्ट सिटी बनने के सपने में खलल डाल रहा है। नई सड़क के लोग जहां नाराज़ हैं वहीं सरसौली के लोगों का कहना है जन प्रतिनिधि सुनते नहीं, आलम यह है कि चुनाव जीतने के बाद वो क्षेत्र में झांकने नहीं आये। बरसात में तो लोगों का चलना दूभर है। बीच शहर का ये हाल है तो बजरडीहा, नकखीघाट, कोनिया, सरैया, रहमतपुर, लोहता और फुलवरिया का क्या हाल होगा इसका अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है।

अवैध बिजली चोरी पर नकेल

छापेमारी में चोरी करते 10 पकड़े गये, मुकदमा


वाराणसी 25 जून (सरफराज अहमद/दिल इंडिया लाइव) बिजली चोरों को लेकर पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम ने मोर्चा खोल दिया है। शहर अनलॉक होने के बाद आला अधिकारियों से मिले निर्देश पर शहर में छापेमारी शुरु हो गई है। हंकार टोला क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब बिजली विभाग और विजिलेंस की टीम ने मारा छापा और डायरेक्ट कटिया कनेक्शन कर बिजली चोरी करते 10 लोग पकड़े गए। विभाग की ओर से सभी पर बिजली चोरी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। जेई- पिन्टू कुमार सिंह ने बताया कि एटीसी लाइन लॉस कम करने के लिए आगे भी इस तरह की छापेमारी जारी रहेगी। इसके साथ ही अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिससे वे आगे इस तरह का कार्य न कर सकें।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...