शनिवार, 16 नवंबर 2024

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....'

डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम


Varanasi (dil India live)। डीएवी पीजी कॉलेज के उर्दू विभाग के तत्वावधान में शनिवार को मुशायरे का आयोजन किया गया। कॉलेज के स्व. पीएन सिंह यादव स्मृति सभागार में आयोजित मुशायरे में शायरों ने उर्दू अदब की जुबान में राष्ट्रीय एकता, आपसी सौहार्द एवं मोहब्बत की शायरी सुनाकर मिसाल पेश की। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये शायरों ने एक से एक शायरी प्रस्तुत कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। 


मशहूर शायर समर गाजीपुरी ने सबसे पहले 'जहाँ हिन्दू मुसलमां सिख ईसाई रहते है मिलकर, जहाँ वालों उसी धरती को हिन्दुस्तान कहते है' सुनाया तो समूचा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। सुहैल उस्मानी ने 'अब मुझे तुम बुरा नही कहते, आईना देखने लगे हो क्या' सुनाया। मिर्जापुर से आये डॉ. शाद मशरीकी ने 'वही करता है खुशहाली की इज्जत, मज़ा चखा है जिसने मुफलिसी का' सुनाया। शमीम गाजीपुरी ने 'जरूर हाथ किसी का तो इसमें होता है चिराग खुद से कभी भी बुझा नहीं करते' सुनाया।

 


डॉ. नसीमा निशा ने 'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है' सुनाया, प्रोफेसर इशरत जहां ने 'हम एक थे अपना यह भारत महान था, कश्मीर, पाक, वर्मा भी हिंदुस्तान था, आपस में एकता थी बड़ा इत्मीनान था, जन्नत नुमा हमारा तुम्हारा मकान था' सुनाया। अहमद आज़मी ने 'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते' सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। बादशाह राही ने 'हक बयानी पर जब आ गया मुझको दुनिया सताने लगी' सुनाया, डॉक्टर कमालुद्दीन शेख उर्फ कमाल जौनपुरी ने 'अहले गुलशन के जख्मी बदन हो गए, अच्छे मौसम भी अब बदचलन हो गए' सुना कर महफ़िल का समापन किया। अध्यक्षता बसन्ता कॉलेज की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नफीस बानो ने किया।


इसके पूर्व महाविद्यालय के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने शुभकामनाएं दी, कार्यकारी प्राचार्य प्रो. राहुल ने शायरों का स्वागत किया। संयोजन उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. हबीबुल्लाह ने किया। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रो. सतीश कुमार सिंह, प्रो. इंद्रजीत मिश्रा, प्रो. मधु सिसोदिया, प्रो. प्रशांत कश्यप, डॉ. संजय सिंह, प्रो. संजय शाह, डॉ. नजमुल हसन आदि सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक एवं विद्यार्थी शामिल रहे।

Road Show के दौरान अचानक बिगड़ी Govinda की तबीयत

महाराष्ट्र चुनाव में कर रहे थे प्रचार, बीच में ही छोड़ा रोड शो 


Varanasi (dil India live)। फिल्म अभिनेता गोविंदा फिर मुश्किल में हैं। इस बार वो चुनाव प्रचार के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मुश्किल में आ गए और अपना रोड शो छोड़ना पड़ा। शनिवार को जलगांव जिले में विधानसभा चुनाव में महायुति के लिए प्रचार करने आये थे। जहां पचोरा में उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद वो रोड शो कर रहे थे। इस दौरान कुछ देर बाद उनकी तबीयत खराब होने लगी। उनके सीने में तेज दर्द होने लगा और गोविंदा ने अपने पैर में भी दर्द होने की पुष्टि की। इसके बाद उन्होंने अपना रोड शोड बीच में ही छोड़ कर वापस मुंबई के लिए रवाना हो गए। उनके अचानक रोड शो छोड़ने और तबीयत ख़राब होने से फैंस में मायूसी देखी गई।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा

-मदरसा नियमावली से अगे बढ़कर फैसले ले रहे हैं अधिकारी, इससे हो रहा शिक्षकों का शोषण


Varanasi (dil India live)। टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया उत्तर प्रदेश ने कामिल व फाज़िल को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ से सम्बद्ध कर 38000 छात्र-छात्राओं को राहत देने की मांग की है। मदरसों के साथ अब तक जारी सरकारी आदेश के अनुसार पालन न होने से शिक्षकों का शोषण बढ़ता जा रहा है। अधिकारी मदरसा नियमावली से अगे बढ़कर फैसले ले रहे हैं। सरकार हर महीने मदरसों के जांच के आदेश तो जारी कर दे रही है लेकिन इस के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं बना रही जिसका परिणाम यह है कि अधिकारी मदरसों की जांच कर रिपोर्ट नहीं जारी करते बल्कि कमियां बता कर शिक्षकों व कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालाय ने अपने फैसले में मदरसों पर हो रहे हर आपत्ति पर अपनी राय व्यक्त कर दी है। मदरसा बोर्ड को सविधान के अनुसार वैध मानते हुए माननीय सर्वोच्च न्यायालाय मदरसों में धार्मिक शिक्षा की अर्थ, महत्व और आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। न्यायालय ने इसे एक बच्चे के सर्वांगीण विकास का माध्यम बताया है इस के बावजूद डर व खौफ का माहौल बनाया जा रहा है। इसे समाप्त किया जाना आवश्यक है। एसोसीएशन के महामंत्री दिवान साहेब ज़माँ ने यह मांग पराड़कर स्मृति भवन वाराणसी के ज़िला सम्मेलन में की। 


उन्होंने कहा कि इस कठिन व विपरीत परिस्थिति में भी शिक्षकों से जबरन त्याग पत्र लिये जा रहें हैं। उन्हें रीटायरमेंट लेने को मजबूर किया जा रहा है। जो नियम विरुद्ध है। इससे मदरसों की बदनामी हो रही है। शासनादेश का पालन न करते हुए शिक्षकों का वेतन मनमाने ढंग से रोका जा रहा है फिर सौदेबाजी कर इसे जारी कर दिया जा रहा है। नौकरी जाने के डर से डरा-सहमा शिक्षक हर शर्त पर जीने को मजबूर है। शिक्षकों को इस स्थिति से निकालने के लिए नियमावली 2016 में निलम्बन, निष्कासन, दंड और अपील का विस्तृत नियम सम्मीलित किया जाना अनिवार्य है।

मुख्य अतिथि विजय कुमार सिंह ने कहा कि अरबी मदारिस के छात्र-छात्राओं के लिये कामिल व फाज़िल कक्षाओं का होना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में जो भी कानूनी सहायता होगी हर सम्भव की जायेगी। पूर्व एमएलसी डा. प्रमोद कुमार मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि हम सबके प्रिय नेता स्व० ओम प्रकाश शर्मा ने शिक्षकों एवं कर्मचारियों को ऐसी समस्याओं से निपटने के लिये शिक्षक महासंघ एवं शिक्षक-कर्मचारी समन्वय समिति बनाकर माध्यमिक, बेसिक, अरबी मदारिस और संस्कृत पाठशाला जैसी अन्य संगठनों को एक साथ चलने का संदेश दिया। जिसकी आवश्यकता एवं महत्व हम सब अच्छी तरह समझ रहे हैं। आज उसी की देन है कि हम सब एक स्थान पर बैठ कर अपनी समस्याओं के समाधान की चर्चा करते हैं। ज़िला सिक्रेटरी डा. नबीजान ने कहा कि 22 मार्च 2024 को हाईकोर्ट के निर्णय के बाद से अरबी मदारिस पर एक तुफान आ गया था। जिसका मुकाबला एसोसीएशन ने आप सभी लोगों के सहयोग से किया और कामयाबी हासिल की। एसोसीएशन हमारी और आपकी ताकत है। जिससे हम अपनी सेवा और अधिकारों की सुरक्षा कर सकते हैं। जिसकी मौजूदा मिसाल सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय है। इसलिये संगठन को जितना ही मज़बूत व ताकतवर करेंगे उतनी आसानी से समस्याओं का समाधान होगा। अरबी मदारिस में आज भी हर मोड़ पर कई कठिन समस्यायें बाधा बनी है। जिसका हल एकता और निरन्तर प्रयास में है। मौलाना रियाजुद्दीन नोमानी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि अरबी मदरसों की शिक्षा के बारे में यह कहा जाता है कि इसमें वर्तमान समय के अनुसार शिक्षा नहीं दी जाती है। जबकि अरबी मदारिस में उर्दू अरबी के अतिरिक्त हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विषय, साइंस और कम्प्यूटर आदि की शिक्षा दी जाती है। यहाँ से शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेते हैं और वहाँ से नुमायां कामयावी हासिल करके मुल्क का नाम रौशन करते हैं। हम लोगों ने हमेशा यह मांग की है कि अरबी मदारिस को किसी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कर दिया जाय ताकि कामिल व फाजिल की डिग्रियों अन्य स्नातक व स्नातकोत्तर डिग्रियों की तरह मान ली जायें और उसे कानूनी दर्जा हासिल हो सके।

ज़िला सम्मेलन में उच्च न्यायालय के एडवोकेट मुहम्मद अली औसाफ व संकल्प नारायण सिंह, एसोसीएशन के संयुक्त महासचिव हकीम अब्दुल हक (जौनपुर), हाफिज़ सलाहुद्दीन (जिलाध्यक्ष भदोही) प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य मौलाना नज़म अली खाँ (मीरजापुर), मौलाना शाहनवाज (प्रधानाचार्य, मऊ) मौलाना मकसूद आलम आदि ने विचार व्यक्त किये। कान्फ्रेन्स की अध्यक्षता मौलान रियाजुद्दीन नोमानी और संचालन डा० नबीजान ने की। कारी मुहम्मद मसूद अली ने तेलावते कलामे पाक से सम्मेलन का आगाज़ किया और मौलाना फैजुल्लाह प्रधानाचार्य जामिया फारुकिया ने सम्मेलन में आये सभी अतिथियों का धन्यवाद प्रस्तुत किया। मौलाना मुहम्मद ज़ाहिद हुसैन ने एकता, अमन व शान्ति तथा शिक्षकों एवं कर्मचारियों की समस्याओं के अतिशीघ्र समाधान और सेवा सुरक्षा के लिये दुआ की। सम्मेलन में अरबी मदारिस के ओलमा (धर्मगुरु), शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी अधिक संख्या में उपस्थित रहे।

Varanasi : गुटखा व्यवसायी ने खुद को गोली से उड़ाया

व्यापारी ने खुद को अपनी ही लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी, मचा कोहराम 


सरफराज अहमद

Varanasi (dil India live)। चेतगंज थाना के पान दरीबा के कालीमहल में शनिवार को व्यापारी ने खुद को लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार ली। घटना के बाद हड़कंप मच गया। सूचना के बाद डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस घटना की छानबीन में जुटी है। घायल व्यापारी को कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो गई।


घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। पानदरीबा के कालीमहल निवासी विजय सिंह राठौर (47 वर्ष) व्यापारी थे। उन्होंने शनिवार की सुबह खुद को लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। 


मौके पर डीसीपी पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने घायल व्यापारी को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। पुलिस व फोरेंसिक टीम घटनास्थल की छानबीन में जुटी रही। डीसीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि विजय सिंह राठौर डिप्रेशन के शिकार थे। घटना की छानबीन की जा रही है।

शुक्रवार, 15 नवंबर 2024

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन

जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन


Varanasi (dil India live).जमीयत यूथ क्लब बनारस के ट्रेनिंग सेंटर शैखुल हिंद ट्रेनिंग सेंटर जामिया इस्लामिया महमूदिया बेलौड़ी बनारस में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ( पंचायती राज, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग) Om Prakash Rajbhar का आगमन हुआ। जमीयत यूथ क्लब बनारस के स्काउट्स की कलर पार्टी ने मंत्री Om Prakash Rajbhar का स्वागत किया एवं कार्यक्रम स्थल तक ले गई। जमीयत यूथ क्लब बनारस के अध्यक्ष हाफ़िज़ ओबैदुल्लाह ने मंत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया जबकि रोवर काउंसलर मास्टर अब्दुल करीम ने स्कार्फ पहनाकर उन्हें सम्मानित किया। स्काउट के बच्चों ने मंत्री Om Prakash Rajbhar को भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के 75 वें स्थापना दिवस का स्टिकर लगाकर स्थापना दिवस सप्ताह का समापन किया। 

इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए मंत्री Om Prakash Rajbhar ने कहा कि एक आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट का योगदान सराहनीय है। आज के युवा देश का भविष्य हैं, और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स इन्हीं युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके राष्ट्रसेवा में लगा रहा है जो अत्यंत सराहनीय है। जमीयत यूथ क्लब के सचिव मुहम्मद रिज़वान ने बताया कि भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के 75 वें स्थापना दिवस सप्ताह का शुभारंभ 7 नवंबर 2024 को हुआ था। वाराणसी में जमीयत यूथ क्लब से संबद्ध विभिन्न स्कूलों गुलिस्तां पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य मुहम्मद शाहिद एवं ट्रेनर महमूदुल इसलाम के नेतृत्व में, बाग ए नूर एकेडमी में प्रधानाचार्य इमामुद्दीन एवं ट्रेनर अब्दुल माजिद के नेतृत्व में एवं अलमनार ब्वॉयज स्कूल में प्रबंधक फैसल इकबाल एवं प्रधानाचार्य तबरेज़ आलम के नेतृत्व में पूरे सप्ताह ये कार्यक्रम चला। इसके लिए हम सभी स्कूलों के आभारी हैं विशेष रूप से स्काउट काउंसलर मुहम्मद शाहिद का प्रयास विशेष सराहनीय रहा।



आज के इस कार्यक्रम में अंजुमन महमूदुल मदारिस के प्रबंधक हाजी बेलाल अहमद ने मंत्री को माल्यार्पण कर धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया जबकि हाजी अबुल हाशिम ने शाल पहनाकर मंत्री जी का अभिनंदन किया। इस अवसर पर संस्था के अधिकांश पदाधिकारीगण हाजी अबुल हाशिम, हाजी मुहम्मद साजिद, मौलाना अहमद शकील, मौलाना रेयाज़ अहमद, मुफ्ती अबु स्वालेह, मौलाना अब्दुल कादिर, हाफ़िज़ अबु हम्ज़ा, हाफ़िज़ शाहिद इकबाल, वसीम रेयाज़ एवं समस्त शैक्षणिक कर्मचारीगण उपस्थित थे।

...ज्यो कर सूरज निकलया, तारे छिपे अन्धेर पलोवा

पहले पातशाह गुरू नानक देव के प्रकाशोत्सव पर झूमा सिख समाज 

धूमधाम व उल्लास से गुरुद्वारा गुरुबाग में मनाई गई नानक जयंती


Varanasi (dil India live)। "सतगुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानण होआ, ज्यो कर सूरज निकलया, तारे छिपे अन्धेर पलोवा” सिक्ख धर्म के संस्थापक पहले पातशाह जगत गुरू श्री गुरू नानक देव का 555 वां प्रकाशोत्सव (गुरूपर्व) अलौकिक मान्यता के साथ विशेष उत्साह, जोश एवं श्रद्धा भाव के साथ गुरूबाग स्थित गुरुद्वारे में मनाया गया। इस पर्व पर गुरुद्वारे को झालरों व फूलो की मालाओ से दुल्हन की तरह सजाया गया। इस विशेष पर्व पर की गई सजावट, पानी के फव्वारे, फूलों के पौधे एवं बेहद रौशनी से नहाया पूरा प्रागंण आकर्षण का केन्द्र रहा। देव दीपावली पर गुरुद्वारे में शाम 5:15 बजे दीपोत्सव हुआ। देव दीपावली गुरूनानक देव जी महाराज के 555 वें प्रकाश पर्व को समर्पित। प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न घाटों पर बैनर लगाए गये। इससे पहले 14 नवंबर को सांयकाल कार्यकम समय 7.00 बजे से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक पंथ के महान हजूरी रागी- श्री दरबार साहिब अमृतसर वाले भाई जगतार सिंह जी व भाई गुरप्रीत सिंह जी शिमला वाले ने गुरुवाणी कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। तत्पश्चात गुरू का अटूट लंगर बरताया गया। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली को वाराणसी में छटा बहुत ही निराली थी चारो ओर भक्ति, प्रकाश एंव खुशियों का सरोबार रहा। शुक्रवार को कार्यक्रम की शुरूआत प्रातः 3.45 से शहाना स्वागत गुरूघर की संगत ने फूलो की वर्षा कर, नाम सिमरन, पाठ सुखमनी साहिब, आसा दी वार कीर्तन, प्रातः 9:00 बजे से 10:00 बजे तक गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरुबाग, गुरूनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, गुरूबाग एवं गुरूनानक इंग्लिश स्कूल शिवपुर की छात्रायें शबद गायन कर संगत को निहाल किया। प्रातः 10:00 बजे से 11:00 बजे तक गुरुद्वारे में कथा व कीर्तन चला। प्रातः11:00 बजे से 12:30 बजे तक भाई जगतार सिंह व दोपहर 12:30 बजे से 2:00 बजे तक भाई गुरप्रीत सिंह ने शबद कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। साथ ही साथ गुरू का अटूट लंगर भी बरताया गया। सांयकाल कार्यकम 7.00 बजे शुरू हुआ जो समाचार लिखे जाने तक जारी था। जिसमें पंथ के महान हजूरी रागी श्री दरबार साहिब वाले भाई जगतार सिंह व भाई गुरप्रीत सिंह शिमला वाले व गुरुद्वारे के रागी जत्था भाई नरेन्दर सिंह ने शबद कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। पाठ साहिब की समाप्ति, अरदास साथ ही साथ गुरू का अटूट लंगर बरताया गया। गुरुद्वारे के मुख्य ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह एवं मीत ग्रन्थी भाई महंत सिंह ने गुरुद्वारे में उपस्थित सभी साध संगत व श्रद्धालुओं को धन्यवाद दिया व शुक्राना अदा किया। भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर गुरूघर में मत्था टेका व गुरू घर की खुशियों प्राप्त की।

गुरुवार, 14 नवंबर 2024

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी 


Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरानी की 266 वी बरसी पूरी अकीदत के साथ गुरुवार को मनाई गई। इस अवसर पर मौलाना ज़मीरूल हसन, मौलाना सैयद मोहम्मद अकील हुसैनी, डॉ. शफीक हैदर तथा मौलाना इब्ने हसन ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी दीनी और दुनियावी ख़िदमात पर रौशनी डाली। उलेमा ने कहा कि इल्म की रौशनी बिखेरने वाले शेख अली हजी बनारस से बेहद प्यार करते थे। उन्होंने कहा कि मैं बनारस छोड़कर नहीं जाऊंगा। ये इबादत की आम जगह है। यहां के ब्राह्मणों का बच्चा बच्चा मुझे राम और लक्ष्मण दिखाई देता है।

 वह दौर महाराजा बनारस चेतसिंह का था। महाराजा ने उन्हें जमीन दी जिस पर उन्होंने दरगाहे फातमान की स्थापना की। संयोजक सैयद फरमान हैदर ने मेहमानों का इस्तेकबाल किया । मुतवल्ली अब्बास रिज़वी शफक ने धन्यवाद दिया। इस अवसर पर हाजी आलीम हुसैन, साहब, समर बनारसी, तफसीर जौनपुरी, शब्बू, सैयद फिरोज हुसैन के अलावा बड़ी संख्या में मर्दो खवातीन और अकीदतमंद बच्चे मौजूद थे।

Akhilesh yadav बोले: बेईमान अफसरों को कोर्ट से सजा मिलेगी

बेईमान अफसरों के नाम नोट कर रहे हैं, नौकरी जाएगी, वोटिंग के बीच अखिलेश यादव ने चेताया Mohd Rizwan  Lucknow (dil India live). उत्तर प्रदेश की...