गुरुवार, 26 सितंबर 2024

खतीबे एशिया सैयद अमीनुल कादरी ने की अमन की दुआएं

एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत, भदोही हुए रवाना 

Varanasi (dil India live)। खतीबे एशिया व यूरोप अल्लामा मौलाना मुफ्ती सैयद अमीनुल कादरी का वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट से बाहर आते ही उनके चाहने वालों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। इस दौरान मौलाना ने मुल्क में अमन, मिल्लत और सौहार्द की दुआएं मांगी। एयरपोर्ट से वो भदोही के अज़ीमुल्लाह चौराहा स्थित ईदगाह में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। हजरत को वाराणसी एयरपोर्ट से लेने के लिए काजी-ए-शहर भदोही इमाम जामा मस्जिद कल्लन शाह तकिया हाजी हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां व इमामे ईदगाह हाफिज अशफाक रब्बानी एयरपोर्ट पहुंचे हुए थे।जहां से वे सरजमीने भदोही मोहल्ला जमुंद स्थित हाफिज अशफाक रब्बानी व हाफिज मौलाना अरफात हुसैन अशरफी के घर पहुंचे। हजरत के तशरीफ़ लाने पर पूरा इलाका मचल गया और नारे तकबीर अल्लाहो अकबर ...की सदाएं फिज़ा में बुलंद हो उठी। जनाब रब्बानी व अशरफी के घर पर भी मौलाना ने दुआएं की। इस बीच लोगो ने हजरत से मुलाकात कर दुआ की दरख्वास्त की। इस मौके पर नाजिमे हिंदुस्तान मौलाना हाफिज आबिद हुसैन, हाफिज शहजाद, हाफिज हसनैन, हाफिज अब्दुल माबूद आदि मौजूद थे।

DAV PG College में साइबर सिक्योरिटी पर कोर्स शुरू



Varanasi (dil India live).  डीएवी पीजी कॉलेज के यूजीडीसीए कंप्यूटर सेंटर के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत गुरुवार को वैल्यू एडेड कोर्स के रूप में 'साइबर क्राइम एवं प्रिवेंशन फ्रॉम साइबर क्राइम' का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि एसएमएस, वाराणसी में एसोसिएट प्रोफेसर एवं समन्वयक कंप्यूटर सेंटर आनन्द प्रकाश दुबे, महाविद्यालय के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव एवं कार्यकारी प्राचार्य प्रो.सत्यगोपाल जी ने कोर्स का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि आनन्द प्रकाश दुबे ने छात्रों को संबोधित करते हुए साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न साइबर अपराधों और उनकी कार्यप्रणाली की ओर भी सबका ध्यान आकर्षित कराया। इनके अलावा उन्होंने साइबर खतरों पर काबू पाने के लिए तकनीक आधारित विभिन्न निवारक उपायों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बैंकिंग और वित्तीय अनुप्रयोगों का उपयोग करते समय सावधान और सतर्क रहने पर ध्यान केंद्रित किया। सुरक्षित ब्राउज़िंग, मजबूत पासवर्ड का उपयोग, मल्टी-टियर लॉगिन सिस्टम और एस.एस.एल. पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। 

विशिष्ट वक्तव्य देते हुए प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव  ने नए पाठ्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को शुभकामना दी और साइबर दक्षता के लिए कोर्स की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।

  अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल ने छात्रों को आगे आने के लिए प्रेरित किया और बदलते युग की गति के साथ चलने के लिए हमेशा नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन कोर्स समन्वयक डॉ. शांतनु सौरभ ने किया, नजम उज़ ज़मान ने पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से बतलाया एवं धन्यवाद ज्ञापन सुश्री कावेरी शर्मा ने दिया।

     इस अवसर पर प्रोफेसर मधु सिसौदिया, डॉ. बंदना बालचंदनानी, डॉ. ज़ियाउद्दीन, रोज़िना बानो, संध्या श्रीवास्तव सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।


 (प्रताप बहादुर सिंह)

डीएवी पीजी कॉलेज, वाराणसी।

Banaras Sangit news: लयोत्सव का समारोहपूर्वक भव्य समापन




Varanasi (dil India live). नादश्री म्यूजिक अकादमी का दो दिवसीय भव्य अवनद्ध वाद्य समारोह लयोत्सव का समापन सत्र मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में देश भर के जाने माने ६ तबला वादक कलाकार शामिल हुए, जिन्होंने ३ खंडों में बंटे वार्ता सत्र के कार्यक्रम में छात्रों के बीच तबले की विरासत और परंपरा पर चर्चा की।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रथम दिन पंडित नंदकिशोर मिश्र, पंडित दीपक सहाय, एवं पंडित किशन रामडोहकर का तबला वादन हुआ। आपके संग हारमोनियम और सारंगी की संगत में आनंद किशोर मिश्र, ध्रुव सहाय एवं मोहित सहानी ने मधुर संगत प्रदान की। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में प्रथम दिवस के सभी अतिथि कलाकारों को एक विशेष वार्ता सत्र के लिए आमंत्रित किया गया, जहां सभी ने बारी बारी से काशी की प्राचीन तबला वादन पद्धति पर वक्तव्य दिया तथा प्रत्येक वक्तव्य के पश्चात शेष ३ वादकों का तबला वादन हुआ। इसमें क्रमशः पंडित डॉ. मनोज कुमार मिश्र, पंडित कुबेर नाथ मिश्र एवं समापन देश के वरिष्ठतम तबला वादकों में से पंडित पूरन महाराज के तबला वादन से हुआ। कार्यक्रम में संगतकर्ता के अंकित मिश्र एवं मोहित सहानी ने बखूबी अपनी भूमिका निभाई।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री पंडित राजेश्वर आचार्य ने अपने वक्तव्य कौशल से ज्ञान की सरिता को प्रवाहित किया। आपने तबला के इतिहास पर, तथा विषयानुसार मुख्यतः पंडित अनोखे लाल मिश्र, पंडित सामता प्रसाद मिश्र तथा पंडित किशन महाराज के जीवन पर प्रकाश डाल कर उससे प्रेरणा ले कर संगीत के क्षेत्र में अनूठा कार्य करने की सीख दी तो वहीं नागरी प्रचारिणी सभा के प्रधानमंत्री व्योमेश शुक्ल ने अपने ऊर्जापूर्ण वक्तव्य से सभी पूर्वज वादकों की स्मृतियों को पुनः जीवंत कर दिया। 


नादश्री की संयोजिका मीना मिश्रा ने डॉक्टर राजेश्वर आचार्य तथा अन्य वक्ताओं का स्वागत एवं सम्मान किया। संयोजिका ने बताया की कार्यक्रम के खत्म होने के पश्चात बुधवार को बैठक में संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन के लिए धन्यवाद दिया गया, तथा हर वर्ष "लयोत्सव" को और भी भव्य और विस्तृत स्वरूप में आयोजित करने की प्रेरणा दी गई। इस बैठक में संदीप केवले द्वारा लायोत्सव के वार्ता सत्र से निकले निष्कर्ष पर चर्चा की और छात्रों को सभी आयामों से अवगत कराया ।

बागेश्वर धाम के sant dhirendra shastri पहुंचे बनारस

वाराणसी में दर्शन के लिए दौड़ पड़े श्रद्धालु

-बड़ागांव में शिष्य के आवास पर लगा लोगों का स्वागत के लिए हुजूम 


Varanasi (dil India live). बागेश्वर धाम के sant dhirendra shastri गुरुवार की भोर में मध्य प्रदेश होते हुए अचानक बनारस पहुंचे। धीरेंद्र शास्त्री अपने शिष्यों के साथ ढोरा बड़ागांव के शिष्य प्रशांत शुक्ला के आवास पर पहुंचे तो उनके आने की खबर पर वहां सैकड़ों लोग जुट गए। इस दौरान सभी भक्तों ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रशांत के घर वालों ने माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर उनका जोरदार अभिनंदन किया।


बागेश्वरधाम वाले बाबा के आने की सूचना के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ ढ़ोरा गांव में जुट गई। अधिकारियों से लेकर आम अनुयायी भी बाबा का दर्शन पाने के लिए भीड़ में शामिल थे। वहीं, पुलिस फोर्स भी लगाई गई। समाचार लिखे जाने तक धीरेंद्र शास्त्री प्रशांत और उनके परिजनों के साथ मुलाकात कर रहे थे।

बुधवार, 25 सितंबर 2024

संतान की लंबी उम्र के लिए माताओं ने रखा जीवित्पुत्रिका व्रत

बरसात में भीग कर की पूजा, की संतान दीर्घायु की कामना





Varanasi (dil India live). माताओं ने बुधवार को अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए जीवित्पुत्रिका व्रत रखा। घरों से लेकर मंदिरों तक जीमूतवाहन की पूजा सुबह से होती रही। व्रती महिलाओं ने कथा का श्रवण किया। संतान की संख्यानुसार सोने या चांदी की जीतिया धारण कर व्रत के अनुष्ठान पूरे किए और दान-पुण्य भी किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां लक्ष्मी के लिए व्रत रखकर पूजा की। लक्ष्मीकुंड, लकसा, चौकाघाट, लालपुर, ईश्वर गंगी, पुराना पुल आदि जगहों पर पूजन के लिए भीड़ लगी रही। लक्ष्मी कुंड पर लगे 16 दिवसीय सोरहिया मेला का समापन भी आज हुआ। 


आश्विन कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिषविद के अनुसार अष्टमी तिथि मंगलवार को दिन में 12:40 बजे लग गई और 25 सितंबर को दिन में 12:11 बजे तक रही। इसलिए उदया तिथि में 25 सितंबर को जीवित्पुत्रिका का व्रत रखा गया।


महिलाओं ने दिनभर निराजल व्रत रखा और स्नान ध्यान कर शुभ मुहूर्त में जीमूतवाहन की पूजा की और कथा सुना। सोने व चांदी के बने जितिया की पूजा कर गले में धारण किया। 24 घंटे निराजल व्रत रखने के बाद अगले दिन 26 सितंबर को पूजन कर पारण करेंगी।


DAV में साइबर सिक्योरिटी पर वैल्यू एडेड कोर्स का शुभारंभ आज


Varanasi (dil India live)। डीएवी पीजी कॉलेज के यूजीडीसीए कंप्यूटर सेंटर के तत्वावधान में आज गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत साइबर सिक्योरिटी पर एक सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ करने जा रहा है। यह कोर्स कॉलेज में संचालित वैल्यू एडेड सर्टिफिकेट कोर्स के तहत 'साइबर सिक्योरिटी एंड प्रिवेंशन फ्रॉम साइबर क्राइम' नाम से शुरू किया जा रहा है। कोर्स समन्वयक डॉ. शान्तनु सौरभ ने बताया कि इसका विधिवत शुभारंभ एसएमएस, वाराणसी के कंप्यूटर सेंटर के समन्वयक एवं एसोसिएट प्रोफेसर आनंद प्रकाश दुबे करेंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय के मंत्री /प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव एवं कार्यकारी प्राचार्य प्रो.सत्यगोपाल भी उपस्थित रहेंगे।

मंगलवार, 24 सितंबर 2024

DAV PG College में गाँधी विचार पर निबन्ध प्रतियोगिता

Student's ने लिखें 'सामाजिक परिवर्तन में युवाओं की भूमिका पर गांधी जी के विचार'

Varanasi (dil India live). डीएवी पीजी कॉलेज की एक्सटेंशन एवं क्रिएटिव कमेटी तथा विश्व ज्योति जनसंचार समिति के संयुक्त तत्वावधान में निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 'सामाजिक परिवर्तन में युवाओं की भूमिका पर गांधी जी के विचार' विषयक प्रतियोगिता में बी.ए. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। आयोजन में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

इस अवसर पर एक्सटेंशन एवं क्रियेटिव कमेटी की समन्वयक डॉ. हसन बानो, डॉ. शिव नारायण, डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. अस्मिता तिवारी, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. सत्यार्थ बांधल, डॉ. प्रियंका बहल एवं विश्व ज्योति जनसंचार समिति के समन्वयक अनिल कुमार उपस्थित रहे।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...