सोमवार, 11 दिसंबर 2023

राष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल पाकर झूम उठे मेधावी

आत्म-निर्भरता तथा स्वराज के लक्ष्यों के साथ विद्यापीठ की यात्रा शुरू हुई-राष्ट्रपति 

-विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने बताया विश्वविद्यालय का इतिहास 





Varanasi (dil India live).11.12.2023. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को वाराणसी में थी। इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शिरकत किया। यहां महामहिम ने 16 मेधावियों को अपने हाथों से मेडल प्रदान किया। राष्ट्रपति के हाथों मेडल पाकर छात्र छात्राएं झूम उठे। समारोह में राज्यपाल ने भी संबोधन दिया। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी और राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा काशी विद्यापीठ का सामाजिक और शैक्षिक योगदान अमूल्य है। 

इससे पहले राष्ट्रपति ने कलश में पानी डालकर दीक्षांत समारोह की शुरुआत की। राज्यपाल के संबोधन के बाद महामहिम ने सभी विद्यार्थियों, उनके शिक्षकों और परिजनों को बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा, बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आना अपने आप में सौभाग्य की बात है। काशी का अभिप्राय है सदैव प्रकाशमान रहने और सदैव प्रकाशित रखने वाला ज्योतिपुंज। पिछले महीने काशी में देव दीपावली का पर्व भव्यता से मनाया गया। मुझे बताया गया है कि उस पर्व को 72 देशों के प्रतिनिधियों ने हमारे देशवासियों के साथ यहां मनाया। हिन्दी माध्यम में उच्च-स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए बाबू शिव प्रसाद गुप्त जी ने काशी विद्यापीठ की अपनी परिकल्पना की चर्चा महात्मा गांधी से की थी और गांधीजी ने उसे सहर्ष अनुमोदन प्रदान किया था। हमारे देश की स्वाधीनता के 26 वर्ष पूर्व, गांधीजी की परिकल्पना के अनुसार आत्म-निर्भरता तथा स्वराज के लक्ष्यों के साथ, इस विद्यापीठ की यात्रा शुरू हुई थी। ब्रिटिश शासन की सहायता और नियंत्रण से दूर रहते हुए, भारतीयों द्वारा पूर्णत: भारतीय संसाधनों से निर्मित, काशी विद्यापीठ का नामकरण ‘महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ’ करने के पीछे हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की भावना निहित है। उन आदर्शों पर चलना तथा अमृत-काल के दौरान देश की प्रगति में प्रभावी योगदान देना यहां के विद्यार्थियों द्वारा विद्यापीठ के राष्ट्र-निर्माता संस्थापकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का ध्येय वाक्य है विद्ययाऽमृतमश्नुते...। यह ध्येय वाक्य ईशा-वास्य उपनिषद से लिया गया है। ईश उपनिषद में यह बोध कराया गया है कि व्यावहारिक ज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान एक दूसरे के संपूरक हैं। व्यावहारिक ज्ञान से अर्थ, धर्म और कामनाओं की सिद्धि होती है। विद्या पर आधारित आध्यात्मिक ज्ञान से अमरता यानी मोक्ष की प्राप्ति होती है।

चिर-नवीन की परिधि में विज्ञान तथा व्यावहारिक ज्ञान की आधुनिकतम धाराएं समाहित हैं। आप सभी विद्यार्थियों को चिर-पुराण और चिर-नवीन के समन्वय को अपनी शिक्षा, आचरण और जीवन में उतारना है। तब आप राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, भारतीय परम्पराओं से जुड़े रह कर इक्कीसवीं सदी के आधुनिक विश्व में सफलताएं अर्जित करेंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि दो भारत रत्नों का इस संस्थान से जुड़ना महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की गौरवशाली विरासत का प्रमाण है। भारत रत्न डॉ. भगवान दास इस विद्यापीठ के पहले कुलपति थे और पूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री इस संस्था के पहले बैच के छात्र थे। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि वे शास्त्री जी के जीवन मूल्यों को अपने आचरण में अपनायें।

राष्ट्रपति ने कहा कि इस विद्यापीठ की यात्रा हमारे देश की आजादी से 26 साल पहले गांधीजी की परिकल्पना के अनुसार आत्मनिर्भरता और स्वराज के लक्ष्यों के साथ शुरू हुई थी। असहयोग आंदोलन से जन्मी संस्था के रूप में यह विश्वविद्यालय हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सभी छात्र स्वतंत्रता संग्राम के हमारे राष्ट्रीय आदर्शों के ध्वजवाहक हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि काशी विद्यापीठ का नाम महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ रखने के पीछे का उद्देश्य हमारे स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। उन आदर्शों पर चलकर अमृत काल में देश की प्रगति में प्रभावी योगदान देना ही विद्यापीठ के राष्ट्र-निर्माण संस्थापकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि वाराणसी प्राचीन काल से ही भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र रहा है। आज भी इस शहर की संस्थाएँ आधुनिक ज्ञान-विज्ञान के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों और शिक्षकों से ज्ञान के केंद्र की परंपरा को बनाए रखते हुए अपने संस्थान के गौरव को समृद्ध करते रहने का आग्रह किया।

65 में 51 छात्राओं ने जीता स्वर्ण 

वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 45 वें दीक्षांत समारोह में सोमवार को मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 16 मेधावियों को गोल्ड मेडल और डिग्री प्रदान की। इस दौरान कुल 65 गोल्ड और 77692 छात्र छात्राओं को उपाधियां दी गई। 65 में से 51 छात्राओं ने गोल्ड मेडल की बाजी जीती है। वहीं, 14 लड़कों को गोल्ड मेडल मिला।

रविवार, 10 दिसंबर 2023

United Carol singing : मरियम के आंगन में गूंजा यीशु जन्म के गीत





Varanasi (dil India live). 10.12.2023. सेंट मैरीज़ महागिरजा में यूनाइटेड Carol सर्विस 2023 का भव्य आयोजन आगमन के दूसरे इतवार को किया गया। इस दौरान एक से एक खूबसूरत Carol गीतों से मरियम का आंगन देर शाम तक गूंजता रहा। Bishop के मुख्य आतिथ्य में हुए आयोजन में छोटे बड़े तकरीबन 32 चर्चेज ने हिस्सा लेकर यह एहसास करा दिया की अब यीशु जन्म का महापर्व क्रिसमस आने ही वाला है। इसमें बनारस और आसपास के सभी चर्च की कलीसिया मौजूद थी। यहां यह भी एक सुखद नजारा दिखाई दिया की, एक मंच पर प्रोटेस्टेंट व कैथोलिक साथ साथ नज़र आए। यहां Carol गीत संगीत के लगभग 2000 लोग गवाह बने। जहां एक ओर स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टाल लगे थे, जिसमें कबाब, टिक्का, कॉफी, चाउमीन, केक, एग रोल, आइसक्रीम आदि का सभी लुत्फ उठाते नज़र आये वहीं Carol संग यीशु मसीह के जन्म की झांकी भी यहां देखने को मिली।

कार्यक्रम के अंत में होली नाइट का आयोजन किया गया, जिसमें सभी के हाथों में कैंडल थी और प्रभु यीशु मसीह के आगमन को लेकर गीत गाए जा रहे थे। इस दौरान सारी लाइटें ऑफ कर दिया गया था।सभी ने कैंडल जलाकर साइलेंट नाईट, होली नाईट...गीत पेश किया। यह आयोजन बहुत ही शानदार स्मरणीय रहा। लोगों ने बहुत ही शांति से यीशु मसीह के जन्मदिवस के आगमन के दूसरे संडे को, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...कि सदाएं बुलंद करते दिखे। एक दूसरे को बड़े दिन की बधाइयां दी और एक दूसरे को केक खिलाया। पास्टर बेन जान ने बताया कि यूनाइटेड Carol के साथ अब मसीही समुदाय क्रिसमस की अगुवाई में जुट जाएगा।कहीं चरनी तैयार की जाएगी तो कहीं केक। कपड़ों की खरीदारी तकरीबन सभी ने पहले ही कर ली है। जहां चर्चेज में पेंट बाकी है वहां भी एकाध दिनों में इसे पूरा कर लिया जाएगा। 

इन गायन मंडली ने पेश किया Carol 

बेथेलफुल गास्पल चर्च, थेल्मा डेविड गायन मंडली, विश्व ज्योति गुरुकुल, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रज, सेंट मेरीज इंग्लिश चर्च,  वाराणसी इंग्लिश फेलोशिप, विश्व वाणी, जीवन ज्योति, चर्च ऑफ बनारस पीलग्रीम्स मिशन, सीएनआई लाल गिरजाघर, सेंट जॉस, ग्रामीण संस्थान, काशी बेपटिस्ट चर्च, जीवन की आशा, आर्ट ऑफ लाइफ आदि ने यीशु जन्म के गीत पेश किए।

जनाबे फातिमा की याद में शब्बेदारी

शब भर गूंजी नौहाख्वानी व मातम की सदाएं


Varanasi (dil India live).09.12.2023. शनिवार को भदऊ चुंगी स्थित आले हसन मददन दरोगा के इमामबाड़े पर मौलाना नसीरुल मेंहदी के संयोजन में शब्बेदारी का आयोजन किया गया। शहर भर के मोमेनीन ने इसमें शिरकत की।  लियाकत अली ने अपनी सोजख्वानी से मजलिस का आगाज किया। इसके बाद शायरों ने कलाम पेश किए। इसमें प्रो.अजीज हैदर, रेहान बनारसी, मायल, रिजवान, अतश, अतहर बनारसी व मेंहदी बनारसी आदि शामिल रहे।  मौलाना गुलाम हुसैन जैदी ने मजलिस को खिताब करते हुए जनाबे फातिमा की जिन्दगी पर प्रकाश डाली। उनकी शहादत का बयान सुनकर लोगों के आंखों से आंसू छलक पड़े। इसके बाद नौहाख्वानी और मातम शुरू हुआ। शहर की नामचीन अंजुमनो ने अपने अपने अंदाज से नोहखवानी और मातम  किया। जिसमे मुख्य रूप से अंजुमन हैदरी, अंजुमन हुसैनिया, अंजुमन आबिदिया, अंजुमन आजादर, अंजुमन जफरिया, अंजुमन जववाड़िया, गुलजारिया, कासीमिया, सदाएं अब्बास, अंजुमन सज्जादिया, अंजुमन हाशीमिया, अंजुमन अवामी, अंजुमन कारवाने कर्बला आदि ने नौहाख्वानी व मातम किया। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया की बीबी फातिमा की शहादत पर मजलिसों का सिलसिला रविवार १७ दिसंबर तक जारी रहेगा। १६ दिसंबर को दरगाहे फ़ातमान में खवातीन जनाबे फातिमा का ताबूत उठाएंगी।

शनिवार, 9 दिसंबर 2023

माता-पिता विहीन 25 बच्चों का कराया विद्यारम्भ संस्कार

स्वनाथ बच्चों के प्रति समाज में जागरूकता जरूरी-प्रो. द्विवेदी 




Varanasi (dil India live). 09.12.2023. स्वनाथ (अनाथ) 25 बच्चों का शनिवार को विद्यारम्भ संस्कार कराया गया। निवेदिता इन्टर कालेज में आयोजित इस अनूठे कार्यक्रम का आयोजन स्वनाथ परिषद ने विभिन्न सामाजिक संगठनों व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वनाथ परिषद काशी के सचिव शिशिर श्रीवास्तव ने सभी  अतिथियो को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।  इस मौके पर स्वनाथ परिषद के संस्थापक संरक्षक प्रशान्त हरतारकर ने बताया कि सनातन धर्म में जन्म से मृत्यु के बीच 16 संस्कार होते है। उनमें से 10 वां संस्कार विद्यारम्भ संस्कार होता है। यह संस्कार उन बच्चों का तो आसानी से हो जाता है जिनके माता-पिता होते है। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं होते हैं वो अधिकांशतः विद्यारम्भ संस्कार से वंचित हो जाते हैं। ऐसे ही स्वनाथ (अनाथ) बच्चों का विद्यारम्भ संस्कार कराने का प्रयास स्वनाथ परिषद की ओर से किया जा रहा है। बीते वर्ष भी ऐसे ही आयोजन से स्वनाथ 20 बच्चों का विद्यारम्भ संस्कार कराया था। इस वर्ष 25 स्वनाथ बच्चों का विघारम्भ कराया जा रहा है ताकि ये बच्चे समय से शिक्षा शुरू कर देश का एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें। उन्होंने बताया कि  इन सभी अनाथ बच्चों का फालोआप स्वनाथ परिषद करता रहेगा। साथ ही "मिशन ममता" के तहत इन बच्चों के शिक्षा - दीक्षा की भी व्यवस्था की जायेगी। बताया कि परिषद की ओर से एडाप्सन व फोस्टर केयर से सम्बन्धित काउन्सलिंग भी की जा रही है। अनाथ बच्चों को आरक्षण देने के लिए स्वनाथ परिषद जल्द ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्रो0 राम प्रकाश द्विवेदी ने स्वनाथ परिषद के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि स्वनाथों के हित में उनके स्तर पर जो कुछ भी संभव हो सकेगा उसे वह पूरा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी में रहने वाले प्रत्येक नागरिक को इन बच्चो का नाथ बनने की जरूरत है। यह तभी संभव हो पायेगा जब ऐसे बच्चों के प्रति समाज और जागरूक होगा। इसके लिए हमें हर स्तर पर प्रयास करना चाहिए। 

कार्यकम के विशिष्ठ अतिथि प्रशांत नागर ने कहा कि विद्यारम्भ संस्कार न होने से ऐसे स्वनाथ बच्चों की शिक्षा समय से शुरू नहीं हो पाती। नतीजा होता है कि उनके जीवन में भटकाव आता है जो इन बच्चों के भविष्य के लिए घातक हो जाता है। ऐसे में स्वनाथ परिषद की ओर से आयोजित स्वनाथ बच्चों के विद्यारम्भ संस्कार की जितनी भी सराहना की जाए कम है। उन्होंने कहा कि समाज को इस दिशा में आगे आना चाहिए और ऐसे ही और आयोजन कर स्वनाथ बच्चों को नया जीवन देने का प्रयास करना चाहिए। राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ई. अशोक यादव ने कहा कि देश में कोई बच्चा अनाथ नही हो सकता इसके लिए कानून मे भी फास्टर केयर कार्यक्रम को परिभाषित किया गया है। जरूरत है समाज को इस दिशा में आगे आने की है। राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती निर्मला सिंह पटेल ने कहा कि भविष्य में इन स्वनाथ (अनाथ) के लिये जो सहयोग होगा प्रदान किया जायेगा।  बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह ने कहा कि कोई भी स्वनाथ (अनाथ) शिक्षा से वंचित न हो इसके लिए जरूरत है काशी के नागरिको को आगे आने की। ऐसा प्रयास हो कि काशी का कोई भी बच्चा अपने आप को स्वनाथ (अनाथ) न समझे। उसे लगे कि काशी के प्रत्येक नागरिक उसके संरक्षक है। सरकार द्वारा जारी कल्याणकारी योजनाओ से इन बच्चो को जोड़ा जायेगा। विद्यारम्भ संस्कार के पूजन कराने का कार्य गायत्री परिवार के सदस्यो ने किया गया। कार्यकम का संचालन डा. रचना अग्रवाल ने  और धन्यवाद ज्ञापित स्नेहा उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शहर के कई समाज सेवी संगठनों ने भूमिका निभाई। कार्यक्रम का प्रारम्भ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर पधारे स्वनाथ (अनाथ) बच्चो का स्वागत तिलक लगा कर किया गया। कार्यक्रम के पश्चात बच्चों के अभिवावको ने बच्चों के साथ लंच किया और साथ में सेल्फी लेकर भविष्य में भी उनका ध्यान रखने की बात कही। कार्यकम को सफल बनाने में अभय पाण्डेय, मोती लाल अम्बुज उपाध्याय, आनन्द सिंह, खुश्बू, रितिका, अखिलेश कुमार, डा. राजेश श्रीवास्तव व आनन्द प्रभा की सहभागिता रही। 

इससे बड़ी कोई और पूजा नहीं

विद्यारम्भ संस्कार में शामिल स्वनाथ सुमित (परिवर्तित नाम) के अभिभावक नेहा कक्कड ने कहा कि विद्यारम्भ के लिए सुमित का अभिभावक बनकर उन्हें जो सुख मिल रहा है उसको वह शब्दों में बयां नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि इस पुनित कार्य से बड़ी कोई और पूजा नहीं हो सकती।

समाज को करेंगे जागरूक

समारोह में शामिल होने के लिए आये बासफाटक निवासी गोपाल जी सेठ ने कहा कि इस अनूठे कार्यक्रम में शामिल होने से उन्हें समाज में स्वनाथ बच्चों के लिए कार्य करने की प्रेरणा मिली है। अब वह और लोगों को इस दिशा में जागरूक करने का कार्य करेंगे।

SP प्रवक्ता जेबा यास्मीन ने अपने पद से दिया इस्तीफा



Lucknow (dil India live). समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जेबा यास्मीन ने अपने पद से शनिवार को इस्तीफा दे दिया है।काफी समय से समाजवादी पार्टी में प्रवक्ता के पद पर काम रही जेबा यास्मीन ने सपा छोड़ते समय कहां की अल्पसंख्यक सपा को भर भर कर वोट देते हैं मगर उसके बावजूद अल्पसंख्यकों को निराशा ही हाथ लगती है। मैं वर्ष 2017 से सपा में विभिन्न पदों पर रही। वर्तमान में प्रवक्ता पद पर थी, मुझे फिलहाल किसी से कोई शिकवा शिकायत नहीं है। मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को पत्र लिख कर इस्तीफा भेज दिया है। पत्र में जेबा यास्मीन ने लिखा है कि पार्टी के आंतरिक नीतियों औऱ परिस्थितियों से पूर्ण रूप से सहमत न होने के कारण कुछ समय से काम करने में असमर्थ हूं। इसलिए समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रही हूं।पार्टी से दिए गए पद औऱ जिम्मेदारी से खुद को मुक्त करती हूं।

समाज की विभूतियां "द इंडियन हीरोज" एवार्ड से हुई सम्मानित




Varanasi (dil India live). 09.12.2023. द इंडियन हीरोज एवार्ड से समाज की विभिन्न विभूतियों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन अनमोल सेवा समिति व एआरके फाउन्डेशन द्वारा संत अतुलानंद इंटर कॉलेज कोयराजपुर वाराणसी में आयोजित किया गया। इस मौके पर दिल्ली, कानपुर, मिर्जापुर, इलाहबाद से आए समाज सेवा में सक्रिय और उत्कृष्ट कार्य  करने वाली हस्तियां का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अथिति अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने प्रशस्ति पत्र व फूलों का गुलदस्ता देकर तमाम हस्तियों को सम्मानित किया। इस मौके पर शहर की समाज सेविका डॉक्टर राजलक्ष्मी राय का विशेष तौर पर सम्मान किया गया। डा. राजलक्ष्मी पेशे से डाक्टर होते हुए भी वकालत भी की हुई है। जरूरतमंद को दवा देना, उनका केस लड़ना इनका मुख्य कार्य है। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों के लिए सदैव आवाज उठाती रहती है।

विशिष्ट अतिथि फिल्मी नायिका श्वेता ओझा,  फैशन डिजाइनर सियारह चावला थी। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुतियां देखने को मिली, जिसमें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम में आईएस कोचिंग के डायरेक्टर अजीत प्रकाश श्रीवास्तव  आर्दश कॢमार, सीमा त्रिपाठी उपस्थित थे।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग मना गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरु नानक इंग्लिश स्कूल की किया सराहना 




Varanasi (dil India live).08.12.2023. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग  गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस दौरान समाज व संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को स्टूडेंट्स ने मंच पर अभिव्यक्त किया। सबसे पहले दीप प्रज्ज्वलित किया गया, उसके बाद स्वागत गीत, शबद, गणेश वंदना हुई। आयोजन में चेयर डांस, फेस्टिवल डांस, क्लासिकल डांस, वात्सल्य डांस से बाल कलाकारों ने समां बांधा।रेट्रो, स्किट (चंद्रयान), मोबाईल एडिक्शन, कव्वाली, इनकेडिबल इंडिया, भांगड़ा डांस आदि पेश कर बाल कलाकारों ने अनेकता में एकता का परिचय दिया। छात्राओं ने रंगारंग कार्यकम की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। वार्षिक दिवस समारोह पूरी भव्यता और चमक-दमक के साथ शुरू हुआ। जिसमें भाईचारे, प्रेम, ईमानदारी, सांप्रदायिक सद्भाव और विविधता में एकता पर जोर दिया गया। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये कलात्मक कार्यकमों ने वार्षिक उत्सव में चार चांद लगा दिये। कार्यकम में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा विशिष्ट अतिथि स्टांप पंजीयन मंत्री रविन्द्र

जायसवाल, जनपद वाराणसी के मेयर/महापौर अशोक तिवारी एवं विधायक कैण्ट वाराणसी सौरभ श्रीवास्तव भी मौजूद थे।  मुख्य अतिथि ने कहा कि समाज व देश के निरन्तर विकास के लिये यह जरूरी है कि विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा का स्वरूप गुणवत्ता व संस्कारयुक्त होने के साथ-साथ तकनीकी विद्या से समावेशित हो। मैंने सुना था कि गुरूनानक पूर्वाचल में अपना एक स्थान रखता है। आज मैं यहाँ आकर खुद देखा और महसूस किया की वीकई गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल पूर्वाचल में एक विशेष स्थान लायक है। मैं अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ कि विद्यालय दिन प्रतिदिन आगे बढ़े। जब मुझे यह पता चला कि यहाँ कक्षा 6 से 12 तक केवल बालिकाओं को शिक्षा दी जाती है और गुरूनानक स्कूल के प्रबंध

कमेटी द्वारा नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। आज समाज में महिलाओं को सशक्तिकरण की

आवश्यकता है और सशक्तिकरण का सबसे अच्छा साधन शिक्षा है। नारी के लिये शिक्षा और भी अधिक आवश्यक है क्योंकि वह केवल स्वयं शिक्षित नहीं होती बल्कि अपने पूरे परिवार एवं बच्चों को भी शिक्षित करती है चाहें घर हो या बाहर दोनो की।  प्रधानाध्यापिका ने स्कूल का वार्षिक रिर्पोट कार्ड जारी करते हुये कहा कि

हमारे स्कूल का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित पाठयक्रम के अनुसार नियमों और विनियमों के अनुसार अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। समारोह का समापन हर्षोउल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय में 

निदेशिका जगजीत कौर ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया एवं सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की स० अध्यापिका सोनाली चटर्जी व कोमल चौरसिया ने किया। गुरूनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, वाराणसी की कार्यवाहक प्रधानाचार्या सुमेधा ने पूरे समय तक उपस्थिति देकर कार्यकम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया। समारोह के अन्त में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका नीलू कौर ने कार्यकम में उपस्थित सभी अतिथियों, छात्राओं, अभिभावकों, सिख समाज, सहयोग कर रहे विद्यालय के सभी कर्मचारियों, समस्त मीडिया कर्मियों का भरपूर सहयोग मिला तथा भिन्न-भिन्न विद्यालय से आये हुये प्रधानाचार्य एवं प्रधानाचार्या मौजूद रही इसके लिये सभी को शुक्राना अदा किया व धन्यवाद दिया। प्रधानाध्यापिका ने कार्यकम के अन्त में यह भी कहा कि मैं प्रबंधक कमेटी का विशेष रूप से आभार व्यक्त करती हूँ। जिन्होंने मुझे कार्यकम के लिये भरपूर सहयोग दिया।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...