रविवार, 13 अगस्त 2023

Banaras Gharana: तबला वादक पं पुंडलिक भागवत का निधन

स्पिक मैके समेत कलाकारों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि 


Varanasi (dil India live). काशी हिन्दू विश्व विद्यालय मंच कला संकाय के वरिष्ठ तबला वादक एवं बनारस घराने के कलाकार पं पुंडलिक कृष्ण भागवत के आकस्मिक निधन की खबर शनिवार को सुनते ही काशी के संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

गौरतलब हो कि पं पुंडलिक कृष्ण भागवत शुक्रवार को रामरंग संगीत समारोह में पूरे तीन घंटे तक कार्यक्रम में रहें और संगीत पर चर्चा भी की। उनके संगीत का रस ले रहे कला प्रेमियों को तब अंदाजा भी नहीं था कि कुछ घंटे बाद ह्रदयगति रुकने से उनका निधन हो जाएगा। मगर होता वही है जो लिखा होता है। उधर उनके निधन का समाचार सुनकर संगीत से जुड़े लोग स्तब्ध रह गए। पं पुंडलिक भागवत सनबीम वरुणा में सिडबी एवं स्पिक मैके की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को तबला वादन का प्रशिक्षण भी दें रहें थे। प्रातः विद्यालय में जब उनके स्वर्गवासी होने का समाचार प्राप्त हुआ तो संगीत के शिक्षक एवं विद्यार्थियों नें शोक संवेदना व्यक्त कर दो मिनट मौन रहकर श्रद्धांजलि दी। स्पिक मैके उत्तरप्रदेश की ओर चेयरपर्सन उमेश चंद्र सेठ डॉ मधु शुक्ला डॉ शुभा सक्सेना समरेंद्र सिंह डॉ विभा सिंह पवन सिंह विशाल कृष्ण रूद्र शंकर मिश्र नें उनके निधन पर दुःख प्रकट करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की। बनारस कला ग्रुप कि सरला, संगीता सिन्हा, दीपक मिश्रा, आशीष सिंह व फिल्मी दुनिया कि अभिनेत्री सुरभि सिंह आदि ने इस महान कलाकार कि आत्मा कि शांति के लिए प्रार्थना की।

शनिवार, 12 अगस्त 2023

चौथे इमाम की शहादत पर उठाया गया जुलूस

मजलिस में ताबूत की जियारत कर रो पड़ी ख़्वातीन 


Varanasi (dil India live). २४ मुहर्रम को चौथे इमाम हज़रत जैनुल आबेदीन कि शहादत की पूर्व संध्या पर शिया समुदाय  ने अपने ग़म का इजहार किया और जगह  जगह मजलिसों का एहतमाम किया। अर्दली बाजार में उल्फत बीबी के हाते से अंजुमन इमामिया के ज़ेरे इंतेज़ाम हसन अख्तर के इमामबाड़े से अलम, दुलदुल व ताबूत का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस नौहाखवानी और मातम करते हुए इमामबाड़ा मीर ग़ुलाम अब्बास पर जाकर समाप्त हुआ। ऐसे ही चौहाट्टा लाल खां में अंजुमन अबिदिया ने अलम, ताबूत व दुल्दुल का जुलूस निकाला। जिसमें शहर की कई अंजुमनो ने नौहाखवानी व मातम का नजराना पेश किया। उधर इमाम जैनुल आबेदीन को खिराज ए अक़ीदत पेश करने भदऊँ स्थित गुलशन ए एहसान में चार दिनी मजलिस के अंतिम दिन महिलाओं ने चौथे इमाम का जहां ताबूत उठाया, वही ताबूत कि जियारत कर ख़्वातीन रो पड़ी। काली महाल की मस्जिद में मजलिस को खिताब करते हुऐ शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया की इमाम की शहादत आज से 1350 साल पहले, ९५ हिजरी २५ मुहर्रम को हुईं थी। इमाम की इबादते और दुआएं आज भी दुनिया ए इल्म को रौशन किए हुए है।

शुक्रवार, 11 अगस्त 2023

BHU के प्रो. शोभित बने UP संगीत नाटक अकादमी के निदेशक

Varanasi (dil India live). BHU के युवा सितारवादक डॉ शोभित नाहर को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी के निदेशक पद पर नियुक्त किया गया है। शोभित देश के वरिष्ठ कलाकार सितारवादक प्रो. साहित्य कुमार नाहर के सुपुत्र एवं शिष्य  है। समाचार प्रतिनिधियों के साथ  बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे  इस गौरवशाली प्रदेश की संस्कृति की  सेवा का स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ है यह परमात्मा की कृपा एवं गुरु का आशीर्वाद है। मेरा अपनी ओर से वरिष्ठ कलाकारों के सम्मान एवं युवा कलाकारों की प्रतिभा के संरक्षण की दिशा में हर सम्भव प्रयास रहेगा। इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक के निवर्तमान अध्यक्ष पद्मश्री डॉ राजेश्वर आचार्य ने डा. शोभित को बधाई देते हुते विश्वास व्यक्त किया  है कि उनके इस पद पर नियुक्त होने से उत्तर प्रदेश कलाकार एवं कलाकार संवर्धन को बल प्राप्त होगा।

Duldul k julus में दर्द भरे नौहों की गूंज

मातमी दस्तों संग दालमंडी से निकला अलम, दुलदुल का जुलूस 

इमाम ज़ैनुल अबेदीन की याद मे हुईं मजलिसें





वाराणसी। मातमी दस्तों के साथ २२ मुहर्रम जुमेरात को दालमंडी से अंजुमन हैदरी के ज़ेरे इंतेज़ाम अलम, दुलदुल का कदीमी जुलूस उठाया गया। मातमी दस्ते के नौजवान जहां सें गुज़रते वहां ज़ियारत करने वालों की भीड़ लग जा रही थी। जुलूस में शामिल अजादार दर्द भरे नौहों पर मातम का नजराना पेश करते हुए चल रहे थे। यह जुलूस देर रात दरगाह–ए–फातमान पहुंच कर समाप्त हुआ। 

इमाम ज़ैनुल अबेदीन की शहादत के सिलसिले से दरगाह–ए–फातमान में सैयद फरमान हैदर ने तक़रीर करते हुऐ कहां के इमाम ज़ैनुल आबेदीन ने इबादत और सब्र के ज़रिये सारी दुनिया को ये पैगाम दिया की हमेशा ज़ुल्म का सामना सब्र से करो और अपने रब की इबादत दिल की गहराइयों से किया करो। यहां समर बनारसी, हैदर मौलाई ने कलाम पेश किया। दूसरी ओर जैतपुरा बाक़राबाद में मरहूम अनवर बनारसी के मकान पर मौलाना तौसीफ ने मजलिस को ख़िताब किया। शैख़ सलीम फाटक नयी नई सडक पर शाहिन हुसैन के निवास पर मौलाना अक़ील ने मजलिस को ख़िताब किया। उधर डा. शफ़ीक़ हैदर के निवास पर ख्वातीन की मजलिस का आयोजन किया गया। शफीक हैदर ने बताया की ४ थे इमाम ज़ैनुल अबेदीन की शहादत २५ मुहर्रम ९५ हिजरी को मदीने मे हुईं थी। इसके चलते ही १२ और १३ अगस्त को कई जगह उनकी शहादत पर ताबूत उठाया जायेगा। उन्हें याद किया जाएगा।

गुरुवार, 10 अगस्त 2023

PM Modi k Varanasi में बरसे राकेश टिकैत

बोले: विरासत को साजिश के तहत किया जा रहा नष्ट

–सर्व सेवा संघ पर कब्जे के मुद्दे पर जुटे सर्वोदयी गाँधीजन




वाराणसी।  PM Modi के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसान नेता राकेश टिकैत जमकर सरकार पर बरसे। कचहरी स्थित शास्त्री घाट पर सर्व सेवा संघ परिसर राजघाट और सर्वोदय प्रकाशन को वापस पाने के लिए गाँधीजनो ने विशाल जनसभा आयोजित की। गुरुवार सुबह से ही देश भर से आए सर्वोदयी गाँधीजन जुटने लगे थे। जनांदोलनों से जुड़े सामाजिक संघर्ष के अंतरराष्ट्रीय स्तर के चेहरे आज शास्त्री घाट पर कमर कसके लड़ाई की अगुवाई के लिए दिखे। यूपी के भी प्रमुख जिलों से सामाजिक कार्यकर्ता बनारस में आज हुई इस सभा मे पहुंचे। अगस्त क्रांति 1942 की पवित्र स्मृति में आयोजित सभा में हजारो लोगो ने पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही बीजेपी सरकार के खिलाफ नई आज़ादी की लड़ाई लड़ने को और नया देश निर्माण करने का संकल्प लिया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, सन्त विनोबा भावे , बाबू जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण , लालबहादुर शास्त्री की कोशिशों से बनी हुई यह संस्थान धरोहर है। जो आज कुर्सी पर हैं वे इन धरोहर, विरासत को नष्ट कर रहे हैं। योगेंद्र यादव (स्वराज इंडिया) ने कहा आज की सभा में इतनी महिलाएं आई है ये बड़ी बात है। यहां अलग अलग संघर्ष के नेता है। मेधा पाटकर ने कहा कि आज गांधी की सत्याग्रह की सबसे ज्यादा जरूरत है। सभा में प्रमुख रूप से अरुंधति धुरु, फैसल, अफलातून देसाई, सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्दन पाल, समाजवादी नेता डॉ सुनीलम, प्रो.आनंद कुमार, आशा भोथरा, सुशील बैंनजामिन, धनञ्जय त्रिपाठी आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

Bunkar tanzim बावनी के महतो की पत्नी सुपुर्द-ए-खाक

बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के सदर हाजी मुख्तार महतो की पत्नी का इंतकाल

 


Varanasi (dil India live)। बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के सदर, मदनपूरा निवासी हाजी मुख्तार महतो की बेगम (पत्नी) व समाजसेवी, फैसला महतो कि वालिदा (मां) का बुधवार को इन्तेक़ाल हो गया। उनका जनाजा रात साढे़ दस बजे मदनपूरा से निकला जिसमें विभिन्न तंजीमों के लोग, कई सियासी दलों के नेता व पदाधिकारी शामिल थे। देर रात आबाई कबिस्तान रेवडी तालाब में मरहूमा को सुपुर्दे–खाक किया गया। नमाज़े जनाज़ा नगीने वाली मसजिद रेवडी तालाब के पास मैदान में पढ़ी गयी। इस मौके पर लोगों का भारी हुजुम जनाजे में उमडा हुआ था। इससे पहले मरहूमा के इंतकाल की खबर जैसे ही शहर भर में फैली बुनकर बिरादराना तंजीम व मुस्लिम इलाकों में अफसोस की लहर दौड़ गई। लोगों का हुजूम हाजी मुख्तार के दौलतखाने पर अफसोस का इजहार करने उमड़ पड़ा। यह सिलसिला आज भी जारी रहा।

बुधवार, 9 अगस्त 2023

यह देश अमर शहीदों के बलिदानों का फलसफा




Varanasi (dil India live). 09 अगस्त 1942 क्रांति के अवसर पर समाजवादी मोर्चा के तत्वाधान में लहुराबीर आजाद पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। आयोजन में नगर के प्रबुद्ध जन एवं समाजसेवियों ने मोमबत्ती प्रज्वलित कर 1942 के अमर शहीदों को नमन किया। सभी ने दो मिनट का मौन रहकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार के पूर्व मंत्री विजय कृष्ण ने कहा यह देश अमर शहीदों के बलिदानों का फलसफा है। 9 अगस्त की क्रांति उनकी शहादत का घोतक है। समाजवादी चिंतक विजय नारायण ने कहा 9 अगस्त क्रांति यानी 1942 की क्रांति जिसमें  वाराणसी का विशेष योगदान रहा और बड़े पैमाने पर यहां के लोगों ने आंदोलन के खड़ा किया था । बनारस हिंदू विश्व विद्यालय के छात्रों ने दो दिन बाद  वाराणसी के जिलाधीश कार्यालय पर चढ़कर राष्ट्रीय ध्वज को लहराया था। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह, डॉक्टर जयशंकर जय, प्रहलाद तिवारी,  कुंवर सुरेश सिंह, पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह, प्रोफेसर विजय प्रताप, राकेश पाठक, एके लारी, प्रमोद कुमार सिंह, मनीष कुमार श्रीवास्तव, आनंद आदि लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम का संयोजक संचालन डॉक्टर दुर्गा प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...