गुरुवार, 15 सितंबर 2022

Ghazipur Medical news : राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम साबित हो रहा वरदान

अब सामान्य बच्चों की तरह चल सकेंगे दिव्या और सत्यम

Himanshu Rai 


Ghazipur (dil india live). राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एवं मिरेकल फीट फाउंडेशन के सहयोग से राजकीय मेडिकल कॉलेज (जिला अस्पताल) गाजीपुर में अब तक 40 से ज्यादा बच्चो का नि:शुल्क इलाज किया जा चुका है। जो क्लब फुट (टेढ़े पंजे) से पीड़ित थे। जिला अस्पताल मे कार्यरत  डॉ. प्रभात अग्रहरि द्वारा 4 बच्चो का पोनसेटी मेथड से प्लास्टर लगाया गया और  इन बच्चो का जल्द ही  (टेनोटामी ) कर उनके टेंडेंट को ढीला किया जायेगा ताकी बच्चे के पैर को प्राकृतिक स्थिती प्रदान किया जा सके।

गाजीपुर  जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ० प्रभात अग्रहरि ने बताया कि क्लब फुट एक जन्मजात विकृति है  जन्म के समय से ही बच्चो के पैर का पंजा मुड़ा हुआ होता है। उन बच्चों के पैरों के उपचार के लिये पोंसेटी तकनीकी के सहयोग से क्लब फुट का उपचार संभव है। इसमें धीरे-धीरे बच्चे के पैर को बेहतर स्थिति में लाना है और फिर इस पर एक प्लास्टर चढ़ा दिया जाता है, जिसे कास्ट कहा जाता है। यह हर सप्ताह 5 से 8 सप्ताह तक के लिए दोहराया जाता है। आखिरी कास्ट पूरा होने के बाद, अधिकांश बच्चों के टेंडन को ढीला करने के लिए एक मामूली ऑपरेशन (टेनोटॉमी) की आवश्यकता होती है। यह बच्चे के पैर को और अधिक प्राकृतिक स्थिति में लाने में मदद करता है। जिससे पैर अपनी मूल स्थिति पर वापस न आ जाए। फिर बच्चा 4 सालो तक ब्रेस या विशेष प्रकार के जूते पहनता है जो की मिरेकल फीट फाउंडेशन द्वारा नि:शुल्क दिया जाता है 

मिरेकल फीट फाउंडेशन  के प्रोग्राम एक्जिक्यूटीव आनंद कुमार विश्वकर्मा  ने बताया कि 0 से 1.5 साल तक के बच्चे इस नि:शुल्क इलाज का लाभ ले सकते है  हमारे संस्था के द्वारा बच्चो के प्लास्टर में लगने वाला जिप्सोना तथा  ब्रेस ( विशेष प्रकार का जूता ) नि: शुल्क प्रदान किया जाता है।कभी-कभी इस प्रक्रिया के काम नहीं करने का मुख्य कारण यह होता है कि ब्रेसिज़ (विशेष प्रकार के जूते) लगातार उपयोग नहीं किये जाते हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपका बच्चा लंबे समय तक विशेष जूते और ब्रेसिज़ आमतौर पर तीन महीने के लिए पूरे समय और फिर रात में पहनाने होते है।

Post office ने शुरू किया 'सुकन्या समृद्धि महोत्सव'

डाक विभाग के महोत्सव में बेटियों ने दिखाया उत्साह

  • प्रधानमंत्री मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं में सदैव महिलाओं को दी प्राथमिकता - डॉ. नीलकंठ तिवारी
  • बालिकाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभा रही सुकन्या समृद्धि योजना -पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
  • सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बनेगीं बेटियाँ आत्मनिर्भर, 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी होगी साकार - पद्मश्री डॉ. रजनीकांत 


Varanasi (dil india live).आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देश भर के 75 शहरों में 'सुकन्या समृद्धि योजना' की सफलता के आयामों को लेकर 15 सितंबर से 11 अक्टूबर तक 'सुकन्या समृद्धि महोत्सव' मनाया जा रहा है। वाराणसी में  'सुकन्या समृद्धि महोत्सव' का शुभारंभ पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव की अध्यक्षता एवं पद्मश्री डॉ. रजनीकांत के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित समारोह में किया। वाराणसी प्रधान डाकघर में आयोजित महोत्सव में 10 साल तक की बच्चियों के सुकन्या समृद्धि खाते खोलकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई और उन्हें पासबुक व  उपहार वितरित किये गए। 1000 से ज्यादा बालिकाओं ने इसके लिए आवेदन किया। वहीं वित्तीय समावेशन के तहत डाकघर बचत बैंक और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की तमाम योजनाओं से जनमनास को जागरूक करते हुए इन योजनाओं के भी खाते खुलवाए गए। 

बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं में सदैव महिलाओं को प्राथमिकता दी है। स्वच्छ भारत के तहत शौचालय, उज्ज्वला, जनधन खाता, कौशल विकास, प्रधानमंत्री आवास योजना, जैसी तमाम योजनाओं ने महिलाओं का सशक्तिकरण किया। डाक विभाग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि घर-घर अभियान चलाकर जिस तरह से इस योजना से बेटियों को जोड़ा जा रहा है, वह प्रशंसनीय है।

 अध्यक्षीय सम्बोधन में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बालिकाओं के सशक्तिकरण में सुकन्या समृद्धि योजना अहम भूमिका निभा रही है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में अब तक 2.60 लाख बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं, वहीं 755 गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बना दिया गया है।  डॉ. रजनीकांत ने कहा कि, डाक विभाग अब लोगों तक सिर्फ पत्र ही नहीं पहुँचा रहा, बल्कि सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेगीं तो 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना भी साकार होगी।

प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव ने बताया कि 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र 250 रूपये में सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी डाकघर में खुलवाया जा सकता है। 7.6 फीसदी आकर्षक ब्याज दर वाली इस योजना में एक वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख जमा किये जा सकते हैं। 

महोत्सव में स्वागत सम्बोधन प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव, धन्यवाद ज्ञापन सीनियर पोस्टमास्टर सी.एस बरुआ और संचालन इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक मैनेजर सुबलेश सिंह ने किया। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक एसके चौधरी, दिलीप यादव, डाक निरीक्षक सर्वेश सिंह, रमेश यादव, श्रीकांत पाल, वी.एन द्विवेदी, राम रतन पांडेय, श्रीप्रकाश गुप्ता, जगदीश सडेजा, भूपेंद्र कुमार, विवेक कुमार, दीपमणि तिवारी, कमल भारती सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और सुकन्याएँ व उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

18 September से शुरू होगा छह दिवसीय pulse polio Abhiyan

पांच लाख से अधिक नौनिहाल पियेंगे ‘दो बूंद जिंदगी की'

• रविवार को 1859  बूथों पर पिलायी जायेगी दवा की खुराक

 • छूटे बच्चों के लिए सोमवार से घर-घर चलेगा अभियान


Varanasi (dil india live). जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान 18 सितम्बर से शुरू होगा। छह दिवसीय इस अभियान में साढ़े पांच लाख से अधिक नौनिहालों को ‘दो बूंद जिंदगी की’ दी जायेगी। इसके लिए रविवार 18 सितम्बर को बूथ दिवस का आयोजन होगा। इसमें जनपद के 1859 बूथों पर पोलियो की खुराक दी जायेगी। बूथ तक न पहुंच पाने वाले बच्चों के लिए 19 सितम्बर से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक देने का काम होगा। इसके बाद भी अगर कोई बच्चा दवा पीने से वंचित रह गया होगा तो उसे 26 सितम्बर को भी पोलियो की खुराक दी जा सकेगी।

सघन पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए *मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल* ने बृहस्पतिवार को विकास भवन में जिला टास्क फोर्स की बैठक की। अभियान के लिए अबतक की गयी तैयारियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेने के साथ ही उन्होंने उन्हें आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक लेने से वंचित न रह जाये।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि वैसे तो भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन कुछ देशों में पोलियो अभी भी है। लिहाजा इसके फिर से लौटने की आशंका बनी रहती है। इसी वजह से सघन पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी भी हालत में इसे अपने देश में पुनः न लौटने दिया जाये । उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने शून्य से पांच साल तक के बच्चों को हरहाल में पोलियो की खुराक अवश्य पिलाये। सीएमओ ने बताया कि इस बार जनपद के 5 लाख 68 हजार 511 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 18 सितंबर रविवार को बूथ दिवस का आयोजन किया गया है जिसमें 1859 बूथों पर दवा पिलाई जाएगी। जो बच्चे बूथ दिवस पर दवा पीने से छूट जाएंगे उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीमें 19 से 23 सितंबर (सोमवार से शुक्रवार) तक घर-घर जाकर दवा पिलाने का काम करेगी। इसके बाद भी जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें 26 सितंबर सोमवार को दवा पिलाई जाएगी। 

 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि 18 सितम्बर से शुरु हो रहे सघन पल्स पोलियो अभियान के लिए ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में कुल 1859  बूथ बनाए जाएंगे। कुल 1265 टीमें अभियान में लगायी जायेंगी। साथ ही 36 ट्रांजिट टीम भी होंगी । उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए रोजाना शाम को ब्लाक स्तर के नोडल अधिकारियों द्वारा फीडबैक लिया जाएगा और अभियान की समीक्षा होगी। 

 बैठक में एसीएमओ डा. एके मौर्या, डिप्टी सीएमओ डा. पीयूष राय, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडेय, उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. यतीश भुवन पाठक, डीएचईआईओ हरिवंश यादव के साथ ही सभी अपर एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्साधिकारी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डा.जयशीलन, यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक डा. प्रदीप विश्वकर्मा व डीएमसी डा. शाहिद शामिल थे।

बुधवार, 14 सितंबर 2022

Medical news:आंगनबाड़ी केंद्रों पर मना गोदभराई दिवस

राष्ट्रीय पोषण माह

जिले में चार हजार से अधिक गर्भवती की हुई गोदभराई

पोषण व स्वास्थ्य के लिए छोटी-छोटी बारीकियों की दी विशेष जानकारी





Varanasi (dil india live)। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत मंगलवार को जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गोदभराई दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब चार हजार से अधिक गर्भवती की गोदभराई की गयी। इस अवसर पर उन्हें बेहतर पोषण व स्वास्थ्य को लेकर में छोटी-छोटी बारीकियों के बारे में विशेष जानकारी दी गई। 

जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डीके सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत प्रतिदिन जन जागरूकता गतिविधियों और कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत मंगलवार को करीब 3900 आंगनबाड़ी केंद्रों पर चार हजार से अधिक गर्भवती की गोदभराई की गयी। उन्होंने बताया कि गोदभराई दिवस मनाने को लेकर विभाग का उद्देश्य महिलाओं में पोषण और स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। गोदभराई दिवस के माध्यम से समुदाय में यह संदेश देने का प्रयास किया जाता है कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती को उचित तथा संतुलित खानपान एवं दिनचर्या रखनी चाहिए। समय से आयरन और कैल्शियम की गोली लेनी चाहिए जिससे वह स्वस्थ रहें और एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकें।

ग्रामीण क्षेत्र में सेवापुरी विकासखंड के बनौली, आदमपुर तृतीय, खरगरामपुर, मुड़ादेव तृतीय, करधना, खालिसपुर, कसरायपुर, भोरकला आदि केन्द्रों पर गर्भवती की गोभराई भारतीय परंपरा के अनुसार की गयी। इसके साथ ही पौष्टिक आहार से सजी टोकरी भेंटस्वरूप दी गईं। वहीं नगरीय विकास परियोजना के अंतर्गत विरदोपुर व विनायका के सभासद द्वारा गर्भवती की गोदभराई की गई। भेलूपुर, सराय गोवर्धन वार्ड के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी गोदभराई दिवस मनाया गया। सेवापुरी के मुड़ादेव तृतीय आंगनबाड़ी केंद्र पर करीब आठ गर्भवती ममता (27), पुष्पा (25), काजल (21), गायत्री (24), नीलम (27), आरती (26), शांति (25) एवं किरन (22) की गोदभराई की गई। गर्भवती को पोषण टोकरी में मौसमी फल, सब्जी, चना गुड़, मूँगफली, आयरन और कैल्शियम की गोली प्रदान की गईं। इस दौरान सुपरवाइजर अंजना तिवारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा रानी ने गर्भवती को प्रथम त्रैमास के बाद नियमित रूप से प्रतिदिन आयरन की एक गोली और कैल्शियम की दो गोली खाने की सलाह दी। इन दोनों गोली के खाने के बीच में तीन से चार घंटे के अंतराल होना चाहिए। चना और गुड़ के लाभ के बारे में बताया। पोषण व्यंजन का प्रदर्शन किया गया और उसके महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। समय से आंगनबाड़ी केंद्र पर आकर वजन करवाने और आशा कार्यकर्ता के साथ स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जरूरी प्रसव पूर्व जांच के लिए बताया। मातृ-शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड पर लिखी सभी जानकारियों को पढ़कर सुनाया और खाली समय में इसको पढ़ने के कहा।

लाभार्थियों के बोल 

ममता (27) ने कहा कि वह पाँच माह के गर्भ से हैं और यह उनका तीसरा बच्चा है। गोदभराई दिवस पर उन्हें समय से आयरन और कैल्शियम की गोली खाने की सलाह दी गयी। आयरन की गोली को किसी खट्टे फल के साथ खाने के लिए बताया गया। काजल (21) पाँच माह के गर्भ से हैं और यह उनका पहला बच्चा है। आंगनबाड़ी दीदी ने उन्हें नियमित प्रसव पूर्व जांच और हीमोग्लोबिन की जांच के लिए बताया। शरीर में आने वाले बदलाव और वजन बढ़ने के बारे में बताया कि गर्भावस्था के दौरान 9 से 12 किलो तक वजन बढ़ता है। इसके लिए स्वस्थ व संतुलित खानपान के साथ ज्यादा से ज्यादा खट्टे फल व विटामिन सी युक्त आहार खाने की सलाह दी।

Satya Dev डिग्री कालेज में मनाया गया हिन्दी दिवस




Himanshu Rai 

Ghazipur (dil india live). सत्यदेव डिग्री कालेज, गाजीपुर में हिंदी दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी और लघु कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर  सत्यदेव ग्रुप ऑफ कालेजेज के प्रबंध निदेशक डा. सानंद कुमार सिंह जी के हिंदी के मंचासिन विद्वानों के साहित्यिक परिचय के साथ स्वागत करते हुए कहा कि यह गौरव के उत्सव का क्षण है ।आज इस अवसर पर हम सभी साहित्यकारों के साहित्यिक कृतियों को याद करते हुए उनसे प्रेरणा ले।उन्होंने सभी छात्रों का आह्वान किया कि वे आज से हिंदी लिखने का अभ्यास शुरू करे।उन्होंने कहा की हिंदी भाषा का सम्मान करते हुए कम से कम एक पत्र मुझे ही संबोधित कर लिखे।उन्होंने मंच पर बैठे विद्वत जनों को  इंगित करते हुए कहा की ये जो लोग मंच पर बैठे है इन्होंने हिंदी को समृद्ध करने के लिए कुछ न कुछ दिया है।हमे हिंदी को दुनिया के कोने कोने में पहुंचने का प्रयास करना है।हम हिंदी का आदर करते हुए संकल्प लेते है कि हम सभी हिंदी को समृद्ध बनाने का सतत प्रयत्न करते रहे। इस अवसर पर हिंदी के विद्वानों में डा. प्रमोद श्रीवास्तव जी, डा. ऋचा राय जी, डा. संगीता मौर्य जी, डा. निरंजन जी,श्री कामेश्वर दूबे जी,का सम्मान अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया गया।

 संगोष्ठी में डा. ऋचा राय, डा. संगीता मौर्य, डा. निरंजन जी ने हिंदी साहित्य के संदर्भ में शोधपरक व्याख्यान दिए वही डा. प्रमोद, कामेश्वर दूबे ने अपनी कविताएं सुनाकर उपस्थित छात्र छात्राओं का मन मोह लिया।

संगोष्ठी के अध्यक्ष श्री अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने सभी वक्ताओं के व्यक्तव्य का निष्कर्ष प्रस्तुत करते हुए ऐसे भव्य संगोष्ठी के आयोजन के लिए संस्था प्रमुख डा. सानंद सिंह का आभार व्यक्त किया।

अंत में डा. सानंद सिंह जी ने संगोष्ठी में उपस्थित सभी लोगो के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।संगोष्ठी का संचालन डिग्री कालेज के प्राचार्य डा o राम चन्द्र दूबे जी ने किया। संगोष्ठी में सत्यदेव ग्रुप ऑफ कालेजेज के काउंसलर श्री दिग्विजय उपाध्याय जी,सत्यदेव डिग्री कालेज के निदेशक श्री अमित रघुवंशी जी सत्यदेव इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक के प्राचार्य,डिग्री कालेज के सभी प्राध्यापक और कर्मचारियों ने सहभागिता की।

Kavi kn lal को श्रद्धांजलि सभा में दी गई पुष्पांजलि


Ghazipur (dil india live). सत्यदेव डिग्री कालेज में जिले के प्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकिसक और कवि डा. केएन लाल के निधन पर एक श्रृद्धांजली सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजली सभा में सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कालेजेज के प्रबंध निदेशक डा. सानंद सिंह, काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय, सत्यदेव डिग्री कालेज के निदेशक अमित रघुवंशी, प्राचार्य डॉ. राम चन्द्र दूबे और नगर के कई महाविद्यालयों और इंटर कालेज के प्राध्यापको ने डा. के एन लाल के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी।

श्रद्धांजली सभा में बोलते हुए डा. सानंद सिंह ने डा. लाल को अपने पिता का अभिन्न मित्र बताते हुए संस्थान का अभिन्न हितैषी बताया। कहा कि डा. लाल एक कुशल चिकित्सक ही नहीं बल्कि समाज सेवक के रूप में भी विख्यात थे। उनकी रुचि हिंदी साहित्य में भी थी उन्होंने दर्जनों कविता की रचना भी की है।

शोक सभा में प्रसिद्ध समाज सेवी डा. केएन लाल के बेहद करीबी कौशलेंद्र ने डा. लाल के समाज में सहज पैठ को याद करते हुए कहा कि वे नितांत सरल प्रकृति के व्यक्तित्व थे। वे न केवल एक कुशल होमियोंपैथ चिकित्सक थे बल्कि एक मजे हुए कवि भी थे। वे अपने कविताओं की भाषा में शब्दो का प्रयोग बड़े सूझ बूझ के साथ करते थे।

श्रद्धांजली सभा में उपस्थित डा. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डा. ऋचा राय, डा. संगीता मौर्य, डा. निरंजन, डा. राम चन्द्र दूबे, कामेश्वर दूबे, अमित रघुवंशी, दिग्विजय उपाध्याय ने डा. लाल के चित्र पर पुष्पांजलि देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंत में सभी उपस्थित जन दो मिनट का मौन रखते हुए उनको श्रद्धांजली अर्पित की। श्रद्धांजली सभा का संचालन डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ. राम चन्द्र दूबे ने किया।

Hindi Divas: सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषा

भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में हिंदी का अहम योगदान: पीएमजी 

हिंदी दिवस का केन्द्रीय विद्यालय 39 में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने किया शुभारम्भ




Varanasi (dil india live). सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान है, यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है। भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में हिंदी का बहुत बड़ा योगदान है। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल एवं चर्चित साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव ने केन्द्रीय विद्यालय 39 गो.प्र.के. वाराणसी कैंट में आयोजित हिंदी दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। प्राचार्य श्री बैरिस्टर पांडेय ने हिन्दी दिवस पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान का संदेश पढ़ कर विद्यार्थियों को हिंदी के प्रति प्रेरित किया। विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना एवं लोक विधा पर आधारित कजरी का भी प्रस्तुतिकरण किया गया तो छात्रा पल्लवी ने हिन्दी के महत्त्व एवं उपयोगिता पर अपना विचार प्रस्तुत किया। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए हिंदी को मातृ भाषा के रूप में जननी की तरह सम्मान देने और राष्ट्र निर्माण व आपसी भाईचारे के बढ़ाने में हिंदी की महत्ता पर जोर दिया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिन्दी की अहम् भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि हिन्दी सिर्फ साहित्य ही नहीं बल्कि विज्ञान से लेकर संचार-क्रांति, सूचना प्रौद्योगिकी और नवाचार की भाषा भी है। संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में भी हिन्दी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में हिन्दी भाषा के प्रयोग पर हमें गर्व महसूस करना चाहिए। 

कार्यक्रम का संचालन श्री हरेन्द्रनाथ त्रिपाठी और धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के वरिष्ठ शिक्षक श्री सुरेन्द्र कुमार पाठक द्वारा किया गया।  इस अवसर पर सर्वश्री एस.के सिंह, पंकज शर्मा, राजबली सिंह, अरविन्द कुमार खरवार, के.एन.तिवारी सहित तमाम शिक्षक भी मौजूद रहे।

Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

हज़रत जैनुल आबेदीन की जयंती पर सजी महफिलें, गूंजे कलाम Varanasi (dil India live). शाहीदाने कर्बला इमाम हुसैन के बेटे, इबादतों की शान चौथे हज...