सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

ऐश वेडनस डे : मसीही राख लगा करेंगे आराधना

मसीही रखेंगे चालीस दिन महा उपवास 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव) मसीह समाज का चालीस दिन चलने वाला उपवास बुधवार से शुरू हो रहा है। ऐश वेडनस डे पर महा गिरजा समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना होगी। वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज के संयोजन में विशेष प्रार्थना सभा होगी । इस दौरान मसीही माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाएंगे। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया जाएगा कि ये चालीस दिन प्रायश्चित ओर नियम संयम के हैं। इस उपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।

वाराणसी डायसिस से जुड़े फादर थामस ने बताया कि  हर शुक्रवार को क्रूस का रास्ता का महागिरजा में आयोजन होगा।बुधवार से मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे तक उपवास करेंगे। यह आयोजन गुड फ्राइडे तक चलेगा। गुड फ्राइडे पर चर्च में 3 बजे विशेष आयोजन बिशप की अगुवाई में होगा। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाएगा। 

कब्रिस्तान की हिफाजत को नई पहल

कब्रिस्तान में चल रहा साफ सफाई अभियान 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। हत्वारी वेफेयर सोसाइटी के तमाम सदस्य गढ़ अपने नीजी कब्रिस्तान मे हो रही गन्दगी और आवैध निर्माण के खिलाफ संकल्प उठाया है की अपने पाक ज़मीन (कब्रिस्तान) मे आये दिन हो रही गंदगी, कब्रो के रख रखाओ में दूरदरता और हो रहे अवैध निर्माण के विरुद्ध पिछले २ सप्ताह से साफ सफाई का और वहा के लोगो को जागरूक करने का अभ्यान चलाया।हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ने यह कहा - किसी भी प्रकार की गंदगी और आवैध निर्माण कब्रिस्तान मे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कब्रिस्तान की साफ सफाई और आवैध निर्माण को रोकने के लिए आगे भी इससे ज़्यादा मज़बूती से कदम उठायेंगे। इस आयोजन मे मुख़्य रूप से हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ओर तमाम सदस्यगन मौजूद थे। 

शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022

मतदान जागरूकता का यह तरीका देखिए

नुक्कड़ नाटक से छात्राओं ने किया गांव को जागरूक

वाराणसी ११ फरवरी (dil India live)। बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह एवं खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार यादव के आव्हान पर विधानसभा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए SVEEP 2022 के तहत पंचायत भवन ठटरा और विभिन्न स्थानों पर मतदाता जागरुकता के लिए गांव की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक चौपाल का आयोजन हुआ। इस नाटक के माध्यम से छात्राओं ने गांव वासियों को ये संदेश दिया की एक स्वस्थ और भारष्टाचार  मुक्त समाज के निर्माण में एक सही उम्मीदवार का चयन करना कितना आवश्यक है। इस लिए हमें धर्म , जाति से ऊपर उठ कर सही उम्मीदवार को वोट देना चाहिए। तथा 100 प्रतिशत मतदान में सहयोग करना चाहिए।

इस नाटक में  ईशा केशरवानी, साक्षी केशरी, काजल पाल, किरण, शिफा, श्रेया विश्वकर्मा, श्रद्धा विश्वकर्मा ,मधु, सिमरन, प्रीति, देवयानी, आफरीन बानो एवं कोमल ने प्रतिभाग किया। इस नुक्कड़ नाटक की तैयारी में अध्यापक अब्दुर्रहमान, नीलम केशरी, संगीता सिंह एवं अमृता वर्मा ने मुख्य भूमिका निभाई। ये नुक्कड़ नाटक गांव वालों को बहुत पसंद आया इस की चर्चा पूरे गांव में खूब हो रही है।

पीलिया से नवजात को बचाएं, झाड़-फूंक नहीं उपचार कराएं

60 प्रतिशत फुलटर्म और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया की रहती है आशंका

समय पर उपचार से पूरी तरह ठीक हो जाती है पीलिया

पीलिया में लापरवाही हो सकती है जानलेवा


वाराणसी 11  फरवरी (dil India live)। नवजात शिशुओं में पीलिया का होना वैसे तो एक सामान्य बात है। 60 प्रतिशत फुलटर्म बेबी में और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया होने की आशंका रहती है पर थोड़ी सी सतर्कता और समय पर उपचार से यह रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसलिए नवजात को यदि पीलिया हुआ है तो उसका झाड़-फूंक नहीं उपचार करायें। ध्यान रहे कि झाड़-फूंक नवजात के लिए जानलेवा भी हो सकता है। यह कहना है राजकीय महिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ व एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) की प्रभारी डा. मृदुला मल्लिक का।

 डॉ. मल्लिक  ने बताया कि पीलिया किसी भी उम्र में हो सकता है। बड़ों में यह रोग संक्रमण के चलते होता है, जबकि नवजात में यह बीमारी अलग-अलग कारणों से होती है। नवजात में रोग से लड़ने की क्षमता काफी कम होती है। नवजात को पीलिया अधिक दिनों तक दिनों तक रहने से उसका हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और वह कोमा में भी जा सकता है। समय से उपचार नहीं होने से उसका रोग गंभीर रूप लेकर जानलेवा भी हो सकता है।

डॉ. मृदुला ने बताया कि वर्ष 2020-21 में एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) में भर्ती 738 नवजात शिशुओं में 316 को पीलिया रहा। इस वर्ष जनवरी से अबतक कुल 90 शिशु एसएनसीयू में भर्ती हुए। इसमें 38 को पीलिया के कारण यहां लाया गया। हालांकि उपचार के बाद सभी स्वस्थ हैं।

 नवजात में पीलिया के कारण

डा. मृदुला बताती है कि नवजातों में पीलिया दो तरह का होता है। पैथोलॉजिकल पीलिया व फिजियोलॉजिकल पीलिया। पैथोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 घंटे के भीतर नजर आने लगते हैं और इसके इलाज की जरूरत होती है जबकि फिजियोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 से 72 घंटे बाद नजर आते हैं। यह पांच से सात दिन तक बढ़ता है। इसमें उपचार की जरूरत नहीं होती है। नवजात शिशुओं में पीलिया होने के कई कारण हैं। इनमें बच्चे के खून में बिलिरूबिन सेल्स की अधिकता एक बड़ा कारण होता है। मां और बच्चे का ब्लड ग्रुप ( आरएच & एबीओ) का अलग- अलग होना भी पीलिया का कारण हो जाता है। इसके अतिरिक्त किसी संक्रमण के चलते भी नवजात को पीलिया होने की काफी आशंका रहती है। 

 पीलिया के लक्षण- पीलिया होने पर शुरू में शिशु का चेहरा पीला होने लगता है उसु उसकी आंखें भी पीली हो जाती हैं। शिशु के नाखून पीले पड़ने लगते हैं। उसके त्वचा का रंग भी ज्यादा पीला दिखने लगे।  पीलिया के लक्षण नजर आने के बाद उसके उपचार में हुर्इ देरी उसके लिए नुकसानदेय हो सकते हैं। इसलिए शिशु में पीलिया के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए, ताकि शिशु को पीलिया से होने वाली समस्याओं से बचाया जा सके।

इस प्रत्याशी को जाने क्यों मिली नोटिस

आचार संहिता उल्लंघन में फंसे शहर उत्तरी के प्रत्याशी मोनू राय

  • 48 घंटे में देना होगा जबाव, अन्यथा होगी कार्यवाहीआ

  • दर्श आचार संहिता में रैली/जुलूस है प्रतिबन्धित

  • प्रतिबन्ध के बावजूद मोनू राय ने निकाला था जुलूस


वाराणसी 11 फरवरी (dil India live)। रिटर्निग आफिसर 388-वाराणसी उत्तरी/अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ) ने वाराणसी उत्तरी के प्रत्याशी बहादुर आदमी पार्टी मोनू राय को 10 फरवरी को अपने नामांकन के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किये जाने पर नोटिस जारी कर 48 घंटे में अनियमितता सम्बन्धित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। कहा है कि अन्यथा की स्थिति में यह माना जायेगा कि उपरोक्त के सम्बन्ध में उन्हें कुछ नहीं कहना है, तदनुसार उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। बताते चलें कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन 2022 के अन्तर्गत आदर्श आचार संहिता लागू है, जिसमें रैली/जुलूस प्रतिबन्धित है। प्रतिबन्ध के बावजूद 10 फरवरी को मोनू राय नामाकंन करने जुलूस के साथ आये। नामांकन में 15 से अधिक दो पहिया वाहन (मोटर साईकिल एवं स्कूटी) सम्मिलित थे, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। 01 झंडा युक्त प्रचार वाहन भी सम्मिलित पाया गया, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। कोविड गाइड लाइन का अनुपालन नही किया गया है। नामाकंन स्थल पर धारा-144 लागू है, जिसके अन्तर्गत 05 व्यक्ति से अधिक एक स्थान पर एकत्र नही हो सकते। प्रत्याशी मोनू राय द्वारा धारा-144 का उल्लंघन किया जाना पाया गया।

कांग्रेस ने निकाला विरोध मार्च

कांग्रेसियों के बगावती तेवर ने मचाया हड़कम

वाराणसी (dil India live) । वाराणसी में कांग्रेस की घोषित सूची में शहर दक्षिणी की जिस उम्मीदवार को टिकट दिया गया है । उसे कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता नहीं जानता है। यह आरोप लगाकर कांग्रेसियों ने बगावती तेवर अपना लिया है। जिससे बनारस से लखनऊ दिल्ली तक हड़कम मच गया है। इसे लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने कल कबीरचौरा से मैदागिन चौराहे तक जुलूस निकालकर प्रत्याशी बदलने की मांग तक कर दी। इस दौरान राजीव गांधी की प्रतिमा पर धरना दिया और शीर्ष नेतृत्व से निर्णय पर पुनर्विचार करने की गुजारिश की। 

पार्षद दल के नेता सीताराम केसरी को टिकट देने की मांग की। धरना विरोध धरना देने वाले प्रमुख लोगों मे अफ़रोज़अंसारी पीसीसी उपाध्यक्ष महानगर कांग्रेस कमेटी, फसाहत हुसैन बाबू उपाध्यक्ष महानगर कांग्रेस कमेटी, वसीम अंसारी पीसीसी, अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, पार्षद गुलशन अंसारी, पार्षद बिलाल अहमद, पार्षद असलम खान, उत्तर प्रदेश स्वर्णकार संघ प्रदेश उपाध्यक्ष अनूप कुमार जयसवाल आदि मौजूद थे।

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022

डा. राजेश मिश्रा कैंट और शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम कांग्रेस से उम्मीदवार

टिकट के जरिए महिला शक्ति को कांग्रेस ने साधा 

वाराणसी (dil India live)। कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने गुरुवार को वाराणसी की सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इसी क्रम में कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्रा को वाराणसी में शहर की कैंट विधान सभा सीट से जहां टिकट दिया गया है वही शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम को टिकट मिला है। कांग्रेस ने शहर दक्षिणी में मुदिता कपूर को अपना प्रत्याशी बना कर मुकाबला रोचक कर दिया है। वहीं शिवपुर में गिरीश पांडेय के ऊपर पार्टी ने भरोसा जताया है। अजगरा से आशा देवी को प्रियंका गांधी ने मैदान में उतारा गया है तो सेवापूरी से अंजु सिंह को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया। हालांकि पिंडरा से अजय राय व रोहनियां से राजेश्वर सिंह पटेल को पहले ही उम्मीदवार कांग्रेस ने घोषित कर रखा है। 

विधानसभा वाराणसी कैंट की बात करें तो इस सीट को लेकर यहां राजेश मिश्रा की चर्चा पहले से चल रही थी। ऐसे में पार्टी ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। कांग्रेस पार्टी ने शहर उत्तरी में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या के आधार पर गुलराना तबस्सुम को प्रत्याशी बनाया है। वाराणसी दक्षिणी के लिए मुदिता कपूर को टिकट देकर लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे... को कांग्रेस ने और बुलंद किया हैं। सेवापुरी पर अगर नज़र डाले तो यहां पर भी पार्टी ने अंजू सिंह को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है। विधानसभा सीट अजगरा, उत्तरी, दक्षिणी और सेवापुरी में कांग्रेस पार्टी ने चार महिला प्रत्याशियों को टिकट देकर कहीं ना कहीं महिला सशक्तिकरण के उस दावे और वादे को जनता के बीच रखने की कोशिश की, जिसका प्रियंका गांधी नेतृत्व पहले से ही दावा करती रही है।

लखनऊ में नई सियासी पैतरेबाजी

भाजपा कार्यालय पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर  Lucknow (dil India live)। लखनऊ से नई सियासी पैतरेबाजी की खबर है। दरअसल भाजपा कार्...