गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022

डा. राजेश मिश्रा कैंट और शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम कांग्रेस से उम्मीदवार

टिकट के जरिए महिला शक्ति को कांग्रेस ने साधा 

वाराणसी (dil India live)। कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने गुरुवार को वाराणसी की सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इसी क्रम में कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्रा को वाराणसी में शहर की कैंट विधान सभा सीट से जहां टिकट दिया गया है वही शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम को टिकट मिला है। कांग्रेस ने शहर दक्षिणी में मुदिता कपूर को अपना प्रत्याशी बना कर मुकाबला रोचक कर दिया है। वहीं शिवपुर में गिरीश पांडेय के ऊपर पार्टी ने भरोसा जताया है। अजगरा से आशा देवी को प्रियंका गांधी ने मैदान में उतारा गया है तो सेवापूरी से अंजु सिंह को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया। हालांकि पिंडरा से अजय राय व रोहनियां से राजेश्वर सिंह पटेल को पहले ही उम्मीदवार कांग्रेस ने घोषित कर रखा है। 

विधानसभा वाराणसी कैंट की बात करें तो इस सीट को लेकर यहां राजेश मिश्रा की चर्चा पहले से चल रही थी। ऐसे में पार्टी ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। कांग्रेस पार्टी ने शहर उत्तरी में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या के आधार पर गुलराना तबस्सुम को प्रत्याशी बनाया है। वाराणसी दक्षिणी के लिए मुदिता कपूर को टिकट देकर लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे... को कांग्रेस ने और बुलंद किया हैं। सेवापुरी पर अगर नज़र डाले तो यहां पर भी पार्टी ने अंजू सिंह को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है। विधानसभा सीट अजगरा, उत्तरी, दक्षिणी और सेवापुरी में कांग्रेस पार्टी ने चार महिला प्रत्याशियों को टिकट देकर कहीं ना कहीं महिला सशक्तिकरण के उस दावे और वादे को जनता के बीच रखने की कोशिश की, जिसका प्रियंका गांधी नेतृत्व पहले से ही दावा करती रही है।

बनारस में विधान सभा चुनाव के लिए हुआ नामांकन

पहले दिन बहादुर आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने भरा पर्चा  

 वाराणसी १० फरवरी (dil India live)। विधान सभा चुनाव के लिए आज १० फरवरी को नामांकन शुरू हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले दिन केवल बहादुर आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने निर्दली उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया। नामांकन के लिए सुबह 11 बने से दोपहर 3 बजे का समय निर्धारित है। पहले दिन दोपहर 2 बजे के बाद बहादुर आदमी पार्टी से मोनू राय ने शहर उत्तरी के लिए नामांकन किया। वही सुरक्षा की बात करें तो करीब करीब 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी नामांकन स्थल के बाहर और अंदर तैनात थे। नामांकन को देखते हुए कचहरी चौराहा और पुलिस चौकी की तरफ वाहन आवागमन को रोक दिया गया था। जो दोपहर तीन बजे के बाद खोला गया। पहले दिन बहादुर आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने शहर उत्तरी के लिए मोनू राय ने पर्चा भरा। उनके समर्थक कचहरी के समीप ही रोक दिये गए। वो अपने प्रस्तावक व वकील के साथ नामांकन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी जोन ने नामांकन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था जांची व सख्त निर्देश दिए।

बुधवार, 9 फ़रवरी 2022

करिश्मा कपूर की इस हिट फिल्म के 25 साल पूरे


जुड़वा ने कभी मचाया था धूम

 मुंबई 09 फरवरी (dil India live ) बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर की सुपरहिट फिल्म जुड़वा के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गये हैं। कभी जुड़वा ने खूब धूम मचाया था | करिश्मा कपूर की हिट हिन्दी फिल्म जुड़वा के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गये हैं। करिश्मा ने फिल्म जुड़वा के 25 साल पूरे होने पर खुशी जाहिर की है। करिश्मा ने खुशी जाहिर करते हुए अपने इंस्टाग्राम पर फिल्म जुड़वा की क्लिप शेयर की है, जिसमें फिल्म के चुनिंदा सीन्स को दिखाया गया है।

करिश्मा ने इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर कर कैप्शन लिखा, “जुड़वा प्यार, मजाक और रोमांच से भरा सफर था, विश्वास नहीं हो रहा है कि 25 साल हो गए हैं। ”

गौरतलब है कि डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म जुड़वा में सलमान खान,करिश्मा कपूर, रंभा, कादर खान, शक्ति कपूर, और अनुपम खेर की अहम भूमिका थी।

मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

ख्वाजा गरीब नवाब के उर्स में छठी का कुल शरीफ

ख्वाज़ा के उर्स पर काशी में सजी महफिले हुई फातेहा

अकीदत का मरकज़ है हजरत गरीब नवाज का दर 

वाराणसी 08 फरवरी (dil India live)। ख्वाजा मेरे ख्वाजा, दिल में समा जा...व, ऐसा सुनहरा दर है, अजमेर के ख्वाजा का..., जन्नती दरवाज़ा है अजमेर के ख्वाजा का...। कुछ ऐसे ही कलाम से काशी की सड़क से लेकर घर तक आज गूंज रहा है। दरअसल अजमेर में चल रहे दुनिया के मशहूर सूफी संत हिन्दलवली हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह, (सरकार गरीब नवाज) के उस पर जो लोग काशी से वहां नहीं जा सके हैं वो लोग बनारस में ही ख्वाजा का उर्स मना रहे हैं। यही वजह है ख्वाजा का उर्स अजमेर में होता है मगर उसकी धमक दुनिा के हर कोने में रहती है। जो लोग अज़मेर नहीं जा पाते हैं वो देश-दुनिया में जहां भी होते हैं वहीं से ख्वाजा को याद करते हैं, उनका कुल शरीफ कराते हैं, गरीबों को खाना खिलाते हैं और खैरात देते हैं। काशी से अजमेर हज़ारों लोग जत्थे के रुप में उर्स में रवाना हुए हैं हर बनारसी उर्स में नहीं सकता हैं, इसलिए बनारस के अर्दली बाज़ार, पुलिस लाइन, दालमंडी, नईसड़क, लल्लापुरा, हबीबपुरा, गौरीगंज, शिवाला, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, रामापुरा, बजरडीहा, कोयला बाजार, जलालीपुरा, पठानी टोला, पीलीकोठी, सरैया, बड़ी बाज़ार आदि इलाकों में ख्वाजा के उर्स पर फातेहा, मिलाद, कुरानख्वानी का जहां एहतमाम किया गया वहीं दूसरी ओर जगह-जगह ख्वाज़ा की याद में राहगीरों को मीठा शर्बत, पानी व अन्य तबर्रक बांटा जा रहा था। अर्दली बाज़ार में ख्वाजा के उर्स में इस्लामी परचम के साथ ही देश की शान तिरंगा भी लहराता नज़र आया। इसकी वजह लोगों ने बताया कि ख्वाजा हिन्दल वली हैं, उन्होंने हमेशा हिन्दुस्तान और इस देश से मोहब्बत का पैग़ाम दिय। इसलिए जो सूफिज्म के हिमायती हैं वो देश से मोहब्बत करते हैं।

बनारस से उर्स में अजमेर गए मो. इम्तेयाज़ ने बताया कि आज ख्वाजा का 810 वां सालाना उर्स अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। अकीदतमंदों ने कुल को देखते हुए दरगाह परिसर के बाहर की दीवारों को गुलाब जल, ईत्र और केवड़े से धोकर कुल के छीटें लगाये गये थे। कोरोना नियमों में सरकार की ओर से शीथिलता के बाद दरगाह परिसर चौबीस घंटे से जायरीन से आबाद है और उर्स की रौनक न केवल दरगाह क्षेत्र में बल्कि दरगाह के चारों तरफ फैली हुई है। आज रात को दरगाह दीवान और ख्वाजा साहब के सज्जादानशीन सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान की सदारत में दरगाह परिसर के महफिलखाने में उर्स की छठी व अंतिम शाही महफिल हो रही है। जो जायरीन आज नहीं आ पाएंगे वे ग्यारह फरवरी को नवी के कुल की रस्म अदायगी में हिस्सा लेंगे। उसके बाद सरकार गरीब नवाज का 810 वां सालाना उर्स अगले साल तक के लिए संपन्न हो जाएगा। 

टीके की राह हुई आसान, उनकी अपनी नहीं थी कोई ‘पहचान’

बिना आधार कार्ड वाले छह सौ को लगा कोविड टीका

 • मलिन बस्तियों में ‘आईडी’ का न होना बना था टीकाकरण में रोड़ा

• संस्था की पहल पर कैम्प लगा कर हुआ टीकाकरण

वाराणसी 08 फरवरी (dil India live)। मलिन बस्तियों में रह रहे उन सभी के पास न तो आधार कार्ड था और न ही कोई और पहचानपत्र। ऐसे लोगों का कोविड-19 टीकाकरण एक बड़ी समस्या थी। तभी सामाजिक संस्था ‘अस्मिता’ की एक छोटी सी पहल ने इसका समाधान कर दिया। संस्था के प्रयासों से दो दिनों में छह सौ से अधिक लोगों को कोविड का टीका लगाया जा सका। साथ ही ऐसे लोगों के कोविड टीकाकरण का मार्ग भी सुगम हुआ जो आधारकार्ड अथवा अपना कोई पहचानपत्र का न होने की वजह से कोविड का टीका नहीं लगवा पा रहे थे *। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी* टीकाकरण के लिये संस्था के इस प्रयास की सराहना करते हैं, वह कहते हैं कि आधार कार्ड अथवा पहचानपत्र के अभाव में किसी मालिन बस्ती में लोगों का टीकाकरण यदि नहीं हुआ है तो कोई भी संस्था इस तरह का प्रयास कर वहां टीकाकरण करा सकती है, इसमे हम पूरा सहयोग करेंगे ।

शहर के चौकाघाट, शिवपुरवां, शिवपुर, अंधरापुल, पुरानापुल, अलर्इपुर, बजरडीहां, लंका, कैण्टोमेंट समेत दर्जनों ऐसे इलाके है जहां बस्तियां है। इन बस्तियों की झुग्यिों में रहने वाले लोगों में अधिकांश के पास न तो आधार कार्ड है और न ही उनका कोई पहचनापत्र। कोविड-19 टीकाकरण का लाभ उन तक पहुंच पाने में उनके पास आधारकार्ड अथवा पहचानपत्र का न होना बाधा बनी हुई थी। सामाजिक संस्था अस्मिता के निदेशक फादर मजू मैथ्यू बताते हैं, ‘यह जानकारी आते ही हमने ऐसे लोगों का टीकाकरण कराने का प्रयास शुरू किया ताकि सरकार के सौ फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। ऐसी स्थिति में हमने यूनिसेफ के साथियों से सम्पर्क किया। यूनिसेफ के ब्लाक कोआर्डिनेटर तबरेज बताते हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. एके पाण्डेय से इस गंभीर समस्या पर बात हुई। 

 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय बताते हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर संस्था को इसके लिए विशेष कैम्प लगाने की अनुमति मिल गयी। तय हुआ कि संस्था के निदेशक के आधार कार्ड व मोबाइल नम्बर ही ऐसे सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन कर कोविड टीकाकरण किया जाएगा। फादर मजू मैथ्यू बताते है कि अनुमति मिलने के बाद जब हमने मलिन बस्तियों में लोगों से सम्पर्क शुरू किया तो पता चला कि टीके को लेकर उनमें भ्रम भी है। इसके चलते लोग शुरू में टीका लगवाने को तैयार नही थे, लेकिन जब उन्हें समझाया गया तो वे सभी इसके लिए राजी हो गये। इन प्रयासों का नतीजा रहा कि 20 जुलाई को संस्था के सिगरा स्थित परिसर में आयोजित पहले कैम्प में ही 270 ऐसे लोगों का टीकाकरण किया गया जिनके पास आधारकार्ड नहीं था। इसके कुछ ही दिनों बाद एक और कैम्प 16 अगस्त को आयोजित किया गया जिसमें 340 लोगों को कोविड टीके की पहली डोज लगायी गयी। इस तरह दो कैम्प में हमने छह सौ से अधिक लोगों को कोविड टीके की पहली डोज लगवाने में साफलता हासिल कर ली। अब इनमें अधिकांश लोग टीके की दूसरी डोज भी लगवा चुके हैं।

वरुणापुल की झुग्गी बस्ती में रहने वाली ममता देवी कचरे से प्लास्टिक बटोर कर अपनी गृहस्थी चलाती है। उसके पति गुब्बारा बेचते हैं। उनका कोई स्थायी ठिकाना नहीं है। वरुणा में जब बाढ आती है तो वह अपनी झुग्गी का स्थान बदल देती है। ममता बताती है अपना कोई स्थायी ठिकाना न होने की वजह से उसका न तो कोई पहचानपत्र है और न ही आधार कार्ड। चाह कर भी वह और उसके पति कोविड का टीका नहीं लगवा पा रहे थे। लेकिन अस्मिता के संस्था के प्रयासों से वह और उसके पति कोविड का टीका लगवा चुके हैं। शिवपुरवां की मलिन बस्ती में रहने वाले अमन चौहान बताते है ‘आधार कार्ड’ का न होना उनके टीकाकरण में बाधक बना हुआ था लेकिन अस्मिता संस्था के प्रयासों से उनको टीके की दोनो डोज लग चुकी है। अस्मिता के निदेशक फादर मजू मैथ्यू बताते है कि संस्था की अलग-अलग टीम हर रोज शहर की मलिन बस्तियों में जाती हैं और लोगों को कोविड टीका की दोनों डोज लगवाने के लिए प्रोत्साहित करती हैंं। हमारा पूरा प्रयास है कि हम सहयोग कर सरकार के सौ फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करा सकें।

केन्द्रीय टीम ने किया इस चिकित्सालय का दो दिवसीय निरीक्षण

एनक्वास के तहत एसएसपीजी मंडलीय अस्पताल का मूल्यांकन

ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन सुविधाओं सहित आठ विभागों को गहनता से परखा




वाराणसी, 08 फरवरी (dil India live)। जनपद में चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है । इसके लिए शासन की ओर से प्रत्येक स्तर पर निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि खामियों को दूर कर समुदाय को बेहतर चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा सकें। इसी क्रम में मंगलवार को केंद्र सरकार की टीम ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैन्डर्ड  (एनक्वास) के तहत कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त (एसएसपीजी) मंडलीय चिकित्सालय का दो दिवसीय निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य का समापन किया। 

केन्द्रीय टीम में सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ रीता कालरा शामिल रहीं। टीम ने एसएसपीजी चिकित्सालय के सभी आठों विभागों के साथ बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन, साफ-सफाई, खानपान की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। दो दिवसीय निरीक्षण में टीम ने  अंतः रोगी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी विभाग, ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन विभाग, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन एवं अतिरिक्त सेवा विभाग में जाकर गहनता से मूल्यांकन किया। इस दौरान उन्होने सभी विभागों के स्टाफ से भी  जानकारी हासिल की । इसके साथ ही दस्तावेजों व अभिलेखों का भी निरीक्षण किया। ऑपरेशन थियेटर एवं आपातकालीन विभाग में मौजूद चिकित्सीय संसाधनों की गहनता से जांच की। सम्पूर्ण निरीक्षण के दौरान टीम ने अपनी संतुष्टि जाहिर की और भविष्य में भी इसी तरह की सुविधाएं प्रदान काराने की उम्मीद जताई। निरीक्षण के समय चिकित्सालय का सम्पूर्ण स्टाफ ड्रेस कोड में मौजूद रहा और निर्देशित प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। 

  जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में इस सफलतापूर्वक निरीक्षण के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल के अपर निदेशक (एडी) डॉ शशिकांत उपाध्याय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डॉ प्रसन्न कुमार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने चिकित्सालय के समस्त स्टाफ को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होने केंद्र  सरकार की टीम के प्रति  भी धन्यवाद ज्ञापित किया। 

एनक्वास के तहत दो बार हो चुका है मूल्यांकन

 निरीक्षण के दौरान मंडलीय सलाहकार डॉ आरपी सोलंकी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ सोलंकी ने बताया कि बड़ागांव पीएचसी को एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद एसएसपीजी चिकित्सालय ने भी एनक्वास के लिए आवेदन किया  था। इस दो दिवसीय निरीक्षण से पहले चिकित्सालय का पहला जिला स्तर (अंतर्भागीय) और दूसरा राज्य (यूपी) स्तर पर मूल्यांकन किया जा चुका है। इसमें चिकित्सालय को क्रमशः 74 फीसद व 79 फीसद अंक प्राप्त हुये हैं। एनक्वास के तहत केंद्र की ओर से यह आखिरी निरीक्षण था। एनक्वास अवार्ड के साथ चिकित्सालय को धनराशि भी प्रदान की जाती है ताकि  खामियों को दूर कर सुविधाओं को और बढ़ाया जा सके। उन्होने कहा कि आगामी एक से दो माह के भीतर दो दिवसीय निरीक्षण का परिणाम आ जाएगा।  

तीन बार मिल चुका है  कायाकल्प पुरस्कार

 डॉ सोलंकी ने बताया कि एसएसपीजी चिकित्सालय को तीन बार कायाकल्प पुरस्कार मिल चुका है। उन्होने उम्मीद जताई है कि एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद चिकित्सालय में सुविधाओं का और अधिक विस्तारित  किया जा सकेगा। उन्होने बताया कि जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चोलापुर भी एनक्वास के लिए आवेदन करेंगे ।     

चिकित्सालय में मौजूद प्रमुख जांच व अन्य की सुविधाएं  

- रेडियोलॉजी की इलेक्ट्रॉनिक व मैनुअल सुविधा

- पैथोलॉजी जांच 

- 24 घंटे ब्लड बैंक की सुविधा

- एक्सरे जांच 

- 24 घंटे आपातकालीन सुविधाएं

- आईसीटीसी

- प्लास्टर कक्ष 

- फिजियोथेरेपी

- ऑपरेशन थियेटर

- ईसीजी

- ईएनटी

- ट्रूनाट व आरटीपीसीआर लैब

- डायलिसिस सेवा 

- आयुष विंग

- एनसीडी क्लीनिक

- एआरवी क्लीनिक

- डेंगू/H1N1 के लिए आइसोलेशन वार्ड

- टीबी जांच 

- तम्बाकू नियंत्रण परामर्श

- किशोर-किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक

- वृद्धजन व मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं

- दंत व आँख जांच एवं उपचार

- त्वचा व आर्थो सर्जरी

- जनरल सर्जरी व एनैस्थिसियोलॉजी

- औषधीय

बसपा ने इन विधान सभा सीटों पर बदले उम्मीदवार


लखनऊ, 08 फरवरी (dil India live)| बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये घोषित अपने उम्मीदवारों में से चार सीटों पर बदलाव किया है। 
बसपा ने सोमवार को चार उम्मीदवारों की संशोधित सूची जारी करते हुये सुलतानपुर जिले की लम्भुआ सीट पर अवनीश कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने इससे पहले 31 जनवरी को जारी सूची में इस सीट से उदयराज वर्मा उर्फ पंकज को प्रत्याशी घोषित किया था। इसके अलावा बसपा ने प्रयागराज जिले की बारा (सु) सीट से डा शिव प्रकाश की जगह डा अजय कुमार को उम्मीदवार बना दिया है। जबकि इलाहाबाद पश्चिम सीट से लल्लन सिंह पटेल की जगह गुलाम कादिर अब बसपा के प्रत्याशी होंगे। बसपा ने अयोध्या जिले की मिल्कीपुर (सु) सीट से मीरा देवी को टिकट दिया है। पार्टी ने इससे पहले इस सीट पर संतोष कुमार उर्फ सूरज चौधरी को टिकट दिया था।



'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...