शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

कोरोना खत्म होने वाला है जानिए कौन कर रहा दावा

नये संवत्सर के साथ होगा कोरोना का अंत 

-पं. रामकिशोर ज्योतिषी कर रहें हैं दावा

-राक्षस नामक संवत्सर होगा समाप्त

वाराणसी ०५ फरवरी (dil India live)। वैश्विक महामारी से परेशान दुनिया के लिए राहत भरी खबर काशी देने जा रही है। काशी के विद्वान ज्योतिषी पंडित रामकिशोर ने ज्योतिष गणना के आधार पर दावा किया है। कि 2 अप्रैल 2022 को प्रारम्भ हो रहे नए संवत्सर के साथ कोरोना की समाप्ति प्रारम्भ हो जाएगी। राक्षस नामक संवत्सर के समाप्त होते ही कोरोना वैश्विक महामारी धीरे - धीरे विश्व पटल से कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगी। ज्योतिषी  पंडित रामकिशोर ने कहा कि 14 अप्रैल 2021 को भारतीय संवत्सर जो राक्षस नामक संवत्सर कहा गया था आते ही अपना असर दिखाया था। राक्षस नामक संवत्सर की समाप्ति के साथ कोरोना समाप्त हो जाएगा। कोविड की तीसरी लहर आनी ही थी अगर नहीं आती तो आगे खतरा बना रहता। अब भविष्य में कभी कोरोना नहीं आएगा।  2 अप्रैल 2022 के बाद कोरोना की समाप्ति में आश्चर्य जनक परिवर्तन आएगा । आगामी चार से छ: महीने के अंदर विश्व पटल से पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा। ज्योतिषी पंडित रामकिशोर ने कहा कि जो आकाशीय या प्राकृतिक आपदा होती है। उसका निदान क•ाी व्यक्ति के हाथ में नहीं होता। व्यक्ति सिर्फ उसकी औषधि बना सकता है। उसकी वैक्सीन बना सकता है लेकिन उस महामारी से पूर्ण रूप से निजात प्रकृति ही दिलाती है। प्रकृति का अध्यन करने के लिए काल , गणना, पंचांग का जानकारी होना आवश्यक है। वही गणना इशारा कर रही है कि निकट •ाविष्य में नवसंवत्सर के बाद कोविड में अप्रत्याशित प्ररिवर्तन आएगा और वह समाप्त हो जाएगा। इस खबर से काशी के साथ ही देश-दुनिया राहत की सांस लेगी।

देखिए इस उम्मीदवार का कैसे हुआ स्वागत

सुभासपा शिवपुर के प्रत्याशी डॉ. अरविंद राजभर पहुँचे अपने विधानसभा

वाराणसी ०५ फरवरी (dil India live)। सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह के नेतृत्व में 386 विधानसभा के सपा, अपना दल ( कृष्णा पटेल) के संयुक्त प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर के प्रथम आगमन पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। डॉ. अरविंद राजभर प्रथम आगमन पर सबसे पहले राष्ट्रबीर महाराजा सुहेलदेव की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। आज सुहेलदेव जयंती समारोह तथा बसन्त पंचमी के दिन से अपने विधान सभा में भ्रमण कर लोगों का आशीर्वाद लेने के लिये लेरूपुर, खलिशपुर कमौली, सालारपुर रमना जल्हूपुर कोची आदि जगहों पर घूमकर आशीर्वाद प्राप्त किया| उधर पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री वंदना सिंह ने कहा है कि सपा सुभासपा इस चुनाव में बहुमत से सरकार बनायेगी।

शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

रक्तदान के लिए यह परिवार बना मिसाल

पिता की पुण्यतिथि पर बहू ने किया रक्तदान

देवरिया ०४ फरवरी (dil India live) । वृहस्पतिवार को जिला ब्लड बैंक में एक परिवार द्वारा पिता की पुण्यतिथि पर बहू के साथ अन्य सदस्यों द्वारा रक्तदान कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये अनोखा सन्देश दिया गया । स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी (यूथ ब्रिगेड) के संस्थापक सदस्य व रक्तदान का अमृत महोत्सव उत्तर प्रदेश ABMVS सह संयोजक सन्तोष मद्धेशिया वैश्य ने अपने पिता स्व. रामचंद्र मद्धेशिया की स्मृति में उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर जिला ब्लड बैंक पर सपरिवार रक्तदान कर पुण्यतिथि मनायी । पुण्यतिथि पर सन्तोष मद्धेशिया की पत्नी इसरावती देवी ने तीसरी बार, छोटे भाई विनय मद्धेशिया ने पहली बार व बहनोई विजय मद्धेशिया ने चौथी बार रक्तदान करते हुये कहा कि परिवार के सृजनकर्ता के नाम पर आज रक्तदान कर हमें बेहद खुशी महसूस हो रही है और हम सभी को इस तरह के कार्य की प्रेरणा व सीख उन्ही से मिली थी, उनके पदचिन्हों पर चलना ही हमारे परिवार का प्रयास है । इस अवसर पर सन्तोष मद्धेशिया की माँ दुर्गावती देवी ने कहा कि मेरी बहू की तरह हर महिला को भी रक्तदान के लिये आगे आना चाहिये क्योंकि महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागरूकता की बेहद कमी है ।इस दौरान कपूरचंद गुप्ता, आशा देवी, मनोज मद्धेशिया, सरिता देवी, पुष्पा देवी, एलटी तेजभान, रामेश्वर पांडेय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे ।

रक्तदान करने के लिये सत्रह घण्टे का सफर

एक मांगलिक कार्यक्रम में अपने ननिहाल गयी बड़ी बहू इसरावती देवी पिता की पुण्यतिथि पर प. बंगाल से 17 घण्टे का सफर तय कर ब्लड बैंक पहुंची और अपना तीसरा रक्तदान किया । उन्होंने बताया कि पहली बार वह भलुअनी में पिछले वर्ष शहीद दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में पति की पहल पर रक्तदान किया साथ ही छोटी ननद को भी रक्तदान करवाया । उस रक्तदान के दौरान ब्लड बैंक परामर्शदाता सुबोध पांडेय जी ने मुझे हर चार माह पर रक्तदान करने का सुझाव दिया और मैं तबसे नियमित रक्तदान करते हुये बहुत बेहतर महसूस कर रही हूँ । उन्होंने कहा आज मेरे परिवार में बच्चा बच्चा रक्तदान के महत्व को समझता है और रक्तदान के प्रति जागरूक है । बच्चे खुद कहते हैं मैं 18 वर्ष का होते ही रक्तदान करना शुरू कर दूँगा । हमें स्वस्थ समाज की परिकल्पना और जागरूकता के लिये रक्तदान की शुरुआत पहले स्वयं से करनी होगी जिसे देखकर ही हमारे परिवार के सदस्य, महिलाएं व बच्चे भी रक्तदान के लिये प्रेरित होंगें । इसरावती देवी के प्रयास से कई महिलाएं भी रक्तदान के प्रति उत्सुक दिख रही हैं ।

सन्तोष ने पूरे परिवार में भरा रक्तदान का जज्बा

सन्तोष मद्धेशिया ने दो फरवरी को परिवार के बने wp ग्रुप में पिता की पुण्यतिथि पर परिवार के लोंगों से रक्तदान कर पुण्यतिथि मनाने की इच्छा जाहिर की तो सबसे पहले उनके 18 वर्षीय बेटे दीपक मद्धेशिया ने रक्तदान करने की इच्छा जाहिर की, उसके बाद उनके दूसरे बेटे 15 वर्षीय सूरज मद्धेशिया ने कहा "काश मैं भी 18 वर्ष का होता तो आज बाबा के नाम पर रक्तदान करता, 20 वर्षीय बिटिया दिव्या ने तुरंत रक्तदान करने की हांमी भर दी । वहीं चचरे भाई रामप्रवेश मद्धेशिया "यूथ ब्रिगेड" की पहल पर 30 जनवरी को जिला ब्लड बैंक में ही रक्तदान करने की वजह से इस पुण्यतिथि पर रक्तदान नही कर सके ।

छोटे भाई मनोज मद्धेशिया, विनोद मद्धेशिया, बहन आशा, मीना व रीता भी पिता के नाम पर रक्तदान को उत्सुक दिखे पर मैडिकल मानक पर खरा न उतरने पर परिवार के अधिकतर सदस्य रक्तदान करने से वंचित रह गये । नियमित रक्तदान करते हुये अभी तक कुल 11 बार रक्तदान कर चुके सन्तोष मद्धेशिया ने कहा कि समाजसेवा की प्रेरणा पिता जी से पायी है, और उनकी प्रेरणा से ही हमारे परिवार द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि हर परिवार को भी रक्तदानी परिवार बना सकें ।

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

मतदानकर्मियों को सौंपी गई ‘आयुष रक्षा किट’



जिले में 5000 किट का हुआ निःशुल्क वितरण

चुनावकर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ स्वस्थ रहने पर भी दिया जा रहा ज़ोर

 वाराणसी, 03 फरवरी(dil India live)। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको  प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे और वह ड्यूटी के दौरान कोरोना से भी जंग लड़ सकें, इसके लिए उन्हें ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की जा रही है। क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि उदय प्रताप कालेज में चल रहे चुनाव प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान तीन दिन  में लगभग पांच हजार मतदान कर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की गई है।

डा.भावना द्विवेदी ने बताया कि निदेशक आयुर्वेद प्रो. एसएन सिंह ने हाल ही में सभी क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि सभी फ्रंट लाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को आयुष रक्षा किट निःशुल्क प्रदान की  जाए। इस निर्देश के तहत यूपी कालेज में गुरुवार को लगभग 1700  मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ निःशुल्क प्रदान की  गई । इसके पूर्व मंगलवार व बुधवार को भी क्रमशः 1500  व 1800   आयुष रक्षा किट का वितरण मतदानकर्मियों को किया गया था। मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ के वितरण के साथ ही उन्हें इसके सेवन की विधि भी बतायी गयी। उन्हें समझाया गया कि यह उनके लिए कितना उपयोगी है।

 क्या है आयुष रक्षा किट  -च्यवनप्राश-180 ग्राम, आयुष काढा-100 ग्राम, संशमनी बटी-30 ग्राम, अणु तेल-10 मिली को आयुष रक्षा किट में शामिल किया गया है।

 *ऐसे करें इस्तेमाल-* डा. भावना द्विवेदी  के अनुसार आयुष आयुष रक्षा किट में शामिल च्यवनप्राश को एक चम्मच दिन में एक बार लेना चाहिए,   आयुष काढ़ा के तीन ग्राम को 150 मिली ग्राम पानी में उबालने के बाद उसे छानकर सेवन करना चाहिए। संशमनी बटी के दो टेबेलेट दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अणु तेल का दो ड्राप नाक में दो बार डालना चाहिए।

बाबू जगदेव प्रसाद की मनाई गई जयंती


वाराणसी 0३ फरवरी (dil India live)। वाराणसी स्वतंत्रता आंदोलन के नायक बिहार के पूर्व विधायक बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती मानववादी विचार मंच एवं सारनाथ बौद्ध कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को सलारपुर  दीनापुर सीवेज प्लांट के समीप खेल मैदान में स्थापित प्रतिमा के समक्ष हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बाबू जगदेव प्रसाद द्वारा किए गए योगदान को याद किया इसके पूर्व  अतिथिगण सर्वश्री जगन्नाथ कुशवाहा बसपा नेता रवि मौर्या भारतीय किसान यूनियन वाराणसी इकाई के अध्यक्ष पूर्व प्रधान बच्चे लाल राजभर, पंचम मौर्या, पंकज , रामखेलावन राजभर प्रधानाचार्य शिवमूरत राजभर पूर्व प्रधान अमरनाथ , गजानंद , कांता , सुरेंद्र, सिंह मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महेंद्र  मौर्य फौजी ने किया।

ख्वाजा के दर पर चढ़ेगी काशी की तिरंगा चादर


वाराणसी ०३ फरवरी (dil India live)। काशी से ख्वाज़ा गरीब नवाज़ के दर पर तिरंगा चादर चढाने के लिए वकील अहमद के नेतृत्व में पिछले 28 साल से अकीदतमंद वाराणसी से निकलते है । 04 फरवरी को कैंट स्टेशन से मरुधर ट्रेन से ये जत्था रवाना होगी। उसी तिरंगे चादर को आज 03 फरवरी को लाट सरैय्या स्थित मस्ज़िद मखदूम शाह के आस्ताने पर अकीदतमन्दो के लिए खोली गयी। जिस में मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पार्षद हाजी ओकास अंसारी शामिल हुए। इस मौके पर हाजी ओकास अंसारी ने बताया की वकील अहमद के नेतृत्व में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ साहब को ये तिरंगा चादर पिछले 28 सालो से तमाम अकीदत मंदो के साथ एक जत्थे के साथ वाराणसी से ट्रेन से रवाना होती और ख्वाज़ा साहब को बड़ी शिद्दत के साथ इस तिरंगे चादर को चढ़ाते है, और वहा तीनो कुल करके ख्वाज़ा साहब के दरबार में मुल्क की तरक्की, लोगो के रोजगार में बरकत और मुल्क में अमन के लिए दुआ करते हैैं। हम अकीदतमन्दो  का चादर चढाने का ये सिलसिला लगातार चलता रहा है। आज इस मौके पर मौजूद हाजी ओकास अंसारी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वकील , शेख रमजान, वर्मा, वसीम अकरम, बेलाल अहमद, , रमजान , रेशमा, मक़सूद, नुरूल, बाबू, तौफ़ीक़, अफज़ल शमसुद्दीन, मतीन आदि लोग मौजूद थे। 

अजमेर में ख्वाजा का उर्स शुरू

काशी से रवाना होगी तिरंगा चादर

वाराणसी 03 फरवरी (dil India live)।  हिन्दल वली सरकार मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी सरकार गरीब नवाज़ का उर्स अजमेर में शुरू हो गया है। 6 दिनों तक चलने वाले उर्स में शिरकत करने उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में जत्थे रवाना होना शुरू हो गए हैं, हालांकि उर्स कोरोना गाइड लाइन से ही मनाया जायेगा। 

उर्स को लेकर कई तरह की हिदायतें दी गई है। अजमेर के एडीएम सिटी राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स आयोजित करने को लेकर तैयारी की गई है। सभी जिम्मेदार विभागों के प्रमुखों को उर्स के संबंध में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले 25 जनवरी को झंडे की रस्म अदा की गई थी। उर्स का आगाज  बुधवार को हो गया। उर्स का आगाज़ होते ही ज़ायरीन वहां पहुंचने लगे हैं। काशी के लाट सरैया में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की चादर पार्षद हाजी ओकास अंसारी की अगुवाई में निकाली गई। इस दौरान तिरंगा चादर की ज़ियारत करने सभी मज़हब के लोग जुटे हुए थे। यह चादर विभिन्न रास्तों और शहरों से होते हुए अजमेर शरीफ पहुंचेंगी। ख्वाज़ा का उर्स छह दिनों तक हिन्दू-मुस्लिम दोनों की आस्था और अक़ीदत के साथ मनाया जाता है।

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...