शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

देखिए इस उम्मीदवार का कैसे हुआ स्वागत

सुभासपा शिवपुर के प्रत्याशी डॉ. अरविंद राजभर पहुँचे अपने विधानसभा

वाराणसी ०५ फरवरी (dil India live)। सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह के नेतृत्व में 386 विधानसभा के सपा, अपना दल ( कृष्णा पटेल) के संयुक्त प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर के प्रथम आगमन पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। डॉ. अरविंद राजभर प्रथम आगमन पर सबसे पहले राष्ट्रबीर महाराजा सुहेलदेव की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। आज सुहेलदेव जयंती समारोह तथा बसन्त पंचमी के दिन से अपने विधान सभा में भ्रमण कर लोगों का आशीर्वाद लेने के लिये लेरूपुर, खलिशपुर कमौली, सालारपुर रमना जल्हूपुर कोची आदि जगहों पर घूमकर आशीर्वाद प्राप्त किया| उधर पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री वंदना सिंह ने कहा है कि सपा सुभासपा इस चुनाव में बहुमत से सरकार बनायेगी।

शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

रक्तदान के लिए यह परिवार बना मिसाल

पिता की पुण्यतिथि पर बहू ने किया रक्तदान

देवरिया ०४ फरवरी (dil India live) । वृहस्पतिवार को जिला ब्लड बैंक में एक परिवार द्वारा पिता की पुण्यतिथि पर बहू के साथ अन्य सदस्यों द्वारा रक्तदान कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये अनोखा सन्देश दिया गया । स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी (यूथ ब्रिगेड) के संस्थापक सदस्य व रक्तदान का अमृत महोत्सव उत्तर प्रदेश ABMVS सह संयोजक सन्तोष मद्धेशिया वैश्य ने अपने पिता स्व. रामचंद्र मद्धेशिया की स्मृति में उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर जिला ब्लड बैंक पर सपरिवार रक्तदान कर पुण्यतिथि मनायी । पुण्यतिथि पर सन्तोष मद्धेशिया की पत्नी इसरावती देवी ने तीसरी बार, छोटे भाई विनय मद्धेशिया ने पहली बार व बहनोई विजय मद्धेशिया ने चौथी बार रक्तदान करते हुये कहा कि परिवार के सृजनकर्ता के नाम पर आज रक्तदान कर हमें बेहद खुशी महसूस हो रही है और हम सभी को इस तरह के कार्य की प्रेरणा व सीख उन्ही से मिली थी, उनके पदचिन्हों पर चलना ही हमारे परिवार का प्रयास है । इस अवसर पर सन्तोष मद्धेशिया की माँ दुर्गावती देवी ने कहा कि मेरी बहू की तरह हर महिला को भी रक्तदान के लिये आगे आना चाहिये क्योंकि महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागरूकता की बेहद कमी है ।इस दौरान कपूरचंद गुप्ता, आशा देवी, मनोज मद्धेशिया, सरिता देवी, पुष्पा देवी, एलटी तेजभान, रामेश्वर पांडेय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे ।

रक्तदान करने के लिये सत्रह घण्टे का सफर

एक मांगलिक कार्यक्रम में अपने ननिहाल गयी बड़ी बहू इसरावती देवी पिता की पुण्यतिथि पर प. बंगाल से 17 घण्टे का सफर तय कर ब्लड बैंक पहुंची और अपना तीसरा रक्तदान किया । उन्होंने बताया कि पहली बार वह भलुअनी में पिछले वर्ष शहीद दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में पति की पहल पर रक्तदान किया साथ ही छोटी ननद को भी रक्तदान करवाया । उस रक्तदान के दौरान ब्लड बैंक परामर्शदाता सुबोध पांडेय जी ने मुझे हर चार माह पर रक्तदान करने का सुझाव दिया और मैं तबसे नियमित रक्तदान करते हुये बहुत बेहतर महसूस कर रही हूँ । उन्होंने कहा आज मेरे परिवार में बच्चा बच्चा रक्तदान के महत्व को समझता है और रक्तदान के प्रति जागरूक है । बच्चे खुद कहते हैं मैं 18 वर्ष का होते ही रक्तदान करना शुरू कर दूँगा । हमें स्वस्थ समाज की परिकल्पना और जागरूकता के लिये रक्तदान की शुरुआत पहले स्वयं से करनी होगी जिसे देखकर ही हमारे परिवार के सदस्य, महिलाएं व बच्चे भी रक्तदान के लिये प्रेरित होंगें । इसरावती देवी के प्रयास से कई महिलाएं भी रक्तदान के प्रति उत्सुक दिख रही हैं ।

सन्तोष ने पूरे परिवार में भरा रक्तदान का जज्बा

सन्तोष मद्धेशिया ने दो फरवरी को परिवार के बने wp ग्रुप में पिता की पुण्यतिथि पर परिवार के लोंगों से रक्तदान कर पुण्यतिथि मनाने की इच्छा जाहिर की तो सबसे पहले उनके 18 वर्षीय बेटे दीपक मद्धेशिया ने रक्तदान करने की इच्छा जाहिर की, उसके बाद उनके दूसरे बेटे 15 वर्षीय सूरज मद्धेशिया ने कहा "काश मैं भी 18 वर्ष का होता तो आज बाबा के नाम पर रक्तदान करता, 20 वर्षीय बिटिया दिव्या ने तुरंत रक्तदान करने की हांमी भर दी । वहीं चचरे भाई रामप्रवेश मद्धेशिया "यूथ ब्रिगेड" की पहल पर 30 जनवरी को जिला ब्लड बैंक में ही रक्तदान करने की वजह से इस पुण्यतिथि पर रक्तदान नही कर सके ।

छोटे भाई मनोज मद्धेशिया, विनोद मद्धेशिया, बहन आशा, मीना व रीता भी पिता के नाम पर रक्तदान को उत्सुक दिखे पर मैडिकल मानक पर खरा न उतरने पर परिवार के अधिकतर सदस्य रक्तदान करने से वंचित रह गये । नियमित रक्तदान करते हुये अभी तक कुल 11 बार रक्तदान कर चुके सन्तोष मद्धेशिया ने कहा कि समाजसेवा की प्रेरणा पिता जी से पायी है, और उनकी प्रेरणा से ही हमारे परिवार द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि हर परिवार को भी रक्तदानी परिवार बना सकें ।

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

मतदानकर्मियों को सौंपी गई ‘आयुष रक्षा किट’



जिले में 5000 किट का हुआ निःशुल्क वितरण

चुनावकर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ स्वस्थ रहने पर भी दिया जा रहा ज़ोर

 वाराणसी, 03 फरवरी(dil India live)। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको  प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे और वह ड्यूटी के दौरान कोरोना से भी जंग लड़ सकें, इसके लिए उन्हें ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की जा रही है। क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि उदय प्रताप कालेज में चल रहे चुनाव प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान तीन दिन  में लगभग पांच हजार मतदान कर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की गई है।

डा.भावना द्विवेदी ने बताया कि निदेशक आयुर्वेद प्रो. एसएन सिंह ने हाल ही में सभी क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि सभी फ्रंट लाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को आयुष रक्षा किट निःशुल्क प्रदान की  जाए। इस निर्देश के तहत यूपी कालेज में गुरुवार को लगभग 1700  मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ निःशुल्क प्रदान की  गई । इसके पूर्व मंगलवार व बुधवार को भी क्रमशः 1500  व 1800   आयुष रक्षा किट का वितरण मतदानकर्मियों को किया गया था। मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ के वितरण के साथ ही उन्हें इसके सेवन की विधि भी बतायी गयी। उन्हें समझाया गया कि यह उनके लिए कितना उपयोगी है।

 क्या है आयुष रक्षा किट  -च्यवनप्राश-180 ग्राम, आयुष काढा-100 ग्राम, संशमनी बटी-30 ग्राम, अणु तेल-10 मिली को आयुष रक्षा किट में शामिल किया गया है।

 *ऐसे करें इस्तेमाल-* डा. भावना द्विवेदी  के अनुसार आयुष आयुष रक्षा किट में शामिल च्यवनप्राश को एक चम्मच दिन में एक बार लेना चाहिए,   आयुष काढ़ा के तीन ग्राम को 150 मिली ग्राम पानी में उबालने के बाद उसे छानकर सेवन करना चाहिए। संशमनी बटी के दो टेबेलेट दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अणु तेल का दो ड्राप नाक में दो बार डालना चाहिए।

बाबू जगदेव प्रसाद की मनाई गई जयंती


वाराणसी 0३ फरवरी (dil India live)। वाराणसी स्वतंत्रता आंदोलन के नायक बिहार के पूर्व विधायक बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती मानववादी विचार मंच एवं सारनाथ बौद्ध कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को सलारपुर  दीनापुर सीवेज प्लांट के समीप खेल मैदान में स्थापित प्रतिमा के समक्ष हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बाबू जगदेव प्रसाद द्वारा किए गए योगदान को याद किया इसके पूर्व  अतिथिगण सर्वश्री जगन्नाथ कुशवाहा बसपा नेता रवि मौर्या भारतीय किसान यूनियन वाराणसी इकाई के अध्यक्ष पूर्व प्रधान बच्चे लाल राजभर, पंचम मौर्या, पंकज , रामखेलावन राजभर प्रधानाचार्य शिवमूरत राजभर पूर्व प्रधान अमरनाथ , गजानंद , कांता , सुरेंद्र, सिंह मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महेंद्र  मौर्य फौजी ने किया।

ख्वाजा के दर पर चढ़ेगी काशी की तिरंगा चादर


वाराणसी ०३ फरवरी (dil India live)। काशी से ख्वाज़ा गरीब नवाज़ के दर पर तिरंगा चादर चढाने के लिए वकील अहमद के नेतृत्व में पिछले 28 साल से अकीदतमंद वाराणसी से निकलते है । 04 फरवरी को कैंट स्टेशन से मरुधर ट्रेन से ये जत्था रवाना होगी। उसी तिरंगे चादर को आज 03 फरवरी को लाट सरैय्या स्थित मस्ज़िद मखदूम शाह के आस्ताने पर अकीदतमन्दो के लिए खोली गयी। जिस में मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पार्षद हाजी ओकास अंसारी शामिल हुए। इस मौके पर हाजी ओकास अंसारी ने बताया की वकील अहमद के नेतृत्व में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ साहब को ये तिरंगा चादर पिछले 28 सालो से तमाम अकीदत मंदो के साथ एक जत्थे के साथ वाराणसी से ट्रेन से रवाना होती और ख्वाज़ा साहब को बड़ी शिद्दत के साथ इस तिरंगे चादर को चढ़ाते है, और वहा तीनो कुल करके ख्वाज़ा साहब के दरबार में मुल्क की तरक्की, लोगो के रोजगार में बरकत और मुल्क में अमन के लिए दुआ करते हैैं। हम अकीदतमन्दो  का चादर चढाने का ये सिलसिला लगातार चलता रहा है। आज इस मौके पर मौजूद हाजी ओकास अंसारी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वकील , शेख रमजान, वर्मा, वसीम अकरम, बेलाल अहमद, , रमजान , रेशमा, मक़सूद, नुरूल, बाबू, तौफ़ीक़, अफज़ल शमसुद्दीन, मतीन आदि लोग मौजूद थे। 

अजमेर में ख्वाजा का उर्स शुरू

काशी से रवाना होगी तिरंगा चादर

वाराणसी 03 फरवरी (dil India live)।  हिन्दल वली सरकार मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी सरकार गरीब नवाज़ का उर्स अजमेर में शुरू हो गया है। 6 दिनों तक चलने वाले उर्स में शिरकत करने उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में जत्थे रवाना होना शुरू हो गए हैं, हालांकि उर्स कोरोना गाइड लाइन से ही मनाया जायेगा। 

उर्स को लेकर कई तरह की हिदायतें दी गई है। अजमेर के एडीएम सिटी राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स आयोजित करने को लेकर तैयारी की गई है। सभी जिम्मेदार विभागों के प्रमुखों को उर्स के संबंध में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले 25 जनवरी को झंडे की रस्म अदा की गई थी। उर्स का आगाज  बुधवार को हो गया। उर्स का आगाज़ होते ही ज़ायरीन वहां पहुंचने लगे हैं। काशी के लाट सरैया में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की चादर पार्षद हाजी ओकास अंसारी की अगुवाई में निकाली गई। इस दौरान तिरंगा चादर की ज़ियारत करने सभी मज़हब के लोग जुटे हुए थे। यह चादर विभिन्न रास्तों और शहरों से होते हुए अजमेर शरीफ पहुंचेंगी। ख्वाज़ा का उर्स छह दिनों तक हिन्दू-मुस्लिम दोनों की आस्था और अक़ीदत के साथ मनाया जाता है।

बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

कोविड ने अपनों की ली जान वे दूसरों को बचाने के लिए चला रहे अभियान

लोगों को समझाते हैं : ‘हमने अपनों को खोया है, आप भी रहे सावधान, खुद की ही नहीं दूसरों की भी बचाए जान’


वाराणसी, 02 फरवरी (dil India live) । कोरोना संक्रमण के कारण हमने अपनों को खोया है। अच्छी खासी गृहस्थी को बिगड़ते देखा है। जरा सी लापरवाही हर किसी के लिए खतरनाक हो सकती है। बस जरूरत है टीके की दोनों खुराक लेने और कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करने की। यह कहना है उन लोगों का जिन्होंने कोविड की पहली और दूसरी लहर में अपनों को खोया है। कोविड की तीसरी लहर में ऐसे लोग खुद तो सतर्क हैं हीं दूसरों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।

    गिलट बाजार निवासी प्रांजल अपने काम-धाम के बीच समय निकाल कर हर रोज मित्रों के साथ लोगों को कोविड से सतर्क रहने के लिए जागरुक करते हैं । वह लोगों को बताते हैं कि कोरोना की पहली लहर में किस तरह उन्होंने अपने पिता को खोया । उसके बाद किस तरह उनके परिवार ने परेशानियों को झेला । वह लोगों को समझाते है कि परेशानियों से बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता है । कोविड टीका लगवाने के साथ ही अगर हम कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें, तो आप उस बड़ी मुसीबत से बच सकते है जिसे खुद उन्होंने झेला है।

  प्रांजल बताते हैं कि पिता के निधन के बाद तो ऐसा लगा जैसे सबकुछ तहस-नहस हो गया । खुद के साथ ही बहनों की पढ़ाई कैसे होगी, परिवार का खर्च कैसे चलेगा यह चिंता रात-दिन सताने लगी थी । वह एक ऐसा संकट का दौर था जिसके बारे में सोच कर ही कलेजा कांप उठता है । उस समय पूरा परिवार कोविड से ग्रसित था। प्रांजल कहते है, कोविड के चलते हमने ऐसी परेशानियों को झेला है जिसका सामना ईश्वर करे किसी को न करना पड़े । यही कारण है कि वह उन्होंने अब दूसरों को सतर्क रहने के लिए इन दिनों अभियान चला रखा है ।भोजूबीर के रहने वाले अरविन्द भी इन दिनों कुछ ऐसा ही कर रहे है। पेशे से दवा व्यवसायी अरविन्द ने अपने बड़े पिता को कोविड की दूसरी लहर में खोया है। वह बीएलडब्लयू कारखाने के कर्मचारी थे। किसी और के घर में ऐसी विपदा न आये इसके लिए अरविन्द भी लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं । अरविन्द बताते है कि अधिकांश लोग इस गंभीर बीमारी पर पूरे दिन चर्चा करते रहते है लेकिन जब मास्क लगाने या दो गज की दूरी का पालन करने की बात आती है तो वह खुद इस मामले में लापरवाह हो जाते है । ऐसे लोगों को भ्रम होता है कि कोविड दूसरों को तो होगा, उन्हें नहीं । अरविन्द बताते है कि वह लोगों को यही समझाने का काम कर रहे है कि कोविड किसी को भी हो सकता है । इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है। पहड़िया निवासी दिव्यांशू ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पिता को खोया । पिता के न रहने पर अचानक आई परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ-साथ ही दिव्यांशू ने भी कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए अभियान चला रखा है । वह सामने पड़े ऐसे हर व्यक्ति को रोकते और टोकते है जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा होता है । उसे मास्क के महत्व के बारे में समझाते हैं, इसके साथ ही अपने सामने आयी परेशानियों का हवाला देते हुए यह सभी को यह समझाते हैं कि मास्क पहनना सभी के लिए क्यों जरूरी है। अपने दोस्तों-मित्रों को फोन कर वह सभी से पूछते हैं कि उन्होंने कोविड का टीका लगवाया है या नहीं। न लगवाने वाले को जल्द से जल्द लगा लेने की सलाह देते हैं। दिव्यांशू का मानना है कि यदि हर व्यक्ति सजग हो जाए और टीकाकरण कराने के साथ ही कोविड नियमों का पालन करे तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। उनका मानना है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, ऐसे में जरूरी है सभी को अपने स्तर पर ऐसे ही अभियान चलाने की जिससे कोविड़ पर विजय पायी जा सके।

SOS Hermann माइनर की टीम टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट में चैम्पियन

Varanasi (dil India live)। टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट 2024 सीजन प्रथम का आयोजन टेथ्रीपॉन ओवरसीज और मिलन इण्टरप्राइजेज के तत्वाधान में एच०...