शनिवार, 25 दिसंबर 2021

Happy Christmas: गिरजाघरों में गूंजा हैप्पी क्रिसमस...

एक दूसरे को  किया विश, केक का हुआ आदान-प्रदान






वाराणसी  (dil india live)। प्रभु ईसा मूसीह के जन्म दिन क्रिसमस पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचे मसीही शनिवार को डूबे  नज़र आये। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना हुई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखाई देने लगा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंज रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी  मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की। वहीं देश दुनिया में । कोविड से मुक्ति के साथ ही अमन और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी। 

सुबह से ही शुरू हुई आराधना

धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज, फादर थामस सी. सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि किसमस हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में क्रिसमस मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।


उल्लास और उत्साह संग यीशु जन्म की झांकी



वाराणसी में यीशु मसीह के जन्म का पर्व क्रिसमस उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया जिसमें   ऐशर, आराधना, ममता, एस्तेर जॉय, सिलवीया, पूनम, विनीता और हेमंत व अखिलेश मसीह व विकास आदि व्यवस्था संभाले हुए थे। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आन लाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया।

Happy Christmas : काशी से रोम तक गूंजा हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...

  •  चर्चेज़ में कटी केक, फिज़ा में गूंजा कैरोल
  • सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल




वाराणसी 24 दिसंबर (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना करा


रहे थे।

24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर चन्द्रकांत, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर मंजू, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।

उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।


शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

Christmas 2021: दुनिया भर में जश्न की तैयारी पूरी

24 की सर्द रात प्रभु यीशु लेंगे जन्म, होगी खास आराधना

यीशु जन्म की झांकी संग देश-दुनिया में शुरु होगा क्रिसमस का जश्न





वाराणसी 23 दिसंबर (dil india live)। Christmas पर्व 24 दिसंबर की रात दुनिया भर में मनाया जायेगा। जाड़े की यह सर्द रात यीशु जन्म के मंचन की गवाह बनेगी। मध्यरात्रि में होने वाला यह आयोजन रात 10.30 से शुरू हो जायेगा। इसी के साथ देश दुनिया का मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहा आराधना कर के क्रिसमस पर्व के अगवानी करेगा वही क्रिसमस का यह पर्व नव वर्ष 2021 के पहले महीने जनवरी तक जारी रहेगा।

 उधर काशी में क्रिसमस की तैयारी पुरी कर ली गई है, पूरी शाम डोर टू डोर कैरोल सिंगिंग का दौर चला। बेथलफुल गास्पल चर्च में क्रिसमस पर रंगारंग कैरोल सिंगिंग का आयोजन पास्टर एंड्रू थामस की अगुवाई में हुआ।
 चर्च ऑफ बनारस के पादरी बेन जॉन ने बताया कि क्रिसमस मनाने को शहर बनारस तैयार है, क्रिसमस में अब चंद घंटे ही बचे हैं। जगह-जगह प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है।

महागिरजा में सजी चरनी


24 की शाम यीशु जन्म के मंचन संग देश-दुनिया का मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहा आराधना कर के क्रिसमस पर्व की अगवानी करेगा वही क्रिसमस की तैयारी पुरी कर ली गई है। क्रिसमस मनाने को शहर बनारस भी तैयार है। वाराणसी धर्मप्रांत के अध्यक्ष, बिशप डॉ. यूजीन जोसेफ की अगुवाई में महागिरजा व बिशप हाउस में भी झांकी तैयार की गयी है। बिशप ने कहा कि क्रिसमस अमन और एकता के लिए जाना जाता है। हर बार हम लोग कोशिश करते हैं कि क्रिसमस पर कुछ नया करें, इस बार कोरोना महामारी के चलते काफी कुछ बदलाव क्रिसमस पर देखने को मिल रहा है।

महागिरजा में होगा धमाल 

24 दिसम्बर की शाम महागिरजा समेत तमाम कैथोलिक चर्चो में स्त10.30 बजे से प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा। रात12  बजते ही फिज़ा में गूंजेगा..मैरी क्रिसमस, हैप्पी क्रिसमस। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर तैयार हैं। बिशप यूज़ीन ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग का राजा ईसा मसीह धरती पर एक गरीब बालक के रूप में जन्मे थे। इसलिए भी इस पर्व को हम सब अमन, एकता और सादगी के साथ मनाते हैं।

होगी आराधना, गूंजेगा कैरोल 

सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार यीशु मसीह के आगमन की अगवानी करेंगे। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर हेनरी आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया में भी क्रिसमस की तैयारियां पूरी हो गयी हैं।

गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

समाजसेवी खलीकुज्जमां सुपुर्द ख़ाक


वाराणसी 23 दिसंबर (dil india live)। समाजसेवी संस्था सुल्तान क्लब के लेखा परीक्षक मुख्तार अहमद अंसारी के पिता समाजसेवी खलीकुज्जमां का बुधवार प्रात 9 बजे बकराबाद स्थित आवास पर 70 वर्ष के अवस्था में आकस्मिक निधन हो गया। समाजसेवी के निधन पर एक अफसोस बैठक समाजसेवी संस्था "सुल्तान क्लब" के रसूलपुरा स्थित कार्यालय में संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक की अध्यक्षता में आयोजित कर खिराजे अकीदत पेश की गई। स्वर्गीय खलीकुज्जमां साहब बड़े ही नेकदिल इंसान थे लोगों की सेवा में तत्पर रहते,इनके अंदर खुद्दारी का माद्दा रचा बसा था,आपने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ा है।

जनाजे की नमाज़ नैशनल इंटर कालेज में अदा की गई और अल्ताफ शाह, धंसरा की कब्रस्तान में सुपुर्द खाक किया गया। अफसोस बैठक में डॉक्टर एहतेशामुल हक, जावेद अख्तर, अजय वर्मा, महबूब आलम, शमीम रियाज़, एच हसन नन्हें, अब्दुर्रहमान, सुलेमान अख्तर, इशरत उस्मानी, मौलाना अब्दुल्लाह, इरफान इत्यादि थे।

भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की मनाई जयंती

सरस्वती शिशु-विद्या मंदिर में गणित दिवस का आयोजन


गाजीपुर 23 दिसंबर (dil india live)। सरस्वती शिशु-विद्या मंदिर रायगंज में भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के अवसर पर गणित मेला का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमर नाथ तिवारी अमर एवं विद्यालय के प्रबंधक संजय कुमार ने श्रीनिवास रामानुजन के चित्र पर पुष्पार्चन कर मेले का शुभारंभ किया।विद्यालय के प्रबंधक सुग्रीव ने अतिथियों का स्वागत किया।शिक्षक मनोज गाँधी ने रामानुजन के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।विद्यालय के प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के विद्यार्थियों ने आकर्षक माडल, चित्र, चार्ट एवं आकृतियां बनाकर मेले में प्रदर्शित किए थे। इनके माध्यम से आयत, वृत्त, वर्ग, चतुर्भुज, कोण, त्रिभुज, घन, घनाभ, बेलन, शंकु आदि के विषय में महत्वपूर्ण व ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान किए।अतिथिद्वय ने इनसे सम्बन्धित प्रश्न भी विद्यार्थियों से पूछे जिसका संतोषजनक उत्तर भी विद्यार्थियों ने दिया।

              अमर नाथ तिवारी ने विद्यालय के प्रयास की प्रशंसा करते हुए विद्यार्थियों को बधाई दी।गणित विषय के अध्ययन की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि गणित पिछड़ेगी तो विज्ञान पिछड़ेगा,विज्ञान पिछड़ेगा तो टेक्नोलॉजी पिछड़ेगी।यदि टेक्नोलॉजी पिछड़ेगी तो देश पिछड़ जाएगा।अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य सुग्रीव ने सभी के प्रति आभार जताया।       सुग्रीव प्रधानाचार्य

भद्रासी में लोकार्पण को तैयार है 50 बेड का आयुष चिकित्सालय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज करेंगे “मल्टी-स्पेसियालिटी हास्पिटल” का लोकार्पण






 • स्त्री व प्रसूति रोग के साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की हुई तैनाती

 • पंचकर्म, क्षारसूत्र व योग के जरिए भी होगा जटिल  बीमारियों का उपचार


 वाराणसी 22 दिसम्बर (dil india live)। जिले को एक और आयुर्वेदिक अस्पताल का तोहफा गुरुवार को मिलने जा रहा है। 50 बेड के इस मल्टी-स्पेसियालिटी अस्पताल में स्त्री व प्रसूति रोग के साथ ही अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम तैनात कर दी गयी है। 23 दिसंबर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अस्पताल का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही मरीज यहां की चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी भावना द्विवेदी ने बताया कि मोहन सराय के पास मातलदेयी मार्ग  पर भद्रासी गांव में 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय स्थापित किया गया है। इस अस्पताल का निर्माण राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत कराया गया है,  जिसमें एक छत के नीचे पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से जनसामान्य को सर्वांगीण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। 

 पंचकर्म एवं क्षारसूत्र से भी होगा उपचार

इस आयुर्वेदिक अस्पताल में आयुर्वेद विधा की विशिष्ट चिकित्सा पद्धति पंचकर्म के लिये एक अलग ब्लॉक का निर्माण किया गया है। उसमे स्नेहन, स्वेदन, वमन, विरेचन, शिरोधारा, बस्ति आदि चिकित्सकीय क्रियाओं के लिये समस्त सुविधायें उपलब्ध हैं। इन क्रियाओं से संधि के रोग जैसे गठिया,  रियूमैटाइड आर्थराइटिस , लकवा, त्वचा के रोगों, मानसिक तनाव, अनिद्रा आदि की चिकित्सा की जायेगी। इसमें महिला एवं पुरूष रोगियों के लिये अलग-अलग कक्ष की व्यवस्था है।  चिकित्सालय में एनोरेक्टल रोगों जैसे भगन्दर, पाइल्स, फिशर आदि को बिना सर्जरी किये आयुर्वेद की क्षारसूत्र विधा से उपचार हेतु माइनर ओटी की व्यवस्था है। इसमें जलौका द्वारा उपचार की सुविधा भी उपलब्ध होगी।  चिकित्सालय में यूनानी विधा की रेजिमेण्टल थैरेपी एवं हिजामा उपचार पद्धतियों से रोगियों के उपचार के लिये विशेषज्ञों की तैनाती की गयी है।

 सामान्य प्रसव सम्बन्धी  सुविधायें भी हैं

चिकित्सालय में सर्जरी के लिये ओटी कक्ष एवं सामान्य प्रसव सम्बन्धी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के लिये लेबर रूम समस्त सुविधाओं एवं उपकरणो सहित उपलब्ध है। माहिलाओ के लिए यह अस्पताल काफी लाभकारी होगा। इसके साथ ही यहाँ आँखों की जाँच सुविधा के लिये ऑप्टोमेट्री कक्ष एवं कान के रोगों की जाँच सुविधा के लिये ऑडियोमेट्री कक्ष की भी व्यवस्था है।  चिकित्सालय में पैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है। 

 योग के जरिए भी बनेंगे निरोग

अस्पताल परिसर में एक योग कक्ष भी बनाया गया है। यहां तैनात होने वाले योग प्रशिक्षक लोगों को योग के जरिए निरोग रहने का हुनर सिखाएंगे। इसके साथ ही कुछ रोगों का उपचार योग के जरिए भी किया जाएगा।

 परियोजना पर नौ करोड़ हुए हैं खर्च 

चिकित्सालय के भवन निर्माण, फर्नीचर एवं उपकरणों पर लगभग नौ करोड रूपये खर्च हुए हैं।  इस चिकित्सालय मे चिकित्सा अधीक्षक-01, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी विधा के कुल चिकित्सा अधिकारी-07 (02-एस0एम0ओ0, 04-चिकित्सा अधिकारी एवं 01-रेजिडेन्ट चिकित्साधिकारी), योग प्रशिक्षक-01, सहायक मैट्रेन-01, लेखाधिकारी-1, नर्सिंग स्टाफ-04, पंचकर्म टेक्निशियन-01, फार्मासिस्ट-02, प्रयोगशाला तकनीशियन-02, फिजियोथैरैपिस्ट-01 सहित कुल 35 अधिकारी/कर्मचारियों की तैनाती की गयी है। राजातालाब निवासी रमेश पांडेय ने इस अस्पताल के खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की अब क्षेत्र के लोगो को उपचार के लिए दूर नहीं जाना होगा । रोहनिया निवासी सुरेन्द्र ने कहा कि यह अस्पताल इलाके के लोगो के लिए वरदान होगा।

बुधवार, 22 दिसंबर 2021

ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता में हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम


वाराणसी 22 दिसंबर (dil india live)। श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता नगर संसाधन केंद् कबीरचौरा प्रांगण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर खंड शिक्षा अधिकारी श्री नारायण मिश्र ने किया। कार्यक्रम में नगर क्षेत्र एवं न्याय पंचायत स्तर पर रामनगर के विद्यालय के साथ कुल 250 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में वाद विवाद ,निबंध ,चित्रकला ,फैंसी ड्रेस ,रंगोली इश्लोक वाचन, नुक्कड़ नाटक, अंताक्षरी इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। 

कार्यक्रम का शुभारंभ इश्लोक वाचन  तथा शिव बारात के साथ किया गया। कार्यक्रम के अन्त में नगर खंड शिक्षा अधिकारी श्री नारायण मिश्र ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया तथा साथ ही साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।कार्यक्रम का समापन जितेंद्र गौड़ ने किया। कार्यक्रम में राजीव कुमार, रहमत अली, रमेश सिंह, प्रमोद मिश्र, संजय पांडे,उमेश त्रिपाठी,अतुल गुप्ता, तपन पांडे, संतोष पांडे, मधु सिंह, सत्येंद्र सुमन, उषा देवी आदि शिक्षक शिक्षिकाओं ने शिरकत किया।

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...