शिवपाल यादव ने लगाई दादा मियां के दर पर हाजिरी
लखनऊ 2 नवंबर (dil india)। देश की गंगा जमुनी तहज़ीब और आपसी भाई चारगी का रंग मंंगलवार को दादा मियां की मजार पर देखने को मिला यहां मुस्लिम जितनी अकीदत से आये थे, उतनी ही शिद्दत से हिंदू भी बाबा के दर पर सिर झुकाये नज़र आया। मौका था हजरत दादा मियां रहमतुल्लाह अलैह के सलाना का 114 वां उर्स का। पांच दिवसीय उर्स के मौके पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव भी उर्स में शिरकत करने मंगलवार को माल एवेंयू स्थित दरगाह शरीफ पर पहुँचे। शिवपाल यादव ने चादरपोशी की, मुल्क में अमन-मिल्लत की दुआएं मांगी।
इससे पहले सूफी नूर मुहम्मद फसाहती अपने मुरीदों के साथ परचम लेकर आए। परचम कुशाई दरगाह के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह की सदारत और फरहत मियां व मिस्बा मियां की मौजूदगी में हुई। परचम कुशाई से पहले महफिले समा का आयोजन हुआ, जिसमें कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। इस दौरान परचम कुशाई के महत्व के बारे में लोगों को बताया गया।
इस मौके पर दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह ने खुशी का इजहार करते हुए माहे रबी अव्वल की मुबारकबाद पेश की और शासन व प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि सभी कार्यक्रमों में अपना पूरा सहयोग देने की कृपा करें। इस बार कोविड-19 को ध्यान रखते हुए और प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार उर्स मुबारक के सारे कार्यक्रमों को किया गया।