Varanasi (dil India live). बीआरसी चोलापुर पर राष्ट्रीय विज्ञान अविष्कार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी चोलापुर ब्लॉक के उच्च प्रथामिक विद्यालयों के छः-छः बच्चों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का उद्घाटन खण्ड शिक्षा अधिकारी बृजेश कुमार राय द्वारा किया गया। ए.आर.पी. सरोज कुमार शर्मा की देखरेख में यह आयोजन सकुशल सम्पन्न हुआ। ए.आरपी नीतीश कुमार यादव, भारती मिश्रा, विवेकानन्द व अन्य शिक्षकगण कार्यक्रम में मौजूद थे। सभी प्रतिभागीयों को मेडल व सर्टिफिकेट, 501 रुपये भी 10 प्रतिभागियों को दी गयी। प्रतियोगिता का आयोजन तीन चरणों में कराया गया। प्रथम चरण में 162 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रथम चरण में 20 व दूसरे चरण में 50 प्रतिभागिओं को चयनित किया गया । अन्तिम 10 प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ चुना गया । सर्वश्रेष्ठ 10 प्रतिभागियों को मेडल व 501 रुपये की धनराशि से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता की सुचिता को बनाये रखने के लिये 5 सदस्यीय समिति बनाई गयी। जिसमें सरोज पाण्डेय, शबनम बानो, ओमप्रकाश यादव, भोलेनाथ, राजेश कुमार यादव थे।
गुरुवार, 7 मार्च 2024
सोमवार, 4 मार्च 2024
सेंट पॉल स्कूल: स्पोर्ट्स में विभिन्न टीमों ने अपनी प्रतिभा का मनवाया लोहा
Sonbhadra (dil India live). सेंट पॉल स्कूल द्वारा इन्टर स्कूल स्पोर्टस कॉम्पटीशन का आयोजन सोनभद्र के रामगढ़ स्थित स्कूल परिसर मे किया गया। 28, 29 फरवरी, 1 व 2 मार्च को हुए मैच में विभिन्न टीमों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसमें बैडमिंटन और क्रिकेट टीम ने भाग लिया। कुल आठ स्कूल ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। प्राथमिक विद्यालय (दुबौलिया), अग्रसेन स्कूल (पन्नूगंज), डिप्स कान्वेंट स्कूल (पड़रीकला), कालिदास एजुकेशनल इंस्टिट्यूट हायर सेकेंडरी स्कूल रामगढ, सेंट पॉल स्कूल ( रामगढ़ ) सोनभद्र, ड्रीम सेण्टर स्कूल सोनवट, साई स्कूल (तेलाडी) व डीपीएस स्कूल ने भाग लिया। बैंडमिन बलिका वर्ग में अग्रसेन स्कूल ने कालीदास स्कूल को (11-7, 21-8) से हराया, बैडमिटन बालक वर्ग में सोनभद्र ड्रीम स्कूल ने सेंट पॉल स्कूल को (21-1) और (21-17) में हराया। क्रिकेट बालिका वर्ग में डिप्स कान्वेंट स्कूल ने सेंट पॉल स्कूल को 5 विकेट से हराया। क्रिकेट में बालक वर्ग में सेंट पॉल स्कूल ने अग्रसेन स्कूल को 25 रनो से हराया। मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी अरविंद पटेल ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।
रविवार, 3 मार्च 2024
Modi के खिलाफ सतपाल मलिक क्यों बनाएं जाएं प्रत्याशी, जानिए क्या है सपा की मांग
सतपाल मलिक को मोदी के खिलाफ उतारने की उठी मांग
Varanasi (dil India live). इंडिया गठबंधन से पीएम मोदी के खिलाफ बनारस से सतपाल मलिक को चुनाव मैदान में उतारे जाने की मांग शुरू हो गई है। यह मांग की है समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अतहर जमाल लारी ने। लारी ने इंडिया गठबंधन के नेतृत्व से मांग करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार फिर वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अभी इंडिया गठबंधन से किसी प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ है। इंडिया गठबंधन में यह सीट कांग्रेस को गई है। कांग्रेस नेताओं से मेरी अपील है कि वाराणसी लोकसभा से इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार पूर्व गवर्नर सतपाल मलिक को बनाया जाए। यह बड़ा ही अच्छा निर्णय रहेगा। अगर हमारी बात पसंद आए तो इंडिया गठबंधन और खास तौर से कांग्रेस के नेताओं को विचार विमर्श करना चाहिए, क्योंकि सतपाल मलिक भी भाजपा में रहे हैं और इसी सरकार में गवर्नर से लेकर के कई पदों पर रह चुके हैं और जिस बेबाकी से उन्होंने इस सरकार की करगुजारियों का पर्दाफाश किया है उसका फल उन्हें वाराणसी लोकसभा से चुनाव लड़ेंने पर जनता देगी। वो तमाम उन बातों को जनता के बीच में मजबूती से रखने का काम करेंगे और एक बड़ी टक्कर होगी।
शनिवार, 2 मार्च 2024
Imam Mehdi की शान में हुई महफिल, हुई भव्य सजावट
जश्न बकीतुल्लाह में शायरों ने कलाम से लूटी महफ़िल
जश्न में शहर बनारस में तराने बा खिदमत इमाम ई ज़माना सलाम फरमनदे का आयोजन किया जा रहा है जश्न में आए तमाम मेहमानों का स्वागत जश्न के बानी जि़या मरहूम के बेटे साकिब अब्बास ने किया। यह जश्न मध्यरात्रि रात तक चला जिसमें बड़ी तादाद में लोगों ने शिरकत किया और इमाम की विलादत का जश्न मनाया। इस दौरान शायरों ने अपने कलाम से महफ़िल लूट ली। एक से एक खूबसूरत कलाम से लोगों को शायरों ने फैज़याब किया। आखिर में सैयद फरमान हैदर ने लोगों का शुक्रिया अदा किया।
रविवार, 25 फ़रवरी 2024
shab-a-baraat पर हुई इबादत, लोगों ने मांगी मगफिरत की दुआएं
इबादत में मशगूल रहे लोग, होती रही नूर की बारिश
Mohd Rizwan
Varanasi (dil India live)। शबे बरात पर रौशनी के बीच इबादतगाह और कब्रिस्तान जहां Sunday को जायरीन से गुलजार रही, वहीं लोगों का हुजूम फातेहा पढ़ने व दुआएं मगफिरत मांगने के लिए बुजुर्गों के दर पर उमड़ा हुआ नजर आया। यह सिलसिला पूरी रात चलेगा। चले भी क्यों नहीं इबादत कि रात जो है।
दरअसल इस्लाम में शब-ए-बरात की खास अहमियत है। इस्लामिक कैलेंडर का आठवां महीना शाबान का महीना है। इस महीने की 14 तारीख का दिन गुजार कर जो शब आती है उस 15 वीं शब की रात में शब-ए-बरात (मगफिरत की रात) मनाया जाता है। इतवार की रात को देश दुनिया की तरह अपने शहर बनारस में भी शबे बरात पर सारा जहां रौशन नजर आया। शब-ए-बरात इबादत, फजीलत, रहमत और मगफिरत की रात मानी जाती है। इसीलिए तमाम मुस्लिमों ने रात में इबादत शुरू किया और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगी, यह सिलसिला पूरी रात चलेगा। मर्द ही नही घरों में ख्वातीन भी शबे बरात पर इबादत करती नज़र आयी। इबादत में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल होते हुए।
इससे पहले इतवार की शाम को मगरिब की अजान होने के साथ शब-ए-बरात की इबादत शुरू हो गयी। यह सिलसिला सोमवार को फजर की नमाज तक चलेगा। इस दौरान काफी लोग शाबान का नफिल रोजा भी रखते हैं। जो लोग रोज़ा रहेंगे वो सोमवार को अल सहर सहरी करके रोज़ा रहेंगे और शाम में मगरिब की अज़ान के साथ इफ्तार करके रोज़ा खोलेंगे।
क्या है shab-a-baraat
दरअसल शबे बरात से ही रुहानी साल शुरू होता है। इस रात रब फरिश्तों की डय़ूटी लगाता है। लोगों के नामे आमाल लिखे जाते हैं। किसे क्या मिलेगा, किसकी जिंदगी खत्म होगी। किसके लिये साल कैसा होगा, पूरे साल किसकी जिन्दगी में क्या उतार-चढ़ाव आयेगा। साथ ही पुरखों की रूह अपने घरों में लौटती है जिसके चलते लोग घरों को पाक साफ व रौशन रखते हैं। सुबह से शाम तक घरों में ख्वातीन हलवा व शिरनी बनाने में जुटी हुई थी। शाम में वो भी इबादत में मशगूल हो गई।
यहां दिखा अकीदत का हुजूम
बनारस शहर के प्रमुख कब्रिस्तान टकटकपुर, हुकुलगंज, भवनिया कब्रिस्तान गौरीगंज, बहादर शहीद कब्रिस्तान रविन्द्रपुरी, कबीरनगर कब्रिस्तान (निकट संजय शिक्षा निकेतन), बजरडीहा का सोनबरसा कब्रिस्तान, जक्खा कब्रिस्तान, सोनपटिया कब्रिस्तान, बेनियाबाग स्थित रहीमशाह, दरगाहे फातमान, चौकाघाट, रेवड़ीतालाब, सरैया, जलालीपुरा, राजघाट समेत बड़ी बाजार, पीलीकोठी, पठानी टोला, पिपलानी कटरा, बादशाहबाग, फुलवरिया, लोहता, बड़ागांव, रामनगर, टेंगरा मोड़ आदि इलाक़ों की कब्रिस्तानों और दरगाहों में लोगों का हुजूम फातेहा पढ़ने उमड़ा हुआ था। यहां लोगों ने शमां रौशन किया और फातेहा पढ़कर अज़ीज़ों की बक्शीश के लिए दुआएं मगफिरत मांगी। इसी के साथ शबे बरात के 15 दिनों के बाद मुक़द्दस रमजान का महीना शुरू हो जाएगा और 30 रोज़े मुकम्मल होने पर ईद आएगी।
शनिवार, 24 फ़रवरी 2024
Shab-E-Baraat: होगी पूरी रात इबादत, पढ़ी जायेगी फातेहा
आस्तानों पर होगा चिरांगा, घरों में हलवे की फातेहा
Varanasi (dil India live)। शबे बरात इतवार को है। यह अज़ीम रात इबादत और बस इबादत के लिए ही बनी है। इस बाबरकत रात रब के सभी नेक बंदे अपने पाक परवर दीगार कि इबादत में मशगुल रहेंगे। सारी रात मोमिनीन खास नमाज़ अदा करेंगे। शबे बरात पर अपनों व बुजुर्गो की क्रबगाह पर अज़ीज चिरागा करेंगे व घरों में रोशनी कि जाएगी। मगरिब की नमाज के बाद शिरनी कि फातेहा होगी।
घरों में लौटेगी पुरखों की रूह
मौलाना साकीबुल कादरी कहते हैं कि शबे बरात से ही रुहानी साल शुरू होता है। इस रात रब फरिश्तों की डय़ूटी लगाता है। लोगों के नामे आमाल लिखे जाते हैं। किसे क्या मिलेगा, किसकी जिंदगी खत्म होगी। मौलाना हसीन अहमद हबीबी ने बताया कि किसके लिये साल कैसा होगा, पूरे साल किसकी जिन्दगी में क्या उतार-चढ़ाव आयेगा, ये इसी रात लिखा जाता है। साथ ही पुरखों की रूह अपने घरों में लौटती है जिसके चलते लोग घरों को पाक साफ व रौशन रखते हैं। मर्द ही नही घरों में ख्वातीन भी शबे बरात की रात इबादत करती हैं। इबादत में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल होते हैं। सुबह से शाम तक घरों में ख्वातीन हलवा व शिरनी बनाने में जुटती हैं। शाम में वो भी इबादत में मशगूल हो जाती हैं।
यहां लगाई जाएंगी हाज़िरी
बनारस शहर के प्रमुख कब्रिस्तान टकटकपुर, हुकुलगंज, भवनिया कब्रिस्तान गौरीगंज, बहादर शहीद कब्रिस्तान रविन्द्रपुरी, बजरडीहा का सोनबरसा कब्रिस्तान, जक्खा कब्रिस्तान, सोनपटिया कब्रिस्तान, बेनियाबाग स्थित रहीमशाह, दरगाहे फातमान, चौकाघाट, रेवड़ीतालाब, सरैया, जलालीपुरा, राजघाट समेत बड़ी बाजार, पीलीकोठी, पठानीटोला, पिपलानी कटरा, बादशाहबाग, फुलवरिया, लोहता, बड़ागांव, रामनगर आदि इलाक़ों की कब्रिस्तानों और दरगाहों में लोग हर साल पहुच कर शमां रौशन करते हैं, फातेहा पढ़कर अज़ीज़ों की बक्शीश के लिए दुआएं मगफिरत मांगते हैं।
शांतिपूर्ण त्योहार के लिए बैठक
शबे बरात इतवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकें इसके लिए सम्मानित विशिष्टजनो, सामाजिक कार्यकर्ताओं व पुलिस अधिकारियों के साथ शहर भर में सभी थाना क्षेत्रों में बैठक की गई। बैठक में कोई भी नई परम्परा कायम न हो, शांति व्यवस्था कायम रहे इस पर मंथन किया गया।
सोमवार, 19 फ़रवरी 2024
Dr Renu Shahi ने दिया 'राजस्थानी लोक परंपरा' पर व्याख्यान
अमरकंटक के राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रस्तुत किया शोध पत्र
Jaipur (dil India live). नर्मदा के उद्गम स्थान अमरकंटक में 16 से 20 फरवरी तक देश के प्रतिष्ठित संस्थान ' इंडियन आर्ट हिस्ट्री कॉंग्रेस', गुवाहाटी (जो कि भारतीय कला एवं पुरातात्विक पक्ष के सभी पहलुओं के ऊपर शोध का कार्य करवाती है) तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्विद्यालय, अमरकंटक के तत्वावधान में संयोजित रूप से "भारतीय कला पर लोक एवं जनजाति तत्वो के प्रभाव" शीर्षक पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया l जिसमें जयपुर (राजस्थान) से डॉ. रेणु शाही को शोध-पत्र प्रस्तुत किया। इन्होंने नाथद्वारा शैली में लोक परंपराओं, लोक तत्वों, लोक मान्यताओं एवं लोक कथाओं को केन्द्रित करते हुए एवं एक लघु चित्र शैली जो राजस्थान के चार प्रमुख चित्र शैलियों मारवार, मेवाड़, ढूंढार एवं हाड़ौती में मेवाड़ की एक उप-शैली नाथद्वारा शैली के वर्तमान स्वरूप के ऊपर अपना शोध-पत्र प्रस्तुत किया। इसे सभी कला मर्मज्ञों, इतिहासकारों व बुद्धजीवियों द्वारा सराहा गया I दृष्य कला से संबंध रखने वाली डॉ. रेणु शाही मूलतः उतर प्रदेश के गोरखपुर से है और कला शिक्षा वाराणसी में रहकर पूर्ण किया हैं और वर्तमान में जयपुर में रहते हुये एक कला महाविद्यालय में शिक्षण के साथ-साथ लेखन एवं कला इतिहास पर शोध एवं समीक्षा का कार्य करती है l अब तक इनके लगभग तीस से चालीस शोध कार्य एवं कला समीक्षाएं अलग-अलग पुस्तकों एवं पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है l साथ ही कलात्मक गतिविधियों में भी भागीदारी करती है l चित्रकारी के साथ-साथ लेखक में भी सक्रिय है l इनका कहना है कि 'निरंतर एवं मंदगति का प्रवाह एक सुखद अनुभूति होती है' l
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