रविवार, 6 अगस्त 2023

friendship day क्यों मनाया जाता है जानिए पूरी कहानी



Varanasi (dil india live).आज पूरी दुनिया में friendship day सेलिब्रेट किया जा रहा है। friendship बैंड, friendship कार्ड, गिफ्ट्स का आदान-प्रदान किया जा रहा है। कहीं दोस्तों की पार्टी हो रही है तो कहीं पिकनिक पार्टी का लुत्फ उठाया जा रहा है। इन सबके बीच एक सवाल है कि आखिर फ्रेंडशिप डे का क्या है ऐतिहासिक पक्ष? इसे क्यों मनाया जाता है और हर साल किस तारीख को मनाया जाता है?

यहां मैं साफ़ कर दूं कि फ्रेंडशिप डे या मित्रता दिवस की कोई फिक्स तारीख नहीं है, बल्कि फ्रेंडशिप डे अगस्त महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। यह खास दिन  friendship को समर्पित करने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। 

 कुुछ इस तरह शुरू होती है कहानी :-

एक बार अमेरिका की सरकार ने एक बेेेगुनाह व्यक्ति को सजा-ए-मौत दे दिया था। इस व्यक्ति का एक दोस्त था, जिसने अपने दोस्त की मृत्यु के गम में आत्महत्या कर ली। उनकी दोस्ती की गहराई को सम्मान देते हुए 1935 से अमेरिकी आवाम ने इस दिन को दोस्तों के नाम कर दिया। इस तरह अमेरिका में फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरुआत हुई। तय हुआ कि अगस्त केे पहलेेेेेे संडे को friendship day मनाया जाएगा। तब से यह ग्लोबल पर्व देश दुनिया में मनाया जा रहा है।

ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति हो जिसका कोई मित्र न हो, जो दोस्ती की अहमियत न जानता हो। हम सभी की जिंदगी में कम या ज्यादा लेकिन दोस्त जरूर होते हैं, दोस्तों के साथ बिताया समय किसे नहीं अच्छा लगता। खासकर बचपन की दोस्ती तो बहुत गहरी होती है जिनकी यादें सदा के लिए मन में बस जाती है। दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है जिसे व्यक्ति खुद की मर्जी से चुनता है। बचपन में जाने अनजाने ही कई दोस्त बन जाते हैं, जिनमें से कुछ स्कूल, कॉलेज तक ही साथ निभाते हैं तो कुछ आगे तक आपकी लाइफ में बने रहकर अच्छे-बुरे वक्त में दोस्ती निभाते है। हालांकि ऐसे दोस्त कम ही होते है जो ताउम्र सच्ची दोस्ती निभाएं। इसलिए दोस्त बनाते हुए आपको सतर्कता बरती चाहिए।

अच्छे दोस्त का करें चयन

दोस्त वे होते हैं जिनकी संगत आपके भविष्य को प्रभावित करती है। बुरी आदतों वाले दोस्तों की संगत आपको व आपके भविष्य को बिगाड़ने की क्षमता रखती है, वहीं अच्छी सोच व आदतों वाले दोस्त आपके व्यक्तित्व व जिंदगी को संवारने में सहायक होते है।

तो, यदि आपके जीवन में भी कोई ऐसा सच्चा दोस्त हो, तो फ्रेंडशिप डे के खास मौके पर अपने दोस्त को स्पेशल महसूस कराना न भूलें। वैसे इस दिन को दोस्तों के साथ सेलेब्रेट किया जाता है। कई लोग दोस्तों के साथ सेलिब्रेट करने के विभिन्न प्लान इस दिन के लिए मनाते हैं। पूरा दिन न सही लेकिन इस दिन जितना संभव हो अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ पल अपने दोस्तों के लिए जरूर निकालें।

शनिवार, 5 अगस्त 2023

Happy friendship day 2023: Sunday को करेंगे खूब धमाल, जब मिल बैठेंगे चार यार

Friendship Day सेलिब्रेट करने की हो रही प्लानिंग 





Varanasi (dil India live). Friendship Day या मित्रता दिवस की तैयारियां आज अंतिम दौर में है। इस Sunday को हर तरफ एक ही आवाज़ गूंजने वाली है वो आवाज़ होगी Happy friendship day...की. Sunday को देश दुनिया में friendship day मनाया जाएगा। इस दौरान जब मिल बैठेंगे चार यार तो करेंगे खूब धमाल. दोस्ती का रिश्ता बेहद अटूट होता है. यह एक ऐसा रिश्ता होता है, जो खून का नहीं होते हुए भी उससे बढ़कर होता है. लोग अपने दोस्त के लिए क्या कुछ नहीं कर गुजरते. वैसे तो दोस्त अक्सर ही दोस्ती का आनंद लेते हैं, इसे सेलिब्रेट करने के लिए किसी खास दिन का मोहताज नहीं.  फिर इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल Friendship Day मनाया जाता है. भारत में हर साल अगस्त माह के पहले रविवार को Friendship Day मनाया जाता है. इस दिन हर कोई अपने दोस्तों के साथ खूब सेलिब्रेट करता है. उसे फ्रेंडशिप डे की बधाई देता है. इस साल भारत में 6 अगस्त को फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है।

कोई मूवी, तो कोई जाएगा पिकनिक 

Friendship Day दोस्ती के महत्व का समझने का दिन है. दोस्ती को जिंदा रखने के लिए Friendship Day सेलिब्रेट किया जाता है. यह दिन दोस्ती को समर्पित है. फ्रेंडशिप डे के दिन हर कोई अपने खास दोस्त के साथ एंजॉय करने की प्लानिंग करता है. वो अपने दोस्ती के रिश्ते को और मजबूती देने कि कोशिश करते है.  इस दिन को कई तरह से एंजॉय करते हैं. कोई दोस्त के साथ ड्राइव पर चला जाता है, तो कोई दोस्त के साथ किसी होटल में पार्टी करता हैं. इस दिन दोस्तों का पूरा ग्रुप कहीं पिकनिक टूर का प्लान करता है तो कोई मूवी। आप भी अपने दोस्तों के साथ इस दिन को स्पेशल बना सकते हैं. 

 

शुक्रवार, 4 अगस्त 2023

Imam Hussain दुनिया के तमाम मज़लूंमो की आवाज़

१५ मुहर्रम को शिया मुस्लिमों ने मनाया ग़मे हुसैन 



Varanasi (dil India live). १५ मुहर्रम को शिया मुस्लिमों ने ग़मे हुसैन के रूप में मनाया। मोहर्रम के तीसरे जुमेरात शहर भर में कई मजलिसे हूई व ख्वातीन ने नौहाख्वानी व मातम किया. दरगाहें फातमान में हज़रत अब्बास के रौज़े पर मजलिस को ख़िताब करते हुऐ शिया जमा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कहा कि इमाम हुसैन ने अपनी शहादत और सब्र के ज़रिये दुनिया के हर मज़लूम की आवाज़ को बुलंद किया. उनकी शहादत के बाद परिवार की औरतों और बच्चो ने भी यज़ीद के तमाम ज़ुल्म को सहते हुऐ और महीनों क़ैद में रहकर भी उसके ज़ुल्म के आगे सर नहीं झुकाया. कर्बला के वाक़ियात सुनकर लोगो की आँखें नम हो गयी. इमरान हैदरी, समर बनारसी, हैदर मौलाई ने कलाम पेश किये. बड़े तादाद मे मर्द और ख्वातीन ने दुआख्वानि में हिस्सा लिया. मजलिसों का सिलसिला सुबह १० बजे से शुरू हुआ. पहली मजलिस दालमंडी पुरानी अदालत मे शब्बीर और सफ़दर के आजाखने पर मौलाना अमीन हैदर हुसैनी ने पढ़ी. शोएब देहलवी और प्रोफेसर अज़ीज़ हैदर ने कलाम पेश किये. शाम को हड़हासराय भीकाशाह गली में तीसरे दिन भी मौलाना तौसीफ अली इमामे जुमा अर्दली बाजार ने मजलिस को ख़िताब किया. अंजुमन हैदरी ने नौहाख्वानी व मातम किया. चौहाट्टा लाल ख़्वान मे मिर्ज़ा परिवार के अजाखाने पर मौलाना नदीम असगर रिज़वी ने मजलिस को ख़िताब किया. ऐसे ही अर्दली बाजार, शिवाला, रामनगर, पठानी टोला, माताकुण्ड में भी मजलिसों के ज़रिये कर्बला के शहीदों को खेराजे अक़ीदत पेश किया गया. 

ख्वातीन की मजलिस

काली महल में आजाखना इमदाद और फुरकान में दिन की मजलिस को सानिया नजफी ने ख़िताब किया, अनाया फातिमा ने नौहाख्वानी की. माताकुण्ड में हैदर अब्बास चांद के निवास पे ख्वातीन की मजलिस आयोजित हुईं.  नयी पोखरी पर भी मंज़िलत फातिमा के निवास पर ख्वातीन की मजलिस में दर्द भरे नौहों पर मातम का नजराना पेश किया गया।

गुरुवार, 3 अगस्त 2023

Jai bhim बोले कांग्रेसी....

जय जवाहर, जय भीम कार्यक्रम चलाएगा अल्पसंखयक कांग्रेस



Lucknow (dil India live). उत्तर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की नेहरू भवन कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में हुई बैठक में सभी प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव, ज़िला शहर अध्यक्षों की सहमति से अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने 7 अगस्त से 12 अगस्त तक प्रत्येक जिलों में अल्पसंख्यक कांग्रेस की ओर से जय जवाहर, जय भीम...दलित मुस्लिम जनसंपर्क कार्यक्रम  चलाने का ऐलान किया गया।

इस मौके पर शाहनवाज आलम ने कहा कि मोदी सरकार के निशाने पर इस समय मुस्लिम व दलित दोनों है। कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए कानून जिसमें दलितो की जमीन गैर दलितों के खरीदने पर रोक थी। मोदी सरकार उस रोक को हटाने की तैयारी में है। शाहनवाज आलम ने आगे कहा कि सभी में कानूनी समानता लाने के नाम पर यूनिफार्म सिविल कोड के बहाने भविष्य में आरक्षण को भी खत्म करने का रास्ता खोला जा रहा है। क्यों की आरक्षण एक विशेष अधिकार है। समान नागरिक संहिता लागू होने से वो स्वत खत्म हो जाएगा। दलितों की जमीन कोई भी गैर दलित आसानी से खरीद सकेगा।

बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष नुकुल दूबे, प्रभारी प्रशासन दिनेश सिंह, पीसीसी (प्रदेश महासचिव)  अल्पसंख्यककांग्रेस शफक रिज़वी, प्रदेश उपाध्यक्ष शाहिद तौसीफ, प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, सलमान कादिर, डॉक्टर यासमीन राव सहित आदि ने अपनी बात रखी।

13-15 August तक अपने घर पर लगायें तिरंगा झंडा

'हर घर तिरंगा' 2.0 अभियान के तहत डाकघरों से होगी तिरंगा की बिक्री

-मात्र ₹25 में डाकघरों से मिलेगा तिरंगा - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव


Varanasi (dil India live). आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत इस बार पुन: हर घर तिरंगा अभियान देश भर में चलाया जायेगा। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 'हर घर तिरंगा' 2.0 अभियान की घोषणा की गयी है। इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री जी ने देश के सभी नागरिकों से अपने-अपने घरों में 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने की अपील की हैI वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 'हर घर तिरंगा' 2.0 अभियान में डाक विभाग द्वारा हर घर तिरंगा पहुचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगीI इसके तहत  ई-पोस्ट पोर्टल पर 1 अगस्त से राष्ट्रीय ध्वज बिक्री हेतु उपलब्ध है, वहीं वाराणसी में विशेश्वरगंज और कैण्ट स्थित प्रधान डाकघर से भी इसकी बिक्री आरम्भ हो गई है। डाकघर से बिक्री हेतु उपलब्ध तिरंगे की माप 20 X 30 इंच है, जिसे लोगों द्वारा मात्र ₹25/- रूपए में ख़रीदा जा सकता है तथा अपने घर पर लगाया जा सकता है। शीघ्र ही इसे अन्य डाकघरों में भी बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जाएगा। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'हर घर तिरंगा' 2.0 अभियान के अंतर्गत प्रत्येक प्रधान डाकघर में एक सेल्फी पॉइन्ट बनाया जाएगा। जिसमें राष्ट्र ध्वज एवं स्वतंत्रता संग्राम पर जारी डाक टिकटों तथा विशेष आवरणों के फिलेटली फ्रेम शामिल होंगे। नागरिकों को इस सेल्फी पॉइन्ट पर सेल्फी लेने के पश्चात #indiapost4Tiranga, #HarGharTiranga और #HarDilTiranga हैशटैग के साथ इंडिया पोस्ट और अमृत महोत्सव हैंडल को टैग करते हुए सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करने के लिए भी उत्साहित किया जाएगा। सोशल मीडिया पर अभियान के साथ-साथ डाककर्मियों एवं स्थानीय नागरिकों की भागीदारी के साथ प्रभात फेरी का आयोजन भी किया जाएगा एवं इस दौरान देशभक्ति के गीत बजाए जाएंगे। 
इसी क्रम में डाक विभाग द्वारा विभिन्न स्कूल/ कॉलेजों, अस्पतालों, पुलिस लाइन, पीएसी, सैन्य बलों के कार्यालयों, कोर्ट-कचहरी आदि के साथ साथ सरकारी व निजी क्षेत्र के कार्यालयों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से सम्पर्क कर जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। श्री यादव ने कहा कि डाक कर्मियों द्वारा अपने परिजनों और आसपास के लोगों को भी इस अभियान से जुड़ने और तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया जायेगा।

बुधवार, 2 अगस्त 2023

Dekho barish ho rahi hai...

बरसात की फुहार से झूम उठा हर दिल, गर्मी से राहत 




Varanasi (dil India live)। काशी में बुधवार को बादलों ने रिमझिम फुआर आकाश से गिराकर चिपचिपी गर्मी से व्याकुल जनमानस को राहत पहुंचायी। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने मंगलवार को बादलों की गति व सूरज की तल्खी देखकर मौसम का पूर्वानुमान साझा किया था। उन्होंने कहा था कि कभी भी मौसम का मिजाज बदल सकता है तेज बारिश हो सकती है जिसे dilindia ने भी अपने पोर्टल पर स्थान दिया था। उनका पूर्वानुमान सच साबित हुआ। बुधवार कि भोर में पूर्वांचल के कई इलाकों में तेज बारिश से एक ओर जहां कई क्षेत्रों में जलजमाव हो गया तो वहीं दिन में आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी अच्छी वर्षा से किसानों के चेहरे खिल उठे। मौसम विज्ञानी आगे भी वर्षा का दौर जारी रहने का अनुमान लगा रहे हैं। बताते चले कि मानसून की द्रोणिका अब बनारस पर मेहरबान हुई। यही कारण कि ही कई दिनों से आसपास के इलाकों में रात में बारिश हो रही है मगर बनारस में बरसात न होने से लोग परेशान थे। अब बनारस और इससे सटे इलाकों में भी बूंदाबांदी से मौसम खुशगवार हो गया है।बारिश के कारण किसानों की आस फिर जग गयी है। धान की रोपाई व सब्जी की खेती भी तेज हो गई है।

Madarsa teachers association ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

मदरसा शिक्षकों के साथ न्याय करे सरकार : हाजी दीवान साहेब जमा 

Varanasi (dil India live). टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के प्रदेश महामंत्री हाजी दीवान साहेब जमा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सेवानिवृत्त मदरसा शिक्षकों के साथ न्याय करने कि मांग कि है। सीएम को भेजें पत्र में उन्होंने कहा है कि राज्य सहायता प्राप्त अरबी मदरसों के शिक्षकों/कर्म० के GPF से सम्बंधित नियमावली शासनादेश संख्या - 3230/52-3-2002-33 (33)/2001 दिनांक 15-03-2003 द्वारा बनाई गई है इसके नियम 33 में भुगतान की प्रक्रिया निर्धारित है जिस के अनुसार GPF का अंतिम भुगतान होता रहा है लेकिन वर्तमान निदेशक ने नियमावली के विपरीत सेवनिवृत्ति के बाद शिक्षकों / कर्मचारीयों की नियुक्ति की वैधता जाँचने की व्यवस्था लागू कर दी है जिसके कारण 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों / कर्मचारीयों के GPF का अंतिम भुगतान अब तक नहीं हो सका है। नियमावली के अनुसार GPF की पत्रावली जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के जाँचोपरांत उनकी संस्तुति सहित निदेशालय को प्रेषित होती रही है जिसके बाद निदेशालय से एक माह में अंतिम भुगतान का आदेश जारी हो जाता था। नई व्यवस्था के अनुसार पत्रावली निदेशक से निरीक्षक / रजिस्ट्रार को प्रेषित की जाती है तत्पश्चात वह फिर ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को जाँच हेतु वापस आती है जिससे 4-5 महीने का अनावश्यक समय बर्बाद हो रहा है जिससे सेवानिवृत्त शिक्षकों / कर्मचारियों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है। इसलिए आप से अनुरोध है कि निदेशक द्वारा नियमावली के विपरीत बनाई गई व्यवस्था को समाप्त करने हेतु अपर मुख्य सचिव अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को आवश्यक निर्देश देने का कष्ट करें।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...