सोमवार, 26 जून 2023

Varanasi में जल्द स्थापित होंगे न्यू बोर्न केयर कॉर्नर

वजन मशीन, विटामिन-के, आपातकालीन व आवश्यक सुविधाओं से होंगे लैस

  • प्री-मेच्योर, कम वजन, सांस लेने व अन्य दिक्कतों वाले शिशुओं का होगा उपचार




Varanasi (dil India live)। दूर-दराज के क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे उपकेंद्र स्तरीय आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम और संचारी व गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के उपकेंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (प्रसव केन्द्रों) पर जल्द ही नवजात शिशु देखभाल कॉर्नर (न्यू बोर्न केयर कॉर्नर-एनबीसीसी) स्थापित किए जाएंगे। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर चिन्हित प्रसव केंद्र पर न्यूबोर्न केयर कॉर्नर अहम भूमिका निभाएंगे। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर इस दिशा में बेहतर प्रदर्शन के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोशिश की जा रही है कि प्रसव केंद्र के रूप में बने सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर वजन मशीन, आपातकालीन दवा व इंजेक्शन, विटामिन-के, ऑक्सीज़न युक्त बेड एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता हो। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डा. एचसी मौर्या ने बताया कि जनपद में उपकेंद्र स्तरीय प्रसव केंद्रों की संख्या 98 है। जल्द ही सभी इन प्रसव केन्द्रों पर न्यू बोर्न केयर कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे। यहाँ एक चिकित्सक व एक स्टाफ नर्स तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चे जिनके पैदा होने के बाद जिन्हें चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। जैसे जन्म से पहले (प्री मेच्योर) पैदा हो गया हो, पैदा होने के बाद नहीं रोया हो, कम वजन का हो, सांस लेने में तकलीफ हो, पल्स रेट बढ़ी हो, ऑक्सीज़न की कमी हो, मां का दूध नहीं पी पाता हो, गंदा पानी पेट में चला गया हो, हाथ-पैर नीले पड़ गए हों एवं जन्म के तुरंत बाद झटके आ रहे हों तो उन्हें सर्वप्रथम न्यू बोर्न केयर कॉर्नर में भर्ती किए जाएंगे। आवश्यक उपचार के साथ कंगारू मदर केयर से देखभाल की जाएगी। गंभीर स्थिति होने पर उसको जिला व सीएचसी स्तरीय चिकित्सा इकाइयों पर भर्ती कर इलाज किया जाएगा।

UP helth ranking में लगातार दूसरी बार वाराणसी अव्वल

मातृ-शिशु स्वास्थ्य व परिवार नियोजन सेवाओं में हो रहा गुणवत्तापूर्ण सुधार


Varanasi (dil India live)। उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने 80 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। पिछले माह भी जनपद ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया था। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की। साथ ही भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है। इसमें वाराणसी ने गर्भावस्था में एचआईवी की जांच, गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (अंतरा, छाया, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी व आईयूसीडी), सीएचसी पर प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मई माह में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि पर सीएमओ ने जिले की समस्त नगरीय व ग्रामीण स्तरीय पीएचसी-सीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है और सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। 

सीएमओ ने कहा - पिछले माह वाराणसी ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया है। इससे पहले वह दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। संकेतकों में सुधार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की अहम भूमिका है। बताया कि 22 अप्रैल से 21 मई 2023 के बीच लक्ष्य के सापेक्ष 100 फीसदी गर्भावस्था में एचआईवी की जांच हुई। गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल में 100 फीसदी उपलब्धि हासिल हुई है। इन संकेतकों में जनपद ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों व सीएचसी में प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण, आशा कार्यकर्ताओं की उपलब्धता आदि सेवाओं में जनपद ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा जनपद मुख्यालय (नगर क्षेत्र) और ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों की बात करें तो जनपद स्तर पर अराजीलाइन ने सभी संकेतकों में पहला (83%), हरहुआ ने दूसरा (82%), काशी विद्यापीठ ने तीसरा (81%) स्थान प्राप्त किया है। अराजी लाइन ब्लॉक सीएचसी पिछले कई माह से डैशबोर्ड में पहले स्थान पर बना हुआ है। सेवापुरी चौथे, चिरईगांव पाचवें, पिंडरा छठवें, बड़ागांव सातवें, चोलापुर आठवें और जनपद मुख्यालय नौवें स्थान पर है।  

पेज आठ बाटम

श्रेयांसनाथ दिगंबर जैन मंदिर से चार मूर्तियां चोरी





Varanasi (dil India live)। श्रेयांसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सारनाथ रिंग रोड (सिंहपुर) में रात्रि को चोरों ने मन्दिर से भगवान की चार मूर्तिया और दान पात्र से सारा पैसा चुरा ले गये। यह मामला तब प्रकाश में आया जब सुबह 6 बजे मन्दिर के पुजारी बाल चन्द्र जैन वहां पूजा अर्चना कराने प्रति दिन कि भांति पहुंचे और देखा कि दान पात्र खुला हुआ है उसमें से कैश गायब है। यही नहीं वहां से चार मूर्तियां भी पुजारी बाल चन्द्र जैन को नहीं मिली। इस बात की सूचना पूजारी ने मंदिर के व्यवस्थापकों को दी। मंदिर से जुडी शोभा जैन’ उनके पुत्र विशाल जैन व बहु श्रुति जैन आदि ने सारनाथ थाने को मूर्ति व पैसा चोरी होने की सूचना दी। समाचार लिखे जाने तक चोरी गई मूर्ति व पैसे का कोई अता पता नहीं चल सका था।

भेदभाव–सांप्रदायिकता के खिलाफ जीवन भर लड़ते रहे कबीर–प्रो. चौथी राम

कबीरा खड़ा बाजार में' नाटक का हुआ मंचन




Varanasi (dil India live)। अध्ययन अभियान के तहत आज विश्व ज्योति केंद्र वरुणाएपुल, नेपाली कोठी में "कबीरा खड़ा बाजार में" नाटक का मंचन किया गया और "लोक जागरण और कबीर" विषय पर विख्यात लोकधर्मी आलोचक प्रो० चौथी राम यादव का वक्तव्य हुआ। इस दौरान चौथी राम यादव  ने कहा कि कबीर जीवन भर सांप्रदायिकता, जातिगत भेदभाव और धर्मों के पाखंड के खिलाफ लड़ते रहे। आज जिस तरह से सांप्रदायिकता और जातिवाद फैलाने की कोशिश हो रही है कबीर फिर से प्रासंगिक हो उठे हैं।"कबीरा खड़ा बाजार में नाटक के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की गई कि जिस तरह से कबीर अपने दौर में सत्ता से आंख से आंख मिलाकर बात कर रहे थे और धर्म की सत्ता और वर्ण की सत्ता और राजनीतिक सत्ता के खिलाफ जिस भाषा में व जिस निडरता से मुकाबला कर रहे थे आज फिर से उसी तरह की निडरता,साहस और संघर्ष की जरूरत है।

आयोजन मुख्य रूप से कम्युनिस्ट फ्रंट बुनकर कारीगर फ्रंट और प्रेरणा कला मंच के द्वारा आयोजित किया गया था आयोजन में मुख्य रूप से मुख्य रूप से फादर आनंद, मनीष शर्मा, इश्तियाक अहमद, फजलुर रहमान अंसारी, शहजादी बानो, सरफराज, अब्दुल्ला, डॉक्टर अकबर, लाल बहादुर, इरफान उर्फी, इकबाल अहमद, गोपाल साहनी, मोटू साहनी आदि उपस्थित थे।

रविवार, 25 जून 2023

Dr.Anurag Tandon का rotary club ने किया सम्मान

District Governor Anil Agarwal ने दिया प्रशस्ति पत्र 

Varanasi (dil India live). Rotary club District 3120  की Award Function 2022-2023 प्रयागराज में सम्पन्न हुआ। आयोजन में District Governor Anil Agarwal ने पंजाबी अस्पताल में निरंतर पिछले 30 वर्षो से निःशुल्क मोतियाबिन्द शिविर आयोजित करने पर Rotary Cub Midtown के अध्यक्ष व पूर्वांचल के ख्यातिप्राप्त चिकित्सक डा.अनुराग टंडन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। 

रोटरी ईस्ट को मिला मंडलीय पुरस्कार

रोटरी क्लब वाराणसी ईस्ट द्वारा सामाजिक सेवा क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए प्रयागराज में सम्पन्न पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न 12 क्षेत्रों में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अनिल अग्रवाल द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर रत्ना बागची, राजेश गुप्ता, प्रभाकर जयसवाल, उमेश मिश्रा तथा क्लब के अध्यक्ष राजू राय उपस्थित थे।


Mukhtar Ansari के करीबी जाकिर की संपत्ति कुर्क

1.5 करोड़ की संपत्ति की गई जब्त, गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई


हिमांशु राय

Ghazipur (Dil India live). माफिया मुख्तार अंसारी पर पुलिस प्रशासन का एक्शन लगातार जारी है। पुलिस प्रशासन ने मुख्तार के करीबी जाकिर उर्फ विक्की की संपत्ति कुर्क की है। पुलिस प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के खास जाकिर उर्फ विक्की की 1.5 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली है। पुलिस ने सदर कोतवाली क्षेत्र के मुस्तफाबाद इलाके में जाकिर की ये संपत्ति कुर्क की। गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई की है।  सीज की गई इस संपत्ति से मदरसा चलाया जा रहा था।

आईएस-191 गैंग का सरगना मुख्तार अंसारी का सहयोगी जाकिर हुसैन उर्फ विक्की निवासी मुस्तफाबाद की अनुमानित कीमत 1 करोड़ 50 लाख रुपए की अचल संम्पत्ति (भूमि व भवन) को कुर्क कर जब्तीकरण किया गया। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि शासन द्वारा चिन्हित अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत थानाध्यक्ष जंगीपुर द्वारा प्रेषित आख्या पर पुलिस अधीक्षक गाजीपुर द्वारा की गई संस्तुति के आधार पर जिलाधिकारी गाजीपुर ने कुर्की का आदेश दिया था।

Medical news: दिव्यांग महिला का सुरक्षित कराया जटिल प्रसव, दिया जीवनदान

• गर्भाशय में शिशु के साथ बनी थी बड़ी गांठ

 • सिजेरियन डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा स्वस्थ, मिली बड़ी सफलता


Varanasi (dil India live). एक पैर से दिव्यांग 21 वर्षीय निशा पहली बार मां बनने जा रही थी। गर्भवती होने के दो महीने बाद ही उनकी खुशियों पर तब ग्रहण लग गया जब उन्हें पता चला कि उनके गर्भाशय में शिशु के साथ-साथ एक गांठ भी लगातार बड़ी हो रही है। इससे न सिर्फ उनको बल्कि गर्भ में पल रहे उनके शिशु को भी जान का खतरा हो सकता है। निशा पहले तो घबराई पर जब चिकित्सक ने उन्हें आश्वस्त किया तो उनका हौसला बढ़ गया। लगातार चिकित्सक की निगरानी और समुचित उपचार का नतीजा रहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गाकुण्ड में निशा का जटिल प्रसव सुरक्षित हो गया। सिजेरियन डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने पर सरकार व स्वास्थ्य विभाग का पूरा जोर है। इसके तहत हर जरूरी बिन्दुओं का खास ख्याल रखते हुए सुरक्षित प्रसव कराने  की हरसंभव कोशिश की जाती है, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया  कि गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की एक, नौ, 16 और 24 तारीख को स्वास्थ्य केन्द्रों पर विशेष आयोजन होता है। जहाँ गर्भवती की सम्पूर्ण जांच  की जाती है और कोई जटिलता होने पर गर्भवती की विशेष जांच व देखभाल की जाती है। ताकि जच्चा-बच्चा को सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि छित्तूपुर-लंका की रहने वाली निशा बचपन से ही एक पैर से दिव्यांग है।  उसके पति अश्वनि एक वाहन स्टैण्ड पर कर्मचारी हैं। पहली बार मां बनने जा रही निशा  कुछ माह पूर्व शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुर्गाकुण्ड में जांच व देखभाल के लिए आयी थी। अन्य जांच के साथ ही जब उनका अल्ट्रासाउण्ड हुआ तो पता चला कि उनके गर्भाशय में भ्रूण के साथ-साथ एक गांठ भी लगातार बड़ी हो रही है। 

 


सीएचसी दुर्गाकुण्ड की अधीक्षिका व स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सारिका राय बताती हैं कि निशा हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) में थी। उन्हें एहतियात बरतने की सलाह देने के साथ ही उनका विशेष ध्यान रखा गया। साथ ही समय-समंय पर आवश्यक जांच भी की जाती रही। इस बीच उसके गर्भ की गांठ बढ़कर 10 x 8 सेन्टी मीटर की हो चुकी थी। यह पूरी तरह जटिल प्रसव का मामला था। निशा को प्रसव की डेट 30 जून बतायी गयी थी, लेकिन  बुधवार 21 जून की दोपहर में ही उन्हें तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। सीएचसी, दुर्गाकुण्ड जब वह पहुंची तो उन्हे फौरन आपरेशन की जरूरत थी। ऐसी आपात स्थिति में फौरन एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डा. निकुंज कुमार वर्मा को कॉल किया गया । आपरेशन कर कुछ ही देर में निशा का सुरक्षित प्रसव करा लिया गया। जन्म के समय शिशु का  वजन 2700 ग्राम था। जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उन्हें अस्पताल के मदर एवं न्यू बार्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) में भर्ती कराया गया है। डा. सारिका राय ने बताया कि शहरी सीएचसी दुर्गाकुण्ड में इस वर्ष अप्रैल से अबतक कुल 102 प्रसव हुए है। जिनमें 36 सिजेरियन व शेष सामान्य प्रसव हुए हैं।

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...