बुधवार, 7 सितंबर 2022

Jain news: जीवन का उद्धार संग्रह से नही त्याग से

पर्युषण पर्व का अष्टम दिन- रत्नत्रय व्रत पूजा प्रारंभ 



Varanasi (dil india live)। श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में चल रहे पर्युषण महापर्व पर बुधवार को सुबह सभी जैन मंदिरो में तपस्वियों के तप की अनुमोदना की गई ।

पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के पावन अवसर पर सोलह कारण के 32/16 उपवास, दशलक्षण व्रत के 10 उपवास, अठाई के 8 उपवास, रत्नत्रय के 3 उपवास, एकासन एवं किसी भी प्रकार से त्याग-तपस्या कर तप की राह पर चलने वाले सभी धर्म प्रेमी तपस्वियों के उत्कृष्ट साधना के लिए जैन समाज ने कृत कारित अनुमोदना की। यह पर्युषण पर्व सबके जीवन को एक नई दिशा प्रदान करें, ऐसी मंगल कामना की गई। 

बुधवार को जैन मंदिरो में रत्नत्रय व्रत पूजा, भगवनतो की पूजा, अरिहंतो की पूजा एवं अभिषेक व क्षमावाणी महामंडल विधान पूरी भक्ति के साथ संगीतमय वातावरण मे मंत्रोच्चार के साथ किया। जैन धर्म में भादो माह को सम्राट के समान माना गया है इस दौरान श्रावक भक्तो के मन मे सहज ही त्याग- तपस्या, दर्शन सहित तमाम धार्मिक भावना स्वयं उत्पन्न हो जाती है। 

बुधवार को प्रातः भदैनी स्थित भगवान सुपारस नाथ जी की जन्म स्थली (जैन घाट) मे तीर्थंकर का प्रक्षाल पूजन किया गया। थोडा सा त्याग वीजारोपण की तरह हमेशा करते रहना चाहिए, जिससे भविष्य में पुण्य की फसल लहलहायेगी। उक्त बाते खोजंवा स्थित जैन मंदिर मे पर्व के आठवे दिन "उत्तम त्याग धर्म " पर व्याख्यान देते हुए-डाः मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां- उन्होंने कहा जो समस्त द्रव्यो में मोह छोड़कर संसार शरीर और भोगो से विरक्त होता है, वही सच्चा त्याग धर्म है। 

ग्वाल दास साहू लेन स्थित मन्दिर मे व्याख्यान देते हुए प: सुरेंद्र शास्त्री ने कहा- समस्त संसार में उत्तम त्याग धर्म श्रेष्ठ कहा गया है। औषधि दान, शास्त्र दान, अभय दान, आहार दान-ये तो व्यवहार त्याग के रूप में है। राग और द्वेष का निवारण करना (त्यागना) निश्चय त्याग है। बुद्धिमान लोग दोनों दान (व्यवहार और निश्चय) करते है, दिगम्बर जैन साधु त्याग की उत्कृष्ट मूर्ति होते है। 

जिस प्रकार मेघा जल का त्याग, नदी स्वयं का जल नही पीती, पेड़ स्वयं फल नही खाते। इसी प्रकार अधिक धन या वस्तु का संग्रह नही करना चाहिए त्यागने से ही मन एवं चित्त प्रसन्न रहता है। 

सायंकाल जिनेन्द्र भगवान की आरती, प्रतियोगिताए, धर्म पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताए, सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गए। 

आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, संजय जैन, अरूण जैन, जय कुमार जैन, रत्नेश जैन, तरूण जैन, सौरभ जैन उपस्थित रहे। 

dav pg college में सेमिनार में भारत कि विकास यात्रा पर हुई चर्चा

विरासत फोरम में छात्रों ने पेश कि देश के विकास की तस्वीर


Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के इतिहास विभाग के तत्वावधान मे मंगलवार को छात्र मंच "विरासत फोरम" के अंतर्गत "आजाद भारत की विकास यात्रा अतीत एवं वर्तमान" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हए विभागाध्यक्ष डाॅ. विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद से भारत ने सभी क्षेत्रों में स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सार्थक कदम उठाए हैं। आधुनिक तकनीक तथा अपने पास उपलब्ध संसाधनों के उचित प्रयोग करके नई संभावनाओं को भी तराशा हैं। साठ के दशक में शुरू हुई हरित क्रांति ने हमें खाद्यान्न के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा आत्मनिर्भर बनाया हैं।

नवाचार प्रशिक्षण तकनीक तथा आधुनिक शिक्षण संस्थानों की स्थापना के द्वारा हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी ऊंचाइयों को प्राप्त किया हैं। विज्ञान के क्षेत्र में भी काफी विकास किया हैं। कई प्रकार के सरकारी तथा निजी अस्पतालों का निर्माण हुआ हैं। निम्न तथा पिछड़े वर्गों के लिए मुफ्त चिकित्सा की सुविधाएं की गई जिससे कि कोई भी कोई भी इन सुविधाओं से वंचित ना रहे।

कार्यक्रम का संयोजन विरासत फोरम के संयोजक डाॅ.शोभनाथ पाठक तथा धन्यवाद ज्ञापन सचिव डाॅ. शिव नारायण ने किया। इस अवसर पर डाॅ. प्रतिभा मिश्रा, डाॅ. संजय कुमार सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम में छात्र रवि प्रकाश पाठक, विकास कुमार, पूजा, सौरभ पाण्डेय, सचिन मंगल, दीपक खरक आदि ने आजाद भारत की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला।

Innerwel club mitram ने मनाया तीज संग शिक्षक दिवस



Varanasi (dil india live). इनरव्हील क्लब वाराणसी मित्रम फिड़का रविंद्रपुरी,में तीज महोत्सव एवं शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर क्लब की शिक्षिकाओं शीला अग्रवाल एवं सरोज राय को सम्मानित किया गया, उन्हें उपहार भेंट किए गए। जिसमें शीला अग्रवाल एवं डॉक्टर ममता तिवारी ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी पर प्रकाश डाला।

तीजोत्सव  में कजरी गाई गई, मनमोहक नृत्य किए गए, महिलाओं ने उत्साहपूर्वक रैंप वॉक में भाग लिया। इस अवसर पर क्लब की PDC व PAT अंजली अग्रवाल उपस्थित रहीं। सतरूपा केशरी, डॉक्टर रीता भट्ट, अमृता शर्मा, अध्यक्ष नूतन रंजन, सचिव चंद्रा शर्मा, सोनी मेहरोत्रा, सुनीता अग्रवाल, सुषमा अग्रवाल, निशा अग्रवाल, रेनू बहल, उमा केशरी, अमृता सिंह,स्वेता,पारुल, मंजू,रीता कश्यप, रानी केशरी आदि लोगो की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन पल्लवी केशरी ने किया, सभी का स्वागत अध्यक्ष नूतन रंजन ने किया, धन्यवाद ज्ञापन सचिव चंद्रा शर्मा ने दिया।

मंगलवार, 6 सितंबर 2022

Jain dharam news:तप के बिना आत्म शुद्धि नही

पर्युषण पर्व का सातंवा दिन- उत्तम तप धर्म 


Varanasi (dil india live)। दशलक्षण ( पर्युषण पर्व) जैन संस्कृति का महान, पवित्र, आध्यात्मिक पर्व है। आत्मशोधन, पर्यालोचन और आत्म निरिक्षण करके अपने अतित के परित्याग करने में ही इस पर्व की सार्थकता है। मंगलवार को प्रातः से नगर की सभी जैन मंदिरो में पूजन-अर्चन पाठ प्रारंभ हुआ। 

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में चन्द्रपुरी चौबेपुर स्थित गंगा किनारे भगवान चन्दा प्रभु का प्रातः सविधि पूजन एवं अभिषेक किया गया। भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म भूमि भेलूपुर में भगवान पार्श्वनाथ जी का अभिषेक पूजन किया गया। साथ में चल रहे दस दिवसीय क्षमावाणी महामंडल विधान में काफी संख्या में महिलाए एवं पुरुष जोड़ों ने हिस्सा लेकर संस्कृत के श्लोक पढकर श्री जी भगवान को श्री फल अर्पित कर धर्म में सराबोर रहे। वही- सारनाथ, नरिया, खोजंवा, मैदागिन, हाथीबाजार, भदैनी,एवं ग्वाल दास साहू लेन स्थित मन्दिरों में पूजन- पाठ अभिषेक व शांति धारा की गई। 

मंगलवार की सायंकाल ग्वालदास साहू लेन स्थित जैन मन्दिर में पर्व के सातंवे अध्याय " उत्तम तप धर्म " पर व्याख्यान देते हुए पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहां- तप के बिना आत्म शुद्धि भी नहीं हो सकती। आत्मा को स्वर्ण बनाना है तो इसे तपना पड़ेगा। तप से ही परमार्थीक लक्ष्य प्राप्त हो सकता है। 

खोजंवा स्थित जैन मंदिर में व्याख्यान देते हुए- डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां - मात्र देह की क्रिया का नाम तप नहीं है अपितु आत्मा में उत्तरोत्तर लीनता ही वास्तविक 'निश्चय तप है। जिस प्रकार अग्नि के माध्यम से पाषाण में से स्वर्ण पृथक किया जाता है वैसे ही हम तप रूपी अग्नि के माध्यम से शरीर से आत्मा को पृथक कर सकते है। 

सायंकाल जैन मंदिरो में जिनवाणी स्तुति, ग्रन्थ पूजन, तीर्थंकर पार्श्वनाथ, क्षेत्रपाल बाबा एवं देवी पद्मावती जी की सामूहिक आरती की ग ई।  

आयोजन मे प्रमुख रूप से श्री दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, ध्रुव कुमार जैन, रत्नेश जैन, तरूण जैन, विजय जैन उपस्थित थे। 

Rotary club kabir की जानिए कौन है नयी टीम


Varanasi (dil india live).रोटरी क्लब वाराणसी कबीर के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में रोटेरियन पवन कुमार अग्रवाल अध्यक्ष एवं सिद्धार्थ मुखर्जी ने सचिव के रूप में पद भार ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन रोटेरियन अतुल सेठ ने किया। निवर्तमान अध्यक्ष अमर चंद्र अग्रवाल ने अपने सत्र के सभी सदस्यों का सम्मान एवं स्वागत किया। मंचासीन रोटरी क्लब के संस्थापक अध्यक्ष निलेश भुवालका मुख्य अतिथि, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अनिल अग्रवाल। कार्यक्रम में राजीव अग्रवाल, अजय गर्ग, पवन बर्मन, आभा भोपालका, अर्चना अग्रवाल, दीपक अग्रवाल एवं अन्य सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम महमूरगंज स्थित लैंड मार्क होटल में संपन्न हुआ

Children hospital का पंजीयन जांच में गड़बड़ी मिलने पर रद्द करने का निर्देश

क्लीनिक में था पंजीकरण, भर्ती किए जा रहे थे मरीज़ 

  • अवैध अस्पताल में भर्ती थे कई  मरीज, मौके पर नहीं मिला कोई योग्य डाक्टर
  •  बायो मेडिकल वेस्ट प्रबन्धन में भी लापरवाही



Varanasi (dil india live).जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अवैध अस्पतालों के खिलाफ  चलाये जा रहे अभियान में पिपलानी कटरा स्थित लक्ष्मी मेमोरियल मल्टी स्पेशिलिटी चिल्ड्रेन हास्पिटल के औचक निरीक्षण में भारी गड़बड़ियां मिली। अस्पताल में कई गंभीर मरीज भर्ती थे पर निरीक्षण के दौरान वहां कोई योग्य चिकित्सक नहीं मिला, जबकि चिकित्सालय का पंजीकरण क्लीनिक के रूप में किया गया है इतना ही नहीं बायो मेडिकल वेस्ट प्रबन्धन में भी लापरवाही पायी गयी। इसे देखते हुए उक्त अस्पताल को बंद कराने के साथ ही उसका पंजीयन रद्द करने का निर्देश दिया गया है।

 *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी* ने बताया कि अवैध निजी अस्पतालों के खिलाफ शुरू किये गये अभियान के तहत मंगलवार

 को पिपलानी कटरा स्थित लक्ष्मी मेमोरियल मल्टी स्पेशिलिटी चिल्ड्रेन हास्पिटल के औचक निरीक्षण कराया गया निरीक्षण के समय श्याम बिहारी उपस्थित मिले जिन्होंने अपने को चिकित्सालय का कर्मचारी बताया तथा चिकित्सालय के सम्बन्ध में बाल रोग विशेषज्ञ एवं लक्ष्मी मेमोरियल मल्टी स्पेशिलिटी चिल्ड्रेन हास्पिटल, मकबूल आलम रोड, खजुरी, वाराणसी के संचालक / चिकित्सक डा. एम.के. गुप्ता से दूरभाष पर वार्ता करायी। डा. एम.के. गुप्ता ने दूरभाष पर उक्त चिकित्सालय का अपना होना स्वीकार किया तथा यह भी बताया कि इसे उन्होंने चिल्ड्रेन क्लीनिक के नाम पर ओपीडी के तौर पर पंजीकृत कराया है ।चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान 07 छोटे बच्चे भर्ती मिले, जो 02 से 03 दिनों से भर्ती थे और उनकी देखरेख हेतु कोई भी योग्य चिकित्सक अथवा पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित नहीं था। भर्ती मरीजों से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट का भी कोई प्रबन्धन नहीं किया जा रहाथा । उपस्थित स्टाफ द्वारा जांच प्रक्रिया में सहयोग नहीं किया गया। डा. एम.के. गुप्ता को दूरभाष पर उक्त भर्ती 07 मरीजों को यहां से तत्काल हटाकर अन्य स्थान पर भर्ती कराते हुए इस चिकित्सा प्रतिष्ठान को बन्द करने के लिए कहा गया। साथ ही डा. एम.के. गुप्ता को कारण बताओ नोटिस देते हुए  चिल्ड्रेन क्लीनिक सी 23/5 के, कबीरमठ, पिपलानी वाराणसी (पंजीयन संख्या ए०एल०-1189) का पंजीयन तत्काल प्रभाव से निरस्त किये जाने की संस्तुति की गयी है।

सोमवार, 5 सितंबर 2022

Jain dharam : पर्युषण पर्व का छठवा दिन

उत्तम सयमं पाले ज्ञाता, नरभव सफल करे ले साता...

जैन मन्दिरो में सुगन्ध दशमी आस्थापूर्वक मनाई गई



Varanasi (dil india live). श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में सोमवार को जैन मंदिरो में पर्व के छठवे दिन भक्तो ने श्रीफल, चंदन, अक्षत, पुष्प चढाकर तीर्थंकरो का प्रक्षालन किया। सुगन्ध दशमी पर्व पर धूप चढ़ाकर चौबीसी पूजन एवं शान्ति धारा की। 
भगवान पार्श्वनाथ की जन्म स्थली भेलूपुर में चल रहे दस लक्षण महामंडल विधान के छठवें दिन प्रातः भक्ति संगीत के साथ माढ़ने पर श्रीफल अर्पित किया। 

सोमवार को नगर की सभी जैन मन्दिरों में सुगन्ध दशमी पर ये धूप अनल में खेने से, कर्मो को नही जलायेगी।निज मे निज की शक्ति ज्वाला, जो राग- द्वेष नशायेगी। जय जिनेन्द्र भवतु सवव मंगलमय का पाठ किया। पर्युषण पर्व के छठवे दिन सोमवार को सायंकाल ग्वाल दास साहू लेन स्थित जैन मंदिर मे "उत्तम संयम धर्म " पर व्याख्यान देते हुए पंडित सुरेंद्र शास्त्री ने कहा- उत्तम संयम पाले ज्ञाता, नरभव सफल करे ले साता। मन चंचल है, गलत दिशा में जल्द प्रवृत्त होता है। इन्द्रियां यानी स्पर्श न, जीभ, नाक, आंखे और कान अपने मन को गलत विषयो में लगा देते है। मन को सही दिशा में रखने के लिए संयम रूपी ब्रेक रखना जरुरी है। संयम, नियम, मर्यादा, अनुशासन से जीवन महान बनता है और लक्ष्य हासिल होता है। अतः संयम रत्न की भांति संभाल कर रखना चाहिए। उत्तम संयम धर्म हमें आज यही सन्देश देता है। 

खोजवां स्थित जैन मंदिर में डाः मुन्नी पुष्पा जैन ने कहा- संयम के बिना मोक्ष मार्ग पाना कठिन है।  हिंसा आदि पापो से अगर बचना है तो, संयम का सहारा लेना ही पड़गा। बिना संयम के ये जीवन अधूरा है। सम्यक प्रकार के विकृत संस्कारो को मिटा देना मन और संस्कारो को स्वस्थ रखकर इन्द्रियों को शांत रखकर अपनी वाणी पर नियंत्रण रखे। अपने क्रोध का त्याग कर पांचो इन्द्रियो के विषय को जीत कर संयम धर्म अपनाया जा सकता है। 

सायंकाल जैन मन्दिरो में तीर्थस्थलीयो पर प्रतियोगिताए, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिनवाणी पूजन एवं तीर्थंकरों की महाआरती की गई। आयोजन मे प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, ललित पोद्दार, आलोक जैन, कमलेश चन्द जैन, आदीश जैन, विनोद जैन आदि उपस्थित थे।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...