शुक्रवार, 6 मई 2022

नये खंड शिक्षा अधिकारी का स्वागत

बेहतर शिक्षा से ही बनेगी अलग पहचान
Varanasi (dil India live)। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी आदमपुर ज़ोन/रामनगर नगर क्षेत्र वाराणसी अमित कुमार दूबे का ज़ोरदार स्वागत नगर संसाधन केंद्र, कबीरचौरा पर किया गया। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा दोनों ज़ोन के समस्त प्रधानाध्यापकों की गूगल मीट से मीटिंग ली गई। बैठक में विद्यालय कायाकल्प, नवीन नामांकन, शिक्षा की गुणवत्ता आदि पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए शिक्षक कोई समझौता न करें। बेहतर शिक्षा से ही अलग पहचान बनाई जा सकती है। इस मौके पर देवी प्रसाद दूबे खण्ड़ शिक्षा अधिकारी वरुणापार ज़ोन, संजय पांडेय, विशाल पांडेय, रहमत अली, अतुल कुमार गुप्ता, संतोष पांडेय, संजय पाठक, उषा देवी, बालमुकुंद मिश्रा, शैलेन्द्र कुमार, अजय तिवारी आदि उपस्थित थे।

सपा नेता सभापति और सुभाष यादव को अलग अलग जेल में भेजा गया

सभापति रायबरेली और सुभाष गये कौशांबी जेल

Varanasi (dil India live ) उत्तर प्रदेश में दर्जनों आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता सुभापति यादव और सुभाष यादव को प्रतापगढ़ जेल से एहतियातन अलग अलग जेल में शुक्रवार को स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन के आदेश पर सभापति को रायबरेली और सुभाष को कौशांबी जेल में भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश के रूप में फरार चल रहे दोनों भाईयों को गत 23 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के सियालदह से गिरफ्तार कर प्रतापगढ़ जेल में बंद किया गया था। प्रतापगढ़ जिले के थाना आसपुर के देवसरा का निवासी सभापति यादव सपा का पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहा है और सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य है।
पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने सभापति को रायबरेली एवं सुभाष को कौशाम्बी की जेल में भेज दिया है। दोनो भइयो को राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने पश्चिम बंगाल के सियालदह में 23 अप्रैल को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
दोनों को सियालदह से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर प्रतापगढ़ की पुलिस 01 मई को लाई थी। दोनों के विरुद्ध चल रहे तमाम आपराधिक मामलों में पुलिस ने जेल में पूछताछ के बाद प्रशासनिक आधार पर अलग अलग जेलों में स्थानांतरित कर दिया।

गुरुवार, 5 मई 2022

प्रसव सुविधाओं का हो रहा सुदृढ़ीकरण

दुर्गाकुंड, चौकाघाट में सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा

दुर्गाकुंड में हुए तीन सिजेरियन प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ



Varanasi (dil India live)। जिले में प्रसव संबंधी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुर्गाकुंड में सामान्य के साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा पूर्ण रूप से सक्रिय हो गई है। यहां नगरीय इलाके की तीन गर्भवती का सफल ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के विशेष दिशा-निर्देश पर प्रसव की सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जनपद के तीन राजकीय चिकित्सालयों व दो एमसीएच विंग समेत दो ग्रामीण सीएचसी, छह ग्रामीण पीएचसी एवं 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड समेत चौकाघाट व शिवपुर पर भी सामान्य व सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद है। बुधवार को दुर्गाकुंड सीएचसी पर ऑपरेशन से तीन सफलतापूर्वक प्रसव कराये गए। इसके साथ ही गुरुवार को चौकाघाट सीएचसी पर भी एक सिजेरियन प्रसव कराया गया ।

सीएचसी दुर्गाकुंड के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सारिका रायने बताया कि सामने घाट महादेव नगर निवासी पूजा कुमारी (23), खोजवां सरायनन्दन निवासी सोनी कुमार (20) एवं नरिया साकेत नगर निवासी तन्नु (22) का मंगलवार को प्रसव पीड़ा बढ़ने पर भर्ती कराया गया। काफी प्रयास के बाद भी सामान्य प्रसव संभव नहीं हुआ तब उनका आपरेशन कर प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं।उन्होने बताया कि दुर्गाकुंड सीएचसी में इस साल अब तक 19 सामान्य एवं पांच सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। 

सीएचसी चौकाघाट के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी पर पिछले वर्ष 595 सामान्य प्रसव हुएजबकि एक सिजेरियन प्रसव। वहीं इस साल अब तक 47 सामान्य एवं तीन सिजेरियन प्रसव कराये जा चुके हैं। 

यहां 24 घंटे प्रसव की निःशुल्क सुविधा

- जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, पं. डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर

- एसवीएम चिकित्सालय, भेलूपुर

- एलबीएस चिकित्सालय, रामनगर

- शहरी सीएचसी चौकाघाट

- शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड

- शहरी सीएचसी शिवपुर

- ग्रामीण सीएचसी अराजीलाइन

- सीएचसी चोलापुर

- पीएचसी बड़ागांव

- पीएचसी चिरईगांव

- पीएचसी पिंडरा

- पीएचसी हरहुआ

- पीएचसी सेवापुरी

- पीएचसी काशी विद्यापीठ

- अन्य 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों

‘आपरेशन मुक्ति’ यानी बाल श्रम के खिलाफ जंग

मिशन शक्ति 4.0: बालश्रम के खिलाफ चला अभियान




Varanasi (dil India live )। मिशन शक्ति 4.0 के तहत बालश्रम रोकने के लिए जिले में शुरु हुआ अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ वृहस्पतिवार को भी जारी रहा। अभियान के तहत निकले दस्तों ने रामनगर क्षेत्र में दुकानों, प्रतिष्ठानों व कारखानों में छानबीन की। साथ ही लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया।

बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति 4.0 के तहत इन दिनों बालश्रम रोकने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी के निर्देशन में अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बालश्रम कराने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवार्इ भी की जा रही है। इसके तहत बुधवार को लंका क्षेत्र में अभियान चलाया गया। जिसमें चार नाबालिग किशोरों को दुकानों पर काम करते हुए पाया गया। इन बच्चों के पुर्नवास के साथ ही उनसे काम ले रहे लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवार्इ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में बृहस्पतिवार को रामनगर क्षेत्र में भी अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि अभियान में महिला कल्याण विभाग से राजकुमार, रामकिशन के अलावा श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी संदीप सिंह, पंकज सिंह, कुंवर धनंजय पाण्डेय, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के उपनिरीक्षक आशिक अली, घनश्याम तिवारी, चाइल्ड लाइन के संतोष दुबे, राम प्रताप शामिल रहे।

बुधवार, 4 मई 2022

पुष्पांजलि से तिल्लाना तक भावपूर्ण मंचन ने किया रोमांचित

‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’... बंदिश से किया मंत्रमुग्ध

- कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 

-नवसाधना कला केन्द्र का 23 वाँ दीक्षांत समारोह





Varanasi (dil India live )। संगीत-नृत्य व वादन कला की सर्वाेत्तम अभिव्यक्ति है, यह अंतरात्मा को छूने में सक्षम है। संगीत की राह परमात्मा तक जाती है। यह कहना है मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण का। वह बुधवार को शिवपुर-तरना स्थित नवसाधना कला केन्द्र के 23वें दीक्षांत समारोह में कलासाधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संगीत हमें एक सरल और सच्चा मनुष्य बनाने में सक्षम है। संगीत के कारण ही असीम संवदेना विकसित होती है। दक्षिण के दिल का उत्तर में संगम अद्भुत है।

विशिष्ट अतिथि प्रिंटानिया मुंबई के अध्यक्ष अल्बर्ट डिसूजा ने कहा कि संगीत के कलाकारों  की साधना अद्भुत होती है। संगीत साधना के दम पर ही ज्ञान के सर्वोत्तम स्रोत का अनुभव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रिंटानिया द्वारा कलाकारों को सम्मानित करना उनकी तपस्या को सम्मानित करना है।

दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता कर रहे वाराणसी धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष बिशप डॉ. यूजिन जोसफ ने कहा कि संगीत व नृत्य साधना कलासाधकों की संगीत के प्रति रुचि और उनकी सीखने के प्रति समर्पण पर निर्भर करती है। कहा कि संगीत साधना में गुरु भक्ति और उस पर पूर्ण विश्वास साधक को निरंतर आगे बढ़ाता है।

      अतिथियों का स्वागत करते हुए नवसाधना कला केन्द्र के प्राचार्य डॉ. फादर फ्रांसिस डिसूजा ने कहा कि संगीत तपस्या की तपोभूमि है। इसमें तपने के बाद ही साधक संगीत को लोगों के दिलों तक ले जाता है। सबके दिलों में अपना घर बनाता है। दीप प्रज्ज्वलन, शोभायात्रा के बाद कलासाधकों ने अपनी शिक्षा को अनवरत जारी रखने और इसे निरंतरता प्रदान करने की शपथ लीं।

        अद्धा ताल, राग मालकौंस में बंदिश ‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’ को कुमकुम, शादमानि, अंशिका, सुजाता, निशी, मोनोलिता, मनीष, रंजीत, मोहित, पीयूष अभिषेक, विनोद व लक्ष्मण ने प्रस्तुत कर ढेरों वाहवाही लूटीं। हारमोनियम पर संगत लक्ष्मण मुनि व तबले पर संगत अनंग गुप्त ने और संगीत संयोजन गोविंद कुमार वर्मा ने किया।

       बीपीए चतुर्थ वर्ष के कलासाधकों ने शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम् का प्रारम्भ सभा वंदन नृत्य ‘पुष्पांजलि’ से की। राग गम्भीर नाट्टेइ, ताल आदि में कामिनी मोहन पाण्डेय रचित गीत पर नृत्यांगनाओं ने ईश्वर का गुणगान कर उनसे प्रार्थना की और गुरु व श्रोताओं पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद मांगा।

इसके बाद सभी ने नव राग मल्लिका व ताल आदि में ‘वर्णनम्’ प्रस्तुत किया। नृत्यांगनाओं ने पल्लवी, अनुपल्लवी, मुत्तई स्वरम्, चित्तई स्वरम्, चरणम् को प्रस्तुत किया। इसमें त्रिकाल जाति और पूर्वांगम और उत्तरांगम का बखूबी चित्रण किया। भगवान शिव व माता पार्वती के प्रति प्रेम प्रकट करते हुए नृत्यांगनाओं के पदचाल व अंग संचालन ने सौन्दर्य सृजन करते हुए भावपूर्ण नृत्याभिनय किया। नृत्य के विस्तार में शृंगार, वीर, करुण और शांत रस की प्रमुखता रहीं। नायक व नायिका की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। दण्डायुद्ध वाणी पिल्लई के संगीत पर इस नृत्य का संयोजन रोस्मा रुबा ने किया। इसमें तोड़ी, मोहनम्, वसंता, देवमोहनी, शंकरावर्णनम्, सारंगा, कानड़ा, आरवी के खूबसूरत संयोजन ने सभी को मुग्ध कर दिया।

अगली कड़ी में नृत्यांगनाओं ने राग मल्लिका शणमुख प्रिया, ताल आदि में पुरंदर दास के संगीत में कीर्तनम् द्वारा परमबह्म्र परमात्मा के दशावतार श्रीहरि विष्णु के स्वरुप को प्रस्तुत किया। उनके विविध रुपों से जगत की रक्षा और भक्तों द्वारा उनका गुणगान देख सभी भक्ति प्रवाह में बह चले। इस राग में शृंगार रस के विप्रलंभ तथा उत्तान दोनों रुपों का वादी-संवादी व आरोह-अवरोह के साथ प्रस्तुति ने सबके मन को मोह लिया।

इसके बाद कलासाधकों ने राग कदनकुदुहलम, ताल आदि में बालमुरलीकृष्ण के संगीत में पल्लवी, अनुपल्लवी और चरणम् के साथ पूर्ण ‘तिल्लाना’ प्रस्तुत किया। ताल आदि राग मध्यमावती में ईसा को समर्पित मंगलम नृत्य ने सभी को भावविभोर कर दिया। इसी के साथ सभी देव गुरुजनों और दर्शकों को भावांजलि अर्पित कर नृत्य का समापन हुआ।

 भरतनाट्यम् की प्रस्तुतियों को देख सभी निरंतर तालियां बजाते रहे। नृत्यांगनाओं की भाव भंगिमा व पद संचालन, नृत्य क्षमता की सभी ने सराहना की। पुष्पांजलि से तिल्लाला तक सभी नृत्यों का संयोजन एवं नाट्वंगम् पर संगत रोस्मा रुबा, कर्नाटिक गायन गुरु राजेश बाबू, मृदंगम पर राकेश एडविन और वायलिन पर शारदा प्रसन्न दास ने संगत किया। साधकों में अनुराग, रोशन, अंकिता, अंजना, अस्मिता, एक्सीना, डेविड, फ्रांसिस्का, नैन्सी, निशा, प्रीति, सपना, संध्या, सोनिया, सुप्रिया, तेरेसा, विंशिका, करिश्मा शामिल थीं।

       कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान दोनों कलाकारों को परंपरागत व नव-सर्जनात्मकता के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु प्रदान किया गया। इसे प्रिंटानिया के संस्थापक अल्बर्ट डिसूजा द्वारा प्रदान किया गया।  

   अन्त में कलासाधिकाओं द्वारा बाइबिल से दृष्टांत ‘डरो मत’ को भरतनाट्यम शैली में नृत्य नाटिका रुप में प्रस्तुत किया गया। ईसा के द्वारा लोगों में विश्वास को बल प्रदान करने की घटना को सुन्दर ढंग से कलासधिका एंसी, मेरी, सुष्मिता, श्रेया, दयामणि, निशा, शालिनी, प्रीति, रेशमा, रिया, खुशबू, अंजना, एंजेला, शशि, अंकिता व श्वेता ने प्रस्तुत किया। नृत्य संयोजन ए. रॉबिन ने किया।

 नवसाधना की ओर से क्लचरल फ्यूजन भाग-11’ व पांच नाटक व नृत्य नाटिका का एक साथ डिजिटल विमोचन मुख्य अतिथि व वाराणसी धर्मप्रान्त के बिशप ने किया। सभी प्रस्तुतियों का संयोजन और निर्देशन फादर सी.आर. जस्टी ने किया। मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण द्वारा स्नातकों को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि व सभी गुरुजनों  कलाकारों व  प्रवीणता में अव्वल कलासाधकों को नवसाधना के अध्यक्ष बिशप यूजिन जोसफ ने सम्मानित किया।

मंच संचालन डॉ. राम सुधार सिंह ने किया। कॉलेज लीडर सुप्रिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में सिस्टर रोज़ली, सिस्टर मंजू, सिस्टर लुसी, फादर जैकब, फादर विल्फ्रेड मोरस, फादर रोजलीन राजा, फादर सी.आर. जस्टी, गोविन्द कुमार वर्मा, ए. राबिन, नैन्सी केसरी, रोस्मा रुबा, कामिनी मोहन पाण्डेय, राकेश एडविन, अनंग गुप्त समेत अनेक कलाकार व अभिभावक मौजूद रहे।

कुपोषित बच्चों को एनआरसी न भेजने पर सीडीपीओ का रुकेगा वेतन:डीएम

पोषण पुनर्वास केंद्र के  सुदृढ़ीकरण को डीएम ने उठाया कदम

विकास भवन में हुई  जिला पोषण एवं कन्वर्जेंस समिति की बैठक



Varanasi (dil Indialive)। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में अनिवार्य रूप से भेजें। पोषण पुनर्वास केंद्र के समस्त बेड फुल रहने चाहिए, जो बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) कुपोषित बच्चों को नहीं भेजेंगे उनका वेतन रोक दिया जाएगा। यह बातें जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को विकास भवन सभागार में आयोजित जिला पोषण एवं कन्वर्जेंस समिति की बैठक में कहीं। 

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय स्थित  पोषण पुनर्वास केंद्र के  सुदृढ़ीकरण के लिए विभाग सम्पूर्ण प्रयास कर रहा है, ताकि यहां भर्ती कुपोषित बच्चों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। जनपद में वर्तमान में लगभग 55000 बच्चे कुपोषित हैं जिनमें से लगभग 3500 बच्चे अति कुपोषित श्रेणी में है और उनमें 1100 बच्चे सैम (सीवियर एक्यूट मालनरिश्ड) के हैं जिन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जाना चाहिए। पोषण पुनर्वास केंद्र में कुल 10 बेड गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए तैयार किया गया है जिन पर बच्चों को 14 दिन के लिए भर्ती किया जाता है। इस प्रकार प्रत्येक माह कम से कम 20 बच्चे भर्ती किये जा सकते हैं । इस वर्ष अप्रैल में मात्र 14 बच्चे भर्ती किए गए जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई । जिलाधिकारी ने समस्त बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक प्रबंधन करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी तीन माह में इन बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएं। 

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बच्चों के पोषण स्तर के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका रोपण, बाल मैत्रिक शौचालय के निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों के कायाकल्प इत्यादि की भी समीक्षा की गई । इसके साथ ही पोषण अभियान के अंतर्गत बाल विकास पुष्टाहार विभाग के साथ-साथ कन्वर्जेंस विभाग यथा स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा कुपोषण कम करने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई । 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेंद्र द्विवेदी, जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह  यूनिसेफ के मंडलीय समन्वयक अंजनी कुमार राय, पोषण पुनर्वास केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) उपस्थित रहे ।

बिजली की ये बर्बादी नहीं तो और क्या कहें?

राजातालाब चौराहे पर दिन में भी जलती है लाइट 


Varanasi (dil India live)। राजातालाब चौराहे पर कहीं दिन में जलता है लाइट तो कहीं रात में अंधेरा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 19 द्वारा भारी भरकम राशि खर्च कर राजमार्ग को रोशन करने के लिए स्ट्रीट लाइट लगाए गए। जिसमें ज्यादातर लाइट खराब हो गए हैं। कई हाईमास्ट लाइट दिन में भी जलते रहते हैं।

इससे एक तरफ इनके खराब होने का खतरा है तो दूसरी तरफ ऊर्जा का बर्बादी हो रही है। सरकार जिस ऊर्जा को बचाने के लिए मशक्कत कर रही है, वह ऊर्जा क्षेत्र में दिन के उजाले में बेकार हो जाता है। उससे भी बड़ी बात यह कि दिन में जल रहे स्ट्रीट लाइट से बिजली का बिल बढ़ रहा है। जिसे जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से भरा जाता है। राजातालाब में कुछ माह पहले लगाये गए स्ट्रीट और हाईमास्ट लाइट की राशि और गुणवत्ता पहले से ही राशि के दुरुपयोग के आरोपों से घिरा है। मुख्य बाजार का हृदय स्थली कहे जाने वाले राजातालाब चौराहे जंसा रोड की आटोमैटिक हाईमास्ट स्ट्रीट लाइट महीनों से खराब होने के कारण दिन के उजाले में भी जलता रहता है। ओवरब्रिज पर भी कई बिजली पोल पर लगा लाइट खराब हो चुके हैं। यहाँ लगा हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट के अलावा ओवरब्रिज के कई पोल पर लगे लाइट भी स्वीच खराबी के कारण दिन में बेकार जलते रहते हैं, जबकि राजातालाब में जिले के आला अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। दिन में इस जलते हुए लाइट तथा ऊर्जा बर्बादी पर किन्ही का ध्यान नहीं जा रहा है। जिस कारण चौराहा हमेशा अंधेरे में तब्दील रहता है। रात के अंधेरे में क्षेत्र वासियों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एनएचएआई ने राजमार्ग को रोशनी प्रदान करने के लिए लाखों रुपये की भारी भरकम राशि खर्च की गई। ओवरब्रिज को एलइडी लाइट से सजाया गया, लेकिन यह सब शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने एनएचएआई और ज़िलाधिकारी को ट्वीट कर समस्या के समाधान की माँग रखी है।

लखनऊ में नई सियासी पैतरेबाजी

भाजपा कार्यालय पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर  Lucknow (dil India live)। लखनऊ से नई सियासी पैतरेबाजी की खबर है। दरअसल भाजपा कार्...