गुरुवार, 5 मई 2022

प्रसव सुविधाओं का हो रहा सुदृढ़ीकरण

दुर्गाकुंड, चौकाघाट में सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा

दुर्गाकुंड में हुए तीन सिजेरियन प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ



Varanasi (dil India live)। जिले में प्रसव संबंधी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुर्गाकुंड में सामान्य के साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा पूर्ण रूप से सक्रिय हो गई है। यहां नगरीय इलाके की तीन गर्भवती का सफल ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के विशेष दिशा-निर्देश पर प्रसव की सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जनपद के तीन राजकीय चिकित्सालयों व दो एमसीएच विंग समेत दो ग्रामीण सीएचसी, छह ग्रामीण पीएचसी एवं 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड समेत चौकाघाट व शिवपुर पर भी सामान्य व सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद है। बुधवार को दुर्गाकुंड सीएचसी पर ऑपरेशन से तीन सफलतापूर्वक प्रसव कराये गए। इसके साथ ही गुरुवार को चौकाघाट सीएचसी पर भी एक सिजेरियन प्रसव कराया गया ।

सीएचसी दुर्गाकुंड के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सारिका रायने बताया कि सामने घाट महादेव नगर निवासी पूजा कुमारी (23), खोजवां सरायनन्दन निवासी सोनी कुमार (20) एवं नरिया साकेत नगर निवासी तन्नु (22) का मंगलवार को प्रसव पीड़ा बढ़ने पर भर्ती कराया गया। काफी प्रयास के बाद भी सामान्य प्रसव संभव नहीं हुआ तब उनका आपरेशन कर प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं।उन्होने बताया कि दुर्गाकुंड सीएचसी में इस साल अब तक 19 सामान्य एवं पांच सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। 

सीएचसी चौकाघाट के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी पर पिछले वर्ष 595 सामान्य प्रसव हुएजबकि एक सिजेरियन प्रसव। वहीं इस साल अब तक 47 सामान्य एवं तीन सिजेरियन प्रसव कराये जा चुके हैं। 

यहां 24 घंटे प्रसव की निःशुल्क सुविधा

- जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, पं. डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर

- एसवीएम चिकित्सालय, भेलूपुर

- एलबीएस चिकित्सालय, रामनगर

- शहरी सीएचसी चौकाघाट

- शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड

- शहरी सीएचसी शिवपुर

- ग्रामीण सीएचसी अराजीलाइन

- सीएचसी चोलापुर

- पीएचसी बड़ागांव

- पीएचसी चिरईगांव

- पीएचसी पिंडरा

- पीएचसी हरहुआ

- पीएचसी सेवापुरी

- पीएचसी काशी विद्यापीठ

- अन्य 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों

‘आपरेशन मुक्ति’ यानी बाल श्रम के खिलाफ जंग

मिशन शक्ति 4.0: बालश्रम के खिलाफ चला अभियान




Varanasi (dil India live )। मिशन शक्ति 4.0 के तहत बालश्रम रोकने के लिए जिले में शुरु हुआ अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ वृहस्पतिवार को भी जारी रहा। अभियान के तहत निकले दस्तों ने रामनगर क्षेत्र में दुकानों, प्रतिष्ठानों व कारखानों में छानबीन की। साथ ही लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया।

बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति 4.0 के तहत इन दिनों बालश्रम रोकने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी के निर्देशन में अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बालश्रम कराने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवार्इ भी की जा रही है। इसके तहत बुधवार को लंका क्षेत्र में अभियान चलाया गया। जिसमें चार नाबालिग किशोरों को दुकानों पर काम करते हुए पाया गया। इन बच्चों के पुर्नवास के साथ ही उनसे काम ले रहे लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवार्इ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में बृहस्पतिवार को रामनगर क्षेत्र में भी अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि अभियान में महिला कल्याण विभाग से राजकुमार, रामकिशन के अलावा श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी संदीप सिंह, पंकज सिंह, कुंवर धनंजय पाण्डेय, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के उपनिरीक्षक आशिक अली, घनश्याम तिवारी, चाइल्ड लाइन के संतोष दुबे, राम प्रताप शामिल रहे।

बुधवार, 4 मई 2022

पुष्पांजलि से तिल्लाना तक भावपूर्ण मंचन ने किया रोमांचित

‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’... बंदिश से किया मंत्रमुग्ध

- कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 

-नवसाधना कला केन्द्र का 23 वाँ दीक्षांत समारोह





Varanasi (dil India live )। संगीत-नृत्य व वादन कला की सर्वाेत्तम अभिव्यक्ति है, यह अंतरात्मा को छूने में सक्षम है। संगीत की राह परमात्मा तक जाती है। यह कहना है मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण का। वह बुधवार को शिवपुर-तरना स्थित नवसाधना कला केन्द्र के 23वें दीक्षांत समारोह में कलासाधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संगीत हमें एक सरल और सच्चा मनुष्य बनाने में सक्षम है। संगीत के कारण ही असीम संवदेना विकसित होती है। दक्षिण के दिल का उत्तर में संगम अद्भुत है।

विशिष्ट अतिथि प्रिंटानिया मुंबई के अध्यक्ष अल्बर्ट डिसूजा ने कहा कि संगीत के कलाकारों  की साधना अद्भुत होती है। संगीत साधना के दम पर ही ज्ञान के सर्वोत्तम स्रोत का अनुभव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रिंटानिया द्वारा कलाकारों को सम्मानित करना उनकी तपस्या को सम्मानित करना है।

दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता कर रहे वाराणसी धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष बिशप डॉ. यूजिन जोसफ ने कहा कि संगीत व नृत्य साधना कलासाधकों की संगीत के प्रति रुचि और उनकी सीखने के प्रति समर्पण पर निर्भर करती है। कहा कि संगीत साधना में गुरु भक्ति और उस पर पूर्ण विश्वास साधक को निरंतर आगे बढ़ाता है।

      अतिथियों का स्वागत करते हुए नवसाधना कला केन्द्र के प्राचार्य डॉ. फादर फ्रांसिस डिसूजा ने कहा कि संगीत तपस्या की तपोभूमि है। इसमें तपने के बाद ही साधक संगीत को लोगों के दिलों तक ले जाता है। सबके दिलों में अपना घर बनाता है। दीप प्रज्ज्वलन, शोभायात्रा के बाद कलासाधकों ने अपनी शिक्षा को अनवरत जारी रखने और इसे निरंतरता प्रदान करने की शपथ लीं।

        अद्धा ताल, राग मालकौंस में बंदिश ‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’ को कुमकुम, शादमानि, अंशिका, सुजाता, निशी, मोनोलिता, मनीष, रंजीत, मोहित, पीयूष अभिषेक, विनोद व लक्ष्मण ने प्रस्तुत कर ढेरों वाहवाही लूटीं। हारमोनियम पर संगत लक्ष्मण मुनि व तबले पर संगत अनंग गुप्त ने और संगीत संयोजन गोविंद कुमार वर्मा ने किया।

       बीपीए चतुर्थ वर्ष के कलासाधकों ने शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम् का प्रारम्भ सभा वंदन नृत्य ‘पुष्पांजलि’ से की। राग गम्भीर नाट्टेइ, ताल आदि में कामिनी मोहन पाण्डेय रचित गीत पर नृत्यांगनाओं ने ईश्वर का गुणगान कर उनसे प्रार्थना की और गुरु व श्रोताओं पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद मांगा।

इसके बाद सभी ने नव राग मल्लिका व ताल आदि में ‘वर्णनम्’ प्रस्तुत किया। नृत्यांगनाओं ने पल्लवी, अनुपल्लवी, मुत्तई स्वरम्, चित्तई स्वरम्, चरणम् को प्रस्तुत किया। इसमें त्रिकाल जाति और पूर्वांगम और उत्तरांगम का बखूबी चित्रण किया। भगवान शिव व माता पार्वती के प्रति प्रेम प्रकट करते हुए नृत्यांगनाओं के पदचाल व अंग संचालन ने सौन्दर्य सृजन करते हुए भावपूर्ण नृत्याभिनय किया। नृत्य के विस्तार में शृंगार, वीर, करुण और शांत रस की प्रमुखता रहीं। नायक व नायिका की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। दण्डायुद्ध वाणी पिल्लई के संगीत पर इस नृत्य का संयोजन रोस्मा रुबा ने किया। इसमें तोड़ी, मोहनम्, वसंता, देवमोहनी, शंकरावर्णनम्, सारंगा, कानड़ा, आरवी के खूबसूरत संयोजन ने सभी को मुग्ध कर दिया।

अगली कड़ी में नृत्यांगनाओं ने राग मल्लिका शणमुख प्रिया, ताल आदि में पुरंदर दास के संगीत में कीर्तनम् द्वारा परमबह्म्र परमात्मा के दशावतार श्रीहरि विष्णु के स्वरुप को प्रस्तुत किया। उनके विविध रुपों से जगत की रक्षा और भक्तों द्वारा उनका गुणगान देख सभी भक्ति प्रवाह में बह चले। इस राग में शृंगार रस के विप्रलंभ तथा उत्तान दोनों रुपों का वादी-संवादी व आरोह-अवरोह के साथ प्रस्तुति ने सबके मन को मोह लिया।

इसके बाद कलासाधकों ने राग कदनकुदुहलम, ताल आदि में बालमुरलीकृष्ण के संगीत में पल्लवी, अनुपल्लवी और चरणम् के साथ पूर्ण ‘तिल्लाना’ प्रस्तुत किया। ताल आदि राग मध्यमावती में ईसा को समर्पित मंगलम नृत्य ने सभी को भावविभोर कर दिया। इसी के साथ सभी देव गुरुजनों और दर्शकों को भावांजलि अर्पित कर नृत्य का समापन हुआ।

 भरतनाट्यम् की प्रस्तुतियों को देख सभी निरंतर तालियां बजाते रहे। नृत्यांगनाओं की भाव भंगिमा व पद संचालन, नृत्य क्षमता की सभी ने सराहना की। पुष्पांजलि से तिल्लाला तक सभी नृत्यों का संयोजन एवं नाट्वंगम् पर संगत रोस्मा रुबा, कर्नाटिक गायन गुरु राजेश बाबू, मृदंगम पर राकेश एडविन और वायलिन पर शारदा प्रसन्न दास ने संगत किया। साधकों में अनुराग, रोशन, अंकिता, अंजना, अस्मिता, एक्सीना, डेविड, फ्रांसिस्का, नैन्सी, निशा, प्रीति, सपना, संध्या, सोनिया, सुप्रिया, तेरेसा, विंशिका, करिश्मा शामिल थीं।

       कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान दोनों कलाकारों को परंपरागत व नव-सर्जनात्मकता के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु प्रदान किया गया। इसे प्रिंटानिया के संस्थापक अल्बर्ट डिसूजा द्वारा प्रदान किया गया।  

   अन्त में कलासाधिकाओं द्वारा बाइबिल से दृष्टांत ‘डरो मत’ को भरतनाट्यम शैली में नृत्य नाटिका रुप में प्रस्तुत किया गया। ईसा के द्वारा लोगों में विश्वास को बल प्रदान करने की घटना को सुन्दर ढंग से कलासधिका एंसी, मेरी, सुष्मिता, श्रेया, दयामणि, निशा, शालिनी, प्रीति, रेशमा, रिया, खुशबू, अंजना, एंजेला, शशि, अंकिता व श्वेता ने प्रस्तुत किया। नृत्य संयोजन ए. रॉबिन ने किया।

 नवसाधना की ओर से क्लचरल फ्यूजन भाग-11’ व पांच नाटक व नृत्य नाटिका का एक साथ डिजिटल विमोचन मुख्य अतिथि व वाराणसी धर्मप्रान्त के बिशप ने किया। सभी प्रस्तुतियों का संयोजन और निर्देशन फादर सी.आर. जस्टी ने किया। मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण द्वारा स्नातकों को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि व सभी गुरुजनों  कलाकारों व  प्रवीणता में अव्वल कलासाधकों को नवसाधना के अध्यक्ष बिशप यूजिन जोसफ ने सम्मानित किया।

मंच संचालन डॉ. राम सुधार सिंह ने किया। कॉलेज लीडर सुप्रिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में सिस्टर रोज़ली, सिस्टर मंजू, सिस्टर लुसी, फादर जैकब, फादर विल्फ्रेड मोरस, फादर रोजलीन राजा, फादर सी.आर. जस्टी, गोविन्द कुमार वर्मा, ए. राबिन, नैन्सी केसरी, रोस्मा रुबा, कामिनी मोहन पाण्डेय, राकेश एडविन, अनंग गुप्त समेत अनेक कलाकार व अभिभावक मौजूद रहे।

कुपोषित बच्चों को एनआरसी न भेजने पर सीडीपीओ का रुकेगा वेतन:डीएम

पोषण पुनर्वास केंद्र के  सुदृढ़ीकरण को डीएम ने उठाया कदम

विकास भवन में हुई  जिला पोषण एवं कन्वर्जेंस समिति की बैठक



Varanasi (dil Indialive)। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में अनिवार्य रूप से भेजें। पोषण पुनर्वास केंद्र के समस्त बेड फुल रहने चाहिए, जो बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) कुपोषित बच्चों को नहीं भेजेंगे उनका वेतन रोक दिया जाएगा। यह बातें जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को विकास भवन सभागार में आयोजित जिला पोषण एवं कन्वर्जेंस समिति की बैठक में कहीं। 

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय स्थित  पोषण पुनर्वास केंद्र के  सुदृढ़ीकरण के लिए विभाग सम्पूर्ण प्रयास कर रहा है, ताकि यहां भर्ती कुपोषित बच्चों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। जनपद में वर्तमान में लगभग 55000 बच्चे कुपोषित हैं जिनमें से लगभग 3500 बच्चे अति कुपोषित श्रेणी में है और उनमें 1100 बच्चे सैम (सीवियर एक्यूट मालनरिश्ड) के हैं जिन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जाना चाहिए। पोषण पुनर्वास केंद्र में कुल 10 बेड गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए तैयार किया गया है जिन पर बच्चों को 14 दिन के लिए भर्ती किया जाता है। इस प्रकार प्रत्येक माह कम से कम 20 बच्चे भर्ती किये जा सकते हैं । इस वर्ष अप्रैल में मात्र 14 बच्चे भर्ती किए गए जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई । जिलाधिकारी ने समस्त बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक प्रबंधन करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी तीन माह में इन बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएं। 

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बच्चों के पोषण स्तर के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका रोपण, बाल मैत्रिक शौचालय के निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों के कायाकल्प इत्यादि की भी समीक्षा की गई । इसके साथ ही पोषण अभियान के अंतर्गत बाल विकास पुष्टाहार विभाग के साथ-साथ कन्वर्जेंस विभाग यथा स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा कुपोषण कम करने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई । 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेंद्र द्विवेदी, जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह  यूनिसेफ के मंडलीय समन्वयक अंजनी कुमार राय, पोषण पुनर्वास केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) उपस्थित रहे ।

बिजली की ये बर्बादी नहीं तो और क्या कहें?

राजातालाब चौराहे पर दिन में भी जलती है लाइट 


Varanasi (dil India live)। राजातालाब चौराहे पर कहीं दिन में जलता है लाइट तो कहीं रात में अंधेरा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 19 द्वारा भारी भरकम राशि खर्च कर राजमार्ग को रोशन करने के लिए स्ट्रीट लाइट लगाए गए। जिसमें ज्यादातर लाइट खराब हो गए हैं। कई हाईमास्ट लाइट दिन में भी जलते रहते हैं।

इससे एक तरफ इनके खराब होने का खतरा है तो दूसरी तरफ ऊर्जा का बर्बादी हो रही है। सरकार जिस ऊर्जा को बचाने के लिए मशक्कत कर रही है, वह ऊर्जा क्षेत्र में दिन के उजाले में बेकार हो जाता है। उससे भी बड़ी बात यह कि दिन में जल रहे स्ट्रीट लाइट से बिजली का बिल बढ़ रहा है। जिसे जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से भरा जाता है। राजातालाब में कुछ माह पहले लगाये गए स्ट्रीट और हाईमास्ट लाइट की राशि और गुणवत्ता पहले से ही राशि के दुरुपयोग के आरोपों से घिरा है। मुख्य बाजार का हृदय स्थली कहे जाने वाले राजातालाब चौराहे जंसा रोड की आटोमैटिक हाईमास्ट स्ट्रीट लाइट महीनों से खराब होने के कारण दिन के उजाले में भी जलता रहता है। ओवरब्रिज पर भी कई बिजली पोल पर लगा लाइट खराब हो चुके हैं। यहाँ लगा हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट के अलावा ओवरब्रिज के कई पोल पर लगे लाइट भी स्वीच खराबी के कारण दिन में बेकार जलते रहते हैं, जबकि राजातालाब में जिले के आला अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। दिन में इस जलते हुए लाइट तथा ऊर्जा बर्बादी पर किन्ही का ध्यान नहीं जा रहा है। जिस कारण चौराहा हमेशा अंधेरे में तब्दील रहता है। रात के अंधेरे में क्षेत्र वासियों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एनएचएआई ने राजमार्ग को रोशनी प्रदान करने के लिए लाखों रुपये की भारी भरकम राशि खर्च की गई। ओवरब्रिज को एलइडी लाइट से सजाया गया, लेकिन यह सब शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने एनएचएआई और ज़िलाधिकारी को ट्वीट कर समस्या के समाधान की माँग रखी है।

मंगलवार, 3 मई 2022

अक्षय तृतीया: ऋषभदेव का हुआ अभिषेक

अक्षय तृतीया आहार दान का पर्व, प्रत्येक जैन इसे मनाये : चैत्यसागर


Varanasi (dil India live )। अक्षय तृतीया के अवसर पर मंगलवार को मैदागिन स्थित बिहारीलाल जैन मंदिर में प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का फलों के रस से अभिषेक हुआ।

इस मौके पर सर्वान्गभूषण आचार्य 108 श्री  चैत्यसागर जी महाराज व उनके संघ ने कहा कि अक्षय तृतीया का पर्व आहार दान पर्व  के रूप मे प्रत्येक जैन को मनाना चाहिये। उन्होने कहा कि अक्षय तर्तीया एक जैन पर्व है, प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जब मुनी रूप में चौदह वर्ष की कठिन तपस्या के बाद आहार के लिये उठे तो किसी को मुनिराज को आहारदान की नवधा भक्ती विधी का ज्ञान ही नहीं था, रोज वह आहार के लिये उठते लेकिन पडगाहन विधी के न जानने के अभाव में, वे वसतिका में निराहार वापस आ जाते। यह क्रम लगभग एक वर्ष चला, फिर हस्तिनापुर के राजा श्रेयांस को पूर्व भव का स्मरण आने पर बैसाख शुक्ला तीज के दिन उन्होंन और उनके भाई राजा सोम ने मुनि ऋषभदेव का इक्षुरस से पारणा कराते हुये प्रथम आहार दान देने का सौभाग्य प्राप्त किया, तभी से यह तिथि अक्षय बनी और अक्षय तृतीय कहलाने लगी। जिसे हमआहार दान पर्व के रुप में मनाते है।

इस अवसर पर जैन बंधुओं द्वारा विशेष पूजन एवं इच्छु रस सहित तमाम फलों के रस से भगवान ऋषभदेव जी का सविधि अभिषेक किया है. इस मौके पर मंदिर के ट्रस्टी भूपेंद्र कुमार जैन, अनिल कुमार जैन, नेमचंद्र जैन, विजय कुमार जैन, प्रदीप चन्द्र जैन, विनोद कुमार जैन, सीए अभिषेक जैन, आशीष जैन, मंजू जैन, रेनू जैन, साधना जैन,  रजनी जैन आदि मौजूद रही।

Happy eid 2022: मुल्क में अमन, तरक्की और मिल्लत की मांगीं दुआएं

ऐ अल्लाह दुनिया में अमन कायम कर…आमीन





Varanasi (dil India live )। देश-दुनिया में मुकद्दस रमजान का 30 वां रोजा मुकम्मल करने के बाद मंगलवार को लाखों मुसलमानों ने ईद की खुशियां मनायीं। यूं तो खुशियों का आगाज ईद के चांद के दीदार के साथ ही हो गया था मगर ईद के जश्न ईदुल फित्र कि नमाज़ अदा करने के बाद अपने शबाब पर पहुंच गया। मज़हबी शहर वाराणसी में तो ईद का मज़ा और रंग ही औरो से जुदा है। यहा सभी मज़हब के लोग मिलजुल कर एक साथ ईद का जश्न मनाते है। दिल इंडिया लाइव कि एक रिपोर्ट…

अकेले बनारस में दर्जन भर ईदगाह और 500 से ज्यादा मस्जिदों में इबादतगुजारों ने रब के सामने जहां सिर झुकाया वहीं अपनी रोजी-रोटी, देश की तरक्की और अमन के लिए रब की बारगाह में हाथ उठाया। मस्जिदों और ईदगाहों में नमाजियों का सैलाब नमाज अदा करने उमड़ा था। सुबह 6.30 बजे से 10.30 बजे के बीच ईद की नमाज मोमिनीन ने अकीदत के साथ अदा की। मस्जिदों व ईदगाहों के आसपास मेले जैसा माहौल दिखा। नमाज पूरी होते ही एक-दूसरे से गले मिलकर सभी ने ईद की मुबारकबाद दी। बड़ों ने छोटों को ईदी दिया तो वे चहक उठे। गरीबों और मिसकीनों का भी लोगों ने ख्याल रखा। किसी ने फितरे की रकम तो किसी ने सदका व खैरात देकर गरीबों की मदद की। 



यहां अदा हुई नमाज़े ईदैन

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मस्जिद लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान ने नमाज अदा करायी तो खानकाह शक्कर तालाब में मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत मौलाना मोइनुद्दीन अहमद फारुकी प्यारे मियां, शाही मस्जिद ढाई कंगूरा में हाफिज नसीम अहमद बशीरी, शाही मुगलिया मस्जिद बादशाहबाग में मौलाना हसीन अहमद हबीबी, मस्जिद लंगड़े हाफिज में मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी, सदर इमामबाड़े में मौलाना जफरुल हुसैनी, ईदगाह विद्यापीठ में मुफ्ती शमीम, मस्जिद उल्फत बीबी में मौलाना सलाउद्दीन, मस्जिद खाकी शाह में मौलाना मुनीर, जामा मस्जिद कम्मू खां डिठोरी महाल में मौलाना शमशुद्दीन साहब ने नमाज अदा कराती।

मस्जिद ज्ञानवापी में मौलाना अब्दुल आखिर, खोजित कुआं में मौलाना वकील अहमद मिस्बाही, ईदगाह मस्जिद लाटशाही में हाफिज हबीबुर्रहमान, जामा मस्जिद नदेसर में मौलाना मजहरुल हक, मस्जिद नगीना में हाफिज सैफुल मलिक, मस्जिद सुल्तानिया में अब्दुल्लाह सऊद अत्तारी, मदनपुरा अल्लू की मस्जिद में मौलाना शकील, ऊंची मस्जिद में मौलाना एहसन कमाल, ढोमन की मस्जिद में कारी फराज अहमद, मस्जिद बरतला में अयाज महमूद व हाफिज मो. ताहिर ने मस्जिद याकूब शहीद में नमाज अदा करायी। ऐसे ही ईदगाह दायम खां, मस्जिद बुलाकी शहीद अस्सी, मस्जिद नईबस्ती गौरीगंज, मस्जिद हबीबिया गौरीगंज, आलमगीर मस्जिद धरहरा, मस्जिद कुश्ताबेगम, मस्जिद मदीना, मस्जिद गौसिया, मस्जिद ताराशाह, मस्जिद छित्तनपुरा इमलिया तले, मस्जिद नूरैन समेत शहर और आसपास की मस्जिदों में ईदुल फितर की नमाज पूरी अकीदत के साथ अदा की गई। इसी के साथ ईद का सप्ताहव्यापी महापर्व शुरू हो गया। हिंदू-मुस्लिम से गले मिलने का नजारा गंगा-जमुनी शहर बनारस की तस्वीर पेश करने में सफल रहा। लोहता, लालपुर, कोटवा, बाबतपुर, रामनगर, मिल्कीपुर आदि में भी ईद की खुशियां धूमधाम से मनायी गयीं। ईद की नमाज सकुशल संपन्न होने पर वाराणसी कमिशनरेट की पुलिस ने वाराणसी की अमनपसंद आवाम की सराहना की।

घरों में देर रात तक चली दावत 

ईद जैसे ग्लोबल पर्व पर सेवइयों की घुलन ने हर एक को अपने आगोश में ले लिया, हर आमो-खास ईद के रंग में रंगा नजर आया। ईद की नमाज अदा कर लौटे लोगों ने दूसरे वर्ग के लोगों को ईद की दावत दी। मुस्लिम घरों में दावतों का शुरू हुआ सिलसिला दौर देर रात तक चलेगा। हिंदू-मुस्लिमों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। कई जगहों पर ईद पार्टी रखी गयी थी। पार्टी में शामिल होने वालों के हिसाब से मीनू तैयार किया गया था। कुछ मुस्लिम घरों में गैर-मुस्लिमों के लिए सेवइयों के साथ शाकाहारी सब्जी और पूड़ी का इंतजाम था। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन शकील अहमद बबलू, पूर्व विधायक हाजी समद अंसारी के दौलतखाने पर ईद मिलने बड़ी तादाद में लोग जुटे तो दूसरी ओर शिवाला स्थित आलमीन सोसायटी के अध्यक्ष परवेज कादिर, टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया के महामंत्री हाजी दीवान साहब जमा, लल्लापुरा में बारह के सरदार मो. हाशिम, कटेहर में चौदहों के सरदार मकबूल हसन, मदनपुरा में बावनी के सदर हाजी मुख्तार महतो, बसपा नेता अतहर जमाल लारी, एस. जावेद, कांग्रेस के हाजी नासीर जमाल, मो. जफरुल्लाह जफर, हाजी रईस अहमद, बेलाल अंसारी, मुमताज खां पार्षद, मुन्नू इलाहिया, शायर अहमद आजमी, डॉ नबी जान, खालिद अब्बासी, इरफान खान, इमरान अहमद, मो. शाहिद खां, समर गाजीपुरी, डा. एहतेशामुल हक, मुमताज खां, हाजी एजाजुद्दीन हाशमी व मो. अजफर गुड्डू आदि के यहां ईद मिलने समाजिक संगठनों व सियासी दलों के लोगों का हुजूम जुटा था। 

बड़ों से ईदी पाकर चहक उठे बच्चे


माहे रमज़ान का रोज़ा मुकम्मल करने के बाद लाखों मुसलमानों ने मज़हबी शहर बनारस में सभी मज़हब के लोगों संग मिलकर ईद की खुशियां मनायी। खुशियों का आगाज़ नमाज़-ए-ईदुल फित्र अदा करने के साथ हुआ। शहर के तकरीबन एक दर्जन ईदगाह और पांच सौ से ज्यादा मस्जिदों में इबादतगुज़ारों ने रब के सामने जहां सिर झुकाया वहीं अपनी रोज़ी रोटी, देश की तरक्की और खुशहाली के लिए रब की बारगाह में हाथ उठाया। इस मौके पर मस्जिदों और ईदगाहों में नमाजियों का जन सैलाब नमाज़ अदा करने उमड़ा हुआ था।

कब्रगाहों पर लगाईं हाजिरी

ईद की नमाज के बाद लोगों ने शहर के कब्रिस्तानों में जाकर वलियों, बुजुर्गों वो अपने पुरखों के दर पर हाजिरी लगाई और फातेहा पढ़ा। 
टकटकपुर, हुकुलगंज, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, बजरडीहा, जलालीपुरा, गौरीगंज, फातमान आदि आस्ताने पर हाजिरी लगाई गई। हजरत बाबा लाटशाही बाबा, चंदन शहीद, हजरत याकूब शहीद, बहादुर शहीद, सरदार शाह बाबा आदि के आस्ताने पर भी अकीतदमंदों का हुजूम उमड़ा।

सकुशल संपन्न हुई ईद की नमाज


वाराणसी में ईद की नमाज सकुशल संपन्न हो गई। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था व डीसीपी काशी जोन द्वारा ईद-उल-फितर के अवसर पर ईदगाह लाट सरैया में मुस्तैद पुलिस कर्मियों को सुरक्षा के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया वो ईद की नमाज को सकुशल सम्पन्न होने पर चौदहो के सरदार मकबूल हसन, हाजी मो. सुहैल आदि को ईद की मुबारकबाद पेश की।

ईद पर राहुल ने दी बधाईयां

Eid Mubarak! May this auspicious festival usher in the spirit of love, and unite us all in the bond of brotherhood and harmony.

बसपा सुप्रीमो ने दी बधाई


Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

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