मंगलवार, 27 जुलाई 2021

श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के जाने कौन हैं नये महंत

शंकरपुरी ने संभाला मठ की गद्दी


वाराणसी 27 जुलाई (दिल इंडिया लाइव)। श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के नए महंत की गद्दी पर मंगलवार को शंकर पुरी आसीन हो गये। इस दौरान उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक के अलग-अलग मठों और अखाड़ों के संत-महात्मा और काशी के बुद्धिजीवी आयोजन के दौरान मौजूद थे। गद्दी आरोहण कार्यक्रम संपन्न होने के बाद महंत शंकर पुरी ने कहा कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर की परंपरा के अनुसार वह जनसरोकार से जुड़े कार्यों को और आगे बढ़ाएंगे। समाज के लोगों के सुख-दुख में अन्नपूर्णा मठ मंदिर सदैव साथ खड़ा रहे, यह उनकी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है।

पता हो कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के पूर्व महंत रामेश्वर पुरी लंबी बीमारी के बाद पिछले दिनो ब्रह्मलीन हुए थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया था। 13 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर जाकर महंत रामेश्वर पुरी को श्रद्धांजलि दी थी। महंत रामेश्वर पुरी को अन्नपूर्णा मठ मंदिर की महंती 17 अक्टूबर 2004 को सौंपी गई थी। उन्होंने शिक्षा, चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में कई बड़े काम किए थे। मंगलवार को नए महंत को गद्दी सौंपे जाने से पहले पूर्व महंत का षोडशी भंडारा और श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। 

जाने मंहत शंकरपुरी की विशेषता

श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के व्यवस्थापक जीवनंदन झा ने बताया कि महंत शंकर पुरी मूल रूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के रहने वाले हैं। वह 1988-1989 में श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर आए। उन्होंने अन्नपूर्णा ऋषिकुल आश्रम में आचार्य तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से स्नातक और परास्नातक की शिक्षा ली। श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के वह पहले ऐसे महंत हैं जो यहीं के छात्र भी रहे। वर्ष 2004 से अब तक वह श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के उप महंत थे।

रविवार, 25 जुलाई 2021

सावन को आने दो ' में छायी हरियाली

सावन भर पेड़ लगाने की हुई अपील

वाराणसी 25 जुलाई (दिल इंडिया लाइव) अखिल भारतीय वैश्य महिला महासम्मेलन के तत्वाधान में 'सावन को आने दो ' कार्यक्रम मौर्या भवन संकटमोचन में आयोजित किया गया। इस मौके पर अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने सभी को सावन मास की बधाई देते अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आवाह्न किया। इस मौके पर सभी ने एक गरीब कन्या की शादी कुछ माह बाद होनी उसको उपहार दे सहयोग किया। शिव स्तुति प्रीती ,रानी, जयंती ने प्रस्तुत करी,सुषमा, इंद्, मिथिलेश,नीलू ने कजरी प्रस्तुत करी,ममता जायसवाल, इरा,गीता ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुति करी, सचिव सुशीला जायसवाल ने संचालन,कमलेश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया, हरे परिधान मे सभी सदस्यों ने शिरकत करके पूरे माहौल में हरियाली ला दी। सभी को सुहाग चिन्ह चूड़ी बिंदी इत्यादि दिए गया



प्राथामिक विद्यालय में बांटी जा रही पुस्तकें

पुस्तक पाकर प्रफुल्लित हुए छात्र-छात्राएं

वाराणसी24 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)।चिरईगांव विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय गौराकला में पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह का आयोजन प्रिंसिपल आरती देवी की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान राजेश कुमार उर्फ राजू ने छात्र एवं छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक वितरण किया।

 ग्राम प्रधान राजू ने कहा कि कुरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद चल रहे हैं परंतु सरकार की ओर से बच्चों तक पुस्तक पहुंचाई जा रही हैं ताकि उनका भविष्य अंधकार मय न हो, छात्र एवं छात्राएं निःशुल्क किताब पाकर प्रफुल्लित हुए। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष अनीता देवी ने कहा कि सरकार की ओर से सरकारी स्कूल में कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं बच्चों को निशुल्क पुस्तकें, निशुल्क ड्रेस, निशुल्क बैग, निशुल्क जूता व मोजा और एमडीएम की व्यवस्था की गई है, नामांकन का काम जारी है सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में प्रवेश कराएं, सरकारी स्कूल में प्रशिक्षित अध्यापकों के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।

प्रिंसिपल आरती देवी ने कहा कि अपने बच्चों को घरों पर पढ़ने के लिए प्रेरित करें और कोविड के नियम का पालन करते हुए साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। इस अवसर पर वंदना पांडे, एहतेशामूल हक, अनीता सिंह, शशिकला, प्रमिला सिंह, शक्ति कुमारी, त्रिलोकी प्रसाद गुप्त इत्यादि मौजूद थी।

शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद, वो भी घर बैठे पायें

डाक विभाग दे रहा ₹ 251 में बाबा का प्रसाद 

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव की पहल


वाराणसी 23 जुलाई (दिल इंडिया लाइव) श्रावण मास में भगवान शंकर की पूजा और उनके प्रसाद की बड़ी महिमा है। अक्सर लोगों की इच्छा होती है कि काश घर बैठे ही उन्हें बाबा भोलेनाथ का प्रसाद मिल सके। ऐसे में लोगों को अब निराश नहीं होना पड़ेगा। अब वे घर बैठे स्पीड पोस्ट द्वारा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। उक्त जानकारी वाराणसी  परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुये एक एग्रीमेण्ट के तहत नए स्वरूप में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद स्पीड पोस्ट सेवा द्वारा लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत अपने नजदीकी डाकघर से मात्र ₹ 251 का ई-मनीआर्डर प्रवर  अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल के नाम भेजना होगा। ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर प्रसाद भेज दिया जाएगा। डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा । इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। 

प्रसाद में शामिल होंगी ये वस्तुएं

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बाबा को चढ़ा बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, मेवा, भस्म, चंदन, रक्षा सूत्र एवं मिश्री का पैकेट इत्यादि शामिल होंगे। प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल सुमीत कुमार गाट ने बताया कि वाराणसी में स्थानीय तौर पर श्री काशी विश्वनाथ प्रसाद मात्र ₹ 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है। 

(चित्र में : पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव)

खुशहाल परिवार दिवस में 56 महिलाओं ने उठाया ये कदम

स्वास्थ्य केंद्रों पर मना खुशहाल परिवार दिवस

गाजीपुर, 23 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक माह की 21 तारीख को मनाये जाने वाले खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन इस बार 22 जुलाई को शासन के निर्देश पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर  किया गया | मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी क्रम में खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है, जिसमें दंपति को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जागरूक किया जाता है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. के के वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिये थे कि इस माह 21 जुलाई को बकरीद के उपलक्ष्य में अवकाश होने के कारण खुशहाल परिवार दिवस अगले कार्यदिवस यानि 22 जुलाई को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर आयोजित किया जाए।

इसी के तहत बुधवार को जनपद में चार नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें 56 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की  । इसके अलावा दिवस पर जिले भर में 538 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन, 244 आईयूसीडी, 23 पीपीआईयूसीडी को चुना और 1362 छाया गोली, 818 माला एन, 5405 कंडोम निशुल्क वितरण किया गया। 

डा. वर्मा ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के सभी  साधन नि:शुल्क रूप से उपलब्ध कराए जाते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य जनसंख्या को स्थिर करना है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस महीने जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा भी चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य नव दंपत्ति को परिवार को सीमित रखने के विभिन्न अस्थायी साधनों के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही  अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला व पुरुष नसबंदी कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक दंपत्ति इस कैंप में पहुंच कर इसका नि:शुल्क लाभ उठा सकते हैं।

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

स्व. सुरेश अवस्थी की 15 वीं पुण्यतिथि

आध्यात्मिक उत्थान की भूमि है भारत: मनोज सिन्हा

वेबिनार में जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल के विचार

वाराणसी, 22 जुलाई (दिल इंडिय लाइव)। जब किसी के व्यक्तित्व को परिभाषित करने का प्रयास होता है तो उसमें एक विशिष्ट सुगंध प्रसारित होती  है, कुछ ऐसी ही सुगंध स्व. सुरेश अवस्थी ने अपने योगदान के जरिए समाज में छोड़ी है। उक्त उद्गार जम्मू और कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने राष्ट्रवादी चिंतक डॉ. सुरेश अवस्थी की 15 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर डॉ. सुरेश अवस्थी स्मृति न्यास के तत्वावधान मे ‘सामाजिक संवाद की पहल‘ (राष्ट्रीय मुस्लिम मंच पर सरसंघचालक मोहन भागवत के भाषण का सन्दर्भ) विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में व्यक्त किये। मनोज सिन्हा ने सुरेश अवस्थी के व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए कहा कि व्यक्तित्व के लिहाज से वे समाज निर्माता थे, उनके अनुभव आज भी हमारे लिए प्रेरणादायी है। विद्यार्थी जीवन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हर उन चुनौतियों से लड़ने की प्रेरणा प्रदान करते थे जो उस दौर के हर विद्यार्थी के सामने खड़ी होती थी। उनकी आत्मत्याग की भावना सदैव याद की जायेगी। उन्होनंे कहा कि स्व. सुरेश अवस्थी के लिए भारतभूमि सिर्फ करोड़ो लोगो के रहने की जगह नही थी बल्कि प्रत्येक जन के आध्यात्मिक उत्थान की भूमि है, जिसमें सामाजिक समरसता का भाव है। उन्होनंे यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब सभी के लिए अधिकारों की समानता की बात होनी चाहिए तभी समाज की ईकाइयॉ मजबूत होंगी। अवस्थी जी ने हम जैसे अनेक अनगढ़़ युवाओं को कबीर की भॉति गढ़ा। यदि हम राजनीति में चरित्रवान, ईमानदार और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ आगे बढ़े तो यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्ऱद्धाजंलि होगी।


वेबिनार के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक डॉ. इन्द्रेश कुमार ने कहा कि हम हिन्दु - मुस्लिम नही बल्कि एक भारतीय है और भारतीय होने के नाते सब एक है। हिन्दू एक धर्म नही, एक राष्ट्र है, एक समावेशी संस्कृति है और इसी आधार पर मोहन भागवत ने सबका डीएनए एक होने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि मजहबी आधार पर डीएनए की बात जोड़ना सरासर गलत है, मजहब अनेक हो सकते है लेकिन राष्ट्रीयता एक है। हर मजहब व्यक्ति को सामाजिक बुराई से उबारने का रास्ता है ना कि उन्माद फैलाने का रास्ता दिखलाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का मुसलमान भी अब पाकिस्तान से यह सवाल कर रहा है कि वहॉ के अल्पसंख्यकों पर इतना अत्याचार क्यों किया जा रहा है।

विशिष्ट वक्ता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, नई दिल्ली के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री डॉ. रामबहादुर राय ने कहा कि वोटबैंक बनाने के लिए मुसलमानों को कट्टरपंथी बनाने में राजनीतिक दलो का योगदान ज्यादा है। सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा दिये गये सभी के एक डीएनए की बात को सोशल मीडिया पर तोड़ मरोड़ के प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि आरएसएस ही एक ऐसी विचारधारा है जो विश्वव्यापी है। मोहन भागवत संवैधानिक राष्ट्रीयता की बात कर रहे है जिसमें कोई भेदभाव नही होगा, समाज में समरसता होगी और सबका एक समान रूप से उत्थान हो सकेगा।

वेबिनार में अतिथियों का स्वगात डॉ. विक्रमादित्य राय, विषय स्थापना क्लस्टर विवि, जम्मू के कुलपति प्रो. बेचनलाल जायसवाल, संचालन सुधीर मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन केदारनाथ सिंह ने दिया। इस अवसर पर प्रो. रमेश चन्द्र गौर, प्रो. अशोक कौल, प्रो. ए.के. जोशी, रामगोपाल मोहले, डॉ. नन्द जी राय, हिमांशु सिंह, अनिल शुक्ला, डॉ. विकास कुमार सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।

बुधवार, 21 जुलाई 2021

सोशल डिस्टेंसिंग संग हुई बकरीद की नमाज

नमाज़ के साथ शुरु हुआ ईदुल अजहा का जश्न


वाराणसी 21 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)। देश-दुनिया के साथ ही बनारस में सुबह ईदुल अजहा की नमाज़ के साथ बकरीद का जश्न पूरी अकीदत के साथ शुरु हो गया। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी। मसाजिदों और ईदगाह से नमाज़ मुकम्मल करके अकीदतमंद घर पहुँचे जहां कुर्बानी का सिलसिला शुरु हुआ। नमाज़ के दौरान उलेमा ने अपनी तकरीर में जहां लोगों को दीन के रास्ते पर चलने की दावत दी वही बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग का दिन बताया। उलेमा ने कहा कि जानवर का गोश्त और हड्डी रब के पास नहीं जाती बाल्कि रब हमारी नियत देखता है, इसलिए हमे चाहिए कि जब भी हमारी जरुरत हो हम कुर्बानी के लिए तैयार रहे। वो कुर्बानी धन, दौलत, जानवर ही नहीं बाल्कि अपनी कौम और वतन के लिए भी हो सकती है। इस दौरान मुल्क में अमन, मिल्लत व कोरोना के खात्मे के लिए भी दुआएं मांगी गई। 

पता हो कि इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के मुताबिक, कुर्बानी का त्योहार बकरीद रमजान के दो महीने बाद आता हैं। इस्लाम धर्म में बकरीद के तीन दिन आमतौर पर छोटे-बड़े जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। इस दिन जानवर को अल्लाह की राह में जहां कुर्बान कर दिया जाता हैं। वहीं काबा में ज़ायरीन हज के अरकान मुकम्मल करते हैं।

बकरीद की जाने क्या है कहानी

बकरीद पैगम्बर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तिहान लेने के लिए आदेश दिया कि हजरत अपनी सबसे अजीज की कुर्बानी दें। हजरत इब्राहिम के लिए सबसे अजीज उनका बेटा हजरत इस्माइल थे, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए। उन्हे कुर्बानी के लिए ले भी गये मगर ऐन कुर्बानी से पहले रब ने हजरत इस्माईल की जगह ये कहते हुए जेबाह के लिए दुम्बा भेज दिया कि वो हज़रत इब्राहिम का इम्तेहान ले रहे थे और इम्तेहान में वो पास हो गये, तभी से कुर्बानी का पर्व मनाया जाता है।

अल सुबह हुई नमाजें

इस साल 21 जुलाई को पूरे देश में बकरीद


का पर्व शुरु हुआ। ईदगाहों और प्रमुख मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सुबह 6 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अदा की गई।कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल लोगों को घर ही नमाज अदा करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार लोगों को मस्जिदों में जमात के साथ नमाज सोशल डिस्टेंसिंग 

के साथ अदा करने की इजाज़त दी गई थी।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...