शुक्रवार, 30 जून 2023

Bakrid पर दूसरे रोज़ भी दिखा उत्साह और उल्लास

दो दिनों में हुए लाखों जानवर कुर्बान



Varanasi (dil India live)। बकरीद पर दो दिनो में मोमिनीन ने रब की रजा के लिए लाखों छोटे–बडे जानवरो की कुर्बानी दी। कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक लोगों ने अपने अजीजों व गरीब, मिस्कीनों व उनके हकदारों को तकसीम किया। इससे पहले अल सुबह लोगों ने मस्जिद की तैयारी की नहा धोकर ईदगाह व मस्जिदों का रुख किया। 

इस दौरान रब की रजा के लिए केवल अपने शहर बनारस में ही लाखों लोगों ने सिजदा किया। मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करने लोगों का हुजुम पहुंचा हुआ था। कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईदुल अजहा कि नमाज सम्पन्न होते ही जिला व पुलिस प्रशासन ने राहत की सास ली। इस मौके पर ईदगाह मस्जिद लाटसरैया में बुनकर बिरादराना तंजीम चौदहों के सरदार मकबूल हसन ने पुलिस कमिश्नर का माला पहनाकर स्वागत किया। नमाज के बाद घरों में छोटे–बडे जानवरों की कुर्बानी का दौर का आगाज़ हुआ। इसी के साथ तीन दिनों तक चलने वाली ईदुल अजहा कि खुशियों में मोमिनीन डूब गये है।

मजहबी शहर बनारस में बकरीद को देखते हुए मस्जिदों में नमाजे ईदुल अजहा की तैयारियां पहले ही कर ली गई थी। ईदुल–अजहा कि नमाज सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच जुमेरात को अम्नो-मिल्ल्त के साथ मुकम्मल की गई। नमाज़ अदा करने के बाद कुर्बानी का जो सिलसिला शुरू हुआ समाचार लिखे तक जारी था और कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक पहुंचाने लोग अपने अज़ीजो और रिश्तेदारों के यहां आते जाते दिखाई दिए। 

 



Dr Sudhir Kumar agrawal को लीजेंड ऑफ इंडिया एवार्ड

एसके अग्रवाल को पुरस्कार से पूर्वांचल के चिकित्सकों में हर्ष 




Varanasi (dil India live)। पूर्वांचल के जाने माने चिकित्सक डा. एस. के. अग्रवाल को ‘लीजेंड ऑफ इंडिया’ जैसे उत्कृष्ट एवार्ड से विभूषित किया गया है। उन्हें सम्मानित किए जाने पर वाराणसी के चिकित्सकों में हर्ष व्याप्त है। डा. अग्रवाल को यह एवार्ड डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर दिल्ली में आयोजित डॉक्टर्स डे कॉन्क्लेव में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया के हाथों मिला है। डॉक्टर अग्रवाल को डॉक्टर्स डे के अवसर पर स्मृति चिन्ह और इंस्पायरिंग लीजेंड ऑफ इंडिया २०२३ से डॉक्टर् जितेंद्र कुमार मंत्रालय एमओएस, स्वतंत्र प्रभार अर्थ साइंसेज एवं पीएम ऑफिस से संबद्ध अनेक मंत्रालय ने दिया। संपूर्ण भारत वर्ष से डा. अग्रवाल के साथ ही अलग अलग क्षेत्रों के २० डॉक्टर्स को सेवाकार्यों के लिए यह सम्मान दिया गया है। डाक्टर एसके अग्रवाल को पुरस्कार प्रदान किए जाने पर पूर्वांचल के चिकित्सकों, खासकर बनारस के चिकित्सकों में हर्ष है।

Bakrid par bijli कटौती से लोगों में उबाल


कांग्रेस बोली: त्योहार पर भी नही बक्शा विद्युत विभाग ने, करेंगे आंदोलन 


Varanasi (dil India live). वरुणापार के विभिन्न इलाकों में बकरीद के बावजूद भीषण बिजली कटौती से लोगों में उबाल है। कांग्रेस ने इसके लिए अधिकारियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। कहां कि बिजली विभाग के अधिकारियों कि उदासीनता के कारण बिजली संकट बरकरार है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने कहा कि पूरे वरुणापार के  इलाके में लोकल फाल्ट के नाम परक्रमवार  4 से 8 घंटे तक बिजली काटी जा रही है।इन इलाकों में पूरे 24 घंटे में मात्र 7 या 8 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है बाकी समय लोकल फाल्ट के नाम पर कटौती रहती है।यही नहीं बकरीद का त्योहार भी बिजली कटौती का शिकार हो गया। पहले दिन पूरे दिन मात्र 4 से 5 घंटे बिजली आपूर्ति हुई।

उक्त नेताओ ने कहा कि बिजली की इस समस्या के मुख्य जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारी है। अधिकारियों कि मिलीभगत से बिजली चोरी बदस्तुर जारी है,अधिकारियों के मिलीभगत की वजह से जिन उपभोक्ता के पास कनेक्शन है वो भी बिजली चोरी कर रहे है, ऐसी स्थिति में फाल्ट होना स्वाभिक है। यही नहीं जैसे ही बिजली कटती है तुरंत सबस्टेशन पावर हाउस पांडेपूर अपना फोन बिजी कर देता है जिससे उपभोक्ता को जानकारी के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस ने कहा कि यही हाल रहा तो जल्द ही कांग्रेस के लोग विद्युत विभाग में धरना, प्रदर्शन व घेराव करेंगे।

गुरुवार, 29 जून 2023

पर्यावरण संरक्षण में समाज, साहित्य और सिनेमा की बराबर भूमिका-प्रो. सुरेंद्र प्रताप

Dav में कई फिल्मों का हुआ प्रदर्शन, पुस्तकों का विमोचन


Varanasi (dil India live)। डीएवी पीजी कॉलेज में आइक्यूएसी के अंतर्गत डीएवी पीजी कॉलेज, लिवरम फॉउन्डेशन एवं के टु पब्लिकेशन के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण, साहित्य एवं सिनेमा विषय पर आयोजित दो दिवसीय महासम्मेलन के दूसरे दिन गुरुवार को भी कई विद्वानों ने विचार रखे साथ ही विभिन्न सामाजिक सरोकारों पर आधारित शॉर्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। दूसरे दिन मुख्य वक्ता प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाजारीकरण के दौर में साहित्य कही खो सा गया है, आधुनिकता की गहरी धुंध समाज मे फैल रही है जिसमे सिनेमा का बड़ा किरदार है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता का पैमाना विचारों से है ना कि केवल परिवेश से है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने में समाज, साहित्य और सिनेमा सबकी समान हिस्सेदारी है।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो.अनुराग कुमार ने कहा कि साहित्य लोक का प्रतिपक्ष दर्शाता है, साहित्य ही एक ऐसा तत्व है जिसमें लोक की हिस्सेदारी होती है। जनतंत्र में आम नागरिक के लिए साहित्य एक बड़ा हथियार है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल एवं हजारी प्रसाद द्विवेदी जैसे हिंदी के महान रचनाकारों ने साहित्य और लोक की भूमिका पर गहराई से प्रकाश डाला है।

विशिष्ट वक्ता बिहार से आये प्रो. ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि साहित्य पर आधारित फिल्में जल्दी सफल नहीं होती परंतु एक सत्य यह भी है की बिना साहित्य की कोई फिल्म नहीं बन सकती। फिल्म और साहित्य को बराबरी में लाने के लिए कड़ी मेहनत की गई है जिसमें विदेशी निर्माता निर्देशकों बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की वर्तमान दशा के लिए विश्व की सरकारें जिम्मेदार हैं। डॉक्टर इंद्रजीत मिश्रा ने कहा की सिनेमा और साहित्य दोनों ही समाज को व्यापक स्तर पर प्रभावित करते हैं, सिनेमा एक कला है और साहित्य उसकी जननी। प्रो. विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि पर्यावरण के बिना इस सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती है। संचालन डॉ. विजय कुमार ने किया।

कई पुस्तकों का हुआ विमोचन

कार्यक्रम में विभिन्न लेखकों की पुस्तकों का विमोचन हुआ। महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल जी एवं अन्य अतिथियों ने गाँधी दर्शन, मनोहर श्याम जोशी के उपन्यासों में आधुनिक एवं उत्तर आधुनिक विमर्श सहित अन्य पुस्तकों का विमोचन किया। 

इन फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

महासम्मेलन के अंतिम दिन सामाजिक सरोकार पर आधारित विभिन्न फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। प्रवासन की समस्या पर आधारित स्वदेश देख सभी की आँखे नम हो गयी तो वहीं स्त्री वेदना पर आधारित अभिशप्त ने सबकी आँखे खोल दी। इसके अलावा मौन मंदिर, चलो प्रकाश की ओर, विसर्जन आदि फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। 

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो. सत्यगोपाल जी, प्रो. समीर कुमार पाठक, रूपेश गुप्ता, डॉ. श्वेता सरन आदि विद्वत जन उपस्थित रहे। 




Dawat-e-Islami India का दस दिनी वृक्षरोपण अभियान 1 जुलाई से

जीएनआरएफ का आंदोलन हर हाल में बचाना पर्यावरण 


Varanasi (dil India live). धार्मिक व सामाजिक संगठन दावत-ए-इस्लामी हिन्द ने पर्यावरण को बचाने के मकसद से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए देश भर में अपने हजारों स्वयंसेवकों के माध्यम से लाखों पेड़ लगाने का आंदोलन शुरू करने जा रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए दावते इस्लामी इण्डिया के राष्ट्रीय सदस्य तथा जीएनआरएफ प्रमुख हाजी यूसुफ अत्तारी ने कहा कि  असंतुलित जलवायु और बदलते पर्यावरण को देखते हुए दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ गया है जिसे  देखते हुए दावत-ए-इस्लामी इण्डिया अपनी शाखा गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन के माध्यम से पिछले कई वर्षों से पौधारोपण अभियान चला रही है। इस अभियान से अब तक देश भर में लाखों पौधे सफलतापूर्वक लगाए जा चुके हैं। इसी आंदोलन को जारी रखते हुए 1 जुलाई से 10 जुलाई तक देश भर में वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए एक कार्ययोजना  तैयार की गई है जिसमें पर्यावरण संबंधी जनजागृति, वृक्षारोपण का महत्व बताना, ग्लोबल वार्मिंग का खतरा इत्यादि विषयों की जानकारी देते हुए पर्यावरण साफ सुथरा रखने संबंधी जागरुकता फैलायी जाएगी। इसके लिए ज़िला स्तर पर सार्वजनिक सभाओं का आयोजन करना, व्यक्ति मुलाकात करना, सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स लगाना, और विज्ञापनों के माध्यम से वृक्षारोपण की ओर आकर्षित करना है। इसी के साथ  वृक्ष रोपण के महत्व और आवश्यकता को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जानकारी पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे है,  हाजी यूसुफ ने आगे जानकारी देते हुवे यह भी बताया कि दावत-ए-इस्लामी इंडिया द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक संस्थान इस अभियान में शामिल हैं, शहर शहर छात्र वृक्षारोपण जनजागृति करने के उद्देश्य और लोगों को जोड़ने के लिए रॅलिया निकालने वाले हैं. इस अवसर पर उन्होंने  अपील की है कि इस मुहिम को सफल बनाए अपने परिसर में अपनी पसंद कि जगह पर कम से कम एक पौधारोपण लगाकर उसको वृक्ष बनाए।

Kashi International Art Exhibition-2023 में दिखा श्री कृष्ण का बाल रूप



Varanasi (dil india live)। गंगापुर स्थित  इंस्टिट्यूट ऑफ फाइन आर्ट कला दीर्घा में " काशी अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी -2023" इन दिनो लगी हुई है. इस कला प्रदर्शनी में बंग्लादेश, नेपाल तथा भारत के कई प्रदेशों के कलाकारों ने अपनी कृतियां प्रदर्शित की है. पिछले दिनों प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया था. इस प्रदर्शनी में  जयपुर, राजस्थान से डॉ. रेणु शाही की कृति 'श्री नाथ जी' को काशी के दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है. कैनवस पर बड़े आकार का यह चित्र मूलरूप से राजस्थान के नाथद्वारा कि लोककला शैली एवं लघु चित्रण से प्रभावित है.

श्री कृष्ण के बाल रूप में गोलार्धधारी स्वरूप को अभिव्यक्त करती यह कृति चित्रकार के प्रयोगात्मक कलाकर्म के आधर पर बनाया गया था. रेणु शाही वर्तमान में जयपुर में रहते हुए कला के क्षेत्र मे सक्रिय है तथा अध्यापन के साथ-साथ  लेखन एवं चित्रण का कार्य करते हुए देश-विदेश में कला प्रदर्शनियों में निरंतर सहभागिता बनाये हुये है.

eid-ul-azha 2023: desh duniya mai शुरु हुआ कुर्बानी का त्योहार

पहले रब कि इबादत, फिर शुरू कुर्बानी का सिलसिला





Varanasi (dil india live)। सुबह मोमिनीन ने पहले रब की रजा के लिए सिजदा किया, मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करने लोग पहुंचे, इसके बाद घरों में छोटे–बडे जानवरों की कुर्बानी का दौर का आगाज़ हुआ। देश और दुनिया में इसी के साथ ईदुल अजहा कि खुशियों में मोमिनीन डूब गये है।
मजहबी शहर बनारस में बकरीद को देखते हुए मस्जिदों में नमाजे ईदुल अजहा की तैयारियां पहले ही कर ली गई थी। ईदुल–अजहा कि नमाज सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच जुमेरात को अम्नो-मिल्ल्त के साथ मुकम्मल की गई। नमाज़ अदा करने के बाद कुर्बानी का जो सिलसिला शुरू हुआ समाचार लिखे तक जारी था और कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक पहुंचाने लोग अपने अज़ीजो और रिश्तेदारों के यहां आते जाते दिखाई दिए। 

इस दौरान मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी, ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील, खानकाह हमीदिया रशीदिया शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ शाही मुगलिया मसजिद बाद्शाहबाग में मौलाना हसीन अहमद हबीबी, ईदगाह गोगा की बाग में मौलाना नुरुल हसन, ईदगाह शक्कर तालब अहले हदीस में मौलाना हसन जमील मदनी, ईदगाह लंगर में मौलाना इरशाद रब्बानी, जामा मस्जिद खोजापुरा में मौलाना सगीर, मस्जिद शहीद बाबा में हाफिज गुलाम तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी ने बकरीद की नमाज़ अदा कराया. शिया इमामबाड़ा सरैया में मौलाना जफर हुसैनी, दरगाहे फातमान में मौलाना अकील हुसैनी, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में हाफिज नसीम अहमद बशीरी, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम ने नमाज अदा कराया। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली, बड़ी मस्जिद काज़ीसादुल्लाहपुरा में मौलाना शफीक अकमल, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद, मस्जिद मीनार कमालपुरा में मौलाना निजाम, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में मौलाना हाजी नसीरुद्दीन ने नमाज़ अदा कराया. 

ऐसे ही मस्जिद शाही ज्ञानवापी, मस्जिद दायम खां, मस्जिद आलमगीर धरहरा, ईदगाह मस्जिद लाटशाही बाबा, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार, मस्जिद नुरूददीन शहीद, मस्जिद हबीबिया, मस्जिद नयी बस्ती, मस्जिद खाकी शाह, मस्जिद बुलाकी शहीद, मस्जिद याकूब शहीद, अल्लू कि मस्जिद, मस्जिद नगीना, मस्जिद सुल्तानिया, मस्जिद गौसिया, मस्जिद ताड़ का बाग आदि में बकरीद कि नमाज़ अदा किया गया।बकरीद कि नमाज़ मुकम्मल होने के बाद ईदगाहों के आसपास मेले जैसा माहौल था। वहां बच्चे खिलौना गुब्बारा आदि खरीदते दिखाई दिए। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी। शाम के बाद घरों में दावतों का दौर शुरू होगा जो देर रात तक जारी रहेगा।

सिकंदरपुर के विधायक का फोटो वायरल 


उधर बलिया के सिकंदरपुर में सपा विधायक मोहम्मद रिजवी अपने अज़ीजो को बकरीद कि नमाज़ के बाद ईदुल अजहा कि मुबारकबाद दी। वो ईदुल अजहा कि खुशियां लोगों से साझा करते नजर आए। सोशल मीडिया पर मोहम्मद रिजवी कि तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही थी। 

देर रात तक हुई खरीदारी 

बकरो और सेवईयो की खरीदारी का दौर इससे पहले देर रात तक चला। बकरों की खरीद के साथ ही खोवा, दूध, सेवई, मेवा, प्याज, अदरक, मसाले आदि की भी खरीदारी देर रात तक हुई। कुर्बानी के साथ ही घरों में लज़ीज सेवईयां बनाई गई थी. इसकी तैयारियों में ख्वातीन देर रात से ही जुटी हुई थी। दरअसल बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग के दिन के रूप में याद किया जाता है। 









'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...