Quality assurance व उच्च प्रभाव दृष्टिकोण पर हुई अभिमुखीकरण बैठक
- चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का समय से मूल्यांकन जरूरी
- सभी मानकों को पूरा करें, मरीजों को मिले बेहतर सुविधाएं
Varanasi (dil india live) | कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध को परखने के लिए मंगलवार को मॉकड्रिल की जायेगी |चीन समेत कई देशों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यहाँ भी हर जरूरी तैयारी करने को कहा गया है |
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने समस्त कोविड चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि कोविड उपचार व प्रबंधन संबंधी सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से जांच ली जाएं । मॉकड्रिल के दौरान समस्त चिकित्सा इकाइयों में ऑक्सीज़न प्लांट, औषधियों, एंबुलेंस, आईसीसीसी कॉल सेंटर, तैनाती स्थल, अंतर्भागीय कोविड वार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को अच्छी तरह जांच लिया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर हर जरूरी तैयारियों के बारे में शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इसके तहत जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का प्रयोगात्मक विश्लेषण एवं मॉकड्रिल के दौरान पायी गयी कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा। यह मॉकड्रिल मंगलवार (27 दिसंबर) को जनपद के 11 चिकित्सा इकाइयों पर होगी जिसमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल हैं । कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा । जनपद की समस्त चिन्हित कोविड प्रबंधन इकाइयों के रोस्टर में सूचीबद्ध सभी चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफपूर्वाभ्यास में प्रतिभाग करेंगे। कोविड प्रबंधन के बारे में जनपद स्तर से अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों, पैरा मेडिकल व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इस पूर्वाभ्यास में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जायेगा ।ड्यूटी रोस्टर में नामित वार्डब्वाय व सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स चालक, चिकित्सा इकाइयों पर तैनात फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन भी प्रतिभाग करेंगे।
सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित ब्लॉक में एक-एक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रिहर्सल का पर्यवेक्षण किया जायेगा। समस्त नोडल अधिकारी व पर्यवेक्षकों द्वारा पूर्वाभ्यास में सम्पादित गतिविधियों की सूचना निर्धारित चेकलिस्ट पर चिकित्सीय इकाई-वार संकलित कर जिला सर्विलांस इकाई को उसी शाम छहबजे तक उपलब्ध कराएंगे, जिसका उत्तरदायित्व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया का होगा।
- ऑक्सीजन प्लान्ट तथा ऑक्सीज़न कन्संट्रेटर की क्रियाशीलता
- वेंटिलेटर्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता
- आवश्यक लॉंजिस्टिक (औषधियों, आईवी फ्लूइड व अन्य उपकरण) की उपलब्धता
- मानव संसाधन की उपलब्धता
- अबाध विद्युत आपूर्ति
मुख्य वक्ता कुशीनगर से आये आल इंडिया सेक्युलर फोरम से जुड़े हृदया नन्द शर्मा ने कहा कि आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा। भारत हजारों साल से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। सदियों से लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारा के साथ रहते आये हैं। हमारे महापुरुषों की आईडिया ऑफ इंडिया की यह परिकल्पना थी जिसमें स्वतंत्रता, समता,बन्धुता और न्याय हो। राम, कृष्ण, बुद्ध, कबीर, गोरख नाथ, स्वामी विवेकानंद,गांधी,नेहरू अंबेडकर, भगत सिंह, को पढ़ेंगे व जानेंगे तभी मेल जोल और साझी संस्कृति को आगे बढ़ा सकेंगे।
बनारस से आये रणजीत कुमार ने कहा कि आपसी मेल जोल के लिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना होगा तभी एक सुंदर व खुशहाल भारत बनेगा। ऐसे वातावरण का निर्माण करें ताकि एकता व प्रेम कायम रहे। इस तरह के आयोजन होंने चाहिए जिसमें हम एक दूसरे को समझ सकें। सभी धर्म संस्कृति का सम्मान होगा तभी राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भाव व न्याय कायम होगा।
सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह ने कहा कि संविधान की मूल अवधारणा लेकर चलें तो सर्वे सुखिना, सर्वे भवन्तु निरामया की उक्ति चरितार्थ होगी। हमारा संविधान मानवतावादी है और सभी के कल्याण और बराबरी के लिए है।उसे पूर्णरूपेण लागू करके बेहतर भारत बना सकते हैं।
डॉ अनिल उपाध्याय उर्फ मेला ने कहा कि सामाजिक एकता को कायम रखने के लिए संयम,जिम्मेदारी व मेल जोल आवश्यक है। इसी क्रम में ग्रामप्रधान रत्नेश मिश्रा, रामजस सिंह, राम बहाल सिंह, गणेश दुबे ने कहा कि अखंड भारत की बात की जाती है जैसे हमारा परिवार। हमें एकता, शांति, न्याय को अक्षुण बनाये रखना होगा। उसके लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। वक्ताओं ने भारतीय संविधान को जानने समझने व सरकार द्वारा चल रही योजनाओं की चर्चा करते हुए अधिकारों के लिए सजग रहने का आह्वान किया।
स्वागत करते हुये स्थानीय आयोजक मनोज मिश्रा ने इस कार्यक्रम का मकसद बताया कि समाज मे बदलाव आये और सामाजिक न्याय सबको मिले इसी जागरूकता के लिए परिचर्चा रखी गयी है। आभार व्यक्त करते हुए गायत्री ने लिंग भेद, सुरक्षा, भागदारी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरूआत परिचय से हुआ। लर्निंग सर्किल संचालिका बच्चियों ने स्वागत गीत, राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों में सद्भावना रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम में मोहम्मद इस्माईल, बसन्तलाल, मनोज, शिवदास, दीपक, इमरान अली, सत्यम, श्रद्धा, मुस्कान, बबिता, अंजली, रागनी, आयुष, काजल, अंशिका, निर्मला, बदरुन्निशा सहित सैकड़ों महिला, पुरुष व छात्र - छात्राएं मौजूद रहे।
धर्म कि नगरी Varanasi में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महा गिरजाघर) में yeshu masih की आराधना सुबह 8.30 बजे hindi व 9.30 बजे English में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में फादर थामस सी.फादर सेबस्टियन, सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के rajkumar एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस aman के rajkumar की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर cristmas wish किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम cristmas का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि cristmas हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में cristmas मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया।
cristmas मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर cristmas की बधाइयां दी। यहां सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया।
सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।
24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरों व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर अगस्टिन, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।
उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....।
इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।
Varanasi (dil india live). अंजुमन गरीब नवाज़ फाटक, शेख सलीम, (बगीचा) जेरे एहतमाम जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन शनिवार को देर रात शुरू हुआ। आयोजन में बैरूनी व मुकामी दर्जनों अंजुमने शिरकत करने और नात-ए-पाक का नजराना पैश करने पहुंची हुई थी। देर रात तक नहीं की शान में एक से एक नातियां कलाम फिजा में बुलंद हो रहे थे।
कार्यक्रम में अंजुमन अलविया, अंजुमन फलाहे दीन, अंजुमन गुलामाने वारिस, अंजुमन तकरीबाते इस्लाम, अंजुमन मुहिब्बाने अहले बैत, अंजुमन इलाहिया, अंजुमन शाहीन-ए-इस्लाम, अंजुमन चरागे इस्लाम, अंजुमन बज्ने अनवारे सूफिया, अंजुमन फारूकिया, अंजुमन गुलशने रसूल, अंजुमन कारवाने हरम, अंजुमन मुजाहीदीने-ए-इस्लाम, अंजुमन अस्हाब-ए-मोहम्मद, अंजुमन इरफानिया, अंजुमन इस्लातुल इस्लाम, अंजुमन फारूकिया, अंजुमन गुलामाने सहाबा, अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा, अंजुमन शाहे मदिना, अंजुमन सुन्नते रसूल, अंजुमन पंजतन पाक आदि कलाम पेश करने आ चुकी थी। समाचार लिखे जाने तक नातियां कलाम के बोल से समूचा इलाका गूंज रहा था।
पास्टर एंड्रू थामस ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह प्रेम, शांति, भाईचारा एवं क्षमा करने का संदेश लेकर इस दुनिया में आए| ईश्वर होकर भी उन्होंने मानव रूप धारण किया और दीन दुखीयारों की सेवा का संदेश सबको दिया| क्रिसमस के पावन अवसर पर जरूरी है कि हम सब प्रभु यीशु मसीह के प्रेम को सभी लोगों के साथ बांटे अथवा उनके संदेशों को व्यक्तिगत जीवन में अनुशरण करें।
बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...