सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

साधकों ने लिया दीक्षा

महाशिवरात्रि साधना शिविर का हुआ शुभारंभ

सदगुरुदेव से शक्तिपात दीक्षा प्राप्त करना साधनात्मक जीवन का एक अहम बिंदु- साधक



वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। परम आदरणीय संत सदगुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने आज शिष्यों के साथ महाशिवरात्रि साधना शिविर 2022 का शुभारंभ  रामाश्रय वाटिका कचहरी वाराणसी के प्रांगण में उत्साह के साथ शुरू किया।आज साधना शक्तिपात व सामान्य दिक्षाए  सम्पन्न की गई । गुरुदेव ने मंत्रों के साथ शिविर का शुभारंभ किया शिविर में देश, विदेश के साथ सभी प्रदेशों के साधक पधारे हुए हैं नेपाल से भी साधक आये हुए हैं। रामाश्रय वाटिका, निकट कचहरी में आज की साधना संपन्न की गई सभी साधकों के साथ आयोजक मंडल के सदस्य डॉ वी बी सिंह, के के मिश्रा, हरिनारायण सिंह बिसेन, उदय सिंह, कैलाश सिंह मीरा मिश्रा, सौरभ सिंह, रिपुंजय सिंह एवं अन्य भक्त गण उपस्थित रहे।

     हरिनारायण सिंह बिसेन ने बताया कि आज प्रातः 9:00 बजे रुद्राष्टकम के साथ रुद्राभिषेक पारद शिवलिंग पर  गुरुदेव के द्वारा शिष्यों के साथ सम्पन्न की जायेगी।

महिलाओं को मतदान के लिए किया जागरुक

दिलायी मतदान की शपथ


वाराणसी 28 फरवरी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के अंतर्गत 7 मार्च को वाराणसी में होने वाले मतदान में अधिकतम मतदान हेतु जागरूकता लाने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही संस्था वी द वुमेन ने अलमनार ब्वायज स्कूल रेवड़ी तालाब में एक गोष्ठी का आयोजन किया। मुख्य अतिथि स्वीप आइकन और अंतरराष्ट्रीय एथेलीट नीलू मिश्रा ने  गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव होता है। मतदान प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है इसलिए इसमें कोताही नही की जानी चाहिए और निर्भीक होकर मतदान करना चाहिए। उन्होंने टेंडर वोट की प्रक्रिया से भी लोगों को अवगत कराने के साथ ही यह भी बताया कि चुनाव आयोग ने मुस्लिम महिला मतदाताओं की बहुलता वाले बूथों पर महिला मतदान कर्मियों की तैनाती की गयी है, इसलिए मुस्लिम महिलाएं भी बिना किसी तनाव के वोट देने ज़रूर जाएं। उपस्थित महिलाओं सहित सभी को नीलू मिश्रा द्वारा मतदान की शपथ भी दिलायी गयी। अध्यक्षता करते हुए वी द वुमेन की निदेशक ग़ज़ाला अंजुम ने महिलाओं से आह्वाहन किया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को मतदान के लिए भेजने की ज़िम्मेदारी वे स्वयं के ऊपर लें और आगामी 7 मार्च मतदान के दिन पहले मतदान फिर जलपान और मतदान नही तो जलपान नही का फार्मूला अपनाएं। गोष्ठी को सायबा, असमा, फ़ायज़ा आदि ने भी संबोधित किया। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन फातमा फरहीन ने किया।

ऐश वेडनस डे : मसीही राख लगा करेंगे आराधना

मसीही रखेंगे चालीस दिन महा उपवास 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव) मसीह समाज का चालीस दिन चलने वाला उपवास बुधवार से शुरू हो रहा है। ऐश वेडनस डे पर महा गिरजा समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना होगी। वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज के संयोजन में विशेष प्रार्थना सभा होगी । इस दौरान मसीही माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाएंगे। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया जाएगा कि ये चालीस दिन प्रायश्चित ओर नियम संयम के हैं। इस उपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।

वाराणसी डायसिस से जुड़े फादर थामस ने बताया कि  हर शुक्रवार को क्रूस का रास्ता का महागिरजा में आयोजन होगा।बुधवार से मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे तक उपवास करेंगे। यह आयोजन गुड फ्राइडे तक चलेगा। गुड फ्राइडे पर चर्च में 3 बजे विशेष आयोजन बिशप की अगुवाई में होगा। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाएगा। 

कब्रिस्तान की हिफाजत को नई पहल

कब्रिस्तान में चल रहा साफ सफाई अभियान 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। हत्वारी वेफेयर सोसाइटी के तमाम सदस्य गढ़ अपने नीजी कब्रिस्तान मे हो रही गन्दगी और आवैध निर्माण के खिलाफ संकल्प उठाया है की अपने पाक ज़मीन (कब्रिस्तान) मे आये दिन हो रही गंदगी, कब्रो के रख रखाओ में दूरदरता और हो रहे अवैध निर्माण के विरुद्ध पिछले २ सप्ताह से साफ सफाई का और वहा के लोगो को जागरूक करने का अभ्यान चलाया।हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ने यह कहा - किसी भी प्रकार की गंदगी और आवैध निर्माण कब्रिस्तान मे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कब्रिस्तान की साफ सफाई और आवैध निर्माण को रोकने के लिए आगे भी इससे ज़्यादा मज़बूती से कदम उठायेंगे। इस आयोजन मे मुख़्य रूप से हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ओर तमाम सदस्यगन मौजूद थे। 

शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022

मतदान जागरूकता का यह तरीका देखिए

नुक्कड़ नाटक से छात्राओं ने किया गांव को जागरूक

वाराणसी ११ फरवरी (dil India live)। बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह एवं खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार यादव के आव्हान पर विधानसभा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए SVEEP 2022 के तहत पंचायत भवन ठटरा और विभिन्न स्थानों पर मतदाता जागरुकता के लिए गांव की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक चौपाल का आयोजन हुआ। इस नाटक के माध्यम से छात्राओं ने गांव वासियों को ये संदेश दिया की एक स्वस्थ और भारष्टाचार  मुक्त समाज के निर्माण में एक सही उम्मीदवार का चयन करना कितना आवश्यक है। इस लिए हमें धर्म , जाति से ऊपर उठ कर सही उम्मीदवार को वोट देना चाहिए। तथा 100 प्रतिशत मतदान में सहयोग करना चाहिए।

इस नाटक में  ईशा केशरवानी, साक्षी केशरी, काजल पाल, किरण, शिफा, श्रेया विश्वकर्मा, श्रद्धा विश्वकर्मा ,मधु, सिमरन, प्रीति, देवयानी, आफरीन बानो एवं कोमल ने प्रतिभाग किया। इस नुक्कड़ नाटक की तैयारी में अध्यापक अब्दुर्रहमान, नीलम केशरी, संगीता सिंह एवं अमृता वर्मा ने मुख्य भूमिका निभाई। ये नुक्कड़ नाटक गांव वालों को बहुत पसंद आया इस की चर्चा पूरे गांव में खूब हो रही है।

पीलिया से नवजात को बचाएं, झाड़-फूंक नहीं उपचार कराएं

60 प्रतिशत फुलटर्म और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया की रहती है आशंका

समय पर उपचार से पूरी तरह ठीक हो जाती है पीलिया

पीलिया में लापरवाही हो सकती है जानलेवा


वाराणसी 11  फरवरी (dil India live)। नवजात शिशुओं में पीलिया का होना वैसे तो एक सामान्य बात है। 60 प्रतिशत फुलटर्म बेबी में और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया होने की आशंका रहती है पर थोड़ी सी सतर्कता और समय पर उपचार से यह रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसलिए नवजात को यदि पीलिया हुआ है तो उसका झाड़-फूंक नहीं उपचार करायें। ध्यान रहे कि झाड़-फूंक नवजात के लिए जानलेवा भी हो सकता है। यह कहना है राजकीय महिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ व एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) की प्रभारी डा. मृदुला मल्लिक का।

 डॉ. मल्लिक  ने बताया कि पीलिया किसी भी उम्र में हो सकता है। बड़ों में यह रोग संक्रमण के चलते होता है, जबकि नवजात में यह बीमारी अलग-अलग कारणों से होती है। नवजात में रोग से लड़ने की क्षमता काफी कम होती है। नवजात को पीलिया अधिक दिनों तक दिनों तक रहने से उसका हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और वह कोमा में भी जा सकता है। समय से उपचार नहीं होने से उसका रोग गंभीर रूप लेकर जानलेवा भी हो सकता है।

डॉ. मृदुला ने बताया कि वर्ष 2020-21 में एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) में भर्ती 738 नवजात शिशुओं में 316 को पीलिया रहा। इस वर्ष जनवरी से अबतक कुल 90 शिशु एसएनसीयू में भर्ती हुए। इसमें 38 को पीलिया के कारण यहां लाया गया। हालांकि उपचार के बाद सभी स्वस्थ हैं।

 नवजात में पीलिया के कारण

डा. मृदुला बताती है कि नवजातों में पीलिया दो तरह का होता है। पैथोलॉजिकल पीलिया व फिजियोलॉजिकल पीलिया। पैथोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 घंटे के भीतर नजर आने लगते हैं और इसके इलाज की जरूरत होती है जबकि फिजियोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 से 72 घंटे बाद नजर आते हैं। यह पांच से सात दिन तक बढ़ता है। इसमें उपचार की जरूरत नहीं होती है। नवजात शिशुओं में पीलिया होने के कई कारण हैं। इनमें बच्चे के खून में बिलिरूबिन सेल्स की अधिकता एक बड़ा कारण होता है। मां और बच्चे का ब्लड ग्रुप ( आरएच & एबीओ) का अलग- अलग होना भी पीलिया का कारण हो जाता है। इसके अतिरिक्त किसी संक्रमण के चलते भी नवजात को पीलिया होने की काफी आशंका रहती है। 

 पीलिया के लक्षण- पीलिया होने पर शुरू में शिशु का चेहरा पीला होने लगता है उसु उसकी आंखें भी पीली हो जाती हैं। शिशु के नाखून पीले पड़ने लगते हैं। उसके त्वचा का रंग भी ज्यादा पीला दिखने लगे।  पीलिया के लक्षण नजर आने के बाद उसके उपचार में हुर्इ देरी उसके लिए नुकसानदेय हो सकते हैं। इसलिए शिशु में पीलिया के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए, ताकि शिशु को पीलिया से होने वाली समस्याओं से बचाया जा सके।

इस प्रत्याशी को जाने क्यों मिली नोटिस

आचार संहिता उल्लंघन में फंसे शहर उत्तरी के प्रत्याशी मोनू राय

  • 48 घंटे में देना होगा जबाव, अन्यथा होगी कार्यवाहीआ

  • दर्श आचार संहिता में रैली/जुलूस है प्रतिबन्धित

  • प्रतिबन्ध के बावजूद मोनू राय ने निकाला था जुलूस


वाराणसी 11 फरवरी (dil India live)। रिटर्निग आफिसर 388-वाराणसी उत्तरी/अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ) ने वाराणसी उत्तरी के प्रत्याशी बहादुर आदमी पार्टी मोनू राय को 10 फरवरी को अपने नामांकन के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किये जाने पर नोटिस जारी कर 48 घंटे में अनियमितता सम्बन्धित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। कहा है कि अन्यथा की स्थिति में यह माना जायेगा कि उपरोक्त के सम्बन्ध में उन्हें कुछ नहीं कहना है, तदनुसार उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। बताते चलें कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन 2022 के अन्तर्गत आदर्श आचार संहिता लागू है, जिसमें रैली/जुलूस प्रतिबन्धित है। प्रतिबन्ध के बावजूद 10 फरवरी को मोनू राय नामाकंन करने जुलूस के साथ आये। नामांकन में 15 से अधिक दो पहिया वाहन (मोटर साईकिल एवं स्कूटी) सम्मिलित थे, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। 01 झंडा युक्त प्रचार वाहन भी सम्मिलित पाया गया, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। कोविड गाइड लाइन का अनुपालन नही किया गया है। नामाकंन स्थल पर धारा-144 लागू है, जिसके अन्तर्गत 05 व्यक्ति से अधिक एक स्थान पर एकत्र नही हो सकते। प्रत्याशी मोनू राय द्वारा धारा-144 का उल्लंघन किया जाना पाया गया।

...ज्यो कर सूरज निकलया, तारे छिपे अन्धेर पलोवा

पहले पातशाह गुरू नानक देव के प्रकाशोत्सव पर झूमा सिख समाज  धूमधाम व उल्लास से गुरुद्वारा गुरुबाग में मनाई गई नानक जयंती Varanasi (dil India ...