मंगलवार, 11 जनवरी 2022

फ्रंटलाइन व हेल्थ केयर वर्कर में पहले दिन एहतियाती डोज को लेकर दिखा उत्साह

फ्रन्ट लाइन वर्कर अलका ने लगवाई जिले में पहली “प्रीकाशनरी डोज”

 • अधिकतर ने टीका लगवाने के  बाद पूरी की अपनी ड्यूटी

 • बोले - खुद लगवाया है, दूसरों को भी लगवायेंगे, कोविड को दूर भगायेंगे



 



वाराणसी, 10 जनवरी(dil india live)। कोविड टीके के  एहतियाती डोज  को लेकर सोमवार को पहले  “फ्रन्ट लाइन  वर्कर” व “हेल्थ केयर वर्कर”  ने काफी उत्साह दिखाया। कई ने तो ड्यूटी के बीच में ही मौका निकालकर टीका लगवाया और लौटकर पुनः अपनी ड्यूटी पूरी की। टीका लगवाने के बाद वह काफी आश्वस्त नजर आये। बोले - खुद टीका लगवाया है, दूसरे को लगायेंगे और लगवायेंगे, कोरोना को दूर भगायेंगे।

सिगरा स्टेडियम स्थित  टीकाकरण केन्द्र पर एहतियाती डोज लगवाने के लिए “फ्रन्ट लाइन  वर्कर” समय से पहले ही पहुंच गये थे। वह जल्द से जल्द टीके की एहतियाती डोज लेकर अपनी ड्यूटी पर पहुंचना चाह रहे थे। जिले में टीके की एहतियाती डोज सबसे पहले “फ्रन्ट लाइन  वर्कर” अलका पाण्डेय को लगी। सिगरा स्टेडियम केन्द्र में टीका लगवाने के बाद 29 वर्षीया अलका पाण्डेय ने कहा कि वह बेहद खुशकिस्मत हैं जिन्हे  यह अवसर मिला। उन्होंने बताया कि मार्च  में उन्हें टीके का दूसरा डोज लगा था और जब से उन्होंने सुन रखा था कि “फ्रन्ट लाइन  वर्कर” को टीके की एहतियाती डोज भी लगेगी तभी से वह इस अवसर का इंतजार कर रहीं थीं। एहतियाती डोज लग जाने से वह अब और भी सुरक्षित हो गयी हैं। ऐसे में वह अधिक लगन से अपने कर्तव्यों का पालन कर सकेंगी।

यहां एहतियाती डोज लगवाने वालों में  जिला क्षय व कुष्ठ रोग अधिकारी डा. राहुल सिंह भी शामिल रहे। एहतियाती डोज लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि सभी फ्रन्ट लाइन वर्कर को टीके की एहतियाती डोज जल्द से जल्द लगवा लेनी चाहिए ताकि वह और भी सुरक्षित हो जाएं। एहतियाती डोज लगवाने के फौरन बाद डा. राहुल सिंह पं. दीन दयाल चिकित्सालय पहुंचे और उन्होंने ओपीडी में मरीजों को देखा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वी. एस. राय व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. ए. के. पाण्डेय एवं उनकी टीम को भी प्रीकाशनरी डोज लगायी गई।

श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय में फ्रन्ट लाइन वर्कर ने कोविड टीके की एहतियाती डोज काफी उत्साह के साथ लगवाया। यहां सिस्टर कमलावती ने टीके सबसे पहले एहतियाती डोज लगवायी। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी 2021 को उन्होंने टीके की पहली डोज लगवाई ही थी। दूसरी डोज उन्हें 18 फरवरी 2021 को लगी थी। एहतियाती डोज का उन्हें इंतजार था। इसके लग जाने से अब वह पहले से अधिक सुरक्षित हो चुकी हैं। उन्होंने कहा - सभी फ्रन्ट लाइन वर्कर को यह एहतियाती डोज लगवानी चाहिए ताकि वह खुद सुरक्षित रहते हुए मरीजों की सेवा कर सकेंगे । एसएसपीजी अस्पताल की सिस्टर रीता सिंह ने भी यहां एहतियाती डोज लगवाया और बोली यह बहुत जरूरी था क्योंकि हम सब खतरों के बीच रहकर मरीजों की सेवा करते हैं । पहले अपने आप को सुरक्षित कर ही हम दूसरों की जान बचा सकते हैं, इसलिए सभी फ्रन्ट लाइन वर्कर को एहतियाती डोज लगवाना चाहिए। एसएसपीजी अस्पताल की सिस्टर माधुरी ने भी टीके की एहतियाती डोज लगवायी और बोली हमने खुद तो टीके की सभी डोज लगवा ली है अब दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे।

जिले में पहले दिन 917 को लगी एहतियाती डोज़

15 से 18 वर्ष के 19,658 किशोरों को लगा टीका

टीकाकरण अभियान में 39,273 लाभार्थियों को लगा टीका


वाराणसी, 10 जनवरी(dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान चरणबद्ध तरीके से चल रहा है। जनपद में सोमवार से हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को प्रीकाशनरी डोज़ (एहतियाती टीका) लगाने की शुरुआत की गई है। पहले दिन 917 लोगों ने एहतियाती टीका लगवाया। इसके साथ ही 19,658 किशोर-किशोरियों को कोविड का टीका लगाया गया। जिले के करीब 200 से अधिक स्कूलों में किशोरों का टीकाकरण किया गया। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सोमवार को जिले में हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से ऊपर के पूर्व से गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को प्रीकाशनरी डोज़ लगाने की शुरुआत की जा चुकी है। दूसरी डोज़ के नौ माह या 39 सप्ताह बाद लगाई जा रही प्रीकाशनरी डोज़ के लिए सभी हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर बेहद उत्सुक थे और काफी समय से इसका इंतजार कर रहे थे। अब जब उन्हें प्रीकाशनरी डोज़ लग चुकी है, इससे उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता और बढ़ जाएगी। सीएमओ ने कहा कि प्रत्येक कोविड टीकाकरण केंद्र पर हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्कर में उत्साह देखने को मिला। इसके साथ ही स्कूलों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी किशोर-किशोरियों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 

सीएमओ ने बताया कि सोमवार को विभिन्न केन्द्रों, चैरिटेबल अस्पतालों सहित  511 सत्रों व करीब 200 से अधिक स्कूलों में कुल 39,273 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 33,381 लाभार्थियों को प्रथम डोज तथा 4,975 लाभार्थियों को दूसरी डोज एवं 917 लोगों को प्रीकाशनरी डोज़ का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 18 वर्ष के बीच के 19,658 लाभार्थियों को, 18 से 45 वर्ष तक के बीच के 16,438 लाभार्थियों को, 45 से 60 वर्ष के बीच के 1,503 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 752 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया। सीएमओ ने बताया कि अभी तक जिले में कुल 47,41,910 कोरोना डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 28,79,093 पहली डोज़ और 17,84,240 दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी हैं।


सोमवार, 10 जनवरी 2022

कोरोना की बंदिशों के बीच मनेगा हजरत रहीम शाह का सालाना उर्स

 वाराणसी 10 जनवरी (dil india live)। हजरत रहीम शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिनी सालाना उर्स कोविड प्रोटोकाल के साथ बाबा के बेनिया स्थित आस्ताने में मनेगा। इस दौरान बाबा के आस्ताने पर फातिहा पढ़ने और मन्नतों की चादर चढ़ाने के लिए अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ेगा। दूरदराज से आए अकीदतमंदों के कोरोना से बचाव के इंतज़ाम किए जा रहे हैं। बाबा के दर पर हाजिरी के साथ ही तकरीर और नात-ए-पाक का नजराना भी बाबा की शान में पेश किया जायेगा। तीन दिनी उर्स 

की शुरुआत मंगलवार को हजरत रहीम शाह बाबा के दर पर पाक कुरान की तेलावत से होगा। जोहर की नमाज के बाद महफिल-ए-शमा का आयोजन किया जायेगा। शाम को चादरपोशी और मगरिब की नमाज के बाद मीलाद शरीफ होगा। मीलाद शरीफ में बड़ी तादाद में अकीदतमंद शामिल होते हैं। इस मौके पर तकरीर और लंगर भी चलेगा। सुबह से शाम तक बाबा के दर पर फातिहा पढ़ने वाले आयेगे। आने वालों का खैरमखदम सज्जादानशीन मोहम्मद सैफ रहीमी करेंगे। उर्स को देखते हुए दरगाह को सजाया गया है, तथा आसपास भी सजावट की गई।

निकलेगी चादर होगी कव्वाली

सरपरस्त मोहम्मद शाहिद ने बताया कि 11 को फज्र के बाद कुरआन ख्वानी, जोहर के बाद महफिले समा, असर बाद चादर पोशी, मगरिब बाद मिलाद शरीफ, ईशा बाद तकरीर व लंगर, उसी तरह दूसरे दिन 12 को फज्र में कुरआन ख्वानी, बाद नमाज असर ग़ुस्ल मजार शरीफ, बाद नमाज मगरिब सरकारी चादर पोशी व मिलाद शरीफ, बाद नमाज ईशा लंगर व महफिले समा, फिर तीसरे दिन 13 को फज्र में कुरआन ख्वानी के बाद 10:30 बजे कुल शरीफ व बादहु रंग महफ़िल, लंगर  फिर बाद नमाज मगरिब महफिले समां होगा। सभी आयोजन कोविड गाइड लाइन के तहत किया जाएगा। आयोजन में अमन और मिल्लत की दुआएं होगी।

गुरु गोविंद सिंह की देश-दुनिया में 355 वीं जयंती मनाई गई

जिन प्रेम कियो तिनही प्रभु पायो...

मैं हूं परम पूरक को दासा देखन आयो जगत तमाशा...



Varanasi 09 जनवरी (dil india live) : सिक्ख धर्म के दसवें पातशाह गुरु गोविंद सिंह की जयंती पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ आस्थापूर्वक देश-दुनिया के साथ ही धर्म की नगरी काशी में भी मनायी गयी। इस अवसर गुरुद्वारा गुरुबाग व गुरुद्वारा नीचीबाग में विशेष आयोजन किये गये। पूरे दिन गुरुद्वारे शबद कीर्तन के बोलों से गूंजते रहे। दोनों गुरुद्वारों में दरबार साहिब को फूलमाला और बिजली के झालरों से सजाया गया था। सुबह से ही दरबार में हाजिरी लगाने वालों का तांता लगा रहा। हालांकि कोविड के चलते रात का दीवान आनलाइन ही सजा, गुरुद्वारों के पट रात 10 बजे बंद कर दिये गये।

इससे पहले सुबह गुरु पर्व का आगाज गुरुद्वारा बड़ी संगत नीचीबाग में गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश से हुई। फूलों फूलों से सजी पालकी श्री गुरुग्रंथ साहिब की परिक्रमा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। शब्द कीर्तन गायन कर गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश हुआ।इसी के साथ ही पिछले 40 दिनों से निकल रही प्रभातफेरियों एवं श्री अखंड पाठ साहिब जी का लड़ी पाठ का भी समापन हुआ। अरदास एवं प्रसाद वितरण में गुरु भक्तों का हुजुम जुटा हुआ था। शाम को आनलाईन दीवान सजाया गया। 

 गुरुद्वारा गुरुबाग में हजूरी रागी जत्था भाई नरेंद्र सिंह भाई रकम सिंह भाई रंजीत सिंह ने गुरुवाणी, शबद कीर्तन व कथा से संगत को निहाल किया। सुबह से से रात तक गुरुद्वारे, सच कहूं सुन लेहु सभै, जिन प्रेम कियो तिनही प्रभु पायो...व, मैं हूं परम पूरक को दासा देखन आयो जगत तमाशा...जैसे शबद-कीर्तन के स्वर गूंज रहे थे। घरों से लेकर जश्न का माहौल था पंगत और संगत का उल्लास गुरुदारों में देखते ही बन रहा था।

गुरुबाग में तो गजब की रौनक थी। सुबह से ही श्रद्धालुओं का गुरुद्वारे में पहुंचने का क्रम शुरू हुआ जो अनवरत जारी रहा। पूरे दिन गुरुद्वारों में शबद कीर्तन में लोग जुटे हुए थे। गुरूनानक खालसा बालिका इंटर कालेज एवं गुरुनानक इंग्लिश स्कूल के बच्चों ने भी शबद कीर्तन में भाग लिया। इस अवसर पर विशिष्ट लोगों को सिरोपा देकर सम्मान किया गया। मौजूद संगत ने पंगत में बैठकर गुरु का अटूट लंगर बरता। जिसमें बड़ी संख्या में दूसरे धर्म के भी लोग शामिल हुए और प्रसाद ग्रहण कर खुद को निहाल किया।मुख्य ग्रंथि भाई रंजीत सिंह ने दीवान समाप्ति की अरदास की। इस अवसर पर बलजीत सिंह, महंत सिंह, भाई धरमवीर सिंह, परमवीर सिंह अहलूवालिया आदि मौजूद थे।

रविवार, 9 जनवरी 2022

बंद क्या क्या हुआ नीचे देखिए

जिलाधिकारी ने कोरोना से बचाव के लिए जारी किए आवश्यक दिशा-निर्देश

  • जनपद वाराणसी में कक्षा-10 तक के बच्चों एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के जो लोग कोमोर्बिडीटी हैं, या टी0वी0, हृदय से सम्बन्धित रोग, या अन्य किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित हैं, या जो पूर्व में कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, ऐसे लोगों का घर से बाहर किसी आकस्मिक परिस्थिति के बिना निकलना प्रतिबंधित
  • समस्त धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापक/प्रबंधक अपने धार्मिक स्थल में पीक आवर्स में श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित करने के लिए सुविधाजनक समयसारिणी जारी करें, ताकि एक ही समय में ज्यादा श्रद्धालु धार्मिक स्थल परिसर में न आ सकेें
  • सभी दुकानदार, दुकान के कर्मचारी तथा ग्राहक मास्क पहन के रहें


वाराणसी 09 जनवरी (dil india live)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि ‘नोवल कोरोना वायरस‘ के संक्रमण को भारत में महामारी घोषित किया गया है। वर्तमान समय में कोरोना का संक्रमण पुनः तेजी से बढ़ रहा है तथा जनपद वाराणसी में कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या प्रतिदिन 300 से अधिक हो रही है साथ ही जनपद में कोरोना से संक्रमित कुल व्यक्तियों की संख्या 1000 से ऊपर हो गयी है। इस सम्बन्ध में समीक्षा करने के उपरान्त पाया गया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों को तत्काल जनपद में लागू कराने की आवश्यकता है साथ ही इस शासनादेश में दिये गये प्रतिबंधों के अलावा भी अलग से कुछ प्रतिबंध लगाया जाना आवश्यक है, ताकि कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके। 

       जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में महामारी अधिनियम 1897 व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकार का उपयोग करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु शासन के दिशा-निर्देशानुसार जनपद वाराणसी में कक्षा-10 तक के बच्चों एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के जो लोग कोमोर्बिडीटी हैं, या टी0वी0, हृदय से सम्बन्धित रोग, या अन्य किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित हैं, या जो पूर्व में कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, ऐसे लोगों का घर से बाहर किसी आकस्मिक परिस्थिति के बिना निकलना प्रतिबंधित किया है। 

जनपद में रात्रि कालीन कर्फ्यू रात्रि 10.00 बजे से प्रातः 06.00 बजे तक लागू रहेगा। रात्रि 10.00 बजे के उपरान्त बिना किसी आकस्मिक कारण के घर से बाहर निकलने पर महामारी अधिनियम 1897 व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी। जनपद वाराणसी में कक्षा-10 तक के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों एवं यू0पी0 बोर्ड/ सी0बी0एस0ई0 बोर्ड/आई0सी0एस0 ई0 बोर्ड के अन्तर्गत संचालित समस्त विद्यालयों को विद्यार्थियों हेतु16.01.2022 तक बन्द किया जाता है। इन विद्यालयों में आॅन लाइन कक्षा संचालन की स्वतंत्रता रहेगी। जनपद के समस्त धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों/प्रबंधकों को निर्देशित किया जाता है कि अपने धार्मिक स्थल में पीक आवर्स में श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित करने के लिए सुविधाजनक समयसारिणी जारी करें, ताकि एक ही समय में ज्यादा श्रद्धालु धार्मिक स्थल परिसर में न आ सकेें। जनपद के समस्त सार्वजनिक पार्क, समस्त गंगा व वरूणा नदी के घाट, मैदान, स्टेडियम धरना स्थल आदि में सायंकाल 04.00 बजे के बाद जन-सामान्य का आवागमन प्रतिबंधित किया जाता है। पर्यटन की दृष्टि से उक्त अवधि के उपरान्त केवल नाव में यात्रा करने वाले पर्यटकों को नाव में आने-जाने की अनुमति दी जाती है, परन्तु इनका घाट पर रूकना या बैठना प्रतिबंधित होगा। गंगा नदी के उस पार रेत के क्षेत्र में सभी प्रकार के पर्यटकों तथा जन-सामान्य का एकत्रित होना प्रतिबंधित किया जाता है तथा इस सार्वजनिक स्थल पर सभी प्रकार के मनोरंजन के साधनों को भी बन्द करने के आदेश दिये जाते हैं। रेलवे स्टेशन एवं बस स्टेैण्ड हेतु स्टेशन निदेशक/स्टेशन प्रभारी एवं क्षेत्रीय प्रबन्धक, रोडवेज विशेष रूप से लोगों की लाईन लगाकर आगमन व प्रस्थान सुनिश्चित करायेंगे तथा लोगों के बैठने के स्थान पर एक कुर्सी छोड़कर एक कुर्सी लगाया जाना सुनिश्चित कराएंगे। जनपद में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के अधीनस्थ सभी कार्यालयों व बैंक, बीमा कार्यालय आदि में केवल उन्हीं व्यक्तियों का जाना अनुमन्य होगा, जिन्हें अत्यन्त आवश्यक कार्य होगा। 

विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की आदर्श आचार संहिता लागू होने के उपरान्त तहसील दिवस/ थाना दिवस की व्यवस्था स्थगित हो गयी है। इसलिए जनपद के सभी तहसील एवं थानों पर जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए शिकायत पेटिका रखी जायेगी तथा इस शिकायत पेटिका को प्रतिदिन शाम को खोलकर जनता द्वारा भेजे गये शिकायती प्रार्थना पत्रों को निकाला जायेगा और नियमानुसार समुचित एवं विधिक कार्यवाही कराते हुए इन शिकायतों का ससमय समाधान सुनिश्चित कराया जायेगा। 

          निर्वाचन कार्यालय द्वारा15.01.2022 तक सभी प्रकार की रैली, पदयात्रा एवं 05 व्यक्तियों से अधिक एक साथ जन-सामान्य से सम्पर्क करने पर रोक लगाई गई है, इसका कड़ाई से अनुपालन सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों (पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, उप जिला मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट आदि ) द्वारा सुनिश्चित कराया जायेगा। 

सिनेमा हाॅल, रेस्टोरेन्ट/होटल के रेस्टोरेन्ट/फूड ज्वाइंट्स में किसी भी दशा में 50 प्रतिशत क्षमता से ज्यादा लोग नहीं रहेंगे। इनमें भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर स्क्रीनिंग की व्यवस्था एवं मास्क का प्रयोग सुनिश्चित कराया जाये। इन सभी स्थानों की आकस्मिक चेकिंग कराई जायेगी। इसका अनुपालन थाना स्तर से सुनिश्चित कराया जायेगा। दुकानों, रेस्टोरेन्ट/होटल के रेस्टोरेन्ट एवं इटिंग ज्वायेंट्स के द्वार पर पल्स आॅक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनेटाइजर के साथ कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाये तथा मास्क नही ंतो सामान नहीं का अनुपालन व्यापार मण्डल से समन्वय स्थापित कर कराया जाये। 

जनपद के सभी स्पा, जिम, वाटर पार्क, पर्यटन स्थल, आर्किलोजिकल स्थल, म्यूजियम, स्वीमिंग पुल को बन्द किये जाने के आदेश दिये जाते हैं। आॅटो रिक्सा/ई-रिक्शा में 04 सवारियों से ज्यादा सवारी नहीं बिठाया जायेगा। इसका सख्ती से अनुपालन थाना स्तर से एवं यातायात पुलिस के द्वारा कराया जायेगा। जनपद के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान तथा मार्केट कमेटी यह सुनिश्चित कराएंगे कि उनके सभी दुकानदार, दुकान के कर्मचारी तथा ग्राहक मास्क पहन के रहें। बिना मास्क पहने ग्राहकों को किसी भी दशा में कोई सामग्री क्रय-विक्रय नहीं की जायेगी। आदेश जारी होने के 01 सप्ताह तक जन सामान्य को मास्क का प्रयोग करना कड़ाई से लागू किया जायेगा तथा 01 सप्ताह के उपरान्त यदि लोगों द्वारा मास्क नहीं पहना जाता है, तो उसके बाद जुर्माना अधिरोपित करने की कार्यवाही एवं महामारी अधिनियम 1897 व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि 01 सप्ताह की मास्क प्रयोग की समीक्षा के उपरान्त यदि पाया गया कि जनपद के जिस भी मार्केट, माॅल या अन्य प्रकार के व्यापारिक प्रतिष्ठान में बिना मास्क पहने ग्राहकों, दुकानदारों एवं कर्मचारियों का आना-जाना है तो ऐसे व्यापारिक प्रतिष्ठान को कुछ दिन के लिए बन्द करने पर भी विचार किया जायेगा। साथ ही जिन वाहनों आॅटो रिक्सा/ई-रिक्सा आदि मेें चालक एवं सवारियों द्वारा मास्क नहीं लगाया जायेगा, उन पर भी प्रतिबन्ध लगाने पर विचार किया जायेगा। जनपद में सभी प्रकार के रेगुलर, कांट्रेक्चुअल, एड-हाॅक कर्मचारियों एवं सरकारी कर्मचारियों का मास्क पहनना अनिवार्य है। किसी भी कर्मचारी को मास्क नहीं पहनने की दशा में उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही की जायेगी साथ ही एक से अधिक बार गलती करने की दशा में उनका उस दिन का वेतन रोके जाने की कार्यवाही भी की जायेगी। 

सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी पालन कराने हेतु राशन की दुकान व अन्य सभी प्रकार की दुकानों में दो गज की दूरी रखते हुए स्थानों पर गोले बनाकर चिन्हांकन किया जाये, ताकि दुकानों पर उपस्थित व्यक्तियों में उचित दूरी बनी रहे। कोविड हेल्प डेस्क की अनिवार्यता प्रत्येक व्यापारिक प्रतिष्ठानों, सरकारी कार्यालयों, संस्थाओं एवं धार्मिक स्थानों में अनिवार्य होगी। 10.01.2022 की सायंकाल तक कोविड हेल्प डेस्क प्रत्येक स्थानों पर लगाया जाना सुनिश्चित किया जाये। दिनांकः 11.01.2022 के उपरान्त जिस भी कार्यालय में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित नहीं पाया जायेगा, उसके कार्यालयाध्यक्ष तथा जिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों में कोविड हेल्प डेस्क नहीं होगा, उनके मालिक पर महामारी अधिनियम 1897 व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही की जायेगी। धार्मिक स्थानों पर भी कोविड हेल्ड डेस्क नहीं लगाये जाने पर सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। कोविड हेल्प डेस्क पर सेनेटाइजर तथा अतिरिक्त मास्क की व्यवस्था रखी जाये, ताकि यदि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क पहने आये तो उसे मास्क दिया जा सके। इसी प्रकार सभी यात्री वाहन स्वामियों द्वारा भी अतिरिक्त मास्क एवं सेनेटाइजर की व्यवस्था रखी जाये। 

          अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा अनुभाग-5, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा कोविड-19 से सम्बन्धित संक्रमण की जांच हेतु फीस निर्धारित की गयी है। जिसके अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण की आर0टी0पी0 सी0 आर0 जांच हेतु निजी चिकित्सालय द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को प्रेषित सैम्पल की जांच की दर अथवा किसी व्यक्ति द्वारा प्रयोगशाला पर जाकर कोविड-19 की जांच कराने पर दर रू0 700/- (सात सौ रूपये मात्र जी0एस0टी0 सहित), निजी प्रयोगशालाओं द्वारा स्वयं एकत्र किये गये सेैम्पल की दर रू0 900/- (नौ सौ रूपये मात्र जी0एस0टी0 सहित) व यदि राज्य सरकार के विहित प्राधिकारी द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को सैम्पल प्रेषित कराए जाने पर दर

रू0 500/- (पांच सौ रूपये मात्र जी0एस0टी0 सहित) तथा निजी प्रयोगशालाओं के एंटीजन व ट्रूनाॅट के परीक्षण के मूल्यों हेतुु एंटीजन टेस्ट ₹250 मात्र व ट्रूनाॅट

₹1250 मात्र (घर से सैंपल कलेक्शन हेतु ₹200 मात्र अतिरिक्त), इसके अलावा निजी चिकित्सालयों एवं निजी चिकित्सकों द्वारा रेडियो डायग्नोस्टिक सेन्टरों को सन्दर्भित एच0आर0 सीटी स्कैन की जाॅंच करने की दर (पी0पी0ई0 किट एवं सेनिटाईजेशन व अन्य व्यय सहित) 16 स्लाइस तक रू0-2,000/-, 16 से 64 स्लाइस तक रू0-2,250/- व 64 स्लाइस से अधिक

रू0-2,500/- हैं। उन्होंने निर्देशित किया है कि शासनादेश में दी गयी उक्त व्यवस्था के अनुसार अनुपालन सुनिश्चित करायें। इसका उल्लंघन जिस किसी के द्वारा भी किया जायेगा, उसके विरूद्ध महामारी अधिनियम 1897 व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही की जायेगी। शादी समारोह व अन्य आयोजनों में व्यक्तियों की उपस्थिति निम्नवत् शर्तोें/प्रतिबन्धों के अनुसार रहेगीः-(क) बन्द स्थानों पर हाॅल की क्षमता का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 100 व्यक्तियों की संख्या अनुमन्य होगी। ऐसे कार्यक्रमों में आमंत्रित अतिथियों को मास्क की अनिवार्यता, दो गज की दूरी, सेनेटाइजर का उपयोग  एवं  कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुसार अन्य सावधानियों के साथ अनुमति होगी। कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना प्रवेश द्वार पर की जायेगी। इसकी अनुमति सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष से प्राप्त की जायेगी। यह अनुमति जारी करने के लिए सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष को अधिकृत किया जाता है। अनुमति की शर्तोें का उल्लंघन पाये जाने पर सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष के द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी। (ख) खुले स्थानों पर एक समय में ग्राउण्ड की क्षमता के 50 प्रतिशत तक आमंत्रित अतिथियों को मास्क की अनिवार्यता, दो गज की दूरी, सेनेटाइजर का उपयोग एवं कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुसार अन्य सावधानियों के साथ अनुमति होगी। कोविड हेल्पडेस्क की स्थापना प्रवेश द्वार पर की जायेगी। राजनैतिक कार्यक्रमों को छोड़कर ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष से प्राप्त की जायेगी। यह अनुमति जारी करने के लिए सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष को अधिकृत किया जाता है। अनुमति की शर्तोें का पालन कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष की होगी। आदर्श आचार संहिता के अन्तर्गत किसी भी राजनैतिक आयोजन की अनुमति सम्बन्धित रिटर्निंग आॅफिसर अथवा आचार संहिता के प्रभारी अपर जिलाधिकारी (नगर) कार्यालय से ली जायेगी। 15 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बीच के छात्रों/9वीं की कक्षा से ऊपर के विद्यार्थियों का टीकाकरण तेजी से हो, इसके लिए टीकाकरण के उद््देश्य से ऐसे छात्रों को टीकाकरण केन्द्रों व विद्यालयों पर जाने हेतु अनुमति होगी। साथ ही टीकाकरण के अगले दिन इन्हें अनिवार्यतः अवकाश उक्त विद्यालय द्वारा दिया जायेगा। जिस कक्षा का जिस दिन टीकाकरण है, उस दिन उस कक्षा की पढ़ाई संचालित नहीं होगी। जनपद के समस्त होटल एवं लाॅज प्रबंधकों को निर्देशित किया जाता है कि उनके द्वारा भी अनिवार्यतः कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जायेगा। यदि उनके होटल/लाॅज में ठहरे किसी भी गेस्ट में कोविड के लक्षण पाये जाते हैं तो उनके द्वारा निकटतम अस्पताल अथवा काशी इन्टीग्रेटेड कमाण्ड सेन्टर में संचालित लैण्ड लाईन नम्बर (0542-2221937, 0542-2221941, 0542-2221942, 0542-2221944, 0542-2720005) तथा हेल्प लाईन नम्बर-1077 पर तत्काल सूचना दर्ज कराते हुए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जनपद में प्रत्येक व्यक्ति मास्क अवश्य लगाएगा तथा 2 गज सोशल डिस्टेन्सिंग का प्रत्येक जगह पालन करेगा। यथासम्भव सार्वजनिक स्थानों पर अनुमन्य समयावधि में 5 से अधिक व्यक्ति एक साथ एक जगह इकट्ठा नहीं होंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि यह आदेश महामारी अधिनियम 1897 (अधिनियम संख्याः 3 सन् 1897) व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम-2005 के क्रम में जारी किए जा गये हैं। आदेश में वर्णित प्रतिबन्धों की अवहेलना किये जाने पर महामारी अधिनियम एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियिम की सुसंगत धाराओं के तहत कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश आगामी 20 जनवरी तक प्रभावी रहेगा।

‘टेली मेडिसिन’ सेवा शुरू करने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश

अस्पतालों में भीड़ नियंत्रित करने का प्रयास शुरु

विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित

 • फोन पर मिलेगी चिकित्सकीय सलाह


वाराणसी, 9 जनवरी(dil india live)।  कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए व अस्पतालों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अब टेली मेडिसिन’  के जरिये भी मरीजों का उपचार होगा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जिले में ‘टेली मेडिसिन’ सेवा शुरू करने का निर्देश  दिया है। *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि मरीजों एवं उनके परिजनों को “टेलीमेडिसिन” के माध्यम से आवश्यक चिकित्सकीय सलाह प्रदान करने के लिए चिकित्सकों की उनकी विशेषज्ञता के अनुसार टीम गठित की गयी है। कोई  भी जरूरतमंद व्यक्ति इन नम्बरों पर सम्पर्क कर विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह ले सकता है। इससे घर बैठे फोन के माध्यम से ही परामर्श और इलाज की सुविधा प्राप्त की जा सकती है | 

डा. अमरेन्द्र कुमार-मनोरोग विशेषज्ञ - मानसिक चिकित्सालय-9415294943

डा. अवनीश सिंह-मनोरोग विशेषज्ञ - मानसिक चिकित्सालय-9415956472

डा. अजय कुमार सिंह-मनोरोग विशेषज्ञ- मानसिक चिकित्सालय-9450623794

डा. अजय कुमार श्रीवास्तव-फिजीशियन-एस.एस.पी.जी चिकित्सालय-9415446958

डा. दिवाकर सिंह-फिजीशियन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415302715

डा.क्षितिज तिवारी-फिजीशियन-एस.वी.एम. चिकित्सालय-9554206384

डा. निशान्त चौधरी-फिजीशियन-एस.एस.पी.जी.चिकित्सालय-9839089512

डा. विकास श्रीवास्तव-एम.बी.बी.एस.-एस.वी.एम.चिकित्सालय,भेलूपुर-9839360161

डा.रवि कुमार सिंह-सर्जन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9718667091

डा. प्रभात कुमार सिंह- सर्जन-एस.एस.पी.जी.चिकित्सालय-737991195

डा. प्रसन्न कुमार-प्रमुख अधीक्षक-एस.एस.पी.जी.चिकित्सालय-9415226744

डा.अभिषेक कुमार राय-अर्थो सर्जन -एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415833161

डा. अनिल कुमार सिन्हा- अर्थो सर्जन -एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9454055068

डा. संतोष कुमार गुप्ता- अर्थो सर्जन -एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-7376748481

डा. प्रशान्त कुमार-बाल रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-7379202000

डा. सी.पी.गुप्ता-बाल रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-8896018624

डा.श्रीप्रकाश सिंह-बाल रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415227100

डा. धर्मवीर सिंह-बाल रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415654483

डा.चन्द्र प्रकाश गुप्ता-बाल रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-8896018624

डा. आर.के. सिंह-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9450542498

डा.वी.एस. त्रिपाठी-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415354817

डा.दिनेश सिंह यादव-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415217935

डा. प्रदीप कुमार पाण्डेय-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415697756

डा. आशुतोष उपाध्याय-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9452303960

डा. हरिचरण सिंह-ई.एन.टी. सर्जन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415207281

डा. रचना सिंह-ई.एन.टी. सर्जन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9532679508

डा.अंशुमान सिंह-इ’.एन.टी. सर्जन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9696868655

डा. सोनिया पडियार-फिजीशियन-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9628171629

डा.पी.के.भारती-सर्जन-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-8917837977

डा.जे.पी.वर्मा- अर्थो सर्जन -एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9450950966

डा. राजेन्द्र सिंह- अर्थो सर्जन --एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9935885308

डा. फैज अहमद-बाल रोग विशेषज्ञ--एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-7860513896

डा.मीनाक्षी दूबे-स्त्री  रोग विशेषज्ञ-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9455119143

डा. आर.के.गुप्ता-स्त्री रोग विशेषज्ञ-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9415364838

डा.देवानन्द-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एल.बी.एस.चिकित्सालय-रामनगर-9415350746

डा. डी.एस.चौहान-नेत्र रोग विशेषज्ञ-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-9415375460

डा. अमित कुमार सिंह-ईएनटी सर्जन-एल.बी.एस.चिकित्सालय, रामनगर-8948887722

डा. सारिका राय-स्त्री रोग विशेषज्ञ-शहरी सा.स्वा. के. दुर्गाकुण्ड-9839310989

डा.अलका सिंह-स्त्री रोग विशेषज्ञ-जिला महिला चिकित्सालय-9415293908

डा. जान्हवी सिंह-स्त्री रोग एवं सर्वाइकल कैंसर-सम्पूर्ण क्लिनिक, डी.डी.यू.-9450542241

डा.डी.एन. सिंह-डायबिटीज, हाइपरटेंशन एवं अस्थि रोग-एन.सी.डी. क्लिनिक डी.डी.यू.-9935640684

डा. आर.एन.सिंह-वृद्ध रोग डायबिटीज एवं हाइपरटेंशन-एस.एस.पी.जी. चिकित्सालय-9415274023

डा.रविन्द्र कुशवाहा-मनोरोग विशेषज्ञ-मेंटल क्लिनिक, एस.एस.पी.जी.-8789482183

विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) पर खास

तीन पीढ़ियों संग हिंदी के विकास में जुटा पीएमजी का परिवार

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हिंदी के लिए कई सम्मानों से हो चुके हैं विभूषित



वाराणसी 09 जनवरी (dil india live)। 'विश्व हिन्दी दिवस' प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना व हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। हिंदी को लेकर तमाम संस्थाएँ, सरकारी विभाग व विद्वान अपने स्तर पर कार्य कर रहे हैं। इन सबके बीच उत्तर प्रदेश में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव का अनूठा परिवार ऐसा भी है, जिसकी तीन पीढ़ियाँ हिंदी की अभिवृद्धि के लिए  न सिर्फ प्रयासरत हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी कई देशों में सम्मानित हैं।

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव के परिवार में उनके पिता श्री राम शिव मूर्ति यादव के साथ-साथ पत्नी सुश्री आकांक्षा यादव और दोनों बेटियाँ अक्षिता व अपूर्वा भी हिंदी को अपने लेखन से लगातार नए आयाम दे रही हैं। देश-दुनिया की तमाम पत्रिकाओं में प्रकाशन के साथ श्री कृष्ण कुमार यादव की 7 और पत्नी आकांक्षा की 3 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। हिंदी ब्लॉगिंग के क्षेत्र में इस परिवार का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अग्रणी है। 'दशक के श्रेष्ठ ब्लॉगर दम्पति' सम्मान से विभूषित यादव दम्पति को नेपाल, भूटान और श्रीलंका में आयोजित 'अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मेलन' में 'परिकल्पना ब्लॉगिंग सार्क शिखर सम्मान' सहित अन्य सम्मानों से नवाजा जा चुका है। जर्मनी के बॉन शहर में ग्लोबल मीडिया फोरम (2015) के दौरान 'पीपुल्स चॉइस अवॉर्ड' श्रेणी में सुश्री आकांक्षा यादव के ब्लॉग 'शब्द-शिखर' को हिंदी के सबसे लोकप्रिय ब्लॉग के रूप में भी सम्मानित किया जा चुका है। 


सनबीम स्कूल, वरुणा, वाराणसी में अध्ययनरत इनकी दोनों बेटियाँ अक्षिता (पाखी) और अपूर्वा भी इसी राह पर चलते हुए अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई के बावजूद हिंदी में सृजनरत हैं। अपने ब्लॉग 'पाखी की दुनिया' हेतु अक्षिता को भारत सरकार द्वारा सबसे कम उम्र में 'राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' से सम्मानित किया जा चुका है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मेलन, श्रीलंका (2015) में भी अक्षिता को “परिकल्पना कनिष्ठ सार्क ब्लॉगर सम्मान” से सम्मानित किया गया। अपूर्वा ने भी कोरोना महामारी के दौर में अपनी कविताओं से लोगों को सचेत किया।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव का कहना है कि, सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। डिजिटल क्रान्ति के इस युग में हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमता है। वहीं, सुश्री आकांक्षा यादव का मानना है कि हिन्दी भाषा भारतीय संस्कृति की अभिव्यक्ति का माध्यम होने के साथ-साथ भारत की भावनात्मक एकता को मजबूत करने का सशक्त माध्यम है। आप विश्व में कहीं भी हिन्दी बोलेगें तो आप एक भारतीय के रूप में ही पहचाने जायेंगे।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...