मंगलवार, 17 अगस्त 2021

...हे नारी

हे नारी,तू सबकी आशा है, अभिलाषा है

भावों को मुझे रूप देती, ऐसी तू मधुभाषा है ,

कभी बनी माता जब तो, कहलाती तब तू जननी है,

जब बन गई प्रेयसी किसी की कहलाती मृगनैनी है

जब बन गई किसी की बहू, तो तू भाग्यलक्ष्मी है कहलाती

राखी में किसी का प्यार संजोए, बहन भगिनी बन जाती है

तब भी इस निर्दयी समाज ने पल पल तुझे सताया है

जब भी जन्म हो बेटी का कहते मनहूस ये साया है:

हे समाज, सुन ले आज तू , नारी ही अभिमान सभी का नारी ही जग जननी है, थोड़ा सा सम्मान कर 

तू इसका, यही महिला सशक्तिकरण है।



दीपशिखा

ज़ारा बुटिक की शुरुआत

फैशन के सभी रेंज यहां है मौजूद: ज़की

वाराणसी 16 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। फैशन के नये दौर में लोगों को बेहतर सुविधा प्रोवाइड करने के लिए अर्दली बाज़ार में बाम्बे फैशन के समीप ज़ारा बुटिक के नये शो रूम का उदघाटन सोमवार को हुआ। इस मौके पर बुटिक के संचालक मो. ज़की ने बताया कि एक ही छत के नीचे फैशन की दुनिया के सभी रेंल उनकी बुटिक में मौजूद है। इस मौके पर हाजी सुहैल, मो. नईम, बाबू, फिरोज खां, सेराज खां आदि काफी लोग मौजूद थे। 

सोमवार, 16 अगस्त 2021

अर्दली बाज़ार में हुई मजलिस



दुनिया के लिए इंसानियत का पैगाम लेकर आता है मोहर्रम

वाराणसी16 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। मोहर्रम का महीना तमाम आलम के लिए इंसानियत का पैगाम लेकर आता है। यह कौम और मुल्क के लिए तरक्की का पैगाम ही नहीं देता बल्कि सच्चाई पर मिट मरने वालों को हौसला भी देता है।

उक्त बातें मजलिस को खिताब करते हुए सैयद नबील हैदर ने कही। उन्होंने कहा कि नवासे रसूल ने हक की राह में ऐसी कुर्बानी पेश की जो आज तक इंसानियत व मोहब्बत का पैगाम देती है। मोहर्रम का गम हमें ठहर कर सोचने की ताकत देता है कि कहीं किसी मौके पर हमसे सच्चाई का दामन झूठ तो नहीं गया। मोहर्रम का चांद दिखाई देते ही इमाम हुसैन का गम नई ताकत के साथ छा जाता है यही गम हमारे दिलों पर सच्चाई और इश्क की लौ लगाता है। नबील ने कहा कहा की मुहर्रम पर सजाई जाने वाली मीनारों पर जाने वाले लोगों का यह फर्ज़ बनता है कि वह मजहबी नफरतों को शिकस्त देकर गमे हुसैन में बहने वाले आंसुओं के मरहम से इंसानियत के ज़ख्मों को इलाज करे। बाद मजलिस औने मोहम्मद का ताबूत व अलम निकला नौहा व मातम शन्ने जौनपुरी ने किया।

शुक्रवार, 13 अगस्त 2021

नागपंचमी पर हुआ अखाड़े का भूमिपूजन


समारोह में मनोहर लाल पहलवान का सम्मान

वाराणसी13 अगस्त(दिल इंडिया लाइव)।  तेलियाना फाटक स्थित गुरु गया सेठ अखाड़ा पर नाग पंचमी पर अखाड़े की भूमि पूजन पंडित कमलेश दुबे द्वारा संपन्न किया गया। इस दौरान अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय पहलवान मनोहर लाल यादव गुरुजी का सम्मान समाजसेवी किशन जयसवाल ने किया। इस मौके पर किशन जयसवाल ने कहा कि कुश्ती कला हमारी बनारस की संस्कृति और धरोहर है।

कार्यक्रम में मेवा पहलवान व मुनेश्वर आश्रम के महंत वैभव गिरी, गोवर्धन पूजा के संस्थापक इंजीनियर गणेश यादव, मदन लाल यादव, अनूप चौबे, राजेश यादव, सागर यादव, नंदलाल प्रजापति, छोटेलाल जयसवाल पूर्व पार्षद इत्यादि क्षेत्रवासियों के सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

गुरुवार, 12 अगस्त 2021

बुनकर सरदार के सिर सजा दस्तार का ताज



सरदार मकबूल हसन की हुई दस्तारबंदी

वाराणसी 12 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। छित्तनपुरा इमलिया तले में बुनकर बिरादराना तंजीम में मुहल्ले के सरदार की जगह ख़ाली थी, उस ख़ाली जगह को भरने के लिए मोहल्ले वालों की सहमति से पूर्व सरदार मरहूम मुर्तज़ा सरदार के पुत्र मक़बूल हसन की दस्तारबंदी कर मुहल्ले की जिम्मेदारी आज दी गई। नए सरदार को बुनकर बिरादराना तंजीम पांचो के सरदार जियाउलहसन साहब ने अपने हाथो से दस्तार बांध कर जिम्मेदारी दी। इस मौके पर पांचो के सरदार जियाउलहसन ने कहा की मोहल्ले की अवाम ने आप को सरदार की जिम्मेदारी दी है इस जिम्मेदारी को बहुत ही ईमानदारी से बिना किसी भेद भाव के चाहे वो छोटा हो या बड़ा हो सभी के साथ इंसाफ आपको करना है। ताकि जिस उम्मीद के साथ आवाम ने आपको सरदार चुना है वो उसपर पूरी तरह से खरे उतर सके ।

 सदारत सरदार जियाउल हसन ने की तो निजामत रेयाज़ अहमद नोमानी ने की। तक़रीर हाफिज जमाल अहमद नोमानी व मौलाना अब्दुल मलिक मिस्बाह ने की। इस मौके पर सरदार अ. गनी, सरदार शमसुल आरफिन,  सरदार अब्दुल हामिद, सरदार अ. मतीन, सरदार मोईनुद्दीन, पार्षद साज़िद अंसारी, पार्षद तुफैल अहमद सहित काफी लोग मौजूद थे।

शनिवार, 7 अगस्त 2021

बच्चों के अधिकारों का ख्याल रखेगी गांव की सरकार

बाल कल्याण के मुद्दे पर हो सकेगी चर्चा और समस्याओं का निदान



वाराणसी 7 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। गांव की ‘सरकार’ बनने के साथ ही बच्चों को भी उनके अधिकार मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। ग्राम पंचायत की खुली बैठकों में उनकी शिक्षा, स्वास्थय के साथ ही खेल सम्बन्धी मुद्दों पर खुलकर चर्चा होगी और इससे सम्बन्धित समस्याओं का निदान हो सकेगा। उनकी पढ़ाई किस तरह से होगी, स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे मिलेंगी, खेल का मैदान कैसे हासिल होगा? जैसी मूलभूत आवश्यक्ताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी अब ‘गांव की सरकार’ की होगी।इस नयी व्यवस्था के लागू होने से वाराणसी के 694 ग्राम पंचायतों में भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।

प्रदेश की योगी सरकार सभी 58,189 ग्राम पंचायतों में सिटिजन चार्टर लागू करने जा रही है, इसमें संबंधित सुविधा का समयबद्ध निस्तारण हो सकेगा। शासन ने माडल सिटिजन चार्टर जारी कर दिया है। ग्राम पंचायतों को इसमें कुछ सुविधाओं का चयन करके 15 अगस्त तक लागू करना होगा। इसके तहत प्रदेश सरकार अब ’मेरी पंचायत, मेरा अधिकार जन सेवाएं हमारे द्वार’ अभियान शुरू कर रही है। इसमें गांव की सरकार को आम लोगों के प्रति जवाबदेह बनाने की योजना है। यह पहल सिटिजन चार्टर के तहत हो रहा है। ग्रामीणों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने, परिवार रजिस्टर की नकल लेने, मनरेगा का जॉबकार्ड बनवाने जैसी जरूरतों के लिए अब शहर का चक्कर नहीं लगाना होगा। उन्हें यह सब सुविधाएं गांव में ही मिलेंगी। वह भी निर्धारित समय सीमा और तय शुल्क पर।

बच्चों को भी होगा खासा लाभ

अभी तक योजनाओं के गांव में न बनने से आम तौर पर बच्चों के मुद्दे उपेक्षित ही रह जाते थे। विभागों की रस्साकस्सी में उनकी जरूरतें योजनाओं में शामिल नहीं हो पाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा क्योंकि गांव की सरकार न सिर्फ बड़ों के ही लिए बल्कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल जैसी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी जिम्मेदार होंगी। इसमें आ रहीं दिक्कतों को ग्राम पंचायतें पूरा करेंगी। प्राथमिक विद्यालयों में दाखिले से सम्बन्धित मुद्दों, सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन, स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आहार, टीकाकरण जैसी व्यवस्था की जिम्मेदारी ‘गांव के सरकार’ की ही होगी। गांव में लाइब्रेरी और उसमें प्र्याप्त पुस्तके होने का जिम्मा भी गांव की सरकार को ही दिया गया है। काशी विद्यापीठ ब्लाक के रमना गांव की प्रधान आरती पटेल कहती हंै कि ‘ नर्इ व्यवस्था में हम बच्चों का अधिक भला कर सकेंगे। हमें पता है कि हमारे गांव में बच्चों की क्या समस्या है। बच्चों की समस्या हमारी प्रथमिकता में है। ग्राम समाज की पहली बैठक में ही हम इस मुद्दे को उठायेंगे और उसका हल निकाल लेंगे। पिण्डरा ब्लाक के लल्लापुर गांव के प्रधान राजेन्द्र का भी कहना है कि गांव की सरकार बनने से बच्चों की समस्या पर अधिक ध्यान दिया जा सकेगा। अब चूंकि सब स्थानीय स्तर पर होना है लिहाजा हम समस्या का समाधान भी खोज लेंगे। बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनके खेल, स्वास्थ्य पर हमारा विशेष ध्यान होगा।

तिवारीपुर गांव के प्रधान उमाकांत तिवारी कहते है अब वह समय आ गया है जब हम बालश्रम, बाल तस्करी और बाल विवाह जैसी समस्याओं पर एकजुट होकर प्रहार कर सकेंगे। अपनी ऐसी ही कोशिशों से हमने अपने गांव को बालश्रम से मुक्त कर रखा है। नर्इ व्यस्था में हम प्रयास करेंगे कि आसपास के गावों में भी इसके लिए अलग से बजट बनाकर काम हो और यह बुरार्इ जड़ से खत्म हो जाए।

बालश्रम, बालतस्करी और बालविवाह रोकने की कर्इ घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चाइल्ड लाइन के जिला परियोजना समन्वयक शिशिर श्रीवास्तव कहते है ग्राम पंचायतों की नर्इ व्यवस्था बच्चों से सम्बन्धित ऐसे मुद्दों पर अत्यन्त कारगर होगी। गांवों में सजगता बढ़ेगी और बालश्रम, बाल विवाह व बाल तस्करी की सूचनाएं हमें फौरन प्राप्त होंगी और हम तत्काल कार्रवार्इ कर सकेंगे।

तेजी से  संवरेगा बच्चों का भविष्य

जिला पंचायतराज अधिकारी उपेन्द्र पाण्डेय कहते है-‘गांव की ‘‘सरकार’ बनने से बच्चों का भी काफी भला होगा। अब गांव में बच्चों के भी अनुरूप योजनाएं बन सकेंगी और उन्हें अमल में लाने की जिम्मेदारी ‘गांव की सरकार’ की होगी।  प्रदेश सरकार का पूरा प्रयास है कि वह वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के पीढ़ी का भी पूरा ध्यान रखे। यही कारण है कि हम बच्चों के भविष्य को संवारने से सम्बन्धित योजनाओं पर ज्यादा जोर दे रहे है।’’

गांव की सरकार”  इन मुद्दों पर भी रखेंगी विशेष ख्याल 

-खेल के मैदान/सार्वजनिक पाकों में रखरखाव व सुधार

-सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में दाखिला से संबंधित मुद्दे

- सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए मध्याह्न भोजन की व्यवस्था से संबंधित मुद्दे

-सरकारी स्कूलों में छात्रों के स्वाथ्य की जांच की व्यवस्था के लिए अनुरोध

-आंगनवाड़ी केंद्र में आहार कार्यक्रमों से संबंधित मुद्दे

-आंगनबाडी पर बच्चों का टीकाकरण

-सार्वजनिक पुस्तकालय और उसमें पर्याप्त संख्या में पुस्तकों, पत्र-पत्रिकाओं की व्यवस्था।

शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर आयोजित जन अधिकार चेतना यात्रा का समापन


हिरोशिमा दिवस पर सारनाथ में बुद्ध प्रतिमा के पास समापन

पूर्वांचल के 10 जिलों में 650 किमी मार्ग पर किया व्यापक जन संवाद


वाराणसी 06 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। एक देश समान शिक्षा अभियान एवं आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गयी 7 दिवसीय जन अधिकार चेतना यात्रा का सारनाथ पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर 31 जुलाई को उनके गाँव  लमही से प्रारंभ हुयी यह यात्रा 10 जिलों में लगभग 650  किलोमीटर की दूरी तय करके 6 अगस्त हिरोशिमा दिवस पर सारनाथ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ सम्पन्न हुयी। बुद्ध मंदिर के समक्ष संकल्प लिया गया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, खेती जैसे मुद्दों पर समाज और नीति निर्माताओं को प्रेरित करने के लिए जनांदोलन और तेज किया जाएगा। यात्रा का स्वागत करते हुए समाजवादी चिंतक अफलातून ने कहा इस यात्रा के माध्यम से बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के अधिकार और खेती किसानी से जुड़े मौलिक सवालों पर जन संवाद स्थापित हुआ जिससे ये सवाल तमाम राजनैतिक पार्टियों और चुनाव में आने वाले प्रत्याशियों तक पहुंचे और वे इसके प्रति संवेदनशील बन सकें सदन में जाने पर उनकी कोई जवाबदेही सुनिश्चित हो। यात्रा  के संयोजक दीन दयाल सिंह कहा कि देश में शिक्षित युवा रोजगार गारंटी कानून की आवश्यकता जिसके तहत हर युवा को उसकी योग्यता के अनुसार सम्मानजनक रोजगार का अवसर मिलना सुनिश्चित हो। हस्तकला उत्पादों एवं खादी को जीएसटी से मुक्त रखा जाय। 

सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि सभी के लिए गुणवत्ता पूर्ण समान शिक्षा की नीति पूरे देश में व्यवहारिक रूप से लागू की जाय. कोठारी आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाय. के. जी. से पी. जी. तक उच्च स्तरीय शिक्षा मुफ्त एवं मातृ भाषा में उपलब्ध हो। किसान नेता राम जनम ने कहा कि जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार और खेती किसानी जैसे मुद्दे पर अपने क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों, राजनैतिक दल के कार्यकर्ताओं , संभावित प्रत्याशियों तक पहुंचाने और उन्हें इसे लागू करने के लिए अपने स्तर से प्रयास करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद ने कहा फसल बीमा योजना समाप्त कर दी जाय, इसके बजाय प्रत्येक खेत की प्राकृतिक आपदा से हुयी हानि की 100 प्रतिशत भरपाई सुनिश्चित हो. सूखा, ओला, पाला, कीट, बाढ़ जैसे सभी कारण शामिल किये जांय. किसानो की सम्पूर्ण फसल की शासकीय खरीद की गारंटी हो, आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि देश  में स्वास्थ्य का अधिकार कानून बने पंचायत स्तर पर अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य केंद्र बनाएं जाएँ और इनमे उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साथ पैथोलोजी जांच की भी सुविधा उपलब्ध हो. पंचायत स्तर पर ग्रामीण एम्बुलेंस सेवा की उपलब्धता हो। मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठोर ने कहा कि शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार और खेती के मुद्दे आम जनता से जुड़े हुए हैं, इन पर सरकारें प्रायः बहुत इमानदार नही दिखती हैं, जनता को जागरूक होकर अब इन मुद्दों पर सवाल खड़े चाहिए, जन अधिकार चेतना यात्रा इस मामले में आम जनता को  चैतन्य करने के अपने उद्देश्य में सफल रही है। सांस्कृतिक टीम प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने जन वादी गीतों के  माध्यम से समाज को और बेहतर बनाने का सन्देश दिया. इस अवसर पर पोस्टर प्रदर्शनी, हस्ताक्षर अभियान, परचा वितरण आदि भी किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ लेनिन रघुवंशी, नंदलाल मास्टर,मिथलेश, सुरेंद्र सिंह, फादर प्रणय, प्रदीप, सूरज, मनोज राठोर, महेंद्र, हौशिला यादव, प्रियंका, नेहा,  प्रमुख रूप से सहभागिता रही,



Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...