रविवार, 23 मई 2021

सार्वजनिक व धार्मिक गतिविधियों पर 31 तक प्रतिबंध

वाराणसी में कोरोना कर्फ्यू 31 मई तक बढ़ा 

-दुकान, शाॅपिंग काॅम्प्लेक्स, माॅल, व्यापारिक प्रतिष्ठान, धार्मिक प्रतिष्ठान रहेंगे बंद 

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद वाराणसी में लागू आंशिक कोरोना कर्फ्यू को सम्पूर्ण क्षेत्र में 31 मई की प्रातः 07.00 बजे तक बढ़ा दिया है। इस तरह वाराणसी जनपद के संपूर्ण क्षेत्र में आंशिक कोरोना कर्फ्यू 31 मई की प्रातः 07.00 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान जनसामान्य व उनके वाहनों का आवागमन व जनसामान्य का घर से बाहर निकलना तथा सभी व्यापारिक व व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी।


जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के दौरानजनपद वाराणसी में समस्त प्रकार की दुकान, शाॅपिंग काॅम्प्लेक्स, माॅल, व्यापारिक प्रतिष्ठान, धार्मिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे तथा किसी भी तरह की सार्वजनिक व धार्मिक गतिविधियां प्रतिबंधित रहेगी। इस दौरान दूध, सब्जी, ब्रेड, फल, बेकरी के सभी उत्पादों के आउटलेट, भोजन सामग्री की दुकानें, अनाज-गल्ले की रिटेल दुकानें, मिठाई की दुकानें, आबकारी दुकानें, सब्जी मण्डी / फल मण्डी आदि अपरान्ह 01.00 बजे तक सोशल डिस्टेंसिंग के पालन तथा सेनेटाइजर एवं मास्क के प्रयोग की अनिवार्यता के साथ खोली जा सकती हैं। जनपद में चल रहे निर्माण कार्योें से सम्बन्धित विद्युत, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रिोनिक्स, हार्डवेयर एवं बिल्डिंग निर्माण सामग्री की दुकानें अपरान्ह 01.00 बजे तक सोशल डिस्टेंसिंग के पालन तथा सेनेटाइजर एवं मास्क के प्रयोग की अनिवार्यता के साथ खोली जा सकती हैं। मेडिकल दुकानें, मेडिकल आपूर्ति, सर्जिकल दुकानें, मेडिकल टेस्ट व ब्लड टेस्ट जांच करने वाली लैब, ब्लड कलेक्शन सेंटर एवं उनके आॅफिस, निजी व सरकारी मेडिकल व प्राइवेट प्रैक्टिस वाले क्लीनिक, अस्पताल, एम्बुलेंस, हाॅस्पिटल को होने वाली सामग्रियों की आपूर्ति, आपात चिकित्सा स्थिति वाले व्यक्ति व अन्य मेडिकल सेवाएं इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी। 

मेडिकल सप्लाई की आवश्यकताओं के दृष्टिगत सभी कुरियर, ई-काॅमर्स, ट्रांसपोर्ट आफिस, गोदाम व उनके कर्मचारी व वाहन इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। पेट्रोल पम्प, गैंस एजेंसी, आॅक्सीजन गैस के वेंडर्स / सप्लायर्स, न्यूज पेपर वेंडर इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। औद्योगिक गतिविधियां, सरकारी निर्माण कार्य इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। इस दौरान आवागमन के सरकारी व निजी साधनों, टैक्सी, आटो, ई-रिक्शा आदि पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। बीज व खाद की दुकानें, कीटनाशक दवाओं की दुकानें, कृषि यन्त्रों से सम्बन्धित दुकानें, कोटे की उचित दर की दुकानें व गेहूॅं क्रय केन्द्र इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। दूरसंचार सेवाएं, डाक सेवा, प्रिंट और इलेक्ट्राॅनिक मीडिया तथा इंटरनेट सेवा से जुड़े व्यक्ति इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। इस दौरान यात्रीगण, मरीज, कोविड टेस्ट कराने वाले व्यक्तियों तथा वैक्सीनेशन कराने वाले व्यक्तियों के आवागमन व इनके वाहनों/टैक्सी/आॅटो/व ई-रिक्शा पर प्रतिबंध नहीं होगा। सरकारी कर्मचारीगण अपने कर्मचारी पहचान पत्र के साथ और सभी शहर से गुजरने वाले मालवाहक वाहन प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। बस स्टैैंड, रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट के यात्रीगण अपनी टिकट के साथ प्रतिबंध से मुक्त होंगे। होम डिलीवरी करने वाली कम्पनियों जैसे स्वीगी और जोमेटो, के साथ-साथ ऐसे रेस्टोरेंट के किचन जो विभिन्न सरकारी विभागों एवं कोविड तथा नाॅन कोविड मरीजों और डाॅक्टरों के खान-पान की सप्लाई आॅनलाईन आॅर्डर लेने के पश्चात करते हैं, को आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए आने-जाने की छूट रहेगी। रोडवेज की बसों में सोशल डिस्टेंन्सिंग के पालन के साथ ही सेनेटाइजर एवं मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा। विद्युत विभाग के ऐसे कर्मचारी जो मीटर रीडरों द्वारा मौके पर उपभोक्ताओं की रीडिंग कर विद्युत बिल उपलब्ध कराने, बिलिंग सेन्टरों पर कार्यरत कार्मिकों तथा विद्युत आपूर्ति व्यवस्था से संबंधित है, को कोरोना कर्फ्यू तथा साप्ताहांत कर्फ्यू एवं लाॅकडाउन में प्रतिबंधों से मुक्त किया जाता है। इन कर्मचारियों का विभागीय परिचय-पत्र ही पास माना जाये। यदि किसी भी ऐसे कर्मचारी के पास विभागीय परिचय-पत्र नहीं है, तो सम्बन्धित अधिकारी द्वारा तत्काल इनका विभागीय परिचय-पत्र बनाया जाये। इन समस्त कर्मचारियों द्वारा मास्क, फिजिकल डिस्टेन्सिंग एवं अन्य कोविड प्रोटोकाॅल का अनुपालन करते हुए ही कार्य किया जाये। जनपद में प्रत्येक व्यक्ति मास्क अवश्य लगाएगा तथा 2 गज सोशल डिस्टेन्सिंग का प्रत्येक जगह पालन करेगा। साथ ही महामारी अधिनियम के अन्य प्रावधानों का पालन करेगा। इसका उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने की कार्यवाही बढ़ाई जाएगी।

शुक्रवार, 21 मई 2021

जिम्मेदारी मिली, छायी खुशी

विनीत युवा कांग्रेस सोशल मीडिया के कोऑर्डिनेटर 

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस सोशल मीडिया (East) का विनीत चौबे को प्रदेश कोऑर्डिनेटर  बनाया गया है l उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी l

विनीत चौबे ने राष्ट्रीय नेतृत्व व प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम जैसे छोटे कार्यकर्ताओं को पार्टी ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है उसका मैं पूरी ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करुंगा और हमेशा युवा कांग्रेस के हाथ को मजबूत करूंगा। सबसे पहले मैं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवासन,राहुल राव,वैभव वालिया, नेशनल कन्वेनर सुमित दुबे, प्रदेश सोशल मीडिया इंचार्ज अश्विन कुमार, प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पांडेय, अजय राय,व प्रदेश कन्वेनर सूर्य प्रकाश सिंह का आभार जताया।

बधाई देने वालों में सतीश चौबे, राजेश्वर पटेल महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,पंकज सिंह,सिंटू मिश्रा, नीरज त्रिपाठी,मनीष चौबे, फसाहत हुसैन बाबू, हसन मेहदी कब्बन, चंचल शर्मा, मयंक चौबे, विश्वनाथ कुँवर, अनुभव राय, रोहित दुबे,


परवेज खान समेत सैकड़ों लोगों ने बधाई दिया l

कोरोना देवी का मंदिर ही बना डाला

गंभीर बीमारी से रक्षा करेंगी कोरोना देवी

नई दिल्ली(हिमांशु राय/दिल इंडिया लाइव): देश दुनिया में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के खौफ के साये में परेशान लोगों जहां वैक्सीन लगवा रहे हैं, माक्स पहन रहे हैं वही दूसरी ओर कोयंबटूर के इरुगुर के पास कामचीपुरम में कुछ लोगों ने मिलकर कोरोना देवी (Corona Devi Temple) के नाम पर एक मंदिर का निर्माण कराया है।यह स्थिति 1900 के दशक के शुरूआती दौर से मिलती-जुलती है, जब प्लेग के चलते लोगों की जानें जा रही थीं। उस वक्त भी कुछ लोगों ने मिलकर प्लेग मरिअम्मन मंदिर का निर्माण कराया था।

कोयंबटूर जिले में साल दर साल प्लेग के प्रकोप के बाद इस मंदिर का निर्माण हुआ था और इसमें एक मूर्ति की स्थापना भी की गई थी। मंदिर की स्थापना कामचीपुरम आदिनम के अधिकारियों ने अपने परिसर में की है। कामचीपुरम आदिनाम के एक अधिकारी ने बताया ”कोरोना देवी एक काले पत्थर की मूर्ति है, जो 1.5 फीट लंबी है और हमें पूरा विश्वास है कि


देवी लोगों को इस गंभीर बीमारी से बचाएगी।” यह दक्षिण भारत में कोरोना देवी को समर्पित दूसरा मंदिर है। इससे पहले केरल के कोल्लम जिले के कडक्कल में इस प्रकार के एक मंदिर का निर्माण कराया जा चुका है

गुरुवार, 20 मई 2021

कोरोना का खौफ: ईसाई भी जला रहे हैं शव

कोरोना पाजिटिव शव का घाट पर हो रहा अंतिम संस्कार

वाराणसी (अमन/दिल इंडिया लाइव) कोरोना महामारी से आम इंसान कितना डरा सहमा है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता बनारस में अंतिम संस्कार की रवायत में भी बदलाव देखा जा रहा है। कोरोना महामारी ने वाराणसी शहर में काफी लोगों की जान ली है। यहाँ के  हिन्दू और मुसलिम ने भले ही अपनी अंतिम संस्कार की परम्परा में कोई बदलाव न किया हो मगर ईसाई वर्ग के लोगों ने बनारस में करोना पाजिटिव को सुपुर्दे खाक करने के बजाय सुपुर्दे आग कर रहे है। रामकटोरा चर्च के पादरी आदित्य कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जो लोग कोरोना से अपनी जान गवा रहे हैं उनके परिवार वाले अब उनकी लाश दफन नहीं कर रहे हैं। इसके बजाय, वे गंगा घाटों पर शवों का अंतिम संस्कार करके राख और अस्थियों को कब्रगाह में ले जाकर दफ्न कर रहे हैं। यही नहीं मरने वालों को बिना ताबूत में रखे घाटों पर दाह संस्कार किया जा रहा है।


कोरोना से डेढ़ महीने में मरे 30 ईसाई
सेंट मेरीज़ महागिरजा के पल्ली पुरोहित बनारस फादर विजय शांतिराज ने बताया कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर की शुरुआत के बाद से, शहर में कम से कम छह शवों का अंतिम संस्कार किया गया और राख को दफनाने के लिए चौकाघाट में स्थित ईसाई कब्रिस्तान ले जाया गया। उन्होंने बताया, “वाराणसी में ईसाई आबादी 3,000 से अधिक है। आमतौर पर, समुदाय में प्रति माह एक या दो मौतें होती हैं, लेकिन पिछले 45 दिनों में जब कोविड के मामले बढ़ने लगे तो 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इनमें से कई मौतों के कारणों का पता नहीं चल सका है

चर्च में होती थी प्रार्थना

फादर शांतिराज ने कहा, “जब ईसाई समुदाय में किसी की मृत्यु होती है, तो शव को दफनाने से पहले ताबूत में रखकर घर में और बाद में चर्च में प्रार्थना की जाती है। हालाँकि, आजकल, एहतियाती उपायों के रूप में हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सुरक्षा के लिए और संक्रमण के किसी भी संभावित प्रसार को रोकने के लिए कम से कम व्यक्ति एक दूसरे के संपर्क में आए। ” “कुछ लोग संक्रमित हो गए और कोविड से मर गए, और उनके परिवारों ने हमसे सलाह ली क्योंकि वे शव को दफनाने के पक्ष में नहीं थे। हमने सुझाव दिया कि शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है और राख को दफनाया जा सकता है। इसके बाद ही शव को जनहित में जलाया गया, और बाद में उसकी राख कब्रिस्तान में दफ्न का गई।

नवचंदी जुमेरात पर मुल्क में अमन की दुआएं


सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगाई हाजिरी

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। नवचंदी जुमेरात को ज़ायरीन ने कोरोना महामारी से निजात की जहां दुआएं मांगी वहीं मुल्क में अमन और देश की खुशहाली के लिए भी औलिया अल्लाह के आस्तानों पर ज़ायरीन ने दुआ में हाथ उठाया। शव्वाल महीने का पहला जुमेरात होने की वजह से भी इसका खास महत्व हैं मगर कोरोना महामारी के चतते आस्तानों पर न तो मेला लगा और न ही दूर दराज़ से जायरीन ही पहुंचे। बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आसपास के ही जायरीन ने औलिया-ए-कराम के दर पर हाजिरी लगाई।

हजरत शाह तैयब बतारसी, मौलाना शाह बाबा, हजरत मंलग शहीद, हज़रत पुलंग शहीद, हजरत अज़गैब शहीद, शाहबुददीन शाह बाबा, लाटशाही बाबा, हरदाम शाह बाबा, बिजली शहीद, हजरत खाकी शाह, पंजाबी शाह बाबा, हज़रत बाबा फरीद, ज़ज़ीरा शाह, सिककड़ शाह बाबा, हजरत जाहिद शहीद, हज़रत कुदबन शहीद, रहीम शाह बाबा, जलालुददीन शाह बाबा, दरगाहे फातमान आदि में फातेहा पढते इक्का दुक्का लोग फातेहा पढ़ते दिखे। जो लोग आस्तानों पर नहीं पहुँच सके उन्होने घर से ही फातेहा पढ़ा और दुआएं की।

पहली बरसात में खुली नगर निगम की पोल

सरसौली से टकटकपुर तक महामारी में जीना हुआ दुश्वार

खंदक सड़के, खडडो में जमा पानी से मरीजों को हो रही परेशानी

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। दो दिनों से शुरु हुई बरसात से जन सामान्य को जहां भीषण गर्मी से राहत मिली है वहीं दूसरी ओर जगह जगह गंदगी, खंदक बनी सड़को में बरसात का एकत्र पानी इस कोरोना महामारी में लोगों का जीना और मुहाल का रहा है। बनारस का सबसे वीआईपी एरिया समझा जाने वाला सर्किट हाऊस की गालियां, अर्दली बाजार, महावीर मंदिर रोड, भोजूबीर और सरसौली का सबसे बुरा हाल है। 

आलम यह है कि सरसौली में जहां भारत हासिपटल है जहां मरीजों को लाने ले जाने में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं वहीं सरसौली में ही वाराणसी मंडल के पूर्व सहायक निदेशक स्वास्थ डा. राम विलास दुबे का आवास जहां मरीजो का आना जाना बना रहता है। आलम यह है कि पहली बिन मौसम की बरसात में ही बड़े बड़े होल हो गये हैं जिसमें पानी भर जाने से लोगों का आना जाना दुश्वार हैं। लोगों का कहना है कि अगर नगर निगम केवल खड्डा ही भरवा कर उसे समतल कर दे तो सरसौली से लेकर टकटकपुर, अनोंला व लालपुर तक आने जाने वाले राहगीरों, मरीज़ों व आमजनो को काफी सुविधा हो जाये।

Varanasi (Dil India Live). The rain has started from two days, where the common people have got relief from the scorching heat, on the other hand, the water collected in the dirt, trench roads and rain water has been living and suffering for people in this corona epidemic. The circuit house considered the most VIP area of ​​Banaras is the worst of the abuses of the house, Ardali Bazar, Mahavir Mandir Road, Bhojubir and Sarsouli.

The situation is that in Sarsauli, where India is a hospital where people have to face many difficulties in carrying patients.At Sarsauli, there is also the residence of Ex. Assistant Director of Health, Varanasi Division, Dr. Ram Vilas Dubey. Where patients reach from far flung drawers. There have been huge holes in the light rain, in which the arrival of people due to flooding of water is unfortunate. People say that if the Municipal Corporation only fills the khadda and flattens it, then the passengers, patients and general public coming from Sarsouli to Taktakpur and Anola and Lalpur will get a lot of convenience.

बुधवार, 19 मई 2021

बाहुबली का वजन 8 किलो घटा, रह रहा बीमार



मुख्तार अंसारी का फर्जी पते पर अवैध असलहा प्रकरण में हुई सुनवाई

वाराणसी (सरफराज अहमद/दिल इंडिया लाइव)। यूपी के बाँदा जेल में बंद मऊ सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का वजन 8 किलो घट गया है। वो बीमार भी रह रहे हैं। इसके बावजूद मुख्तार अंसारी को मानक के अनुसार जेल में सुविधा नहीं मिल रही है। यह आरोप मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह ने लगाया है। दरोगा सिंह  ने मीडिया को बताया कि विधायक मुख्तार अंसारी के लेटर पैड द्वारा असलहे के मामले में आज कोर्ट द्वारा सुनवाई की गई जिसमें अगली तारीख 21 मई माननीय कोर्ट द्वारा दी गई। वही दरोगा सिंह ने अपने मुवक्किल का दुखड़ा रोते हुए मीडिया को बताया कि हमारे मुवक्किल एक विधायक है और उन्हें सुप्रीम कोर्ट के मानक के अनुसार जो सुविधाएं मिलनी चाहिए वो नहीं दी जा रही है। जिसके चलते हमारे मुवक्किल मुख्तार अंसारी की तबियत खराब हो गई जिससे उनका वजन बांदा जेल में चालीस दिनों में 8 किलो घट गया है। उन्हें सोने से लेकर अन्य जरूरत की चीजें माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के अनुसार नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में फिर एक बार कोर्ट से गुजारिश की गई है कि हमारे मुवक्किल को नियमानुसार जरूरी सुविधा मुहैया कराई जाए।

Bahubali lost 8 kg, staying ill

Hearing of Mukhtar Ansari on fake address in illegal case

Varanasi (Sarfaraz Ahmed / Dil India Live). Bahubali MLA Mukhtar Ansari has lost 8 kg in Mau Sadar in UP's Banda Jail. They are also living ill. Despite this, Mukhtar Ansari is not getting the facility in jail as per the standard. This charge has been made by Mukhtar Ansari's lawyer Daroga Singh. Daroga Singh told the media that the letter pad of MLA Mukhtar Ansari was heard by the court today in the case of Ashalhe, in which the next date was given by the Honorable Court on 21 May.The same Daroga Singh, while crying out the grief of his client, told the media that our client is an MLA and he is not being given the facilities that he should get as per the Supreme Court standard. Due to which the health of our client Mukhtar Ansari deteriorated due to which his weight in Banda jail has reduced by 8 kg in forty days. They are not being provided with other essential items from gold as per the guidelines of the Hon'ble Supreme Court. In such a situation, the court has once again been requested That our client be provided with the necessary facility as per rules.

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...