शनिवार, 26 दिसंबर 2020

क्रिसमस पर डीएम ने जाना गरीबों का हाल

ठंड से लोगो को बचाने प्रशासन उतरा सड़क पर

जिलाधिकारी ने गरीब एवं असहायों को बांटे कंबल

वाराणसी(दिल इंडिया)। जिले में बढ़ रहे कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा क्रिसमस पर जरूरतमंद गरीबों एवं असहायो की सुध लेने सड़क पर निकल पड़े। उन्होंने गोदौलिया, गिरजाघर, दशाश्वमेध घाट तक पैदल ही चक्रमण कर के किनारे रह रहे लोगों को कंबल वितरण किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को खुले आसमान में रहने की बजाए नजदीकी शेल्टर हाउस में रात्रि प्रवास करने को कहा। इस दौरान जिलाधिकारी ने लगभग 300 से अधिक लोगों को कंबल उपलब्ध कराएं। सोते हुए कई लोगों को सोने में ही जिलाधिकारी ने स्वयं अपने हाथों कंबल दिया




क्रिसमस पर सेल्फी संग मस्ती





उल्लास और उत्साह संग यीशु जन्म की झांकी

वाराणसी(दिल इंडिया)। यीशु मसीह के जन्म का पर्व क्रिसमस कोरोना महामारी के बावजूद उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया जिसमें रेचल, ऐशर, आराधना, ममता, एस्तेर जॉय, सिलवीया, पूनम, विनीता और हेमंत व अखिलेश मसीह व विकास आदि व्यवस्था संभाले हुए थे। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आन लाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया।

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020

यीशु मसीह के जन्म पर झूम उठी काशी

प्रभु यीशु के जश्न और उल्लास में डूबे मसीही



वाराणसी(दिल इंडिया)। प्रभु ईसा मूसीह के जन्म दिन क्रिसमस पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचे मसीही शुक्रिवार को डूबे  नज़र आये। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना हुई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखाई देने लगा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। 

दरअसल दुनिया के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंज रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना शाम से मध्य रात्रि तक हुई मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की। वहीं देश दुनिया में अमन और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी। 

सुबह से ही शुरू हुई आराधना

धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज, फादर थामस सी. सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, एसिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहांलोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान सुनायी गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि किसमस हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में क्रिसमस मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।

गुरुवार, 24 दिसंबर 2020

जानिये डब्ल्यूएचओ ने इन बीमारियों पर क्या कहा

‘टीकाकरण निवारक रोग’ पर कार्यशाला 

गाजीपुर(हिमांशु राय/दिल इंडिया)। विभिन्न संक्रामक बीमारियों से  बचाव एवं उसके टीकाकरण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) काफी गंभीर है। इसी को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व नवीन पीएचसी के चिकित्सा अधिकारियों को वैक्सीन प्रिवेंटवुल डिजीज (वीपीडी) अर्थात ‘टीकाकरण निवारक रोग’ को लेकर प्रशिक्षण दिया गया । यह प्रशिक्षण एसीएमओ डा.उमेश कुमार और डब्ल्यूएचओ के एसएमओ इशांक आगरा द्वारा दिया गया।

इस दौरान डॉ उमेश ने बताया कि प्रशिक्षण में पांच बीमारियों मीजिल्स, डिप्थीरिया, नियोनेटल टिटनस, पोलियो और काली खांसी के वैक्सीनेशन को लेकर जानकारियां दी गई जिसमें इन बीमारियों की पहचान, जांच एवं उपचार के साथ रोकथाम को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। 

डा. ईशान ने बताया कि मीजिल्स के संक्रमण से कई बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए नौ महीने से पंद्रह वर्ष तक के सभी बच्चों एवं युवकों का टीकाकरण कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पहले इन बीमारियों के लिए अलग-अलग टीके लगाने पड़ते थे, लेकिन अब मीजिल्स व रूबेला मिलाकर एमआर टीका बनाया गया है। इसी तरह टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का बनाया गया है । टीके लगने से एक साथ पांच से छह बीमारियों से निजात मिलती है। 

डिप्थीरिया है क्या

डिप्थीरिया एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण होता है, जो नाक और गले की श्लेष्मा झिल्ली (Mucous membrane) को प्रभावित करता है। डिप्थीरिया आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, लेकिन डॉक्टर के परामर्श से दवाएं लेने से इससे बचा जा सकता है। डिप्थीरिया के कुछ लक्षण आमतौर पर ज़ुकाम के लक्षणों जैसे होते हैं। डिप्थीरिया के कारण गला खराब, बुखार, ग्रंथियों में सूजन और कमजोरी आदि समस्याएं होती हैं, लेकिन गहरे ग्रे रंग के पदार्थ की एक मोटी परत गले के अंदर जमना, इसकी पहचान का मुख्य लक्षण होता है। 

टेटनस नियोनेटोरम के लक्षण

टेटनस नियोनेटोरम का संकेत लगातार रोना, स्तनपान में समस्या, बुखार, स्वायत्त तंत्रिका तंत्र का असर, मांसपेशियों की ऐंठन आदि इसके लक्षण हैं। 

पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है। छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है, इसलिए इस बीमारी से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। इसे होने के पहले ही खत्म कर देने के लिए एक से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है । 

काली खांसी श्वसन तंत्र में होने वाला संक्रमण है। यह भी गंभीर रोग है। काली खांसी से प्रभावित व्यक्ति को खांसते समय कफ (बलगम) आता है और सांस लेते समय एक पैनी आवाज़ आती है जो "वूप" जैसी सुनाई देती है। काली खांसी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। यह रोग तीन से छह हफ़्तों तक व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। टीकाकरण ही इसका बचाव है ।  

क्रिसमस के जश्न में डूबे मसीही


 -कटी केक, फिज़ा में गूंजा कैरोल

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...

वाराणसी(अमन/दिल इंडिया)। ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है,शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...24 दिसंबर की शाम सेंट मेरीज़ महागिरजा में जैसे ही चर्च का घंटा बजा, कुछ ऐसे ही कैरोल गीत फिज़ा में बुलंद हो उठे। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की शाम गवाह बनी। दरअसल यह पहला मौका था जब यीशु जन्म का यह आयोजन मध्यरात्रि की बजाय काशी में कोरोना महामारी के चलते पहली बार शाम में किया गया। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। 

 इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...।

 उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने  क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनायेगी। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठेगा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ करेंगे।




। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।

बुधवार, 23 दिसंबर 2020

24 की शाम लेंगे प्रभु यीशु जन्म, होगी खास आराधना

यीशु जन्म की झांकी संग देश-दुनिया में शुरु होगा क्रिसमस का जश्न





वाराणसी (दिल इंडिया)। 24 दिसंबर की शाम यीशु जन्म के मंचन की गवाह बनेगी, मध्यरात्रि में होने वाला यह आयोजन काशी में कोरोना महामारी के चलते पहली बार शाम में किया जायेगा। इसी के साथ देश दुनिया का मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहा आराधना कर के क्रिसमस पर्व के अगवानी करेगा वही क्रिसमस का यह पर्व नव वर्ष 2021 के पहले महीने जनवरी तक जारी रहेगा।

 उधर काशी में बुधवार को  क्रिसमस की तैयारी पुरी कर ली गई है, पूरी शाम डोर टू डोर कैरोल सिंगिंग का दौर चला। पादरी बेन जॉन ने बताया कि


क्रिसमस मनाने को शहर बनारस तैयार है, क्रिसमस में अब चंद घंटे ही बचे हैं। जगह-जगह प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है।

बिशप हाउस में सजी चरनी

24 की शाम यीशु जन्म के मंचन संग देश-दुनिया का मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहा आराधना कर के क्रिसमस पर्व की अगवानी करेगा वही क्रिसमस की तैयारी पुरी कर ली गई है। क्रिसमस मनाने को शहर बनारस भी तैयार है। वाराणसी धर्मप्रांत के अध्यक्ष, बिशप डॉ. यूजीन जोसेफ की अगुवाई में महागिरजा व बिशप हाउस में भी झांकी तैयार की गयी है। बिशप ने कहा कि क्रिसमस अमन और एकता के लिए जाना जाता है। हर बार हम लोग कोशिश करते हैं कि क्रिसमस पर कुछ नया करें, इस बार कोरोना महामारी के चलते काफी कुछ बदलाव क्रिसमस पर देखने को मिल रहा है।

महागिरजा में होगा धमाल 

24 दिसम्बर की शाम महागिरजा समेत तमाम कैथोलिक चर्चो में शाम 6 बजे से प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा, 7 बजते ही फिज़ा में गूंजेगा..मैरी क्रिसमस, हैप्पी क्रिसमस। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर तैयार हैं। आयोजन में विशिष्टजन उद्बोधन देंगे। डा. यूज़ीन ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग का राजा ईसा मसीह धरती पर एक गरीब बालक के रूप में जन्मे थे। इसलिए भी इस पर्व को हम सब अमन, एकता और सादगी के साथ मनाते हैं।

होगी आराधना, गूंजेगा कैरोल 

सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार यीशु मसीह के आगमन की अगवानी करेंगे। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व यीशु माता चर्च शिवपुर में भी क्रिसमस की तैयारियां पूरी हो गयी हैं।

फिर चंदौली में औसाब

चंदौली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बने औसाब

वाराणसी(दिल इंडिया)।कांग्रेस संगठन को और मजबूत करने और गति देने के लिए कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने व्यापक फेरबदल करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की अपनी नई टीम का गठन किया है। इसी क्रम में चंदौली के संघर्षशील औसाब अहमद को लगातार दूसरी बार चंदौली जिला अध्यक्ष मनोनीत किया है। नई जिम्मेदारी मिलने पर औसाब अहमद ने शीर्ष नेतृत्व, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद, उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के अध्यक्ष शाहनवाज आलम का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि जिस तरह मेरे ऊपर विश्वास कर मुझे अहम जिम्मेदारी सौंपी है मैं उसका पूरी तरह से निर्वाह करूंगा साथ ही ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक कांग्रेस को मजबूत करूंगा।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...