शुक्रवार, 22 सितंबर 2023

Jain Dharam :दशलक्षण महापर्व का चतुर्थ दिवस

जैनी दस वृत्तियो का व्रत लेकर धर्म-ध्यान, व्रत, प्रभु की स्तुति में रहे तल्लीन




Varanasi (dil India live). भारत बसुधंरा धार्मिक विविधताओ का देश है. भिन्न-भिन्न धर्मानुययियों में धार्मिक समरसता भी है. सभी परस्पर अन्य धर्मो का आदर और सम्मान करते है और मूल में देखें तो भारत बर्ष सभी धर्म प्राणी मात्र के कल्याण की बात करते है.

भिन्न भिन्न धर्मो के रूप में भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंगो को अनुभव करना चाहिए. जैन धर्म का पर्युषण पर्व मानव के कल्याण के लिए यह सिखलाता है कि जैन धर्म में प्रथम अध्याय क्षमा धर्म और अन्त भी विश्वमैत्री क्षमावाणी के रूप में मनाता है । सम्पूर्ण जीवन के लिए इस कल्याणकारी बात को ध्यान में रखते हुए जैन मतावलंबी समस्त मानव के हित हेतु एवं स्वयं के कल्याण के लिए यह दशलक्षण पर्व मनाता है.

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में शुक्रवार को भी प्रातः बेला से ही जैन मतावलंबी दस वृत्तियो का व्रत लेकर धर्म-ध्यान, व्रत, प्रभु की स्तुति हुए तल्लीन रहे. वाराणसी के हर मंदिरो में इन दिनो अनेको धार्मिक अनुष्ठान सुबह से शाम तक भक्तगण कर रहे है। 

गुरुवार को प्रातः भगवान पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक भूमि भेलूपुर में जहां भक्तगण तीर्थंकरो की पूजा-अभिषेक- जपमाला, इत्यादि कर रहे है वही नीचे प्रवचन हाल में प्रोःअशोक जैन जी के कुशल निर्देशन में भक्तगण क्षमावाणी विधान पूरे भक्ति के साथ कर रहे है. उदयराज खडगसेन दिगम्बर जैन मन्दिर भेलूपुर मे भी भक्ति के साथ धार्मिक आयोजन किए जा रहे है. नगर के अन्य मंदिरो मे भी कई अनुष्ठान चल रहे है. शुक्रवार को कई जैन मन्दिरो में देवी पद्मावती मां का श्रृंगार एवं पूजन किया गया.

सायंकाल भेलूपुर स्थित जैन मन्दिर में धर्म के चतुर्थ अध्याय "उत्तम शौच धर्म " पर व्याख्यान देते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी जी ने कहां - ह्रदय से लोभ का त्याग करना ही शौच धर्म है, लोभ ही संपूर्ण पाप का जनक है. जिस व्यक्ति ने अपने मन को निरलोभीय बना लिया है,मोह माया से संतोष धारण कर लिया है, उसे जीवन में परम शान्ती निश्चित मिलती है. 

खोजंवा स्थित जैन मंदिर मे शास्त्र प्रवचन करते हुए डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां कि पर्युषण शुद्ध रूप आध्यात्मिक पर्व है. इसमें आत्मनिरीक्षण-आत्मचिंतन ही नही आत्ममंथन की प्रक्रियाए भी निहित है. उन्होंने कहां की जैन धर्म में अहिंसा का सबसे ऊंचा स्थान है-इसलिए दीन दुखियो- प्राणियो पर हमेशा करूणा-दया का भाव रखना चाहिए. 

ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर जी में पं: सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा- यह पर्व मानव कल्याण के लिए है, ये मनुष्य को क्षमावान बनाता है, यह पर्व लोक-परलोक में सुख देने वाला है. उन्होंने कंहा-सरलता की अनुपस्थिती में शुचिता संभव नही, चित्त की मलिनता का मूल कारण लोभ-लालच है. प्रत्येक आत्मा में निर्मल होने की शक्ति है. सायंकाल तीर्थंकरो, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती मां की आरती की गई. आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अजीत जैन, ललित पोद्दार,,सौमित्र जैन, राजीव जैन, संजय जैन उपस्थित थे.

गुरुवार, 21 सितंबर 2023

Jain mandir's में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया रोक थाम के लिए विशेष पूजन

मंदिरों में मना दशलक्षण पर्व का "उत्तम आर्जव धर्म" 




Varanasi (dil India live). 21.09.2023. पर्युषण पर्व के तीसरे दिन गुरुवार को भी जैन मन्दिरो में प्रातः से विविध धार्मिक कृत्य प्रारंभ हुए. मंत्रोच्चारण के साथ सभी जैन मंदिरो में तीर्थंकरो का जलाभिषेक किया गया. भदैनी स्थित भगवान सुपार्श्वनाथ का जन्म स्थली एवं अन्य जैन मंदिरों में भगवान सुपार्श्वनाथ के गर्भ कल्याणक की विशेष पूजा व्रत के साथ एवं आर्जव धर्म की पूजा की गई. ग्वाल दास साहू लेन स्थित जैन मन्दिर में प्रदेश में तेजी से फैल रही बीमारी स्क्रब टायफस, डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के जल्द रोक थाम के लिए विशेष पूजा एवं शान्ती धारा की गई व जैन औषधालयों से दवा वितरित की गई.

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में चल रहे अनेक धार्मिक आयोजनो में भगवान पार्श्वनाथ जन्म स्थली भेलूपुर मे विधानाचार्य प्रो: अशोक जैन के निर्देशन में क्षमावाणी विधान बहुत ही भक्ति भाव के साथ किए जा रहे है. ग्वाल दास साहू लेन स्थित मन्दिर में भी क्षमावाणी विधान के माणने पर तीर्थंकर को सिंहासन पर विराजमान कर श्री फल, पुष्प अर्पित कर अर्ध्य चढाये जा रहे है. प्रातः से सारनाथ, चन्द्रपुरी, नरिया, भदैनी, मैदागिन, खोजंवा, हाथीबाजार स्थित मन्दिरो मे भी विविध धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे है.

सायंकाल भेलूपुर स्थित तीर्थ क्षेत्र पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक भूमि पर 10 धर्मो के तृतीय अध्याय "उत्तम आर्जव धर्म " पर व्याख्यान देते हुए प्रो: फूल चन्द जैन प्रेमी ने कंहा कि मायाचारी (कुटिलता) को छोड़कर निर्मल ह्रदय होना, स्वभाव में सरलता होना ही आर्जव धर्म है. मायाचारी पुण्य को नष्ट करती है, पाप को बढाती है, सत्य को निरस्त करती है. खोजंवा स्थित अजित नाथ जैन मन्दिर में प्रवचन करते हुए डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कंहा- आर्जव का अर्थ है- श्रृजुता,सीधापन, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी। कुटिलता का अभाव ही आर्जव धर्म है। ग्वाल दास साहू लेन स्थित जैन मन्दिर में शास्त्र प्रवचन करते हुए पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा- माया की छाया जिसकी काया पर पड जाए, उसके जीवन का सफाया हो जाता है, याद रखना जिसे किसी ने नहीं देखा, उसे उसे आपने स्वयं ने देखा है, आपने किया कपट औरो को नही स्वयं को ही छला है. उन्होंने कहां कि जीवन के प्रसन्नता के रथ पर सवार हो, खुशियो का दामन ना छोड़े, इसके लिए दशलक्षण का तीसरा कदम उत्तम आर्जव धर्म अपनाना अत्यंत आवश्यक है. सायंकाल शास्त्र प्रवचन, जिनवाणी पूजन, देवो की आरती व भजन किए गये. आयोजन में प्रमुख रूप से सभापति दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन, आर सी जैन, प्रधानमन्त्री अरूण जैन, समाज मन्त्री तरूण जैन, रत्नेश जैन, विनोद जैन, विजय जैन, सौरभ जैन उपस्थित थे.

DAV PG College में मना विश्व अल्जाइमर दिवस, हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी

थेरेपी से संभव है डिमेंशिया का इलाज: डॉ. पंकज



Varanasi (dil India live).21.09.2023. विश्व अल्जाइमर दिवस पर गुरुवार को डीएवी पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग के तत्वावधान में 'नेवर टू अर्ली, नेवर टू लेट' विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि भूलने की बीमारी जिसे डिमेंशिया कहा जाता है यह मरीज के अंदर डर का भाव उत्पन्न करता है, इस डर को दवा से बेहतर उनके साथ अच्छा व्यवहार कर दूर किया जा सकता है. इसके अलावा विभिन्न प्रकार की थेरेपी इसके लिए काफी कारगर है जैसे म्यूजिक थेरेपी, एरोमा थेरेपी, मसाज, लाइट थेरेपी आदि है. इन मरीजों के साथ परिजनों का व्यक्तिगत व्यवहार काफी हद तक मायने रखता है उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए. उन्होंने कहा कि ऐसी बीमारी का पता लगने के बाद जितना ज्यादा अच्छा व्यवहार उनके साथ करेंगे, उतना जल्दी उनके स्वस्थ होने की संभावना रहती है.

अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल ने कहा कि डिमेंशिया की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, एक आंकड़ो के मुताबिक विश्वभर में 90 लाख से अधिक बुजुर्ग अपनी यादाश्त खो चुके है. काफी लोग इस बीमारी को बताने में संकोच महसूस करते है जबकि इसका इलाज संभव है. प्रो. सत्यगोपाल जी ने कहा कि डिमेंशिया का पता लगाने के लिए डॉक्टर के पास जाने की भी जरूरत नही है बल्कि एक मनोवैज्ञानिक मिनी मेन्टल स्टेटस एग्जामिनेशन से भी डिमेंशिया की स्थिति पता लगा सकता है.

इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया. संचालन डॉ. राजेश कुमार झा, स्वागत डॉ. कमालुद्दीन शेख एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अखिलेन्द्र कुमार सिंह ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रो. समीर पाठक, प्रो. अनूप कुमार मिश्रा, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. राकेश द्विवेदी, डॉ. सीमा, डॉ. मयंक कुमार सिंह, डॉ. ओम प्रकाश कुमार, डॉ. महिमा सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ. मनीषा सिंह, डॉ. ज्योति सहित बड़ी संख्या में मनोविज्ञान विभाग के छात्र - छात्राएं उपस्थित रहे.

बुधवार, 20 सितंबर 2023

Jain Dharam news: सुख शान्ति चाहते हो तो अहंकार को छोड़ दो

अहंकार होता है विनाश का कारण

जैन मंदिरों में मना पर्युषण महापर्व का द्वितीय दिवस" उत्तम मार्दव धर्म "  




Varanasi (dil India live). 20.09.2023. जैन धर्म का पर्वाधिराज पर्युषण पर्व जैन मंदिरों में दूसरे दिन भी मनाया गया. भादो मास में दुनिया भर के जैन लोग इन दिनो अपनी इन्द्रियों को संयमित रखते है। विशेष रूप से समस्त सांसारिक मोह माया क्रियाए छोड़कर त्याग-तपस्या, आत्मभावना, धर्म ग्रंथो का अध्यन और सभी प्राणियो की सुख शान्ति की कामना करते है. क्षमा, मृदुता, सरलता, निरलोभता, सत्य, संयम, तप, त्याग और ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए अपने मन आत्मा को पवित्र निर्मल करते है, जिससे तन मन स्वस्थ रहे. पर्व के दूसरे दिन बुधवार को प्रातः से श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में भगवान पार्श्वनाथ की जन्म कल्याणक भूमि तीर्थं क्षेत्र भेलूपुर में प्रोः अशोक जैन के निर्देशन में क्षमावाणी विधान किया जा रहा है जिसमें काफी भक्त भाग ले रहे है. प्रातः तीर्थंकर पार्श्वनाथ का प्रक्षाल पूजन किया गया. नगर के अन्य जैन मन्दिरो में भी सुबह से ही श्रदालु भक्तो द्वारा पूजन पाठ- अभिषेक व अन्य धार्मिक आयोजन किये जा रहे है. ग्वाल दास साहू लेन स्थित जैन मन्दिर में सायं -पर्व के दूसरे अध्याय " उत्तम मार्दव धर्म " पर व्याख्यान करते हुए पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा-मार्दव धर्म हमें अपने मन मे, कुल जाति, धन आदि का अभिमान/घमंड दूर करना सिखाता है. घमंडी व्यक्ति का कही सम्मान नही होता-सदाचारी बनना है तो अभिमान का त्याग करना होगा.

भगवान पार्श्वनाथ जन्म स्थली भेलूपुर में प्रवचन करते हुए प्रो: फूल चन्द्र जैन प्रेमी जी ने कहां- उत्तम मार्दव धर्म अपनाने से मान व अंहकार का मर्दन हो जाता है और व्यक्ति सच्ची विनयशीलता को प्राप्त करता है. सुख शान्ति चाहते हो तो अहंकार का त्याग करो ये विनाश का कारण है. 

खोजंवा स्थित जैन मंदिर में प्रवचन करते हुए डा: मुन्नी पुष्पा जैन ने कंहा- अभिमान स्वाभिमान को नष्ट कर देता है, अर्थात जिस पर तू इतना इठलाता है कल वह भी नष्ट होना है इसलिए जो प्राप्त है उसका सदुपयोग करके अपने स्वाभिमान की रक्षा कर. सायंकाल मंदिरो में भजन, जिनवाणी पूजन, भगवान पार्श्वनाथ, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती मां की सामूहिक आरती की गई.

आयोजन मे प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, प्रधान मन्त्री अरूण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, विनय जैन, विनोद जैन, सुधीर पोद्दार, तरूण जैन, राजकुमार बागडा एवं महिला मंडल की काफी महिलाए उपस्थित थी.

Eid milad-un-Nabi 2023 : निकलेंगे जुलूस, होगी सजावट

ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां तेज, घरों पर लगा इस्लामिक परचम


Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live). ईद मिलादुन्नबी (स.) की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। घरों, मस्जिदों, मदरसों और बाजार वगैरह में इस्लामी परचम लहराने लगा है। ईद मिलाद-उन-नबी को लेकर पुलिस प्रशासन व तमाम संस्थाओं ने बैठकें शुरू कर दी है। दालमण्डी स्थित मुस्लिम मुसाफिर खाने में मर्कज़ी यौमन्नबी कमेटी की एक आम बैठक का आयोजन कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री हाजी शकील अहमद बब्लू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का आगाज सऊद खान की तिलावत कुरआन पाक के साथ शुरू हुई। इस अवसर पर पूरे वाराणसी जनपद की नातियां अंजुमनों के साथ ही साथ क्षेत्र में बनने वाले डाईज की कमेटियों के पदाधिकारियों ने भी भागीदारी की। इस अवसर पर आये हुये पदाधिकारियों व सदस्यों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये जिसे मर्कज़ी यौमुन्नबी कमेटी के पदाधिकारियों ने सुना और उस पर कार्य करने का आश्वासन दिया। बैठक को संबोधित करते हुए कमेटी के जनरल सेक्रेटरी हाजी महमूद खान ने कहा कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी का कार्यक्रम करना सिर्फ कमेटी की जिम्मेदारी नहीं है। यह जश्न आप सबकी भागीदारी के बिना अधूरा है। आप सबकी मेहनत और कमेटी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के कारण ही शानदार तरीकें से यह जश्न संपन्न होता है। इसलिए आप सबसे अपील है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कमेटी का साथ दें ताकि इस जश्न को और भी बेहतर तरीके से किया जा सके।
बैठक में मुख्य रूप से शकील अहमद सिद्दीकी, आगा कमाल, अबरार खान, दिलशाद अहमद डिल्लू, राशिद सिद्दीकी, हाजी राशिद, पूर्व पार्षद अर्शद खान बिक्की पूर्व पार्षद मुमताज खान, हाजी समर खान, वारिश बबलू पूर्व अध्यक्ष अली अख्तर, पूर्व सेक्रेटरी अशरफ एडवोकेट, हाजी ग्यासु, हाजी शहाबुद्दीन एडवोकेट, अज़हर अज्जू फसाहत हुसैन बाबू साजिद गुड्डू इमरान इम्मू शमशाद अहमद, सोहराब आलम, लौकर आलम्, हाजी डॉ० अजफर, मुश्ताक अहमद, गुड्डू पहलवान, मुदिस्सर अहमद, फुरकान खान, अबुल खैर आदि उपस्थित थे।


मरकजी दावते इस्लामी निकालेगी जुलूस 

मरकज़ी दावते इस्लामी जुलूसे मोहम्मदी कमेटी बनारस व पुलिस प्रशासन के साथ एक बैठक बुधवार को एसीपी दशाश्वमेध के कार्यालय में एसीपी अवधेश पाण्डेय की अध्यक्षता व मौलाना हसीन अहमद हबीबी इमाम शाही मुगलिया मस्जिद बादशाहबाग की मौजूदगी में हुई। बैठक में यह तय हुआ कि नबी की पैदाइश की खुशी में निकलने वाला जुलूसे मोहम्मदी रेवड़ी तालाब से उठ कर अपने परमपरागत रास्तों से होता हुआ बेनियाबाग पहुंचेगा। जुलूस में शिरकत करने वाले अकीदतमंद जो चार पहिया वाहन लेकर आते हैं वह वक्त की पाबन्दी करते हुए 28 सितंबर की सुबह 7 बजे अपनी लाउडस्पीकर वाली चार पहिया गाड़ी लेकर रेवड़ी तालाब से रविन्द्रपुरी के बीच कहीं से जुलूस में शामिल हो जायें। अपना वाहन समय से पहले जुलूस स्थल रेवड़ी तालाब लेकर पहुंचे। कोशिश करें कि जुलूस में बीच में कहीं से शामिल न हो। रामापुरा, गोदौलिया, जगमबाड़ी एवं पांडेय हवेली से चार पहिया वाहन लाने वाले कमेंटी से पास हासिल कर लें। किसी भी चार पहिया गाड़ी पर डीजे हरगिज़ ना लगायें, सिर्फ लाउड स्पीकर का इस्तेमाल करें, लाउडस्पीकर का इस्तेमाल हाथ ट्राली / टोटो/ रिक्शा पर भी किया जायेगा ताकि आसानी हो। टूव्हीलर या दो पहिया वाहन लेकर जुलूस में चलने की इजाज़त किसी को नहीं है। सरकार की आमद-मरहबा वगैरह मजहबी नारों के अलावा किसी किस्म का कोई सियासी नारा ना लगायें। नबी का जुलूस है पाकीज़गी का ख़याल रखा जाये, बैठक में जो तय हुआ है उसकी खिलाफ वरज़ी करने वाले खुद जिम्मादार होंगे। मरकजी दावते इस्लामी जुलूसे मोहम्मदी कमेटी का इससे कोई लेना-देना नहीं होगा।

मंगलवार, 19 सितंबर 2023

Jain Dharam का पर्वाधिराज 'पर्युषण' शुरू

सबसे पहले जो क्षमा करता है, वो सबसे शक्तिशाली 

  • जिसके पास क्षमा रूपी तलवार है उसका दुर्जन कुछ नहीं कर सकते




Varanasi (dil India live).19.09.2023. भारतीय संस्कृति के पर्वो में जैन धर्म के पर्युषण (दशलक्षण) महापर्व का विशेष महत्व है. श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में आयोजित 14 दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार 19 सितंबर को प्रातः से ही नगर के जैन मन्दिरो भेलूपुर, सारनाथ, मैदागिन, खोजंवा, नरिया, ग्वाल दास साहू लेन, चन्द्रपुरी, भदैनी में दशलक्षण पूजन-एवं विविध धार्मिक आयोजन के साथ शुरू हुआ. जैन धर्मावलम्बीयो के लिए यह बहुत ही कठिन आत्मा की आराधना का पर्व है. इन दिनों सभी छोटे बडे व्रत- उपवास, संयम, सामायिक, जप, स्वाध्याय में तल्लीन रहते है. मंगलवार को सभी जैन मंदिरो में तीर्थंकरो का अभिषेक-पूजन प्रक्षाल के साथ पूजन प्रारंभ हुई. भगवान पार्श्वनाथ की जन्म स्थली भेलूपुर में प्रातः विधानाचार्य डा:पं: अशोक जैन के निर्देशन में संगीतमय दशलक्षण विधान का शुभारंभ हुआ-वही ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में भी 10 दिवसीय विधान का विधि-विधान से शुभारंभ हुआ.

सायंकाल भेलूपुर स्थित भगवान पार्श्वनाथ जन्म स्थली पर शास्त्र प्रवचन प्रोः फूल चन्द्र प्रेमी ने दशलक्षण पर्व के प्रथम अध्याय "उत्तम क्षमा धर्म " का अर्थ सहित व्याख्यान करते हुए कहा कि जिसके पास क्षमा रूपी तलवार है उसका दुर्जन भी कुछ नहीं कर सकते. जिस दिन आपके जीवन में क्षमा का आगमन होगा उस दिन आपका जीवन 'पार्श्वनाथ 'के समान हो जायेगा. उन्होंने कहां-जो  पहले क्षमा मांगता है वह सबसे ज्यादा बहादुर है और जो सबसे पहले क्षमा करता है वह सबसे ज्यादा शक्तिशाली है. 

खोजंवा स्थित जैन मन्दिर में शास्त्र प्रवचन करते हुए डा: मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की जीवन की मिठास का स्वाद लेने के लिए आपके पास अतीत को भूलने की और  दूसरो को क्षमा करने की शक्ति होना चाहिए. 

आत्मविश्वास, आत्म ज्ञान और आत्मसंयम केवल यही तीनों जीवन को परम शक्ति सम्पन्न बना देते है. उन्होंने कहां की समस्त बुराईयो को पी जाने की क्षमता प्रगट होना ही क्षमा धर्म है. क्षमा वही कर सकता है जिसके अंदर निर्मल ज्ञान का सागर है और वह तप तपस्या से ही संभव है. सायंकाल जैन मंदिरो में शास्त्र प्रवचन, जिनवाणी पूजन, तीर्थंकरो, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती जी की सामूहिक आरती की गई. आयोजन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, विनोद जैन, अरूण जैन, अजीत जैन, विनोद जैन चांदी वाले, सौरभ जैन उपस्थित थे.

Kashi sansad सांस्कृतिक महोत्सव 2023 का हुआ रंगारंग समापन

बच्चों के मनमोहक नृत्य देखकर हुई काफी प्रसन्नता : पूनम मौर्य





Varanasi (dil India live). 19.09.2023. वाराणसी में नृत्य, वादन, गायन एवम नुक्कड़ नाटक जैसी विधाओं में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2023 के जिला स्तरीय नृत्य विधा की प्रतियोगिता का मंगलवार को समापन समारोह आयोजित किया गया. अंतिम दिन पद्म विभूषण गिरजा देवी सांस्कृतिक संकुल चौकाघाट मे प्रातः 10:00 बजे मुख्य अतिथि ज़िला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य के कर कमलों से द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया, उसके बाद मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया. मंृगलवार में नृत्य विधा में कुल 68 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया.10 से 18 आयु वर्ग मे 41, 19 से 40आयु वर्ग में 09 , 40से अधिक आयु वर्ग में 18  प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया.

 इस मौके पर अवध किशोर सिंह डीआईओएस, डॉ. अरविंद पाठक बीएसए, दुष्यन्त मौर्य अपर नगर आयुक्त, प्रीति सिंह खण्ड शिक्षा अधिकारी चिरईगांव, महेंद्र बहादुर सिंह जिलाध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, संजय तिवारी जोनल अधिकारी वरुणापार जोन, परमानन्द सिंह कार्यक्रम स्थल प्रभारी , डॉ. प्रभास कुमार झा, डॉ. बृजेश सिंह, मोहम्मद इमरान, इफ्तेखार अहमद, कमलेश दत्त पाण्डेय, रहमत अली, धीरेंद्र सिंह, सईद अहमद, सत्येंद्र कुमार, और काफी संख्या में बच्चे व दर्शनार्थी  उपस्थित रहे। लोकनृत्य 10 से 18 आयु वर्ग में प्रथम स्थान श्रेया वर्मा,द्वितीय स्थान तान्या ग्रुप एवम कंपोजिट विद्यालय महमूरगंज आई। 40 से ऊपर आयु वर्ग में अमित कुमार ग्रुप एवम ब्रजभान मरावी ग्रुप प्रथम स्थान प्राप्त किए। 19से 40 आयु वर्ग समूह में प्रथम स्थान जागृति सिंह ग्रुप द्वितीय स्थान विशाल सोनकर ग्रुप आए  अवशेष सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार वितरित किया गया. निर्णायक मंडल नृत्य में डॉ. विधि नागर , डॉ. जया राय, राहुल मुखर्जी, प्रेमचन्द होम्बल रहे। मंच संचालन श्रीमती अर्चना सिंह ने की. अंत में धन्यवाद श्री अवध किशोर सिंह डी आई ओ एस ने किया.

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...