सोमवार, 28 नवंबर 2022

First Sunday of advent:गिरजाघरो में गूंजे यीशु की स्तूति के गीत


Varanasi (dil india live)। क्रिसमस का ग्लोबल पर्व भले ही 25 दिसंबर को मनाया जायेगा मगर क्रिसमस सीजन का आगाज इतवार को प्रभु यीशु आगमन (First Sunday of advent) के साथ हो गया। इस दौरान गिरजाघरो में यीशु की स्तूति के गीत गूंजे, आराधना और प्रार्थना का दौर अलग अलग चर्चेज में सुबह से शाम तक चलता रहा। इसी के साथ अब क्रिसमस अपने रंग में रंगता चला जायेगा। 25 दिसंबर यानी प्रभु यीशु के जन्म पर क्रिसमस अपने शबाब पर होगा।

दरअसल आगमन काल प्रभु यीशु के आगमन की आध्यात्मिक तैयारी को कहते है जो आज से 2022 वर्ष पूर्व ईसा मसीह के जन्म के साथ पूरा हुआ था। उसी ईसा मसीह की जयंती के लिए खुद को हृदय से तैयार करने का समय आगमन काल या Sunday of advent कहलाता है। चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जान ने आराधना कराते हुए कहा कि हम मसीही है इसका हमें गर्व है, हमें अपने सांसारिक जीवन पर चिंतन-मनन कर यह आकलन करना हैं कि मसीही होने के नाते हमने अब तक के जीवन में प्रभु यीशु के आदर्शों पर कितना अमल किया। रामकटोरा चर्च के पादरी आदित्य कुमार ने कहा कि प्रभु यीशु ने हमें जो जिन्दगी दी है उसके सदा हम आभारी है, हमारा फर्ज हैं कि हम भी प्रभु यीशु की सदा स्तूति करें। बताया कि क्रिसमस भले ही 25 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता हो मगर क्रिसमस की तैयारियां क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले उन चार इतवारों में से पहले इतवार से ही शुरू हो जाती है। आगमन का पहला इतवार है। वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में सभी चर्चेज में आराधना व प्रार्थना एक साथ शुरू हुई। सभी ने अमन के राज कुमार की स्तूति की। सेंट मैरीज महागिरजा में पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज ने प्रार्थना करायी। लाल गिरजाघर के सेक्रेटरी विजय दयाल ने बताया कि यह क्रिसमस के पूर्व आगमन का पहला इतवार था। इसके साथ ही 4 दिसंबर, 11 दिसंबर और 18 दिसंबर आगमन का दूसरा, तीसरा और चौथा इतवार होगा। इसके बाद 25 दिसंबर को क्रिसमस आयेगा। ख़ास बात यह भी है कि इस बार क्रिसमस भी इतवार को ही पड़ेगा।

शनिवार, 26 नवंबर 2022

Kashi me Guru teg bahadur sahib nai kiya tha 362 saal pahle tap






Varanasi (dil india live). सिख धर्म के नौवें पातशाह गुरु तेग बहादुर साहिब ने आज से 362 साल पहले काशी में तप किया था। नीचीबाग में उनके द्वारा 7 माह 16 दिन की तपस्या से जुड़े कई ऐतिहासिक दस्तावेज आज भी मौजूद है। उन्होंने अपने तप के बल पर ही तपोभूमि गुरुद्वारा बड़ी  संगत नीचीबाग में मां गंगा को बुला लिया था। जिसका प्रवाह आज भी लोगों को शुद्ध गंगा जल का अमृत पान करा रहा हैं। गुरु तेग बहादुर साहिब का शहीदी पर्व पर काशी से जुड़ी उनकी यादों को ताज़ा करती दिल इंडिया कि एक रिपोर्ट...

गुरु तेग बहादुर साहिब पंजाब से चलकर दिल्ली, आगरा, मथुरा, कानपुर, होते हुए इलाहाबाद कुंभ में पहुंचे थे। वह दौर 1660 का था। गुरु तेग बहादुर साहिब के अनुयाई भाई कल्याण को जब यह जानकारी मिली तो वह उनके दर्शन के लिए लालयित हो उठे मगर वो बुजुर्ग होने की वजह से वहां जा पाने में असमर्थ थे। मन ही मन उन्होंने गुरु तेग बहादुर साहिब के दर्शन मात्र के लिए उन्होंने प्रभु से प्रार्थना कि काश गुरु तेग बहादुर साहिब काशी आ जाते ? फिर क्या था एक दिन अचानक गुरु तेग बहादुर साहिब न सिर्फ काशी पहुंच कर भाई कल्याण को दर्शन दिया बल्कि यहां गुरु तेग बहादुर साहिब ने 7 माह 16 दिन तक तप भी किया। इस दौरान उन्होंने संगत को पहले पातशाह गुरु नानक देव के उपदेश दिए। 

 नीचीबाग गुरुद्वारे के ग्रंथी भाई धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनके आगमन के दौरान ही एक घटना घटी। मांग पूर्णिमा के दिन भाई कल्याण ने गुरुतेग बहादुर साहिब से कहा कि आज सैकड़ों श्रद्धालु काशी गंगा स्नान करने आ रहे हैं। इसलिए आपका आदेश हो तो हम भी गंगा स्नान करके आ जाएं? उन्होंने कहा कि गंगा कितनी दूर हैं तो बताया कि आधा मील। इस पर उन्होंने ध्यान करते हुए घर में रखे एक पत्थर को हटाया तो वहां से एक निर्मल जलधार निकल पड़ी। भाई कल्याण यह देख आश्चर्य चकित हो गए। जब घर आंगन में पानी भरने लगा तो गुरुजी के आदेश अनुसार पत्थर की शिला उसके स्थान पर रख दी गई। वहीं भाई कल्याण व गुरु तेग बहादुर साहिब समेत काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने वहां स्नान किया। इस जल का स्रोत आज भी बाऊली साहिब के रूप में मौजूद है। इस जल का अमृत पान करने के लिए लोग दूर दूर से आज भी आते हैं। मान्यता है कि आज भी उस जल के सेवन से काफी बीमार लोगों को रोगों से मुक्ति मिलती है।

बनारस के साथ ही गुरु तेग बहादुर साहिब मिर्जापुर व चुनार भी  गए। बनारस से जाते समय भाई कल्याण आदि भावुक हो उठे, बोले अब आपके दर्शन कैसे होंगे। इस पर उन्होंने अपना चोला, कुर्ता पायजामा और चरण पादुका आदि निशानियां वहीं छोड़ दी और कहा जब इसे देखेंगे तो मेरा दर्शन होगा। उनकी यह निशानियां आज भी गुरुद्वारे में संरक्षित है। इसके दर्शन पूजन के लिए लोग उमड़ते हैं। भाई कल्याण के उसी घर को बाद में गुरुद्वारा नीचीबाग बड़ी संगत का सिख अनुयायियों ने रुप दे दिया। यह गुरुद्वारा सिख इतिहास का महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने भीतर समेटे आज शान से बनारस के नीचीबाग इलाके में खड़ा है। जहां देश दुनिया से तमाम श्रद्धालु व पर्यटक गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचते हैं। यहां वह सहेज कर रखे गए तमाम सिख दस्तावेज देखकर निहाल हो उठते हैं।

शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

Khello benaras में छात्रों ने लगाई दौड़



Varanasi (dil india live). खेलो बनारस कार्यक्रम के तहत संकुल चिरईगांव के खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय बरियासनपुर इंटर कॉलेज प्रांगण में किया गया। खेलकूद  प्रतियोगिता में संकुल स्तरीय विद्यालय खानपुर उमराहा, उमराह द्वितीय, बरियासनपुर, दीनापुर व चिरईगांव प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ खंड विकास अधिकारी चिरईगांव सरिता गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस दौरान खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता का अभिवादन पूजा तिवारी सहायक अध्यापक खानपुर ने माल्यार्पण कर किया व मुख्य अतिथि पद पर पर आसीन कराया। इस दौरान बच्चों ने मार्च पास्ट के माध्यम से मुख्य अतिथि को सलामी दी। तत्पश्चात प्रतियोगिता शुरू की गई। प्रतियोगिता में बच्चों ने दौड़ लगा कर जहां दमखम दिखाया वहीं कई तरह की प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी स्कंद गुप्ता ने प्रोत्साहन कर प्रतिभागी बच्चों कि हौसला अफजाई की।

कार्यक्रम में इंदिरा सिंह, सत्येंद्र सिंह यादव, जावेद अहमद, संदीप सिंह, सांसद प्रतिनिधि के रूप में विनय मिश्रा, अतुल सिंह, ग्राम विकास अधिकारी सुनील कुमार पांडे, प्रधान मंगरु प्रसाद, बब्बू यादव, उदल पटेल, लाल बहादुर, रमेश व उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिलाध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह, राशिद अनवर आदि लोग उपस्थित थे।

बुधवार, 23 नवंबर 2022

DM Varanasi or congress नेताओं की मुलाकात


Varanasi (dil india live). जिलाधिकारी वाराणसी एस. राज लिंगम से महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज मिला।इस मुलाकत के दौरान कांग्रेस नेताओं ने विभिन्न मुद्दों से जिलाधिकारी को अवगत कराया।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 2017 में जब केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी जी बनारस दौरे पर आए थे,तभी पुराने राजघाट पुल के समीप नवीन पुल के निर्माण की बात स्वीकार की थी पिछले सात से आठ वर्षों में पुल पर कई दुर्घटनाये हो चुकी हैं उस जगह नवीन पुल का निर्माण हो।

पिंडरा में बिना किसानों की जमीन अधिग्रहीत किये व बिना मुआवजा दिए फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है तत्काल किसानों को मुआवजा दिया जाए।

मुलाकात के बाद महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा की नवनियुक्त जिलाधिकारी एस.राज लिंगम से मुलाकात कर हम कांग्रेसजनों ने उन्हें अवगत कराया की गुजरात मे मोरबी की पुनरावृत्ति कही बनारस में न हो। 2017 में जब केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी बनारस दौरे पर आए थे, तभी पुराने राजघाट पुल के समीप नवीन पुल के निर्माण की बात स्वीकार की थी।पिछले सात से आठ वर्षों में पुल पर कई दुर्घटनाये हो चुकी हैं।लेकिन अभी तक नए पुल का निर्माण न हो सका वहां नए पुल का निर्माण हो।पिंडरा में बिना किसानों की जमीन अधिग्रहीत किया गया व बिना मुआवजा दिए फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है तत्काल मुआवजा मिले तभी वहां निर्माण कार्य हो

प्रतिनिधिमंडल में सैयद फसाहत हुसैन बाबू, राजेश गुप्ता, अशोक सिंह, मेहदी हसन कब्बन, सन्तोष सिंह, चंचल शर्मा, राजीव राम, पार्षद विनय शादेजा, परवेज खान, मनोज यादव, छांगुर गुप्ता, नवीन पटवानी, राज जयसवाल, अनिल पटेल, लोकेश सिंह, मुन्नू सिंह, आशिष यादव आदि लोग उपस्थित थे।

मंगलवार, 22 नवंबर 2022

Health department ने 22 निजी चिकित्सकों को भेजा नोटिस

शत-प्रतिशत करें क्षय रोगियों को नोटिफ़ाई, नहीं तो होगी कार्रवाई: सीएमओ


Varanasi (dil india live). राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सभी क्षय रोगियों (निजी तथा सरकारी अस्पतालों) का निक्षय पोर्टल पर नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है । निक्षय पोर्टल पर निजी चिकित्सक स्वयं क्षय रोगियों का पंजीकरण कर उन्हें शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन करें । ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी । इस साल अब तक जनपद के 22 निजी चिकित्सकों को नोटिफिकेशन न करने पर नोटिस दिया जा चुका है । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी   

सीएमओ ने कहा कि जनपद में निजी चिकित्सकों, चिकित्सालयों, मेडिकल स्टोर या लैब को क्षय रोगियों के पंजीकरण की जिम्मेदारी स्वयं ही निभानी होगी । अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी । 

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर में नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए निजी चिकित्सकों को लगातार सूचित किया जा रहा है । लेकिन इसके बावजूद निजी चिकित्सक नोटिफिकेशन में रुचि नहीं दिखा रहे हैं । निजी चिकित्सकों को प्रति क्षय रोगी के नोटिफिकेशन करने के लिए 500 रुपये और उपचार पूरा होने पर आउटकम देने के लिए भी 500 रुपये दिये जाते हैं । उन्होने कहा कि जिन निजी चिकित्सालयों/चिकित्सकों के अंतर्गत क्षय रोगियों का उपचार चल रहा है, उस चिकित्सालय/चिकित्सक से नामित व्यक्ति ही एक जनवरी 2022 से निक्षय पोर्टल पर क्षय रोगियों के पंजीकरण का कार्य करेंगे । इसके साथ ही उनके नमूनों की जांच के लिए स्पुटम (बलगम) कलेक्शन और अस्पताल पर ही सैम्पल पैकेजिंग का भी काम करेंगे ।

अपील

 जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी निजी चिकित्सकों व संस्थान से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग प्रदान करने की अपील की है । उनका कहना है कि शासन के निर्देश के क्रम में नये टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन कराना हमारी जिम्मेदारी है । अतः सभी लोग शत-प्रतिशत क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन करना सुनिश्चित करें । इस विषय पर जिलाधिकारी ने भी गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है । 

इन नंबरों पर किया जा सकता है संपर्क

निक्षय पोर्टल से संबन्धित किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर डीपीपीएमसी नमन गुप्ता (8840285287) से प्रातः 10 बजे से सायं पाँच बजे तक कार्यदिवस पर सम्पर्क किया जा सकता है । उन्होने बताया कि इस साल अभी तक 22 निजी चिकित्सकों व चिकित्सालयों को नोटिस जारी किया जा चुका है । वर्तमान में जनपद में 13411 टीबी मरीज नोटिफ़ाई किए जा चुके हैं जिसमें पब्लिक सेक्टर के 9045 और प्राइवेट सेक्टर के 4366 मरीज शामिल हैं ।

no ragistration, no doctors, चल रहा था चिकित्सालय

Hospital बंद करा सीएमओ ने दिया मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश

चिकित्सालय के बोर्ड पर छह माह पूर्व मृत डाक्टर का नाम था दर्ज


Varanasi (dil india live). लंका थानान्तर्गत छित्तूपुर क्षेत्र स्थित एसएमएस हेल्थ केयर हास्पिटल बगैर पंजीयन और बिना किसी चिकित्सक के संचालित हो रहा था। अस्पताल के बोर्ड पर जिस चिकित्सक का नाम दर्ज था उसकी मृत्यु छह माह पूर्व हो चुकी है। बावजूद इसके अस्पताल में मरीजों की भर्ती कर उनका उपचार भी किया जा रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उक्त चिकित्सालय को बंद कराने के साथ ही उसके संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिये है।

        मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि दासमती देवी पत्नी नत्थू लाल हरिजन, निवासिनी ग्राम छित्तूपुर ब्लाक काशी विद्यापीठ, ने गत दिनों एसएमएस हेल्थ केयर हास्पिटल, छित्तूपुर, लंका, वाराणसी के विरुद्ध शिकायत की थी। इस शिकायत पर उक्त अस्पताल का औचक निरीक्षण कराया गया। निरीक्षण में पाया गया कि चिकित्सालय बिना पंजीयन एवं बिना चिकित्सक के संचालित किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के सुरेन्द्र वहां उपस्थित थे। पूछताछ में पता चला कि अस्पताल के बोर्ड पर डा. एस.पी. सिंह का नाम दर्ज है उनकी मृत्यु छह माह पूर्व हो चुकी है। इससे साफ हुआ कि मृत चिकित्सक के नाम का दुरूपयोग अस्पताल द्वारा किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में दो मरीज भर्ती मिले, जिन्हें अन्यत्र उपचार कराने को कहा गया। सीएमओ ने बताया कि बिना पंजीयन एवं बिना चिकित्सक के चिकित्सकीय कार्य किये जाने के दृष्टिगत एस०एम०एस० हेल्थ केयर हास्पिटल, छित्तूपुर, लंका, वाराणसी का संचालन तत्काल प्रभाव से बन्द कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही बिना पंजीकरण कराये चिकित्सा प्रतिष्ठान संचालित किये जाने/चिकित्सकीय कार्य किये जाने के सम्बन्ध में सुसंगत धाराओं में विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए लंका थाने में तहरीर दी गयी है।

Khello benaras के तहत हुई खेलकूद प्रतियोगिता



Varanasi (dil india live) " खेलो बनारस" कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत खानपुर तथा कम अपोजिट विद्यालय खानपुर के तत्वाधान में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजन का शुभारंभ ग्राम पंचायत खानपुर के प्रधान व चिरईगांव के प्रधान संघ के अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह पटेल ने झंडी दिखाकर किया।100 मीटर लंबी दौड़ की प्रतियोगिता में छात्र रमज़ान "बालक" वर्ग में तथा "बालिका" वर्ग में सानिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। लंबी कूद प्रतियोगिता में आयुष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

कार्यक्रम में निर्णायक मंडल उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह तथा इंदिरा सिंह इंचार्ज प्रधानाध्यापिका खानपुर विकास खंड, चिरईगांव प्रमुख रूप से मौजूद थी मुख्य अतिथि सुनील कुमार पांडेय ने खेलकूद प्रतियोगिता की वर्तमान समय में जरुरत पर रौशनी डाली।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...