रविवार, 4 सितंबर 2022

Isra ने किया काबा से हज करके लौटे हाजियों का खैरमकदम





Varanasi (dil india live). मुकद्दस हज का सफर पूरा कर करके काबा से काशी लौटे हाजियों का जोरदार खैरमकदम अर्दली बाजार में इतवार को किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई हाजी फारुख खान कर रहे थे। इस दौरान इसरा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी ने कहा कि काबा से हज कर करके जो भी जायरीन लौटे हैं वह तय कर ले कि उन्हें सच्चा पक्का नमाजी बनकर, नेकी की जिंदगी गुजारना है। क्यों कि हज करके लौटे हाजी साहेबान ठीक वैसे ही गुनाहों से पाक साफ होते हैं जैसे मां के पेट से पैदा हुआ बच्चा। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की देश की तरक्की में आगे आएं और समाज में फैली तमाम बुराइयों का खात्मा करने के लिए काम करें ताकि हमारे मुल्क में अमन और शांति कायम रहे। हिन्दुस्तान सुकुन के आगोश में तरक्की का सफर तय करें।

इंडियन सोसाइटी फार सोशल रीवोल्यूशन एंड एक्शन (इसरा) की ओर से आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुए मौलाना हसीन अहमद हबीबी, मौलाना निजामुद्दीन चतुर्वेदी ने कहा कि  संस्था ने इस साल हज यात्रा के दौरान भारतीय हज यात्रियों की खासी मदद की। हज के अरकान अदा करने के लिए उर्दू व हिन्दी में पंफलेट बंटवाया, तमाम हज कैम्प लगाया। जिसमें इसरा ने प्रशिक्षण भी दिया। आज जब हज की ट्रेनिंग लेकर गये जायरीन हज मुकम्मल करके लौटे हैं तो उनके हाजी बनने पर इसरा की पूरी टीम का खुश होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि हाजी साहेबान को हम सब मुबारकबाद देते हैं। उम्मीद करते हैं कि वो भी हज पर जाने वालों की ऐसे ही मदद करते रहेंगे। इस दौरान कारी शाहबुद्दीन, मौलाना गुलाम रसूल, हाजी अजफर बनारसी ने नात शरीफ से लोगों को फ़ैज़याब किया। 

इनकी रही मौजूदगी: 

मौलाना अजहरुल कादरी, मौलाना इलियास कादरी, फिरोज खान, इम्तियाज अहमद, डा. महबूब कादरी, डा. मोहम्मद हम्ज़ा, शफातुललाह खान, बाबी खान, मोहम्मद नसीम, शाहरुख खान, आफाक अहमद खान, मो. रययान, शमीम अहमद आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

गौरतलब हो कि हाजी फारुख खान कि अगुवाई में इसरा एक दशक से भी ज्यादा समय से हज यात्रा में बनारस समेत पूर्वांचल के हजारों हज यात्रियों को निःशुल्क प्रशिक्षण शिविर आयोजित करती आ रही है। हाजियों का फार्म, पासपोर्ट फार्म भरने से लेकर टीकाकरण और हज हाउस से रवानगी तक में इसरा अहम रोल अदा करती रही है। 


शनिवार, 3 सितंबर 2022

Rajiv ojha को पंडित कमलापति त्रिपाठी पत्रकारिता अवार्ड

उग्र की धरती का काशी में सम्मान: राजीव ओझा 


Ap tiwari 
Mirzapur (dil india live)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, संपादक एवं दिग्गज राजनेता पंडित कमलापति त्रिपाठी और पांडेय बेचन शर्मा उग्र के घनिष्ठ संबन्ध उनकी  117वीं जयंती के अवसर पर जीवंत हो उठे। पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउण्डेशन ने संकट मोचन महंत ,काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विश्वंभर नाथ मिश्र के मुख्य आतिथ्य एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर राममोहन पाठक की अध्यक्षता में आयोजित भव्य समारोह में  पांडेय बेचन शर्मा उग्र की धरती चुनार का सम्मान करते हुए वरिष्ठ पत्रकार हिन्दी दैनिक देश पथ के सलाहकार संपादक राजीव कुमार ओझा को पंडित कमलापति त्रिपाठी पत्रकारिता एवार्ड देकर किया है। श्री ओझा को मुख्य अतिथि प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र,, समारोह के अध्यक्ष पूर्व कुलपति प्रोफेसर राम मोहन पाठक,एवं कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन के चेयरमैन  श्री राजेश पति त्रिपाठी ने  शाल, स्मृति चिन्ह एवं 25000रूपए का चेक देकर उनकी मूल्य आधारित पत्रकारिता का सम्मान किया।

श्री ओझा 1980से पत्रकारिता एवं सामाजिक गतिविधियों में अग्रगण्य भूमिका का निर्वाह करते आए हैं।धार से विपरीत जन सरोकारी पत्रकारिता के लिए अपनी अलग पहचान रखने वाले श्री ओझा को इसके पहले भी महात्मा गांधी पत्रकारिता एवार्ड, जर्नलिस्ट आफ पैशन एवार्ड, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक पत्रकारिता एवार्ड सहित कई एवार्ड मिल चुके हैं।

श्री ओझा ने पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउण्डेशन के चेयरमैन राजेश पति त्रिपाठी का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह मेरा सम्मान नहीं है यह  पुरोधा पत्रकार पांडेय बेचन शर्मा उग्र की दिखाई राह पर चलते हुए जन सरोकारी पत्रकारिता करने  का सम्मान है,उग्र की धरती चुनार का सम्मान है।

Jain dharam news: उत्तम शौच धर्म में प्रवेश के जानिए कौन हैं तीन द्वार

जैन मंदिरों में दान, प्रेम और करुणा पर हुई चर्चा 

  • जैन धर्म के पर्युषण पर्व का चौथा दिन 






Varanasi (dil india live). श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान मे चल रहे दस दिवसीय पर्युषण महापर्व के चौथे दिन शनिवार को धर्मावलम्बी दस वृत्तियो का व्रत लेकर- उपवास, साधना, पूजा इत्यादि में रहकर अपनी आत्मा को शुद्ध करने मे तल्लीन है। इस परवाधिराज पर्व मे सभी जैन श्रावक-श्राविकाए अत्यंत भक्ति पूर्वक जिनेन्द्र प्रभु की आराधना में लीन है।

प्रातः नरिया स्थित जैन मन्दिर में भगवान महावीर की दिव्य पद्मासन प्रतिमा का आज भक्तो ने जलाभिषेक एवं सविधि पूजन व पाठ किया तो वहीं भगवान पार्श्वनाथ की जन्म भूमि पावन तीर्थ क्षेत्र मे वृहद क्षमावाणी विधान में पूरे भक्ति संगीत भजन के साथ महिलाओं एवं पुरुषों ने पूरी भक्ति से आयोजन में भाग लेकर माढने में श्री फल अर्पित विभिन्न धार्मिक आयोजन किये।

सायंकाल खोजवा स्थित जैन मंदिर में पर्व के चौथे अध्याय "उत्तम शौच धर्म "पर व्याख्यान देते हुए डा: मुन्नी पुष्पा जैन ने कहा- शौच शौच धर्म मे प्रवेश करने के तीन द्वार है- दान, प्रेम और करुणा। दान की कुंजी से ही शौच धर्म मे प्रवेश करने का ताला खोल सकते है। मन पवित्र हो तो शरीर पवित्र हो ही जाता है। ब्रह्म अशुचिता सागर के जल से भी धोओ तो भी कोई महत्व नही, भीतरी शुचिता के अभाव में। 

ग्वाल दास साहू लेन स्थित जैन मंदिर में प. सुरेंद्र शास्त्री ने कहा- चित्त की मलीनता का मूल कारण लोभ लालच है। प्रत्येक आत्मा में निर्मल होने की शक्ति है। लोभ का आभाव ही पवित्रता है।

सायंकाल सभी जैन मन्दिरो मे जिनवाणी पूजन, शास्त्र प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं जिनेन्द्र भगवान की आरती की गईआयोजन मे प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, विजय कुमार जैन, निशांत जैन, आनंद जैन, तरूण जैन, डा: जे के सांवरिया उपस्थित थे।

शुक्रवार, 2 सितंबर 2022

Multi speciality hospital का दस्तावेज निकला फर्जी

फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने वाले मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का पंजीयन रद्द

हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश

अवैध चिकित्सालयों, नर्सिंगहोम संचालकों के खिलाफ कार्रवाई तेज


Varanasi (dil india live). फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराकर नर्सिंगहोम संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कूटरचित दस्तावेजों के सहारे पंजीयन कराने वाले शिवपुर के मां चंद्रिका नगर कालोनी स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ ही हास्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही जिले में अवैध अस्पताल, नर्सिंगहोम चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गयी है।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि मां चंद्रिका नगर कालोनी, बाबतपुर रोड-शिवपुर स्थित एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल की ओर से पंजीयन हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर सम्बन्धित सभी दस्तावेजों के साथ ही अग्निशमन विभाग की एनओसी उपलब्ध कराये जाने के बाद गत 27 जुलाई को उक्त हास्पिटल का पंजीयन किया गया था। इस बीच एक सितम्बर को  दूरभाष पर शिकायत प्राप्त हुआ कि उक्त हास्पिटल के पंजीयन में लगाये गये अग्निशमन विभाग की एनओसी में गड़बड़ी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस शिकायत पर फौरन कार्रवाई करते हुए मामले की जांच उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी (पंजियन) डा. पीयूष राय को सौंपी गयी। डा. राय ने जांच के दौरान जब अग्निशमन विभाग से संपर्क करते हुए प्राप्त जानकारी के आधार पर  उक्त फायर एनओसी के यूआईडी संख्या की आनलाइन पड़ताल की तो पता चला कि वह श्री साई नर्सिंगहोम के नाम जारी की गयी है। श्री साईं नर्सिंग होम के फायर एनओसी में कूटरचना कर एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल  के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग को गुमराह करते हुए अपने हास्पिटल का पंजीयन कराने में इस्तेमाल किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह बेहद ही गंभीर मामला है लिहाजा एसएल मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल का लाइसेंस रद्द करने के साथ ही नर्सिंगहोम संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।

Post office news: अब डाक विभाग देगा स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति

डाक-टिकटों पर शोध कार्य के लिए 'दीन दयाल स्पर्श योजना' होगी शुरू 

  • फिलेटली में रूचि वाले विद्यार्थियों को ₹6000 वार्षिक छात्रवृत्ति
  • आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर



Varanasi (dil india live).डाक-टिकट संग्रह (फिलैटली) को शिक्षा प्रणाली की मुख्यधारा में लाने और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से डाक विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए "दीन दयाल स्पर्श योजना" (स्कॉलरशिप फॉर प्रमोशन ऑफ एप्टीट्यूड एंड रिसर्च इन स्टैम्प्स ऐज ए हॉबी) छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों के लिए आरम्भ इस योजना में  उन मेधावी छात्रों को  ₹6000/- वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करने का प्रस्ताव है, जिनका शैक्षणिक रिकार्ड अच्छा है और जिन्होंने शौक के तौर पर फिलैटली को अपनाया है। इस छात्रवृत्ति योजना में लाभार्थियों के चयन हेतु आयोजित होने वाली परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए निर्धारित प्रारूप में आवेदन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर निर्धारित है।  

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसके तहत अखिल भारतीय स्तर पर विद्यार्थियों को 920 छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी और प्रत्येक डाक परिमंडल कक्षा 6, 7, 8, और 9 के 10-10 विद्यार्थियों को, अधिकतम 40 छात्रवृत्तियाँ  प्रदान करेगा। छात्रवृत्ति  की राशि, ₹500/- प्रतिमाह की दर से ₹6000/- प्रतिवर्ष होगी, जो कि  तिमाही आधार पर देय  होगी। पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने कहा कि छात्रवृत्ति की अहर्ता हेतु भारत में मान्यता प्राप्त विद्यालय का विद्यार्थी होना चाहिए। संबंधित विद्यालय का फिलैटली क्लब होना चाहिए और उम्मीदवार क्लब का सदस्य होना चाहिए। यदि विद्यालय में फिलैटली क्लब नहीं है, तो उस विद्यालय के ऐसे विद्यार्थी जिसका अपना फिलैटली जमा खाता है, के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। फिलैटली डिपोजिट खाता डाकघर में न्यूनतम ₹200 से खोला जा सकता है। छात्रवृत्ति देने लिए चयन करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि उम्मीदवार ने विगत अंतिम परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक अथवा समकक्ष ग्रेड/ग्रेड प्वांइट प्राप्त किए हों। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत की छूट होगी। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि छात्रवृत्ति हेतु चयन परिमण्डलों द्वारा आयोजित फिलैटली क्विज में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जिसमें 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए  परिमंडल स्तर पर डाक अधिकारी और प्रतिष्ठित फिलैटलीविदों की एक समिति भी गठित की जाएगी। चयनित विद्यार्थियों को, पोस्ट ऑफिस अथवा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में अपने अभिभावकों के साथ एक संयुक्त खाता खुलवाना होगा।

पोस्टमास्टर जनरल  श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य बच्चों  में छोटी आयु से ही फिलैटली के शौक को इस प्रकार बढ़ावा देना है, ताकि यह रूचिकर कार्य, उन्हें सुकून भरा अनुभव और तनाव-मुक्त जीवन प्रदान करने के साथ-साथ उनके लिए शिक्षाप्रद भी सिद्ध हो।

Uttama aarjav Dharm :जैन मंदिरों में हुआ पंचाभिषेक

सुख और शांति बाहर नहीं, अपने ही अंदर है :ब्रह्मचारी





Varanasi (dil india live)। छल कपट के कारण आदमी सोचता कुछ और कहता कुछ और है, करता कुछ और है। सुख और शांति कहीं बाहर नहीं, अपने ही अंदर है। सरल बनाने की कला सिखाता है "उत्तम आर्जव धर्म "।

उक्त बातें श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में चल रहे पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली भेलूपुर में सायं काल ब्रह्मचारी आकाश जी ने कही उन्होंने तृतीय अध्याय उत्तम आर्जव धर्म पर व्याख्यान देते हुए कहा कि आर्जव का अर्थ है भाव की शुद्धता है , जो सोचना सो कहना और जो कहना सो करना। हमेशा सरलता को अपनाकर जिंदगी को खुशहाल एवं मैत्रीपूर्ण बनाना चाहिए। आर्जव धर्म उज्जवल इता एवं सहिष्णुता की जननी है । अच्छे कर्म करते रहिए परिणाम सामने अवश्य आएगा उन्होंने कहा कि पर्यूषण पर्व को जैन भाषा में परवा धीराज अथवा महापर्व भी कहा गया है इस कारण इस पर्व की अध्यात्म मुखी की दृष्टि है।

ग्वाल दास साहू लेने स्थित श्री दिगंबर  जैन पंचायती मंदिर में प्रातः विविध धार्मिक कृत्य प्रारंभ हुए। प्रारंभ में योग, ध्यान , सामाजिक, मंत्र जाप के साथ भगवंती का जलाभिषेक किया गया। सारनाथ स्थित 11 वे तीर्थंकर की जन्मस्थली पर शुक्रवार को भगवान श्रेयांसनाथ जी की 11 फुट ऊंची पद्मासन प्रतिमा का भक्तों द्वारा पूजन पाठ एवं पंचाभिषेक किया गया। नरिया, खोजवा, भदैनी, मैदागिन , चंद्रपुरी स्थित मंदिरों में भी विविध धार्मिक अनुष्ठान किए गए।

भेलूपुर एवं वलदास साहूलेन स्थित जैन मंदिरों में चल रहे 10 लक्षण विधान के तीसरे दिन भी फल अर्पित कर पूजन पाठ किया गया। सायंकाल सभी अन्य जैन मंदिरों में  भगवंतो की आरती ,शास्त्र प्रवचन ,जिनवाणी पूजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। 


आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन ,सौमित्र जैन ,जीवन जैन ,राजेश भूषण जैन ,रतन जैन संजय गर्ग ,पंडित अशोक जैन ,प्रोफ़ेसर कमलेश कुमार जैन आदि उपस्थित थे।

गुरुवार, 1 सितंबर 2022

Jain dharam: निर्मल स्वभाव से होते है सारे काम

पर्युषण पर्व का दूसरा दिन- उत्तम मारदव धर्म 


Varanasi (dil india live). जैन धर्म का पर्युषण पर्व क्या है- संसार के सभी जीवो में इन्सान सर्वश्रेष्ठ जीव है। उसे अपनी श्रेष्ठता बनाये रखने के लिए पर्युषण पर्व तोहफे के रूप मे मिला है। दुनिया भर के जैन लोग इन दिनों भादो मास में अपनी इन्द्रियो एवं प्राणी संयम रखते है। विशेष रूप से समस्त संसारिक क्रियाए छोड़कर त्याग, आत्मभावना, धर्म ग्रंथो का अध्ययन और सभी प्राणियो की सुख शान्ति की कामना करते है। क्षमा, मृदुता, सरलता, सत्य, संयम, तप,त्याग और ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए अपने मन को पवित्र व निर्मल करते है जिससे तन- मन स्वस्थ रहे।

इसी के अन्तर्गत पर्व के दूसरे दिन गुरुवार को प्रातः से श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान मे भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली तीर्थ क्षेत्र भेलूपुर मे क्षमावाणी विधान किया जा रहा है जिसमें काफी संख्या में महिलाए एवं पुरुष भक्त भाग ले रहे है। प्रातः तीर्थंकर पार्श्वनाथ का प्रक्षाल एवं पूजन किया गया।

नगर के अन्य मन्दिरो मे प्रातः से श्रद्धालु भक्तो द्वारा पूजन-पाठ-अभिषेक व अन्य धार्मिक आयोजन किये जा रहे है। गुरुवार को प्रातः ग्वाल दास साहू लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर मे भक्तो द्वारा प्रक्षाल के उपरांत दैविक आपदाओ को रोकने की कामना से वृहद शान्ति धारा की गई।

सायंकाल पर्व के दूसरे अध्याय-उत्तम मारदव पर व्याख्यान करते हुए -पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहा- जो अज्ञानी होता है वह मान में जीता है, जो ज्ञानी होता है वह मारदव (विनय भाव) में जीता है।

इसलिए जीवन मे पीछे देखो तो अनुभव मिलेगा। आगे देखो तो "आशा " मिलेगी। बाये-दाये देखो तो "सत्य " मिलेगा! स्वयम के अन्दर देखो तो "परमात्मा " और आत्म विश्वास मिलेगा। मारदव का अर्थ है मृदुता, कोमलता, विनम्रता, झुकना, नमस्कार करना ही धर्म है। जय जिनेन्द्र करने का धर्म है। मान का मर्दन करने वाला वीर माना जाता है, वही बाद मे हमारे सामने महावीर बनके आता है! 

सायंकाल जैन मंदिरो मे चौबीसो तीर्थंकरो की आरती, शास्त्र पूजन एवं स्तुति की गई। आयोजन मे प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, संजय जैन, विनोद जैन, अरूण जैन, तरूण जैन, रतनेश जैन, विनोद जैन चांदी वाले, सौरभ जैन आदि शामिल थेl

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...