गुरुवार, 25 अगस्त 2022

Oral health : छह माह से अधिक का मुंह में छाला है खतरे की घंटी

जबड़े का न खुलना  हो सकता है खतरनाक

मुंह व दंत रोगों के प्रति रहें सावधान, सरकारी चिकित्सालयों में करायें निःशुल्क निदान


Varanasi (dil india live).अगर आप का जबड़ा पूरी तरह नहीं खुलता है या फिर मुंह में छह माह से अधिक का छाला है तो सावधान हो जाये। यह खतरे की घंटी है। सरकारी अस्पतालों में इसका निःशुल्क उपचार होता है। ऐसे लक्षणों की अनदेखी से मुंह में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है।

पं. दीन दयाल चिकित्सालय में दंत रोग विभाग की प्रभारी डा. निहारिका मौर्य बताती हैं कि उनकी ओपीड़ी में हर हफ्ते एक-दो ऐसे मरीज आते हैं जिन्हें जबड़ा पूरी तरह न खुलने या फिर मुंह के अंदर छाले के ठीक न होने की शिकायत होती है। इनमें अधिकांश उपचार से ठीक हो जाते  हैं, जबकि कई ऐसे भी होते हैं जिनमें कैंसर के भी लक्षण होते हैं। वह बताती है कि ऐसे ही गंभीर मरीजों में शामिल रहे  65 वर्षीय महेश यादव (परिवर्तित नाम )। उनका जबड़ा लगभग दो माह से पूरी तरह नहीं खुल रहा था। हालत यह हो गयी थी कि भोजन भी उनके मुख में किसी तरह जा पाता था। स्थिति जब बदतर हो गयी तब वह उपचार कराने के लिए पं. दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के दंत रोग विभाग में पहुंचे। बताया कि वह गुटखा खाने के लती हैं और उनका जबड़ा पूरी तरह जकड़ गया है। जांच हुई तो पता चला कि उन्हें मुंह का कैंसर है। उन्हें बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया। डा. निहारिका ने बताया कि कुछ ऐसी ही स्थिति जगधारी (48 वर्ष) (परिवर्तित नाम ) की रही। खैनी के लती जगधारी के गाल में आठ माह से छाला निकाला था। तमाम उपचार के बाद भी वह ठीक नहीं हो रहा था। उपचार शुरू कराया तो पता चला कि उन्हें गाल का कैंसर है, उन्हें भी बीएचयू रेफर कर दिया गया। 


डा. निहारिका बताती हैं कि ‘आम तौर पर लोग दंत अथवा मुंह में हुए रोगों को प्रति बेहद लापरवाह होते हैं। वह चिकित्सक के पास तब जाते हैं जब उनकी पीड़ा असहनीय हो जाती है अथवा रोग गंभीर हो चुका होता है। यदि लोग मुख व दंत रोगों के प्रति थोड़ी सी भी सावधानी बरतें तो उपचार से वह पूरी तरह ठीक हो सकते है लेकिन लापरवाही से यह परेशानी कैंसर में भी तब्दील हो सकता है। डा. निहारिका की माने तो सुपारी व गुटखा का सेवन से दांत तो खराब होते ही है, यह मसूड़ोें में भी घाव करता है। इससे जबड़े में जकड़न शुरू हो जाती है। शुरुआती दौर में उपचार से यह पूरी तरह ठीक हो जाता है लेकिन अधिक समय तक इस जकड़न का रहने से कैंसर भी हो सकता है। वह कहती है मुंह के अंदर हुए छाले को भी गंभीरता से लेना चाहिए। यह छाला अगर छह माह से अधिक पुराना है और उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा है तो वहां कैंसर होने की आशंका भी हो  सकती है।

पं.दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक  डा. आर के सिंह कहते हैं-मुख रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ही ‘नेशनल ओरल हेल्थ प्रोग्राम चलाया जा रहा है। सरकार भी इसे लेकर काफी गंभीर है। मुंह व दंत रोगों की पहचान व समय रहते उपचार के लिए सभी को सजग रहना चाहिए।

बचाव ही सबसे बेहतर उपाय

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण के जिला सलाहकार डा. सौरभ प्रताप सिंह कहते हैं-मुख व दंत रोगों का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू उत्पादों का सेवन है। लिहाजा तम्बाकू उत्पादों का सेवन तत्काल बंद करना ही, मुख व दंत रोगों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय है। साथ ही दांतों की नियमित सफाई व मसूड़ों की मसाज जरूर करना चाहिए। बावजूद इसके रोग का जरा भी लक्षण नजर आये तो तत्काल उपचार शुरू करायें। सभी सरकारी चिकित्सालयों में इसके निःशुल्क उपचार की व्यवस्था है।

इन लक्षणों की भी न करें अनदेखी

जबड़े  से खून का रिसाव

मुंह में दर्द व सूजन

दांतों का क्षरण

मुंह से बदबू आना

बुधवार, 24 अगस्त 2022

Modern लैब का कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन

घर के समीप मिले बेहतरीन चिकित्सा सुविधा सरकार का लक्ष्य-स्वतंत्र देव सिंह

सीएचसी नरपतपुर में आधुनिक लैब का आगाज़ 

Varanasi (dil india live). कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने चिरईगांव ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) नरपतपुर में बुधवार को अधुनिक लैब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि घर के समीप सभी को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिले यह सरकार का लक्ष्य है। इसके तहत ही सभी सरकारी अस्पतालों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है।

प्रदेश के जल शक्ति मंत्री व वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह लैब क्षेत्र के लोगों के लिए बेहद लाभकारी होगी। पहले जहां जापानी बुखार से गोरखपुर व आसपास के क्षेत्रों में बच्चों की जान चली जाती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के कुशल नेतृत्व की देन है कि आज हम ऐसे खतरनाक रोगों पर अंकुश लगा चुके हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि समुदाय को चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उसके घर के पास ही मिले। इस दिशा में हम काफी हद तक सफल भी हो चुके हैं। भविष्य में हमारी चिकित्सकीय व्यवस्था और भी बेहतर होंगी।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने कहा कि  जिले में स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में सीएचसी नरपतपुर में आधुनिक लैब ने कार्य करना शुरू कर दिया। इस लैब में किसी भी छोटे-बड़े आपरेशन से पूर्व एवं अन्य रक्त सम्बन्धित बीमारियों की जांच हो सकेगी। खास कर ऐसे रक्त विकार जिसमें किसी भी प्रकार की चोट लगने के कारण खून का थक्का देरी से बनता हो अथवा अनुवांशिक रक्त बीमारियां (पीटी, एपीटीटी व अन्य ) की जांच की जा सकेगी। सीएमओ ने कहा कि यह लैब क्षेत्र के नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी होगा। अब उन्हें ऐसे सम्बन्धित रक्त जांच के लिए दूर नहीं जाना होगा।  सीएमओ ने बताया कि मुख्यमंत्री की गोद ली गई सीएचसी हाथी में भी ऐसे ही आधुनिक लैब ने हाल ही में  काम करना शुरू किया है। लोग उसका लाभ उठा रहे है।

आधुनिक लैब के उद्घाटन के बाद प्रभारी मंत्री ने आशा कार्यकर्ताओ से भी मुलाकात कर उनके कार्यो की सराहना की।  समारोह में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, सीएचसी नरपतपुर के अधीक्षक डा. राजनाथ, चिरईगांव के प्रभारी डा. अमित सिंह समेत स्वस्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

Amar Shaheed शिवराम राजगुरु की जयंती

जयंती पर लगा रक्तदान शिविर,15 ने किया रक्तदान

सामाजिक कार्यकर्त्ता वल्लभाचार्य पाण्डेय ने किया 99 वां रक्तदान




Varanasi (dil india live). सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में  भंदहा कला स्थित संस्थान के प्रशिक्षण केंद्र पर बुधवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अमर शहीद शिवराम हरि राजगुरु की 115 जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। अमर शहीद राजगुरु, भगत सिंह और सुखदेव को एक साथ लाहौर में 23 मार्च 1931 को फांसी दे दी गयी थी।

 रक्तदान शिविर में 15 स्वैच्छिक युवा रक्तदाताओं ने रक्तदान किया जिसमे 4 प्रथम बार के रक्तदाता शामिल रहे।  कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय द्वारा रक्त देकर किया गया यह उनका 99 वां रक्तदान रहा। उन्होंने अपने रक्तदान के शतक का संकल्प दोहराया.पं दीनदयाल उपाध्याय  मंडलीय चिकित्सालय की 12 सदस्यीय दल का नेतृत्व कर रहे डा बृजेन्द्र सिंह ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य कार्य नही है ऐसा करके हम दूसरे को जीवन दान देते हैं।

आशा ट्रस्ट की तरफ से सभी पूर्व ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह ने सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर राजेन्द्र चौधरी, सत्य प्रकाश, अंकित राय, प्रियंका गोस्वामी, देवब्रत मिश्रा, प्रियंका पांडेय, राजेश कुमार, अभिषेक, राम मिलन, विनय कुमार सिंह, प्रदीप सिंह, महेंद्र कुमार राठोर, रमेश प्रसाद, बृजेश कुमार,  सूरज पाण्डेय, राजबली, मनोज राठौर, नर नाहर पांडेय, जीतेश, चंदन, अजितेश, मयंक आदि की प्रमुख भूमिका रही।

Bsa arvind kumar pathak को शिक्षकों ने सौंपा पत्रक




Varanasi (dil india live).उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ वाराणसी के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय व महेंद्र बहादुर सिंह जिला अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ 1160 के नेतृत्व में शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल नवागत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविन्द कुमार पाठक से मिलकर उनका स्वागत करते हुए शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।जिस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया। इस दौरान मांग पत्र सौंपा गया जिसमें पूर्व में निलंबित शिक्षकों कि बहाली, उपर्जित अवकाश, पूर्व में रोके गए वेतन के भुगतान, प्रमोशन, लंबित बिलो के भुगतान आदि के निराकरण के संबध में मांग की गयी।

मिलने वालों में मुख्य रूप से आशीष कुमार श्रीवास्तव जिला महामंत्री, रविन्द्र कुमार सिंह प्रांतीय उपाध्यक्ष, रविन्द्र नाथ यादव अध्यक्ष चिरईगांव व जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष वाराणसी आनंद कुमार सिंह मांडलिक महामंत्री ,कुमारी प्रतिमा, प्रांतीय उपाध्यक्ष, राजेश, जिला कोषाध्यक्ष, बाबूलाल नगर अध्यक्ष, संतोष कुमार सिंह अध्यक्ष सेवापुरी, सुनील कुमार तिवारी, अध्यक्ष चोलापुर, क्षितिज दीक्षित अध्यक्ष पिंड्रा, शिवजतन यादव जिला मंत्री, राजीव कुमार उपाध्याय मंत्री, यसपाल यादव उपाध्यक्ष, प्रीति शुक्ला महिला उपाध्यक्ष, आरती गौतम संयुक्त मंत्री, सुनीता जयसवार संयुक्त मंत्री, शिवकुमार विश्वकर्मा लेखाकार, बिपिन कुमार मिश्रा, संयुक्त मंत्री, प्रमोद कुमार सिंह, मुन्ना प्रसाद, दशरथ मौर्य, प्रशांत कुमार उपाध्यय,संदीप यादव ,अजय यादव, अश्वनी कुमार, प्रभुनारायण, महेंद्र प्रताप सिंह, सतीश जायसवाल, कमलेश कुमार सिंह यादव, प्रभात रंजन सिन्हा, अखिलेश विश्वकर्मा, हर्षित श्रीवास्तव, दयाशंकर मौर्या, गिरीश तिवारी, शुभेष झा, श्रीपत राम आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।

मंगलवार, 23 अगस्त 2022

Central tb division ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का किया निरीक्षण

एआरटी सहित सीएचसी अराजीलाइन, मिसिरपुर, काशी विद्यापीठ, हरहुआ पर टीबी सुविधाओं का जाना हाल

Varanasi (dil india live). राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत मंगलवार को ज्वाइंट सपोर्टिव सुपरविजन (जेएसएस) मिशन के अंतर्गत दिल्ली से आई सेंट्रल टीबी डिवीजन की टीम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टीबी जांच व उपचार की सुविधाओं का निरीक्षण किया।

दूसरे दिन सेंट्रल टीबी डिवीजन की एक टीम ने डीडीयू चिकित्सालय स्थित एआरटी व आईसीटीसी सेंटर का निरीक्षण किया। दूसरी टीम ने सीएचसी अराजीलाइन के राजातालाब ब्लॉक में क्षय रोगियों और उनके सहयोगियों से चर्चा की। इसके साथ ही क्षय रोगियों को दिये जा रहे पोषण व भावनात्मक सहयोग के बारे में भी जानकारी ली। तीसरी टीम ने सीएचसी मिसिरपुर व काशी विद्यापीठ पर स्थापित टीबी यूनिट का जायजा लिया। एक अन्य टीम ने हरहुआ पीएचसी स्थित टीबी यूनिट का निरीक्षण किया। इसके साथ ही क्षेत्र के क्षय रोगियों के गृह भ्रमण कर उनसे मुलाक़ात की और उनसे उपचार में दिये जा रहे सहयोग के बारे में विस्तार से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान टीम ने रजिस्टर, प्रचार-प्रसार सामाग्री सहित अन्य उपकरणों के बारे जिला क्षय रोग अधिकारी सहित अन्य स्टाफ को अवगत कराया। इसके साथ ही आईएमए के अध्यक्ष और ड्रग इंस्पेक्टर के साथ बैठक भी की।

 टीम का नेतृत्व नेशनल टास्क फोर्स फॉर मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष डॉ अशोक भारद्वाज व राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ शैलेंद्र भटनागर कर रहे हैं। इसमें डब्ल्यूएचओ इंडिया के डीआर एंड लेटेंट टीबी के नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर डॉ मलिक परमार, यूएसएआईडी की प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट (हेल्थ) डॉ भाविया वाड्रा, आईडीडीएस के टीम लीड डॉ संजीव सैनी, डब्ल्यूएचओ एनटीईपी नेशनल कंसल्टेंट डॉ शिवावलीनाथन, डब्ल्यूएचओ एनटीईपी मेडीकल कंसल्टेंट डॉ रचना विश्वजीत, डॉ राहुल सांघवी, डॉ सौरभ श्रीवास्तव, डॉ पीएस प्रीति, डॉ किरन के एवं डॉ विनोद कुमार शामिल हैं। दूसरे दिन भी जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अमित सिंह, एमओ डीटीसी डॉ अन्वित श्रीवास्तव, डीपीसी संजय चौधरी, डीपीपीएमसी नमन गुप्ता, डीपीटीसी विनय मिश्रा, वरिष्ठ टीबी सुपरवाइज़र (एसटीएस) व अन्य जिला क्षय रोग केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी टीम से साथ रहे।

सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सेंट्रल टीबी डिवीजन टीम द्वारा दिए जा रहे दिशा-निर्देशों को पूरा करने का प्रयास करेगी। डीटीओ डॉ पीयूष राय ने बताया कि बुधवार को टीम जिलाधिकारी, सीएमओ व जिला क्षय रोग इकाई के साथ समीक्षा बैठक करेगा। इसके साथ ही क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में सहयोग कर रही संस्थाओं के साथ संवाद करेगी।

सोमवार, 22 अगस्त 2022

All teachers employees welfare association की बैठक


चंद्रप्रकाश ज़िला संयोजक व बी एन यादव महामंत्री बने

अटेवा के चुनाव में डॉ एहतेशाम पुनः ज़िला सहसंयोजक चुने गए



Varanasi (dil india live). रविवार को आल टीचर्स एम्प्लाइज वेल्फेयर एसोसिएशन (अटेवा ) वाराणसी की एक आवश्यक बैठक वरुणापुल स्थित उत्तर प्रदेशीय चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ कार्यालय, पी डब्ल्यू डी पर की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामचंद्र गुप्त जिला संरक्षक ने और संचालन पूर्व जिला संयोजक विनोद यादव ने किया । 

      बैठक में जिला कार्यकारिणी का पुर्नगठन किया गया। जिसमें सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर सम्मान किया गया । नव नियुक्त सभी पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में मिले दायित्वों का तन मन धन से निर्देशों का पालन किया जायेगा एवं प्रदेश नेतृत्व से मिले सभी निर्देशों का पालन किया जायेगा ।

चुने गए ज़िला पदाधिकारियों में  जिला संयोजक चंद्रप्रकाश गुप्त(माध्यमिक),जिला महामंत्री बी एन यादव(प्राथमिक), ज़िला कोषाध्यक्ष गुलाब चंद्र कुशवाहा(माध्यमिक),इसके अलावा ज़िला सहसंयोजक के रूप में मन बोध यादव(माध्यमिक), एहतेशामुल हक(प्राथमिक),प्रमोद कुमार पटेल(प्राथमिक),राम हरख चौधरी(माध्यमिक) चुने गए, जिलामंत्री के रूप में जफर अंसारी(प्राथमिक) और शैलेश कुमार(पी डब्लू डी) चुने गए। संगठन मंत्री में अजय कुमार यादव(बेसिक),शशांक रंजन(पी डब्लू डी),अंजनी कुमार सिंह(माध्यमिक)।संयुक्त मंत्री चिराग अली अंसारी,इमरान अंसारी,संतोष कुमार सिंह बनाए गए। ज़िला सोशल मीडिया प्रभारी सुरेंद्र प्रताप सिंह,मीडिया प्रभारी राजेश प्रजापति। आय व्यय निरीक्षक के रूप में शकील अंसारी चुने गए।

        इसके अतिरिक्त जिला कार्यकारिणी सदस्यों में राम मूर्ति यादव,मिथलेश पटेल,शिव मुनि यादव,राम अवध,कुलदीप सिंह,परमानंद यादव बने।

      आज की बैठक में विशेष रूप से जिला संरक्षक रामचन्द्र गुप्ता जी , प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येन्द्र राय ,  प्रदेश अध्यक्षा महिला मोर्चा रंजना सिंह, पूर्व जिला संयोजक विनोद यादव , विरेन्द्र यादव , अंजनी सिंह , कुलदीप सिंह , प्रणव ,शशांक रंजन श्रीवास्तव, अरीत्र , अरूप , अरविंद कुमार, जय राज बहादुर सिंह , संजय कुमार कनौजिया, संतोष कुमार सिंह, श्याम बाबू, अशोक कुमार चौधरी, संतोष कुमार उपाध्याय, विनायक शरण, जितेंद्र कुमार सिंह, नीतीश प्रजापति आई टी सेल  प्रदेश सह प्रभारी, अंजनी कुमार सिंह, संजय कुमार तिवारी, अनुपम गुप्ता, इकबाल अहमद ,संदीप यादव, अजय कुमार,परमानंद यादव, बजरंग बहादुर मौर्य ,आनंद कुमार पांडेय, सुरेंद्र यादव, जितेंद्र यादव सहित काफी संख्या में अध्यापक, कर्मचारी उपस्थित रहे।

Rbsk ने तीन वर्षीय लक्ष्मी को दिया जीवन

जल्द होगा जन्मजात हृदय रोग का निःशुल्क इलाज

स्वास्थ्य विभाग ने अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज किया रेफर 

Varanasi (dil india live). जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशानुसार जनपद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) पर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सोमवार को हरहुआ निवासी लख्खी की तीन वर्षीय पुत्री लक्ष्मी को हृदय रोग (कंजीनाइटिल हार्ट डिजीज-सीएचडी) से ग्रसित होने पर निःशुल्क इलाज के लिए चिन्हित अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है। आरबीएसके कार्यक्रम के अंतर्गत 40 बीमारियों व जन्मजात विकृतियों के लिए निःशुल्क इलाज के लिए दी जा रही सेवाओं में से सीएचडी के लिए यह इस साल की पहली उपलब्धि है।

आरबीएसके के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एके मौर्य ने बताया कि कुछ दिवस पूर्व आरबीएसके हरहुआ की टीम ने लमही के मढ़वा आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की स्क्रीनिंग की। उस समय लक्ष्मी में सीएचडी से लक्षण दिखे। इसके बाद लक्ष्मी के परिजनों से बातकर पूरी जानकारी ली। पता चला कि उसके पिता बहुत दिनों से इसकी बीमारी को लेकर परेशान थे। आर्थिक तंगी से वह इसका खर्च नहीं उठा पा रहे थे। इसके बाद लक्ष्मी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय जांच के लिए भेजा गया। यहां लक्ष्मी की समस्त जांचें निःशुल्क हुईं और उसे सीएचडी के लक्षण के आधार पर इलाज के लिए चिन्हित किया गया। इसके बाद नोडल अधिकारी ने सीएचडी के लिए चिन्हित अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज से निःशुल्क इलाज के लिए अनुमति ली। सोमवार को समस्त कार्रवाई करते हुये निःशुल्क इलाज के लिए अनुमति प्राप्त हो गयी है। अगले कुछ दिनों में लक्ष्मी का निःशुल्क ऑपरेशन हो जाएगा।

डॉ मौर्य ने बताया कि आरबीएसके के अंतर्गत विभिन्न जन्मजात दोषों का चिन्हीकरण करके जन्म से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों के उपचार के लिए सरकार द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है। जन्मजात दोषों में कंजीनाईटल हार्ट डिसीज (सीएचडी) हृदय की एक गंभीर जन्मजात दोष है। सामान्यतः इसके उपचार में चार से पाँच लाख रुपये का खर्च लगता है, जो कि आरबीएसके योजना के अंतर्गत निःशुल्क किया जाता है। आरबीएसके के अंतर्गत जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में 16 टीमें कार्यरत हैं जो प्रत्येक गाँव में विजिट कर जन्मजात दोषों की पहचान करती हैं एवं उनके उपचार के लिए प्रयास करती है।    

  डॉ मौर्य ने बताया कि सीएचडी में प्रायः बच्चों में सबसे सामान्य लक्षण हाथ, पैर, जीभ का नीला पड़ जाना, ठीक तरह से सांस न ले पाना और माँ का दूध ठीक तरह से नहीं पी पाना एवं खेल-कूद में जल्दी थक जाना दिखते हैं। इस जन्मजात दोषों से बच्चों को बचाने के लिए गर्भावस्था के प्रारम्भ से तीन माह तक फोलिक एसिड एवं चौथे माह की शुरुआत से प्रतिदिन आयरन एवं फोलिक एसिड की एक-एक लाल गोली खिलाई जानी चाहिए। यदि गर्भवती में खून की कमी (एनीमिया) है तो उसको प्रतिदिन आयरन की दो लाल गोली खानी चाहिए।

SOS Hermann माइनर की टीम टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट में चैम्पियन

Varanasi (dil India live)। टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट 2024 सीजन प्रथम का आयोजन टेथ्रीपॉन ओवरसीज और मिलन इण्टरप्राइजेज के तत्वाधान में एच०...