बुधवार, 8 दिसंबर 2021

सांसद-विधायक को चार पेंशन, सैनिक को एक भी नहीं

पीएम के काशी में अटेवा ने डॉ. रामाशीष की मनाई पुण्‍यतिथि 


वाराणसी 08 दिसंबर(dil india live) अटेवा पेंशन बचाओ मंच वाराणसी की ओर से मंगलवार को सांय 4 बजे जिला मुख्‍यालयों स्थित अंबेडकर पार्क में शहीद डॉ. रामाशीष सिंह की 5 वीं पुण्‍यतिथि‍ अटेवा के ज़िला संयोजक विनोद यादव की अध्यक्षता में मनाई गई। इस संबंध में प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येंद्र राय ने कहा कि, सात दिसंबर 2016 को लखनऊ में पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में पुलिस लाठीचार्ज में स्व. डॉ. रामाशीष सिंह शहीद हो गए, जिसके बाद से देश भर में आक्रोश फैल गया।अटेवा का संकल्प है कि पुरानी पेंशन बहाल कराना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जिलाध्यक्ष विनोद यादव ने कहा कि, इस पुण्यतिथि पर पेंशन संकल्‍प दिवस एवं श्रद्धांजलि सभा करके स्व. डॉ. रामाशीष सिंह जी को याद किया गया।

     इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष गुलाब चंद कुशवाहा ने कहा कि पेंशन हमारा हक़ है,इसे हम लेकर रहेंगे,जब सांसद विधायक को एक नहीं चार चार पेंशन मिल सकती है तो 35 साल सेवा करने वाले शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारियों और देश की सुरक्षा में तैनात अर्धसैनिक बलों को पुरानी पेंशन क्यों नहीं मिल सकती।

 बैठक में सत्येंद्र कुमार राय-प्रदेश उपाध्यक्ष,रामचंद्र गुप्ता-जिला संरक्षक, एहतेशामुल हक-जिला सह संयोजक,बेद सिंह-जिला सह संयोजक,बी एन यादव-जिला मंत्री, चंद्रप्रकाश गुप्त-जिला कोषाध्यक्ष, रामचंदर-जिला मीडिया प्रभारी, जफ़र अंसारी-जिला संगठन मंत्री, सुरेंद्र प्रताप सिंह-सोशल मीडिया प्रभारी, गुलाब चंद कुशवाहा-नगर अध्यक्ष, अंजनी सिंह-नगर महामंत्री, अजय यादव,इमरान अंसारी,चिराग अंसारी, सतीश वर्मा,अजय यादव,गिरीश चंद्र यादव,संदीप यादव,प्रमोद कुमार पटेल, शकील अहमद,ज्योत्सना अग्रवाल,लल्लन यादव,परमानंद यादव,शैलेश 

किशोर- -किशोरी के विवाह को चाइल्ड लाइन ने रोकवाया

किशोर को बंधक बनाकर जबरन कर रहे थे शादी



वाराणसी,  7 दिसम्बर (dil india live) बजरडीहा क्षेत्र में एक किशोरी के बाल विवाह कराने का प्रयास चाइल्ड लाइन की सक्रियता से सोमवार की रात विफल हो गया। खास बात यह रही की किशोर भी नाबालिग निकला। किशोरी के परिवार वाले किशोर को बंधक बना कर जबरन उसकी शादी करा रहे थे। चाइल्ड लाइन ने चार माह के भीतर यह तीसरा बाल विवाह होने से रोका है। इसके पहले दुर्गाकुण्ड और चोलापुर इलाके में हो रहे बाल विवाह को रोकने में चाइल्ड लाइन ने सफलता हासिल की थी।

चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन नम्बर 1098 पर सोमवार की शाम किसी ने सूचना दी कि बजरडीहा की मलिन बस्ती में नाबालिग  किशोरी का बाल विवाह हो रहा है। सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन के निदेशक मजू मैथ्यू ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह से संपर्क  किया। इसके बाद चाइल्ड लाइन व जिला बाल संरक्षण इकाई की एक टीम बजरडीहा पुलिस चौकी से पुलिस को साथ लेकर मलिन बस्ती पहुंची। इस टीम में रामप्रताप चौहान, खुशबू भारती, अंकुर यादव, गोविन्द गुप्ता व बाल संरक्षण इकाई के राजकुमार शामिल थे। टीम जब पुलिस के साथ वहां पहुंची तब वहां शादी की रस्म हो रही थी। पुलिस टीम को साथ देख वहां अफरा-तफरी मच गयी। चाइल्ड लाइन के निदेशक मजू मैथ्यू ने बताया कि किशोरी और किशोर के परिजनों को बजरडीहा पुलिस चौकी लाकर पूछताछ की गयी तो पता चला कि न सिर्फ  किशोरी बल्कि किशोर भी नाबालिग है। कुछ दिन पूर्व  दोनों एक साथ घर से कहीं चले गये थे और तीन दिन बाद लौटे । इस मामले को लेकर किशोरी के परिवार वाले बेहद नाराज हुए। उन्होंने किशोर के परिजनों से शादी के लिए दबाव बनाया। उनके इनकार करने पर सोमवार को किशोरी के परिवार के लोगों ने किशोर को बंधक बना लिया और उसकी जबरन किशोरी से शादी करा रहे थे। परिजनों के लिखित आश्वासन पर कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे, किशोरी को घर जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई । चाइल्ड लाइन निदेशक मजू मैथ्यू के अनुसार किशोर व किशोरी को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 क्या है बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम

किसी भी बालक का विवाह 21 साल एवं बालिका का  18 साल  के होने के बाद ही किया जा सकता  है। यदि कोई भी व्यक्ति इस निर्धारित उम्र से काम उम्र में शादी करता है तो उसे बाल विवाह करार दिया जायेगा। भले ही वह सहमति से ही क्यों न किया गया हो। सहमति से किया गया बाल विवाह भी कानूनी रूप से वैध नहीं होता। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम -2006 के अंतर्गत बाल विवाह होने  पर दो वर्ष की सजा अथवा एक लाख का जुर्माना अथवा दोनों का प्राविधान है।

मंगलवार, 7 दिसंबर 2021

मुकेश पांडेय बुंदेलखंड विवि के नये कुलपति


लखनऊ 07दिसंबर (dil india live) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय को झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया है। राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने उक्त खबर की पुष्टि की। बताया कि राजीव गांधी प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल के निदेशक प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय को कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी का कुलपति नियुक्त किया गया है।

सोमवार, 6 दिसंबर 2021

स्वच्छता स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण

अग्रसेन में इलीट ने लगवायी सैनेटरी मशीन

वाराणसी 06 (dil india live)। श्री अग्रसेन कन्या पी. जी. कालेज, बुलानाला में वाराणसी इलीट लेडीज़ सर्किल 178 और वाराणसी इलीट राउंड टेबल 278 द्वारा सैनिटेरी नैप्किन वेंडिंग मशीन लगाई गई। इस दौरान लेडीज सर्किल की अध्यक्ष वेणु नागर व सचिव सुरभि मोदी ने महाविद्यालय की छात्राओ को माहवारी के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि इन दिनों में स्वच्छता का विशेष ध्यान दिया जाता है, और स्वच्छता स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्लब द्वारा वेन्डिग मशीन के साथ-साथ 1000 सैनेटरी नैपकिन भी प्रदान की गई। 

इस अवसर पर श्री अग्रसेन कन्या पी. जी. कालेज  की डॉ. सुमन मिश्रा, डॉ. विनीता, डॉ. मीना अग्रवाल और लेडीज़ सर्कल की  स्नेहा लखवानी , ज्योति माहेश्वरी , श्वेता पाठक, अनुश्री अग्रवाल एवं राउंड टेबल के अमित मोदी,  रजत अग्रवाल, अंशुमन अग्रवाल उपस्थिति रहे।



वसीम हो गए हरबीर

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन हैं वसीम रिज़वी

लखनऊ 06 दिसंबर(dil india live)। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने सोमवार को इस्लाम को अलविदा कहकर हिंदू धर्म अपना लिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपना नाम रखा है हरबीर नारायण सिंह त्यागी।सोमवार सुबह गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सनातन धर्म में उनकी वापसी करवाई। इस मौके पर वसीम रिजवी ने कहा कि मुझे इस्लाम से बाहर कर दिया गया है, हमारे सिर पर हर शुक्रवार को इनाम बढ़ा दिया जाता है, ऐसे में मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में स्थित शिव शक्ति धाम डसना के पीठाधीश्वर महंत नरसिंहानंद गिरी ने वसीम रिजवी का डासना मंदिर में ही विधि विधान से संस्कार किया। बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन के बाद वह त्यागी बिरादरी से जुड़ गए हैं और उनका नाम हरबीर नारायण सिंह त्यागी होगा। हाल ही में वसीम रिजवी डासना मंदिर में महंत नरसिंहानंद गिरी से मिले थे और उन्होंने धर्म से जुड़ी विभिन्न बातों पर चर्चा की थी। कट्टरपंथी विचार रखने वाले लोगों से लगातार वसीम रिजवी को धमकी मिल रही थी। पिछले दिनों उन्होंने अपनी वसीयत में भी लिख दिया था

बाबरी मसजिद की बरसी पर बंद रहा मुसलिम कारोबार

6 दिसंबर: दालमंडी कपड़ा मार्केट में पसरा सन्नाटा

बाबरी मस्जिद की बरसी पर सोमवार को मुस्लिम करोबार पूरी तरह बंद रहा। इससे करोड़ो के टर्न ओवर प्रभावित होने का अनुमान है। बता दे कि 1992 से लगातार बरसी मनाने का सिलसिला जारी है। इस बंदी से करोड़ो का टर्न ओवर प्रभावित होता है। एक रिर्पोट....

 



सरफराज अहमद

वाराणसी 6 दिसंबर (dil india live)। बाबरी मस्जिद की शहादत पर सोमवार को शहर के मुस्लिमों ने अपना कारोबार बंद रखा। इस दौरान प्रमुख मुस्लिम बाजार दालमंडी नई सड़क, कपड़ा मार्किट, बेनिया, सरायहड़हा, भीखाशाह गली, नारियल बाजार, छत्तातले, घुघरानी गली, कच्ची सराय, चाहमामा, कोदई चौकी व चौक आदि इलाके की दुकानों के शटर भी नही उठें। इन इलाकों में लोग वर्ष 1992 से लगातार मस्जिद शहीद किये जाने के गम में अपना- अपना करोबार बंद रखते है। पहले इसके लिए आलमीन सोसायटी बंद की अपील करती थी शिवाला में अध्यक्ष परवेज कादिर खाँ की अगुवाई में धरना दिया जाता था। घरों और मस्जिदों में दुअख्वानी होती थी।हालॉकि अब इसके लिए न तो कोई अपील होती है और न ही कोई एलान बावजूद इसके स्वेच्छा से सभी अपने करोबार को बंद रखते है। 

लग जाती हैं बंद की तख्तिया 

प्रमुख मुस्लिम इलाको में बंदी की अपील वाली तख्तिया लगी हुई है। जिस पर लिखा है कि आज काला दिवस है दुकाने नहीं खुलेंगी। एक अनुमान के मुताबिक बंदी से तकरीबन 5 से 10 करोड़ से ज्यादा का टर्न ओवर प्रभावित होता है। 

अमन के लिए बंद हुआ धरना

कुछ वर्ष पूर्व तक आलमीन सोसायटी की ओर से शिवाला पर धरना प्रदर्शन किया जाता था और मगर बनारस बंद की अपील जाती थी, मगर कुछ वर्ष पूर्व अमनो-मिल्लत बनाये रखने के लिए यह आयोजन बंद हो गया। मगर बनारस के मुस्लिम अपना कारोबार बंद करके अपने गम का इजहार करते है बंदी के चलते हड़हा सराय का बिसातबाने का कारोबार बेनिया का प्लास्टिक, नई सड़क का कपड़ा व्यवसाय, दालमंडी का इलेक्ट्रनिक पार्ट्स रेडीमेट होजरी समेत तमाम करोबार बंद रहता है।

यीशु आया ज़मी पे नाचे सारा आसमान....

आगमन के दूसरे संडे को कैरोल सिंगिंग संग सजे चर्च



 

वाराणसी 06 दिसंबर (dil india live)। प्रभु यीशु के आगमन के दूसरे संडे को कैरोल सिंगिंग संग चर्च सज गए। इस दौरान शहर भर के गिरजाघरों में गीत, यीशु आया जमी परे नाचे सारा आसमान-आसमान...। की गूंज फिज़ा में सुनाई देने लगी तो कहीं, अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक...गाया गया।दरअसल क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जायेगा मगर क्रिसमस सीजन का आगाज पिछले इतवार को ही हो गया था। इस संडे प्रभु यीशु आगमन का दूसरा संडे था। इस दौरान गिरजाघरो में यीशु की स्तूति के गीत देर रात तक गूंजते रहे। आराधना और प्रार्थना का दौर अलग अलग चर्चेज में सुबह से शाम तक चलता रहा। इसी के साथ अब क्रिसमस अपने रंग में रंगता चला जायेगा। 25 दिसंबर यानी प्रभु यीशु के जन्म पर क्रिसमस अपने शबाब पर होगा।

 आगमन काल प्रभु यीशु के आगमन की आध्यात्मिक तैयारी को कहते है जो आज से 2021 वर्ष पूर्व ईसा मसीह के जन्म के साथ पूरा हुआ था। उसी ईसा मसीह की जयंती के लिए खुद को हृदय से तैयार करने का समय आगमन काल कहलाता है। महागिरजा घर में फादर विजय शांतिराज, चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जान, रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार, लाल चर्च में पादरी संजय दान, सेंट पाल चर्च में पादरी सैम जोशुआ सिंह, यीभु माता चर्च में फादर राजा, सेंट बेटलफुल गॉस्पल में पास्टर एंड्रू शामस व ईसीआई चर्च में नवीन ज्वाय व दशरथ पवार ने प्रार्थना कराई।

प्रभु यीशु का धन्यवाद

क्रिसमस भले ही 25 को दुनिया भर में मनाया जाता हो मगर क्रिसमस की तैयारियां क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले चार इतवारों में से पहले इतवार से ही शुरू हो जाती है। यह आगमन का दूसरा इतवार था। पास्टर एसपी सिंह ने कहा कि प्रभु यीशु ने हमें जो जिन्दगी दी है उसके सदा हम आभारी है, हमारा फर्ज हैं कि हम भी प्रभु यीशु की सदा स्तूति करें।

 

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...