रविवार, 24 अप्रैल 2022

रमज़ान का पैग़ाम : मौलाना साकीबुल क़ादरी

 रोजेदारों के लिए समुद्र की मछलियां भी करती हैं दुआएं


वाराणसी २४ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। फरमाने रसूल (स.) है कि रमजान अल्लाह का महीना है और उसका बदला भी रब ही देंगा। यही वजह है कि रमजान का रोज़ा बंदा केवल रब की रज़ा के लिए ही रखता है। रोज़ा वो इबादत है जो दिखाई नहीं देती बल्कि उसका पता या तो रब जानता है या फिर रोज़ा रखने वाला।

रमजान में जब एक मोमिन रोज़ा रखने की नियत करता है तो वो खुद ब खुद गुनाहों से बचता दिखायी देता हैं। उसे दूसरों की तकलीफ़ का पता भूखे प्यासे रहकर रोज़ा रखने पर कहीं ज्यादा होता है।रमजान का अन्य महीनों पर फजीलत हासिल है। हजरत अबू हुरैरा (रजि.) के अनुसार रसूल अकरम (स.) ने इरशाद फरमाया, कि माहे रमजान में पांच चीजें विशेष तौर पर दी गयी है, जो पहली उम्मतों को नहीं मिली थी। पहला रोजेदार के मुंह की महक अल्लाह को मुश्क से ज्यादा पसंद है। दूसरे रोजेदार के लिए समुद्र की मछलियां भी दुआ करती हैं और इफ्तार के समय तक दुआ में व्यस्त रहती हैं। तीसरे जन्नत हर दिन उनके लिए आरास्ता की जाती है। अल्लाह फरमाता है कि करीब है कि मेरे नेक बंदे दुनिया की तकलीफेंअपने ऊपर से फेंक कर तेरी तरफ आवें। चौथे इस माह में शैतान कैद कर दिये जाते हैं और पांचवें रमजान की आखिरी रात में रोजेदारों के लिए मगफिरत की जाती है। सहाबा ने अर्ज किया कि शबे मगफिरत शबे कद्र है। फरमाया- नहीं, ये दस्तूर है कि मजदूर का काम खत्म होने के वक्त मजदूरी दी जाती है। हजरत इबादा (रजि) कहते हैं कि एक बार अल्लाह के रसूल (स.) ने रमजान उल मुबारक के करीब इरशाद फरमाया कि रमजान का महीना आ गया है, जो बड़ी बरकतवाला है। हक तआला इसमें तुम्हारी तरफ मुतव्ज्जो होते हैं और अपनी रहमते खास नाजिल फरमाते हैं। गलतियों को माफ फरमाते हैं। दुआ को कबूल करते हैं। बदनसीब है वो लोग जो इस माह में भी अल्लाह की रहमत से महरूम रहे, रोज़ा नहीं रखा, तरावीह नहीं पढ़ी, इबादत में रातों को जागे नहीं।

पुलिसकर्मियों को कराया बलवा ड्रील का अभ्यास



सरफराज अहमद

वाराणसी २४ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन श्री सुखराम भारती के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी यातायात के नेतृत्व में जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष, चौंकी प्रभारी व पुलिसकर्मियों को बलवा ड्रील का अभ्यास कराया गया जिसमें एल0आई0यू0 टीम, फोटोग्राफ्री टीम, नागरिक पुलिस टीम, घुडसवार पुलिस ,फायर सर्विस टीम, आशू गैंस, रबड बुलैट, लाठी टीम, फायर टीम, रिजर्व पुलिस टीम, चिकित्सा टीम आदि के कार्रवाई को विस्तार पूर्वक चरणबद्ध तरीके से कराया/समझाया गया। सभी को एन्टी राईटगन/ हैन्डग्रेनेड/ चिली बम/ 12 बोर गन आदि के प्रयोग तरीकों को बताया व अभ्यास कराया गया तथा दबिश / वाहन चेकिंग / तलाशी आदि के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।

भारत में 265 स्थानों पर एक साथ लगा रक्तदान शिविर

रक्तदान के लिए उत्साहित दिखे निरंकारी भक्त

निरंकारी मिशन ने मनाया मानव एकता दिवस 


वाराणसी २४ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)।  संपूर्ण मानवता को समर्पित संत निरंकारी मिशन के तत्वाधान में आज पूर्व निरंकारी बाबा गुरबचन सिंह महाराज के बलिदान को मानव एकता दिवस के रूप में याद करते हुए एक महा रक्तदान शिविर मलदहिया स्थित संत निरंकारी भवन पर आयोजित किया गया। इसमें 300 यूनिट से ऊपर रक्त मिलकर एकत्र किया गया जिसमें सर सुंदरलाल चिकित्सालय, शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय ने मिलकर रक्त एकत्रित किया। सैकड़ों की संख्या में निरंकारी भक्तों ने ब्लड ब्लड ब्लड नामांकन के बाद ब्लड बैग लेकर अपनी अपनी बारी का इंतजार करते रहे। भक्तों के साथ वाराणसी के एडीएम सिटी गुलाबचंद ने रक्तदान किया। 


शिविर का उद्घाटन वर्चुअल रूप में 12:00 बजे निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा ने दिल्ली से किया। पूरे भारत रत में 265 स्थानों पर रक्तदान शिविर निरंकारी मिशन द्वारा एक साथ आयोजित किया गया। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के दिशा निर्देशन में भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में आज इस रूप में मानव एकता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है जिसका एकमात्र मकसद मानव और मानव के बीच एकता स्थापित करना है। रक्तदान के माध्यम से सत्य और सात्विकता को मानव के रग में प्रवाहित करना है क्योंकि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह का नारा है कि खून नाड़ियों में बहना चाहिए नालियों में नहीं। इस रक्तदान महा शिविर के साथ-साथ निरंकारी मिशन में एक भव्य सत्संग का भी आयोजन किया गया जिसमें निरंकारी मिशन के तीसरे सद्गुरु बाबा गुरबचन सिंह जी और उनके अनन्य भक्त चाचा प्रताप सिंह के बलिदान को हृदय से याद किया गया। वो मानव एकता की रक्षा करते करते 24 अप्रैल 1980 को कुर्बान हो गए और तब से सतगुरु बाबा हरदेव सिंह के दिव्य आदेश से यह रक्तदान शिविर लगातार आयोजित किया जा रहा है। आज वर्तमान सतगुरु माता सुदीक्षा की रहनुमाई प्राप्त है।

इस अवसर पर निरंकारी भवन पर लंगर प्रसाद का वितरण  चलता रहा। निरंकारी साहित्य का भी स्टॉल लगाया गया इस पूरे कार्यक्रम को निरंकारी सेवादल के सदस्यों ने संभाला। इस अवसर पर निरंकारी सत्संग में एकत्र सैकड़ों भक्तों को जोनल इंचार्ज सिद्धार्थ शंकर सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम में एपेक्स हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर एस के सिंह भी उपस्थित रहे।

शनिवार, 23 अप्रैल 2022

संकल्प संस्था ने अर्थ डे पर बच्चों को किया जागरूक



वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। अग्रणी सामाजिक संस्था संकल्प के द्वारा शुक्रवार को साकेत नगर स्थित किड्स वर्ल्ड स्कूल में अर्थ डे (22 अप्रैल) मनाया गया। इस मौके पर बच्चों को पर्यावरण संरक्षित करने, वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें पौधे वितरित किए गए।

इस मौके पर संकल्प संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं, उन्हें सही मार्गदर्शन देने से पर्यावरण को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सकता है। बच्चो के जागरुक होने से हमारा भविष्य कैसा होगा इसका अनुमान हम सभी लगा सकते हैं। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यावरण सुरक्षित होने से ही हम सुरक्षित है l पर्यावरण के द्वारा ही हमें स्वच्छ ऑक्सीजन, जल आदि सुलभ हो पाता है। इसलिए यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रयत्नशील रहें।

डाइटिशियन निशा ने जानिए क्या कहा

डाइटिशियन निशा प्रकाश ने कहा कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सही खानपान के साथ औषधीय पौधों, वृक्षों का भी विशेष योगदान है जिसे हम अपने घरों के अंदर बालकनी में भी लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के सुरक्षित होने से ही हमारी पृथ्वी सुरक्षित है, जिसके लिए सभी को पहल करनी होगी और तभी हमें वह  मिलेगा जिसकी जरूरत हमें स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को घरों में लगाने हेतु पौधे, वॉटर बॉटल एवं खाद्य सामग्री दी गई।

कार्यक्रम का संचालन स्कूल की प्रिंसिपल मनीषा तुलस्यान ने किया। इस अवसर पर संकल्प संस्था की गीता जैन, आभा अग्रवाल, सुभाषिनी जैन, शबनम अग्रवाल, स्कूल की शिक्षिकाए निशा साहनी, आराधना, प्रीति, सती जी, रीता, रेखा प्रसाद आदि उपस्थित रही।

भारतीय लाइफ इंश्योरेंस एजेंट संघ का सम्मेलन २६ से

दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में कई मुद्दों पर होगी चर्चा       

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। शनिवार को मैदागिन स्थित गोल घर पराड़कर स्मृति भवन दोपहर को 1:00 बजे भारतीय लाइफ इंश्योरेंस एजेंट संघ महामंत्री रवि तिवारी एवं संगठन सचिव जी विनोद कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारतीय मजदूर संघ बी एमएस भारती लाइव इंश्योरेंस एजेंट संघ के बैनर तले पार्टी धार को एवं अभी कर्ताओं की समस्याओं के समाधान के संबंध में 18 सूत्री मांगों को लेकर सिगरा स्थित केवलम ज्ञान मंदिर में 25 एवं 26 अप्रैल को राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें राष्ट्रीय सचिव एवं वित्त प्रभारी गिरीश आर्य एवं विकास अधिकारी संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री जगदीश ठक्कर उपस्थित रहेंगे।
आगे कहा कि इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में अनेक प्रदेशों के राष्ट्रीय क्षेत्री एवं मंडल के पदाधिकारी वरिष्ठ कार्यकर्ता भाग लेंगे प्रेस वार्ता के दौरान पवन उपाध्याय, मनोज गुप्ता, अजय मिश्रा,  प्रमिल पांण्डेय विजय यादव उपस्थित थे।

पैग़ामे रमज़ान : पड़ोसी अगर भूखा सोया तो जिम्मेदारी आपकी

कोई तुमसे झगड़ा करे तो उससे कह दो मैं रोज़े से हूं

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। मुकद्दस रमज़ान में कहा गया है कि अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा सुलूक करो, भले ही वो किसी भी दीन या मज़हब का हो। पड़ोसी अगर भूखा सो गया तो उसके जिम्मेदार तुम खुद होगे। रब कहता हैं कि 11 महीना तो बंदा अपने तरीक़े से गुज़ारता है एक महीना अगर वो मेरे बताए हुए नेकी के रास्ते पर चले तो उसकी तमाम दुश्वारियां दूर हो जाएगी। इस 1 महीने के एवज़ में रोज़ेदार पूरे साल नेकी की राह पर चलेगा।

 मुकद्दस रमजान में अगर कोई तुमसे झगड़ा करने पर अमादा हो तो उसे लड़ो मत, बल्कि उससे कह दो मैं रोज़े से हूं। यानी मैं तुमसे लड़ाई झगड़ा नहीं चाहता। रमज़ान मिल्लत की दावत देता है, रमज़ान नेकी की राह दिखाता है। यही वजह है कि रमज़ान में खून-खराबा, लड़ाई झगड़ा सब मना फरमाया गया है। रमज़ान के लिए साफ कहा गया है कि यह महीना अल्लाह का महीना है। इस महीने में रोज़ेदार केवल नेकी, इबादत और मोहब्बत के रास्ते पर चलें। यही वजह है कि रमज़ान आते ही शैतान गिरफ्तार कर लिया जाता है। जन्नत के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम के दरवाज़े बंद कर दिए जाते हैं। 

इस माहे मुबारक में पांच ऐसी रात आती है जिसे ताक रात या शबे कद्र कहा जाता है। इस रात में इबादत का सवाब रब ने कई साल की इबादत से भी ज्यादा अता करता है। ऐ मेरे पाक परवरदिगार तू अपने हबीब के सदके में हम सबको रमज़ान की नेअमत अता कर और सभी को रोजा रखने की तौफीक दे ताकि सभी की ईद हो जाये..आमीन।

हाजी इमरान अहमद

राइन गार्डेन, वाराणसी 

शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022

मस्जिदों में एतेकाफ पर बैठे इबादतगुजार

शुरू हो गया रमजान का तीसरा अशरा 


 वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। रमजान का तीसरा अशरा शुक्रवार को मगरिब की नमाज के बाद शुरू हो गया। इस अशरे को जहन्नुम की आग से निजात दिलाने वाला कहा जाता है। इस अशरे में की गई इबादत के बदले अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ कर उन्हें जहन्नुम की आग से निजात दे देता है। इसी अशरे की कोई एक रात शबे कद्र होती है। इस लिए लोग रात-रात भर जाग कर इबादत करते हैं। बताते हैं कि शबे कद्र में इबादत का सवाब एक हजार रातों की इबादत के बाराबर होता है। इस रात में मांगी गई दुआओं को अल्लाह कुबूल फरमाता है।

एतेकाफ पर बैठे इबादतगुजार 

 जुमे की शाम मस्जिदों में असर की नमाज के वक्त एतेकाफ में बैठने का सिलसिला शुरू हो गया। वैसे तो रमजान का पूरा महीना ही इबादत के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इसके आखिर के 10 दिन सबसे रहमत वाले होते हैं। रमजान के आखिरी अशरे में मस्जिद में एतेकाफ करना सुन्नत है। एतेकाफ पर बैठने वाले अब ईद का चांद देखने के बाद ही मस्जिद से अपने घर को लौटेंगे है। हदीस के मुताबिक एतेकाफ में बैठकर इबादत करने वाले लोगों के अल्लाह सभी गुनाह माफ कर देता है। एतेकाफ सुनने केफाया है, अगर मोहल्ले का एक शख्स भी एतेकाफ करले तो सभी के लिए यह रहमतवाला होता है। सभी बरी हो जाते हैं, अगर कोई नहीं बैठा तो पूरा मुहलला गुनाहगार होगा।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...